-मासूम बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद किया, पुलिस टीम को दो लाख का इनाम
कानपुर। फीलखाना थाना इलाके में फूलबाग चौराहे से 24 फरवरी को दो साल के मासूम के अपहरणकर्ताओं से रविवार भोर पहर पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में दोनों अपहरणकर्ताओं के पैर में गोली लगी और अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं से मासूम को सकुशल बरामद कर लिया और टीम को दो लाख रुपयेे इनाम दिया जाएगा।
डीसीपी मुख्यालय आशीष श्रीवास्तव ने रविवार को प्रेस वार्ता कर घटना का खुलासा करते हुए बताया कि फूलबाग में फुटपाथ पर रहकर जीवन यापन करने वाली गुड्डा का दो वर्षीय बेटा 24 फरवरी को वहीं पर खेल रहा था। इस बीच बाइक सवार युवकों ने मासूम का अपहरण कर लिया।
सूचना पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी एस के सिंह सहित पुलिस टीम ने उसकी तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस पर फीलखाना पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और स्वाट टीम को लगाया गया और शहर के करीब तीन सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये।
रविवार भोर पहर पुलिस टीम को सूचना मिली कि दोनों अपहरणकर्ता फीलखाना थाना क्षेत्र के भगवतदास घाट के पास दिखाई दिये। इस पर नाकाबंदी की गई और पुलिस टीम को देखकर अपहरणकर्ता भागने लगे और फायरिंग शुरु कर दी। पुलिस टीम ने बचाव करते हुए जवाबी फायरिंग की और दोनों अपहरणकर्ताओं के पैर में गोली लगी। दोनों अपहरणकर्ताओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया और उनकी निशानदेही पर मासूम बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को दो लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।
बहन के लिए मासूम का अपहरण
डीसीपी मुख्यालय ने बताया कि पूछताछ में मुख्य अभियुक्त किदवई नगर निवासी रज्जन ने कहा कि उसकी बड़ी बहन की शादी कई साल पहले हुई थी, लेकिन बच्चे नहीं हो रहे थे। इस पर उसके परिजन ताने मारते थे। इसको लेकर छोटी बहन नीतू से चर्चा की गई और यह तय हुआ कि किसी बच्चे का अपहरण कर बड़ी बहन को दे दिया जाये। इसके लिए एम ब्लॉक किदवई नगर निवासी दोस्त पंकज को भी शामिल किया गया। 24 फरवरी को पकंज के साथ हम दोनों बाइक से निकले और फूलबाग बस अड्डे के पास कई बच्चे खेलते दिखे और उनके पास कोई नहीं था। इस पर मासूम कार्तिक का अपहरण कर लिया और बड़ी बहन को यह कहते हुए सुपुर्द कर दिया कि फतेहपुर निवासी सीमा से बच्चे को गोदनामा लिया गया है। इसके लिए फर्जी स्टाम में लिखा पढ़ी की गई और बड़ी बहन के परिवार को यह बताया गया कि साढ़े चार लाख रुपये में सीमा से बात हुई है। इस पर उसके परिवारीजन आधा रुपया भी दे दिये।