लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने पर कांग्रेस ने भाजपा योगी आदित्यनाथ सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उत्तर प्रदेश के नौजवानों को धोखा देना बताया है और मांग की है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों को प्रदेश की भाजपा सरकार मुआवजा दे।
प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि हर बार की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश में भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिर्फ मंचों से भाषणों में नकल को रोकने की बात करते रहे, प्रदेश के 50 लाख परिवारों ने अपने पेट काट – काट कर अपने बच्चों को परीक्षा की तैयारी कराई। अपनी आजीविका से पैसे बचाकर कोचिंग कराई, नौजवान सुबह 4:00 बजे उठकर दौड़ लगा रहे थे कि उनको नौकरी मिलेगी, लेकिन भाजपा योगी आदित्यनाथ सरकार ने नौकरी देने के बजाय प्रदेश में नकल माफिया के राज को बढ़ावा दिया। इसीलिए प्रदेश में अधिकांश भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए।
अंशू अवस्थी ने कहा भाजपा सरकार ने 2017 में प्रदेश के नौजवानों को 70 लाख नौकरियां देने का वादा किया था और वादा किया था कि सरकार बनने के 100 दिन के अंदर खाली पदों की सभी विज्ञप्तियां जारी की जाएगी, लेकिन सरकार बनते ही आलम यह हो गया की अधिकांश परीक्षाओं के पेपर लीक हुए और यहां तक कि अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष को इस्तीफा तक देना पड़ा। 2017 में भाजपा सरकार बनते ही नकल माफिया हावी हो गए और पेपर लीक अभियान शुरू हो गया।
प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि वादा था 70 लाख रोजगार देकर नंबर वन बनाने का लेकिन बना दिया पेपर लीक कराने में उत्तर प्रदेश को नम्बर वन। कांग्रेस पार्टी की मांग करती है,कि नौजवानों ने और उनके परिवारों ने एक अच्छा खासा पैसा इस भर्ती परीक्षा तैयारी में खर्च किया उन्हें उम्मीदें थी, लेकिन सरकार अपने वादे पर खरा नहीं उतर पाई।