मऊ। उत्तर प्रदेश सरकार मे मंत्री बनने के बाद लगातार समाज मे उलजुलूल बयानबाजी से ट्रोल हो रहे सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर पत्रकारों के सवालों पर अब इरिटेट होने लगे है। पीड़ितों को पिला गमछा ओढ़ा कर थाने तक जाने की नसीहत देने वाले ओपी राजभर स्वतंत्र पत्रकारों को समाजवादी पार्टी का एजेंट करार देने लगे है।
लोकसभा चुनाव मे घोसी लोकसभा सीट से अपने बेटे अरविन्द राजभर को एनडीए से उम्मीदवार घोषित कराने और उत्तर प्रदेश सरकार मे मंत्री बनने के बाद सुभासपा के ओपी राजभर का “दम्भ” लोगो के बींच तैरने लगा है।
“सवाल करने से पहले सुना करो” “सुनो बुनो तब धुनो” समाजवादी पार्टी के एजेंट बनकर आये हो आदि शब्दों से डांटने वाले ओपी राजभर लगभग बचाव मे पत्रकारों पर हमलावर हो गये है। नापसंद प्रश्नो का जबाव देने की जगह राजभर बलिया मे पत्रकारों को न सिर्फ समाजवादी पार्टी का एजेंट करार दे दिया बल्कि उन्हे कुर्त और पायजामा पहनने की भी नसीहत दे दी।
बहरहाल ओपी राजभर ने मंत्री बनते ही अपनी अहमियत को बढ़ाने मे जुट कर लोकसभा चुनाव मे सुभासपा के अरविन्द राजभर को सांसद बनाने मे राजनीति कर रहे है।