बलिया। पुलिस की सतर्कता से आरक्षी भर्ती परीक्षा में जालसाजों द्वारा खेल करने के सारे प्रयास फेल हो गए हैं। पुलिस ने भर्ती परीक्षा के पहले दिन तीन गैंग के ग्यारह सदस्यों समेत अब तक चौदह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने इन गैंग के संपर्क में आने वाले अभ्यर्थियों वाले परीक्षा केंद्रों में विशेष रूप से निगरानी के निर्देश दिए हैं।
एसपी देव रंजन वर्मा ने रविवार सुबह बताया कि पुलिस भर्ती परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। रसड़ा में गुरूवार को अभ्यर्थियों से करीब नौ लाख रुपये वसूलने वाले दलाल सलीम अंसारी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गई थी। वहीं, रामदहिनपुरम इंटर कॉलेज आमघाट में शनिवार को अभ्यर्थी अंगद साहनी के स्थान पर परीक्षा दे रहे सॉल्वर बिहार के रहने वाले अजय यादव को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद सघनता से जांच-पड़ताल की गई तो तीन गैंग सामने आए। जिसमें पहला गैंग अभय कुमार श्रीवास्तव, विनीत कुमार राम और रुकुमेश पाल का है। इसका लीडर अभय श्रीवास्तव सुल्तानपुर में लैब टेक्नीशियन है। दूसरा गैंग फतेहबहादुर राजभर, अजीत यादव और वरुण कुमार यादव का है। इस गैंग का सरगना मध्यप्रदेश के कटनी में वन विभाग में कांस्टेबल है। जबकि तीसरा गैंग गिरिजाशंकर, अमित यादव, विशाल यादव, अंकित यादव व निखिल यादव का है। उन्होंने कहा कि अभय श्रीवास्तव और फतेहबहादुर का गैंग दलाली का गैंग है। ये अभ्यर्थियों को झांसा देकर पैसे वसूलने का काम कर रहे थे। इनके पास काफी ब्लैंक चेक और कई अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र मिले हैं। जबकि गिरिजाशंकर का गैंग अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ और अन्य प्रकार की डिवाइस मुहैया करा कर पेपर आउट कराने की कोशिश कर रहा था। गिरिजाशंकर के गैंग को पकड़ा तो इनके पास से ब्लूटूथ और अन्य कई प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस मिले हैं। इन गैंग्स के संपर्क में रहने वाले सभी अभ्यर्थियों की सूची संबंधित परीक्षा केन्द्रों को दे दी गई है। जो विशेष रूप से चेक किए जाएंगे और उनकी निगरानी की जाएगी।