— एसओजी और जीआरपी की मिली भगत मे बदमाशों से उनके बचाव के बदले मांगी जा रही रकम की ऑडिओ क्लिप ने जिला पुलिस और जीआरपी पुलिस मे ब्याप्त भ्रष्टाचार को पोल खोलती ऑडिओ एक बानगी है।
ब्रह्मा नन्द पाण्डेय – (Advocate High Court Alld)
मऊ। जिले की जीआरपी पुलिस के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए, एक बदमाश से उसी के बचाव मे मांगी जा रही रकम का एक वायरल ऑडिओ क्लिप मे जिले की “एसओजी” और जीआरपी पुलिस के भ्रस्टाचार की पोल खोल दी है। मामले मे आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी, यूपी को 5.47 मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग भेज कर उसकी जांच और कार्रवाई की मांग की है.।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने खरी दुनिया से बातचीत मे बताया कि जाँच कर कारवाही के लिए पुलिस प्रमुख को दी गई ऑडिओ लगभग 15 दिन पुराना बताया है, जो थाना जीआरपी मऊ में नियुक्त मुख्य आरक्षी धनंजय सिंह का देवरिया के एक अपराधी के साथ बताया जाता है.
बातचीत में एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार एक व्यक्ति को छुड़ाए जाने के लिए पुलिसकर्मी द्वारा 5-6 लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. साथ ही बातचीत में एसओजी के तमाम सिपाहियों के संबंध में भी चर्चा की गई है तथा बातचीत से स्पष्ट हो जाता है कि मऊ जीआरपी तथा एसओजी के तमाम सिपाही लगातार अपराधियों के साथ निकट सांठगांठ में हैं और धन उगाही कर रहे हैं.
अमिताभ ठाकुर ने एनडीपीएस जैसे अत्यंत गंभीर मामले में इस प्रकार खुलेआम रिश्वत मांगे जाने सहित बातचीत के अन्य बिंदुओं को अत्यंत गंभीर बताते हुए डीजीपी से अपने स्तर से इसकी जांच कर कठोरतम कार्रवाई किए जाने की मांग की है.