मऊ। विकास खंड रतनपुरा मे मनरेगा के तहत वर्ष २००७ मे नियुक्त मुन्नी लाल चौहान को जिला समन्वयक मनरेगा के द्वारा ब्लॉक के २२ गांवो के कार्यो की जिम्मेदारी सौपी है। पूरे ब्लॉक मे कुल ७७ ग्राम पंचायते है। मजे की बात यह है की ग्राम पंचायतो मे अधिकांश सिविल के कार्य् होते है और मुन्नी लाल मकेनिकल डिग्री होल्डर रहते हुए तथ्यगोपन कर हथियाई हुई नौकरी को विभागीय अधिकारियो की मिलीभगत से आज भी किया जा रहा है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार विकास खंड रतनपुरा के ७७ ग्राम पंचायतो मे से २२ ग्राम पंचायतों मे सिविल नेचर के अधिकांश निर्माणो की सुपरवाइजरी की अबैध जिम्मेदारी संभाल रहे तकानिकी सहायक मुन्नी लाल चौहान पर उसकी नियुक्ति तिथि से ही विभागीय उच्चाधिकारियो के द्वारा लिफाफा लेकर काम लेते हुए संरक्षण दिया जाता रहा है।
मुन्नी लाल के द्वारा सुपरवाइज ग्राम पंचायतो मे मनरेगा के तहत कराये गये अधिकांश कार्य या तो कागज़ पर है या फिर हुए ही नही है। ग्राम पंचायत देवदह की ही केवल इनकी नियुक्ति तिथि से मौके का सत्यापन करा लिया जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
मगर भ्रष्टाचार मे डूबे इस विभाग के उच्छाधिकारियो पर अब तक जबकि मुन्नी लाल द्वारा ७ वर्ष तक एक ही पद पर रहते हुए दो जनपदो मे एक साथ नौकरी करने का खुलासा हो चुका है।