राजस्व के पुराने रिकॉर्ड १३६९ फ़सली के खतौनी मे २६१/२ पर मुहम्मद जहीर के नाम है दर्ज
जलमग्न प्रकृति के इस जमीन की प्रकृति को बदला नही जा सकता, न ही खरीद फरोख्त ही की जा सकती है, यहा के कल (यस्टरडे) तक के अधिकारियो ने लिफाफा ले न सिर्फ इस जमीन को बेचवाया बल्कि जलमग्न जमीन को पाट कर उस पर राहुल हॉस्पिटल के रूप मे अबैध हॉस्पिटल भी खड़ा करा दिया
मऊ। जिले का राहुल हॉस्पिटल पुराने रिकॉर्ड मे नान जेड ए की जलमग्न भूमि पर मौजूद है। इस भूमि को अपराधिक साजिस के तहत जेड ए मे लाकर उसकी अविधिपूर्ण तरीके से खरीदारी कर नेशनल बिल्डिंग कोड के खिलाफ निर्मित भवन मे राहुल हॉस्पिटल का संचालन शुरु कर दिया गया।
राजस्व रिकॉर्ड मे जिले का राहुल हॉस्पिटल राजस्व रिकॉर्ड मे 6 (1) श्रेणी की भूमि मे उल्लिखित “जलमग्न” भूमि है। नकल खतौनी दिमारकेशन संख्या १३६९ परागना सहादतपुरा परागना मऊ तहसील मुहम्मदाबाद जिला आजमगढ़ ( हाल मऊ) बाबत खाता संख्या ५० मे खाता संख्या २६१/२ मुँहम्मद जहिर के नाम पर दर्ज है।
यह जमीन श्रेणी ६(१) मे जलमग्न प्रकृति की जैसे तालाबा ,झील, नहर आदि हो, के नाम की है। जानकारों की माने तो इस प्रकार की जमीन की खरीद फरोख्त नही किया जा सकता है, और न ही जमीन की प्रकृति को ही बदला जा सकता है।
मजे कि बात यह कि राजस्व के सभी कानून कायदों को ताक पर रखकर न सिर्फ खरीद फरोख्त हुई बल्कि जमीन की प्रकृति से छेड़छाड़ कर जलमग्नता को बदल कर उस पर अबैध भवन बनाकर अविधिपूर्ण तरीके से राहुल हॉस्पिटल का नियम विरुद्ध संचालन शुरु कर दिया गया।
इस हॉस्पिटल की अबैधता के साथ पर्यावरण हित मे की गई शिकायत का लेकर आज तक कोई अधिकारी गंभीर नही हुआ। कल तक (Yesterday) के सभी कलेक्टर ने शिकायत को लिफाफे का आधार बना हॉस्पिटल प्रबंधन के अपराध मे शामिल हो आते और जाते रहे, जब जिसको जहा जरूरत हुई लिफाफा पहुँचता रहा, और हॉस्पिटल अबैध होते हुए ऐसे चलता रहा जैसे वह बैध हो ।
अधिकारियो के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए शिकायतों के साथ किये गये दुराचार के कारण राहुल हॉस्पिटल जलमग्न भूमि मे आज भी मौजूद ,पर्यावरण हित मे न्याय को भटक रहा है।
भ्रस्टाचार : NBC के खिलाफ है राहुल हॉस्पिटल का भवन, फिर भी स्वीकृत है हॉस्पिटल के भवन का नक्शा
राहुल हॉस्पिटल द्वारा हॉस्पिटल के भवन के नक्शे को पास करने से पूर्व सहयुक्त की ली गई आंख्या के अनुसार आज भी हॉस्पिटल के भवन का नक्शा बिपरीत है। भवन के निर्माण मे नेशनल बिल्डिंग कोड़ , महायोजना , के खिलाफ होते हुए आज भी इसमे संचालित राहुल हॉस्पिटल की बैधता पर कल का कोई अफसर नौकरी को तैयार नही हुआ, सभी ने जिसको जहा मौका मिला लिफाफा लिया चलता फिरा, परिणाम मे आज यह हॉस्पिटल कानून कायदों के बिपरीत सीना तान कर चल रहा है।
हॉस्पिटल की खामिया, जिसपर कार्यवाही की है अपेक्षा
नोन् जेड ए की जमीन का श्रेणी ६ मे होना, नियम विरुद्ध खरीद फरोख्त और बावजूद इसके पर्यावरण के खिलाफ जाकर जमीन भूमि कि प्रकृति को बदलना, फिर उस पर अबैध तरीके से भवन बनाना है राहुल हॉस्पिटल की खामिया …