एस् पी अविनाश पाण्डेय द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमे को लेकर अधिवक्ताओं मे है आक्रोश
मऊ। दीवानी कचहरी मे तीन अज्ञात असलहाधारियों को जबरदस्ती घुसने और इसके कारण अफरा- तफरी मचने बचने के बींच पुलिस की हिरासत मे आये असलहधारियों को अधिवक्ताओं द्वारा जबरदस्ती छुड़ाने के मामले मे पुलिस २ नामजद साहित २०० अधिवक्ताओं के साथ तीन अज्ञात असलहाधारियों के खिलाफ बुद्धवार को कोतवाली पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किये जाने की खबर है। पुलिसिया इस कार्यवाही से डर के साये मे है पुलिस हिरासत से असलहाधारियों को छुड़ाने वाला अधिवक्ता।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दीवानी कचहरी के मुख्य गेट पर तकरीबन १२;३० बजे एक चर पहिया वाहन द्वारा प्रवेशार्थ हॉर्न बजाने और अदालत मे मुंशी का कार्य कर रहे टीपी द्वारा सुरक्षा मे मुख्य द्वारा लगे सिपाहियों को सुनते हुए गेट को खोलने के बात तेजी से परिसर मे घुसते समय विधायक लिखी चार पहिया वाहन के पीछे तीन अज्ञात असलहाधरियो को दौड़ने से भगद्ड़ मच गई।
इस दौरान सुरक्षा मे लगे तीन असलहाधारियों को पुलिस द्वारा अपनी हिरासत मे लिया गया।
पूछताछ चल ही रही रही थी की इसी बींच १५० से २०० अधिवक्ताओं द्वारा इकठा होकर पुलिस की हिरासत मे मौजूद तीनो असलहधारियों को छुड़ा लिये जाने के मामले मे पुलिस ने रानीपुर थाने के काझा निवासी मिथिलेश दुबे, प्रदहा निवासी टीपी सिंह तीन अज्ञात असलहाधारी समेत कुल डेढ़ सौ से दो सौ अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरु कर दिया है। उधर असलहाधारियों को पुलिस की हिरासत से छुड़ाने वाले अधिवक्ता के हौशले बुलंद है।