ढाका। बड़ी संख्या में रोहिंग्या शरणार्थियों से देश की सुरक्षा को खतरा पैदा होने के बाद बांग्लादेश ने बुधवार को कहा है कि अब किसी रोहिंग्या शरणार्थी को देश में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बौद्ध बहुल म्यांमार में मुस्लिम रोहिंग्याओं को दशकों से उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है और तकरीबन दस लाख रोहिंग्या बांग्लादेश के सीमा पर स्थित काक्स बाजार जिले में बांस व प्लास्टिक के शिविरों में रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश 2017 की सैन्य कार्रवाई के बाद यहां भाग आए थे।
बांग्लादेश सरकार में सड़क परिवहन और सेतु मंत्री ओबैदुल क्वादर ने कहा कि अब हम और रोहिंग्याओं को देश में आने की अनुमति नहीं देंगे। वे पहले से ही हम पर भार बने हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय सहायता काफी कम हो चुकी है। ऐसे में हम कब तक उनका समर्थन कर सकते हैं।
बांग्लादेश के शरणार्थी राहत और प्रत्यावर्तन आयुक्त मोहम्मद मिजानुर रहमान ने बताया कि म्यांमार में जुंटा शासन व विद्रोहियों के बीच जारी जंग के बीच सैकड़ों लोग बांग्लादेश में प्रवेश करने के लिए म्यांमार की सीमा पर एकत्रित हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश रोहिंग्याओं के बोझ से दबा हुआ है।