लखनऊ। विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ उप्र के आह्वान पर प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के सैकड़ों संविदा कर्मचारियों ने शक्ति भवन पर घेरा डाला और अपनी मांगों को लेकर विशाल सत्याग्रह किया। मंगलवार को अपना वेतन बढ़ाने सहित अन्य माँगों के समर्थन के साथ ही चेयरमैन के तानाशाही और मज़दूर विरोधी रवैए के विरोध में संविदा कर्मचारियों द्वारा दिन भर नारेबाज़ी की गई।
सत्याग्रह के बाद महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ मजदूर नेता आर एस राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ऊर्जा निगमों के अध्यक्ष आशीष गोयल से मिलकर 16 सूत्री मांगों का ज्ञापन दिया।चेयरमैन द्वारा महासंघ के साथ अगले हफ़्ते वार्ता कर मांगों का समाधान निकालने के लिए आश्वस्त किया गया।
महासंघ के प्रमुख नेताओं में मो. काशिफ, भोला सिंह कुशवाहा, पुनीत राय, योगेश सिरोही, राम भूल सैनी, रियाजुद्दीन, राजेश्वर सिंह, अशोक राय, संजय सिंह, मुदस्सिर चौहान, नवल किशोर सक्सेना, सुनील गोस्वामी, सतीश तिवारी, इंद्रेश राय, प्रवीण सिंह, राहुल कुमार, वेद प्रकाश राय आदि प्रमुख लोग इस अवसर पर मौजूद थे।
महासंघ द्वारा संविदा श्रमिक को 18 हजार एवं लाइनमैन तथा एसएसऔ को 22000 रुपये वेतन , हटाए गए निर्दोष आउटसोर्स कर्मियों को पुन: बहाल किए जाने, संविदा कर्मियों की मृत्यु के उपरांत 10 लख रुपए मुआवजा दिए जाने, सभी जिलों में ईएसआई की सुविधा प्रदान किए जाने, रिक्त 70000 पदों पर संविदा कर्मियों को समायोजित किए जाने तथा आउट सोर्स एसएसओ को हटाकर पूर्व सैनिकों को रखने का आदेश वापस लिए जाने की मांग की गई है।