नई दिल्ली । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के दो अलग-अलग मामलों में रेलवे जोन के दो वरिष्ठ खंड इंजीनियरों और एक सहायक मंडल विद्युत अभियंता सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक पहले मामले में आरोपित वरिष्ठ अनुभाग अभियंता तिरूपति (आ.प्र.) गंता राम मोयहाना राव और सहायक मंडल विद्युत इंजीनियर तिरूपति (आ.प्र.) अप्पाला राजू का नाम शामिल है। एक अन्य मामले में आरोपित सानपाड़ा से वरिष्ठ अनुभाग अभियंता क्षितिज निकम और किरण भारत कंड्यूट (बिचौलिया) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों मामलों में आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली जा रही है।
दोनों मामलों में जांच जारी है। पहले मामले में आरोपितों को आज शनिवार को को कुर्नूल में सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया और उन्हें 1 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। आरोप है कि लंबित बिल को मंजूरी देने के लिए रिश्वत मांगी गई थी। शिकायतकर्ता (एक निजी कंपनी के निदेशक) को तिरुपति में डिपो व शेड की वाशिंग व खराब लाइनों में एचओजी कोचों के रखरखाव के लिए 750 वोल्ट बिजली आपूर्ति की स्थापना के लिए 2.56 करोड़ रुपये (लगभग) की रेलवे निविदा आवंटित की गई थी।
दूसरे मामले में सीबीआई ने शिकायतकर्ता से उसका बिल पास करने और सीआरएन जारी करने के लिए रिश्वत मांगी गई थी। आरोपित सानपाड़ा से वरिष्ठ अनुभाग अभियंता क्षितिज निकम ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से पेटीएम के माध्यम से बिचौलिए को हस्तांतरित करने के लिए रिश्वत राशि के रूप में 3 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी।
शिकायतकर्ता दिल्ली में एक फर्म चला रहा था और मध्य रेलवे को सामग्री की आपूर्ति का काम कर रहा था। अगस्त 2023 में शिकायतकर्ता की फर्म को मध्य रेलवे संपदा स्टोर डिपो से 3000 किलोग्राम हल्के वजन वाले बॉडी फिलर की आपूर्ति का ठेका मिला और फर्म ने अक्टूबर 2023 सामान की आपूर्ति की।