धमतरी।शहरी उपभोक्ताओं द्वारा समय पर कर का भुगता नहीं किए जाने का असर अब सीधे निगम के राजस्व निरीक्षकों पर पड़ रहा है। आशानुरूप कर संकलन नहीं होने से नाराज निगम आयुक्त ने निगम के 12 राजस्व निरीक्षकों का वेतन रोक दिया है। वेतन रोके जाने से हड़बड़ाए कर्मचारियों ने अब वसूली में सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। दुकानदारों को नोटिस थमाई जा रही है।
राजस्व वसूली को लेकर सख्ती बरती जा रही है। इसके तहत कम राजस्व वसूली करने वाले 12 सहायक राजस्व निरीक्षकों का एक माह का वेतन रोक दिया गया है। शहरवासियों द्वारा पटाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के टैक्स राशि से निगम के कई कर्मचारियों का वेतन भुगतान होता है। समय पर वसूली नहीं होने से कई बार कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पाता। समय-समय पर राजस्व अमला की बैठक लेकर शत प्रतिशत वसूली करने निर्देश भी दिए गए। इसमें कोताही बरतने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के संकेत दिए गए थे। कुछ कर्मचारियों द्वारा कम वसूली किए जाने को लेकर निगम ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। कम राजस्व वसूली करने वाले 12 कर्मचारियों का एक माह का वेतन रोक दिया गया है। निगम प्रशासन की सख्ती को देख राजस्व अमला टैक्स बकायादारों के घर-घर दस्तक दे रहे हैं। शहरवासियों द्वारा कर का भुगतान नहीं करने से वसूली करने वाले कर्मचारियों को काफी दिक्कतें हो रही है। मालूम हो कि निगम से मिली जानकारी के अनुसार चालू और बकाया मांग को लेकर निगम प्रशासन को नौ करोड़ 68 लाख 10 हजार वसूली करना है। इसमें से पांच करोड़ 73 लाख 31 हजार की वसूली हुई है। अभी भी चार करोड़ से अधिक राजस्व वसूलना बाकी है।
राजस्व वसूली को लेकर की गई है कार्रवाई
उपायुक्त विनय कुमार पोयाम का कहना है कि राजस्व कर्मचारियों को शत प्रतिशत राजस्व वसूली करने समय-समय पर बैठक लेकर निर्देश दिया गया है। साथ ही रोजाना कर वसूली की समीक्षा भी हो रही है। कमजोर राजस्व वसूली करने वाले 12 कर्मचारियों के एक माह का वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है। इसके पूर्व भी गत माह सात कर्मियों का वेतन रोकने की कार्रवाई की गई थी।