-30,240 परीक्षार्थी होंगे शामिल, 6 सेक्टर व 16 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात
-बायोमेट्रिक जांच के बाद मिलेगा प्रवेश, सभी परीक्षा केंद्रों पर लगेंगे जैमर
-शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन परीक्षा कराना प्राथमिकता: डीएम
देवरिया। जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा की उपस्थिति में आज कलेक्ट्रेट सभागार में आगामी 17 एवं 18 फरवरी को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती परीक्षा-2023 के संबन्ध में सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट एवं केंद्र व्यवस्थापक सहित समस्त अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
बैठक में डीएम ने परीक्षा को शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन बनाने के संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नागरिक आरक्षी भर्ती परीक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण परीक्षा है। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही क्षम्य नहीं होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि यूपीपी नागरिक आरक्षी भर्ती परीक्षा 17 एवं 18 फरवरी को जनपद के 16 परीक्षा केंद्रों पर चार पालियों में आयोजित होगी, जिसमें 30,240 परीक्षार्थी शामिल होंगे। प्रथम पाली की परीक्षा 10 से 12 तथा द्वितीय पाली की परीक्षा अपराह्न 3 से 5 बजे तक आयोजित होगी। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 6 सेक्टर, 16 स्टेटिक एवं 16 केंद्र व्यवस्थापक तैनात किए गए हैं। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर पुलिस इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी की भी तैनाती की गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि परीक्षा कक्षा में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से होंगे। सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर की व्यवस्था भी की जाएगी। किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा शुरू होने से दो घण्टे पूर्व परीक्षार्थियों का प्रवेश प्रारंभ हो जाएगा। प्रवेश पत्र, पहचान पत्र और बायोमेट्रिक जांच के उपरांत ही परीक्षार्थी को प्रवेश की अनुमति मिलेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त केंद्र व्यवस्थापक परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट पर दृश्य स्थलों पर सीटिंग प्लान चस्पा करना सुनिश्चित करेंगे। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए गेट पर ही क्लॉक रूम बनाया जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। पेयजल, प्रकाश व्यवस्था एवं शौचालय इत्यादि की जांच करा लें। जांच के उपरांत ही परीक्षार्थी को प्रवेश दिया जाए। दो फ्लाइंग स्क्वायड का भी गठन किया गया है जो परीक्षा की अवधि में भ्रमणशील रहेगी।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा कि परीक्षा की मॉनिटरिंग शीर्ष स्तर से की जा रही है। अतः किसी भी तरह के लापरवाही की गुंजाइश नहीं है। सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन शासन की मंशा के अनुरूप करना सुनिश्चित करें।
बैठक में एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्रनाथ चौधरी सहित समस्त सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट एवं केंद्र व्यवस्थापक मौजूद रहे।