नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े 29 फरवरी को जारी होंगे। विश्लेषकों की जारी रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी 6.8 फीसदी की दर से बढ़ सकती है।
आर्थिक विश्लेषकों ने शनिवार को दी जानकारी में बताया कि बाहरी क्षेत्र की अनिश्चितताओं और कृषि और उद्योग में धीमी वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो गई है। विश्लेषकों के मुताबिक राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से 29 फरवरी, 2024 को चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही की जीडीपी की वृद्धि दर 7 फीसदी से कम रहने का अनुमान है।
उधर, एक दिन पहले बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) की जारी रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में जीडीपी 6.8 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 में विकास दर 6.75 से 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, भारतीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के मुताबिक तीसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 6 फीसदी रह सकती है।