ब्रह्म नन्द पाण्डेय -(अधिवक्ता उच्च न्यायालय इलाहाबाद)
मऊ। इलेक्टरल बांड के जरिये भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भ्रष्टाचार मे डूबने का असर अब पार्टी के जिलाध्यक्षों पर भी दिखने लगा है। जी सूबे के जनपद मऊ के जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल पर जिले का अधिकारियो से मिलकर ठीकेदारी व्यवस्था मे कार्य करने आरोप लगा है। कहा तो यहाँ तक जा रहा है कि यदि अरविन्द राजभर की हार हुई तो हार का कारण केवल नूपुर अग्रवाल ही होगी।
यह “खरी दुनिया” की कोई खोज नही है, एक वायरल vdo मे सूबे के मऊ जनपद की जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल की को लेकर पूर्व मे जगर के अदरी मंडल अध्यक्ष पीयूष साहनी के है। हालांकि “खरी दुनिया” वायरल vdo की पुष्टि नही करता है।
इस वायरल vdo मे जिलाध्यक्ष मऊ नूपुर अग्रवाल को घमंडी तक करार देते हुये लोकसभा चुनाव मे भाजपा को हार मिलने पर जिलाध्यक्ष और उनकी कार्यशैली को ही दोषी बताया जा रहा है। हालाँकि अभी परिणाम समय के गर्भ मे है, लेकिन यदि हार हुई तो जिलाध्यक्ष और उनकी कार्यशैली को ही भाजपाई कारण बनायेंगे।
बताते चले कि बीते दिनों भाजपा की इलेक्ट्रोरल बांड को लेकर जिस तरह से किरकिरी हुई है, उसका अब असर जिले के जिलाध्यक्षों पर भी पड़ने लगा है। खरी दुनिया ने वायरल vdo को सुरक्षित रख लिया है। उनके और चर्चित कारणामो पर खरी दुनोया जल्द ही और खुलासे करेगी।
उधर नूपुर अग्रवाल सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दे रही है। उनका कहना है कि वायरल vdo राजनितिक षड्यंत्र का परिणाम है।