ब्रह्म नन्द पाण्डेय
मऊ। जिले में अबैध रूप से चल रहें हॉस्पिटलो कि जाँच में यश लाइफ केयर हॉस्पिटल को भी नगर मजिस्ट्रेट ने अबैध संचालन पाते हुए सील कर दिया है। जाँच के पहले दिन आज शनिवार को की जा रही जाँच में अबैध पाए गये जीवन ज्योति हॉस्पिटल ले बचाव में यश लाइफ केयर हॉस्पिटल के चिकित्स्क सी के साहनी कुछ देर पहले जाँच टीम के सामने पैरवी में गये थे।
सी के साहनी के हॉस्पिटल की जाँच के बाद जाँच टीम ने न्यूरो केयर और लाइफ लाइन हॉस्पिटल को भी सील कर दिया है। जाँच टीम के इस हरकत से इलाकाई अबैध सस्थानों के संचालको में अफरा तफरी देखी जा रही है।
उधर इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन के अध्यक्ष डा पी एल गुप्ता से कब खरी दुनिया ने हों रही जाँच के बाबत प्रतिक्रिया चाही तो उन्होंने कहा कि बेसमेंट का उचित सदुपयोग कराने के लिए ज्याह जाँच हों रही है क्योकि हाल के दिनों में दिल्ली में बेसमेंट में संचालित एक सस्थान में बच्चे मर गये है।
यह पूछे जाने पर कि दिल्ली कि इस घटना के पहले भी दिल्ली के एक हॉस्पिटल में अगलगी के कारण कई नवजातो की भी तो मौत हुई थी, के जवाव में डा पी एल गुप्ता कुछ भी बोलने से इंकार कर गये।
कानूनन नहीं कोई है बैध हॉस्पिटल्स
बताते चले कि जिले में अबैध हॉस्पिटलों कि भरमार है। ऐसा कोई निजी नर्सिंग होम नही है जो नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार निर्मित भवन के नक्शे की स्वीकृति के बाद संचालित हों रहा है। करीब करीब सभी हॉस्पिटल , हॉस्पिटल भवन के चारो तरफ 6 मीटर चौड़े खुले स्थान और पार्किंग की ब्यवस्था के खिलाफ अधिकतम २० फिट चौड़े और 10 फिट चौड़ी गली में संचालित हों रहें है।