मऊ। जिले के बी आर के इंटर कॉलेज वालिदपुर मऊ में तथ्यों को छुपाकर बतौर कार्यवाहक प्रधानाचार्य कार्य करने वाले जय नारायन दुबे को अंततः उनके अपराधिक कृत्यो का परिणाम मिल गया। जयनारायण दुबे हाई कोर्ट के आदेश को भी छुपा कर नौकरी करते हुए सरकार से धन लेता रहा। प्रबंधक ने इस तथ्य का खुलासा करते हुए सस्पेंड कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार बी आर के इंटर कॉलेज वालीदपुर मऊ में विभागीय कर्मचारियों के सहयोग से नियम विरुद्ध तरीके से नियुक्ति कराकर सरकार को हर माह लाखो रुपये का चुना लगाने वाले जय नारायन दुबे को उनके प्रबंधक ने सस्पेंड कर दिया है।
प्रबंधक ने जयनारायण दुबे के एक अपराधिक कृत्यो में उसके द्वारा माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में दाखिल याचिका ११६३/१९९३ को वर्ष २०१६ में ख़ारिज होने के आदेश को छुपाकर सरकारी धन हड़पने ला आरोप लगाया है।
इस याचिका के ख़ारिज होने के तथ्य को न तो जय नारायन दुबे ने विभाग को देते हुए खुद को नौकरी से हटाया और न ही विभागीय अफसरों ने इस तथ्य का खुलासा किया। सब ले दे कर चलता रहा।
बहरहाल जय नारायण दुबे के इस अपराध का खुलासा उनके बिद्यालय के प्रबंधक ने करते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए सस्पेंड कर दिया है। सुपेंशन दौरान जयनारायण दुबे को सस्पेंशन दौरान जीवन निर्वाह भत्ता दिया जायेगा