प्रधानाध्यापक को दी जान मारने की धमकी
प्रधानाध्यापक ने डीएम-एसपी और बीएसए से लगाई गुहार
सरफराज अहमद
मऊ ।घोसी ब्लॉक के अंतर्गत इटौरा डोरीपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय में बुधवार को वित्तीय घोटाले में हटाई गई प्रधान के पति ने अपने समर्थकों के साथ पहुंच कर हंगामा किया। पठन-पाठन में अवरोध उत्पन्न किया। प्रधानाध्यापक के मना करने पर उनको जान मारने की धमकी दी।
विद्यालय की छुट्टी हो जाने के बाद बच्चों को ट्रॉफी का लालच देकर निर्माणाधीन रास्ते पर ईंटें उठवा कर वीडियो बनाया। इस संबंध में प्रधानाध्यापक ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रार्थना पत्र लेकर पूर्व प्रधान के पति के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है जिससे विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बाधित न हो।
बता दें कि इटौरा डोरीपुर में विकास कार्यों में लगभग 8 लाख से अधिक की वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर जिलाधिकारी ने गांव की तत्कालीन प्रधान अनुपमा देवी को पद से हटकर विकास कार्यों को करने के लिए त्रिस्तरीय समिति का गठन किया है ।वर्तमान में समिति की ओर से विद्यालय पर जाने वाले मार्ग पर इंटरलॉकिंग का कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य में मनरेगा मजदूर और मिस्त्री कार्य कर रहे हैं।
प्रधानाध्यापक द्वारा उच्चाधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र के अनुसार अनुपमा देवी के पति गोविंद राजभर ने अपने कुछ समर्थकों के साथ आकर विद्यालय परिसर में हंगामा किया। प्रधानाध्यापक के मना करने पर उनसे अभद्रता की एवं जान मारने की धमकी दी ।विद्यालय में हंगामा करने से पठन पाठन बाधित हो गया। प्रधानाध्यापक ने गोविंद राजभर से कहा कि विद्यालय के समय में परिसर में बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न मत करिए।
लेकिन गोविंद राजभर पर इसका कुछ असर नहीं पड़ा उल्टे उसने प्रधानाध्यापक को धमकियां देना शुरू किया। इतना ही नहीं विद्यालय की छुट्टी हो जाने के बाद बच्चों को टाफी देकर उनसे रास्ते पर ईंट उठवाकर वीडियो बनाया और उसे वीडियो को उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया। इस संबंध में प्रधानाध्यापक रूपेश पांडेय का कहना है कि जब समिति की ओर से मनरेगा मजदूर काम कर ही रहे हैं तो फिर बच्चों से ईंटें उठवाने की बात घोर हास्यास्पद लगती है, यह निराधार आरोप है और पूर्व प्रधान के पति द्वारा गंवई राजनीति में बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न की जा रही है और विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल खराब किया जा रहा है ।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है।