प्रयागराज। ऑक्टा सामान्य सभा की एक आपात बैठक डॉ उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में चौधरी महादेव प्रसाद महाविद्यालय में हुई। जिसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्टर डॉ एन के शुक्ला पर अराजक तत्वों द्वारा स्याही जैसा विषैला पदार्थ फेंकने और हमला करने की निंदा की गई।
ऑक्टा अध्यक्ष डॉ उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षकों पर लगातार हो रहे हमले और जान से मारने की धमकी जैसे कृत्यों को जिला प्रशासन गम्भीरता से ले और इस प्रकार के अपराधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
ऑक्टा अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक नहीं चाहते कि वह सड़क पर उतरें और आंदोलन करें। क्योंकि विद्यार्थियों की परीक्षाएं नजदीक है। लेकिन यदि प्रशासन त्वरित कार्यवाही कर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं करता है, तो हमें आगे आना पड़ेगा। बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि रजिस्ट्रार पर जहरीला पदार्थ फेंकने वाले और हमला करने और धमकी देने वाले अपराधी व अराजक तत्वों को यदि जिला प्रशासन गिरफ्तार नहीं करता है, परिसर में अशांति फैलाने वाले बाहरी तत्वों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई नहीं करता है तो शिक्षक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। रविवार को आंदोलन की अगली रणनीति तैयार करेंगे।
बैठक में प्रयागराज के मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार द्वारा शिक्षकों के साथ की गई अभद्रता पर भी चर्चा की गई और इस संकल्प को दोहराया गया कि जब तक सीडीओ माफी नहीं मांगते हैं तब तक शिक्षक चुनाव ड्यूटी नहीं करेंगे। बैठक में पुरानी पेंशन स्कीम के समर्थन में 4 फरवरी को ‘रन फॉर ओपीएस रैली’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
बैठक का संचालन महासचिव डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष डॉ हरिश्चंद्र यादव ने किया। सभा में दोनों उपाध्यक्ष डॉ अखिलेश त्रिपाठी तथा डॉ अंशु माला मिश्रा, पूर्व ऑक्टा अध्यक्ष डॉ एसपी सिंह एवं डॉ सुनीलकांत मिश्रा, डॉ केएल पांडे, डॉ सरोज सिंह, डॉ दीनानाथ, डॉ आभा तिवारी, डॉ ंगीता, डॉ मार्तंड सिंह, डॉ जस्टिन मसीह, अमित सिंह, डॉ एस पी श्रीवास्तव सहित सभी 11 संघटक महाविद्यालयों के शिक्षक उपस्थित थे।