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खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंडस्ट्री अकादमिक इनीशिएटिव के दूसरे दिन विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के प्रमुख अधिकारियों एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा के दौरान विभिन्न प्रस्ताव दिए गए।

विश्वविद्यालय के उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रोफेसर एसके कटियार ने बताया कि इस कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के 8 अधिकारी, 7 उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञ, एक आईसीएआर शोध संस्थान के वैज्ञानिक तथा एक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

पेप्सी कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शिव कौशिक ने श्री अन्न से बनने वाले पेय उत्पादों को विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं पेप्सी कंपनी के बीच समझौता करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर की, कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में रियायतें देती है तो उनकी कंपनी झांसी में अपनी फैक्ट्री लगा सकती है। सिट्रस प्रोसेसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) मुनीश त्यागी ने बुंदेलखंड में सिट्रस की संभावनाओं को देखते हुए नए सिट्रस प्रोडक्ट विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से एम ओ यू साइन करने का प्रस्ताव दिया।

स्नैक्स बनाने वाली डीजीएम फूड कंपनी के मुख्य शोध एवं विकास अधिकारी प्रोफेसर नेपाल सिंह ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर के लिए इच्छा जताई। ग्रुप के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज चौहान ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट के लिए सहमति जताई। वहदम टीस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आर सी पाराशर ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ समझौता कर यहां के छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट में सहयोग देने का आश्वासन दिया।

अदानी विल्मर लिमिटेड कंपनी के क्वालिटी कंट्रोल एवं क्वालिटी एश्योरेंस विभाग के प्रमुख अनिल गुप्ता ने बताया कि अदानी ग्रुप बुंदेलखंड औद्योगिक विकास एवं प्राधिकरण में अपनी कंपनी स्थापित कर सकता है। फूड कंसलटेंट एसके सिंह ने बीड़ा के अंतर्गत लगने वाली फूड फैक्टरीज में कंसलटेंसी देने की इच्छा जताई। भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्योरशिप के सेक्टर स्किल काउंसिल में तैनात डॉक्टर ममता ने आश्वासन दिया कि फूड प्रोसेसिंग स्किल सेक्टर काउंसिल द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की हर संभव मदद की जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी इरविन कॉलेज की प्रोफेसर संगीता ग्रूमर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा मोटे अनाज से बने उत्पादों की काफी सराहना की एवं साथ मिलकर नए अन्य उत्पाद विकसित करने का विचार रखा। आईसीएआर नई दिल्ली की प्रधान वैज्ञानिक एवं आईएफएससी एफएसएसएआई की पूर्व निदेशक डॉ मीनाक्षी सिंह ने कहा कि वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने एफएसएसएआई की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। संत लोगोंवाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लुधियाना के प्रो कमलेश प्रसाद एवं प्रो. प्रद्युम्न कुमार ने केंद्र सरकार की कुछ नई परियोजनाओं के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जाहिर की। स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी के डॉ हरीश कुमार ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फूड प्रोसेसिंग नीति 2023 के माध्यम से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विभिन्न परियोजनाओं को दिलाने में सहायता करेंगे।

एमसीएम डीएवी वूमेन कॉलेज के फूड साइंस विभाग की अध्यक्ष प्रोफ़ेसर गीता मेहरा ने नए फूड उत्पादों को विकसित करने के लिए साथ में काम करने के लिए इच्छा जाहिर की। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल टीचर्स की अपर निदेशक डॉ प्रीति पंत द्वारा फूड टेक्नोलॉजी के छात्रों को एफएसएसएआई की ट्रेनिंग दी गई और भविष्य में नए छात्रों को ट्रेनिंग देने का आश्वासन दिया।

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