नई दिल्ली। कड़कड़डूमा कोर्ट में मंगलवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मौजपुर इलाके में फरवरी, 2020 में हुई हिंसा मामले की सुनवाई हुई। आज इस मामले के गवाह और दिल्ली पुलिस के एएसआई दीपक दहिया का क्रास-एग्जामिनेशन होना था लेकिन किसान आंदोलन की वजह से ड्यूटी पर लगाये जाने की वजह से वो कोर्ट नहीं आ सके। इस मामले में मेरठ जेल में बंद बाबू वसीम भी पेश नहीं हुआ, जिसके बाद कोर्ट ने बाबू वसीम के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया।
एडिशनल सेशंस जज समीर बाजपेयी ने हिंसा के दौरान पुलिसकर्मी पर रिवॉल्वर तानने वाले शाहरुख पठान समेत पांच आरोपितों के खिलाफ दर्ज मामले की सुनवाई करते हुए इस मामले के सह आरोपित और मेरठ जेल में बंद बाबू वसीम के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। कोर्ट ने अगली सुनवाई 7 मार्च को करने का आदेश दिया।
दिल्ली हिंसा के दौरान शाहरुख का हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर रिवॉल्वर तानने वाला फोटो काफी वायरल हुआ था। फरवरी, 2020 में हुई हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और दो सौ के करीब लोग घायल हुए थे। इसके बाद शाहरुख को उत्तर प्रदेश के शामली से 3 मार्च, 2020 को गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस ने उसका रिवॉल्वर उसके घर से बरामद किया था। पुलिस ने उसके घर से तीन कारतूस और मोबाइल फोन भी बरामद किए थे। कोर्ट ने 24 दिसंबर, 2021 को आरोपितों के खिलाफ हत्या की कोशिश, दंगा फैलाने और गैरकानूनी भीड़ का हिस्सा होने से संबंधित धाराओं के तहत आरोप तय किये थे।