Breaking News

मऊ मे "खरी दुनिया" की हत्या की साजिस मे जुटा पुलिसिया हिरासत से बदमाशों को भगाने वाला अधिवक्ता

— पुलिस हिरासत से बदमाशों को भगाने वालों मे अधिवक्ता को नामजद होने का खतरा, इसी अधिवक्ता के बुलाने पर सुरक्षा तोड़ दीवानी मे बदमाशो के घुसने के चर्चे

— “खरी दुनिया” ने मामले मे कोतवाली मऊ मे दर्ज अपराध संख्या ६७/२०२४ की फेयर इन्वेस्टीगेशन को हाई कोर्ट मे दाखिल कर रखा है “पीआईएल”

— खरी दुनिया की “पीआईएल” मात्र से अधिवक्ता को है मामले की विवेचना मे नामजद होने का “डर”, जनहित याचिका दाखिल करने वाले खरी दुनिया की हत्या की साजिस मे है अधिवक्ता

मऊ। दीवानी कचहरी मे पुलिस हिरासत से असलहेधारियों को भगाने वाले एक अधिवक्ता को पुलिस द्वारा उसके गिरोह के सदस्यों के दबाव मे जानबूझकर बचाये जाने की खबर हो। पुलिस की अब तक की कारगुजारियों को लेकर् “खरी दुनिया” ने “फेयर इन्वेस्टीगेशन” के लिए हाई कोर्ट इलाहाबाद मे जनहित याचिका दाखिल किया है।


पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते २८ फरवरी २०२४ को समय करीब 12: 20 बजे दीवानी कचहरी मे एक अधिवक्ता के बुलावे पर तीन अज्ञात असलहेधारी दीवानी कचहरी की सुरक्षा मे लगे पुलिस कर्मचारियों की बिना सहमति के सुरक्षा तोड़कर कर दीवानी परिसर मे घुस गये थे।। पुलिस द्वारा जब इनको हिरासत मे लिया गया तो एक अधिवक्ता द्वारा दबाव बनाकर असलहेधारियों को पुलिस हिरासत से भगा दिया गया।

अधिवक्ता की यह हरकत कानूनन जुर्म होने के कारण पुलिस द्वारा दो को नामजद करते हुए तीन अज्ञात असलहेधारियों साहित कुल २०५ लोगो के खिलाफ उसी दिन दर शाम को मुकदमा दर्ज कर पुलिस जाँच मे जुट गई लेकिन मामले मे राजीनीति के प्रवेश हो जाने से पुलिस अंशिक कार्यवाही कर घटना के मुताविक कार्यवाही से पल्ला झाड़ने मे विवश होती देखी जाने लगी।

जनहित याचिका को दाखिल होने के बाद जब पुलिस द्वारा मामले मे सख्ती की जाने लगी तो मामले को दबवाने मे तात्यहींन रिपोर्ट के सहारे मामले की लीपापोती को फिर अधिवक्ता द्वारा राजनिति का संरक्षण लिया जाने लगा जिसके कारण समाचार लिखे जाने तक असलहेधारियो को पुलिस के खिलाफ जाकर दीवानी परिसर मे घुसने का न तो कारण साफ हुआ और न ही उनके नाम पते का ही खुलासा पुलिस द्वारा किया गया। न ही उन असलहेधारियों के असलहो का लाइसेंस ही निरस्त किये जाने की ही कार्रवाई की गई और नही उस अधिवक्ता का ही कास्टोडियन इंट्रोगेशन ही किया गया।

सूत्रों पर यकीन करे तो पुलिस इस बड़ी घटना मे शामिल उस अधिवक्ता को बचाने मे मनमानी कर रही है जिसके बुलावे पर असलहेधारी दीवानी परिसर मे घुसे थे। पुलिस की संदिग्ध कार्यप्रणाली को देखते हुए “खरी दुनिया” द्वारा इस मामले मे निष्पक्ष जाँच के लिए मा इलाहाबाद उच्च न्यायालय मे जनहित याचिका दाखिल की गई है।

इस याचिका से खिन्न ,असलहेधारियों को पुलिस हिरासत से भगाने वाले अधिवक्ता ने “खरी दुनिया” की हत्या को कुछ लोगो को साथ लेकर साजिस मे है।

Share and Enjoy !

Shares

Trending News

Copyright © 2024 खरी दुनिया | All Right Reserved.