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  • मऊ के बंदना नर्सिंग होम पर कार्यवाही की लटक रही तलवार, अब दूसरी जगह अबैध रिहायसी भवन मे होगा संचालन

    मऊ के बंदना नर्सिंग होम पर कार्यवाही की लटक रही तलवार, अब दूसरी जगह अबैध रिहायसी भवन मे होगा संचालन


    मऊ। बंदना नर्सिंग होम के उपर सिलिंग की कार्यवाही की लटक रही तलवार को देखते हुए अबैध हॉस्पिटल चलाने वाले के सी राय अब अवैध हॉस्पिटल के संचालक सुरेंद्र नाथ राय के अवैध निर्मित रिहायसी भवन मे संचालित किये जाने की योजना है।


    बताते चले कि उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह ने बंदना नर्सिंग होम द्वारा इस्टेबलिशमेंट एक्ट के उल्लंघन किये जाने के मामले को लेकर उच्च न्यायालय मे जनहित याचिका दाखिल की है। अदालत ने जुलाई माह मे सुनवाई के लिए २३ तारीख की तिथि मुकर्र की है।

    इस दिन जिलाधिकारी को मामले की कार्यवाही को लेकर अदालत को जानकारी मुहैया कराना है। बंदना नर्सिंग होम अवैध और रिहायसी भवन् मे संचालित हो रहा था। अब जब प्रसाशन मामले मे कार्यवाही के लिए आगे बढ़ रहा है तो बंदना नर्सिंग होम के डा के सी राय , डा सुरेंद्र नाथ राय के पुराने और अवैध रिहायसी भवन मे दुबारा अपने नर्सिंग होम को संचालित किये जाने की योजना अंतर्गत तैयारी मे है।

    बंदना नर्सिंग होम का संचालन अभी भी अबैध और रिहायसी भवन मे संचालित हो रहा है.. को लेकर एक ब्यक्ति के द्वारा अदालत मे पूरक सपथ पत्र दाखिल करने की भी तैयारी है।

    उल्लेखनीय है कि खुद राहुल हॉस्पिटल के चिकित्सक सुरेंद्र नाथ राय द्वारा अपने हॉस्पिटल का अबैध संचालन किया जा रहा है। राहुल हॉस्पिटल जिस जमीन पर बना है वह नान जेड ए की जमीन है, इस जमीन का नेचर चेंज नही किया जा सकता है। यही नही राहुल हॉस्पिटल का भी भवन नेशनल बिल्डिंग कोड़ के खिलाफ और तथ्यों को छुपा कर नियत प्राधिकारी मऊ से पास कराये गये नक्शे के आधार पर संचालित हो रहा है। डा सुरेंद्र नाथ राय खुद एक रिहायासी भवन मे संचालित अबैध हॉस्पिटल के डाक्टर है। लिफाफे के बल पर राहुल का संचालन किया जा रहा है।

  • मऊ और बलिया से सरकारी नौकरी मे फंसे चक्रधारी, शिकायत पर “बीएसए” बलिया हुए गंभीर तो सीडीओ मऊ ने बीएसए”  बलिया से तलब की है आंख्या

    मऊ और बलिया से सरकारी नौकरी मे फंसे चक्रधारी, शिकायत पर “बीएसए” बलिया हुए गंभीर तो सीडीओ मऊ ने बीएसए” बलिया से तलब की है आंख्या

    मऊ मे तकनीकी सहायक के पद पर तैनात रहे चक्रधारी सिंह ने शिकायतबाद दिया इस्तीफा, तो केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक बिद्यालय कैंसो मे बरकरार रखी है नौकरी।

    केशरी देवी उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो मे प्रबंधक द्वारा अपने पालय की की गई नियुक्ति और मऊ मे नौकरी दौरान विद्यालय मे सेवा को लेकर एक्शन के आसर

    मऊ/ बलिया। केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो रसड़ा जनपद बलिया के प्रबंधक द्वारा अपने पाल्यो की अपने प्रबंधकीय कार्यकाल मे विभागीय अधिकारियो से मिलकर की गई नियुक्ति का प्रकरण बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया तक पहुंच गया है। प्रबंधक द्वारा पाल्यो की नियुक्ति और मऊ मे मनरेगा मे नौकरी दौरान विद्यालय मे तैनाती के तथ्यों को छुपाने को लेकर अब महकमा गंभीर हो गया है।


    विभागीय सूत्रों के अनुसार केशरी देवी बालिका उच्चतर माध्यमिक बिद्यालय कंसो मे वहा के प्रबन्धक ने अपने कई पाल्यो की नियम विरुद्ध नियुक्तियां की है। इसी नियुक्ति मे जनपद मऊ मे डीसी मनरेगा के अधीन तकनीकी सहायक के पद पर तैनात चक्रधारी सिंह की भी केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कैंसो मे हुई नियुक्ति भी है।

    चक्रधारी सिंह ने दोनो जनपद से सरकारी वृततिक लेने के लक्ष्य से अपने पालक और प्रबंधक से मिलीभगत कर जहा केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो बलिया मे नियुक्त होकर सरकारी वेतन हड़पा है तो वही पर इसी विद्यालय मे नौकरी करते हुए चक्रधारी सिंह ने जनपद मऊ के जिला समन्वयक मनरेगा के अधीन तकनीकी सहायक के पद पर नौकरी कर सरकारी वेतन को भी हड़पने का अपराध किया है।

    चक्रधारी सिंह आदि के इस अपराधिक कृत्य की शिकायत जिलाधिकारी बलिया और बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया के कार्यालय मे पहुंच गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी अब इस मामले को लेकर मऊ मे चल रही जाँच दौरान उनसे मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मांगी गई आंख्या को दिये जाने की तैयारी की जा रही है तो वही पर प्रबंधक द्वारा केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कंसो मे पाल्यो की की गई नियुक्ति की भी जाँच शुरू कर दी गई है।

  • मऊ मे घोटाले की शिकायतबाद, शासनादेश के विपरीत जाँच अधिकारी ग्राम प्रधानों के बचाव मे गढ़वा रहे है साक्ष्य

    मऊ मे घोटाले की शिकायतबाद, शासनादेश के विपरीत जाँच अधिकारी ग्राम प्रधानों के बचाव मे गढ़वा रहे है साक्ष्य

    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय )

    मऊ। जिले के ग्राम प्रधानों के द्वारा सरकारी खाते से हड़पी गई रकम पर कार्यवाही न हो, इसके लिए जिले से हार का स्वाद चख चुके एक भाजपा नेता का पहरा होने के कारण सीधे सरकारी खाते से अपने खाते मे धन उतारने वाले ग्राम प्रधानों के हौशले बुलंद है।


    जिले मे ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बर लगा हुआ है, सरकारी पोर्टल ई ग्राम्य स्वराज ग्राम पंचायतो के ग्राम प्रधानों के द्वारा सरकारी खाते से निकाले गये धनों से अटा पटा है। यहा साक्ष्यों को निकाल कर हो रही शिकायतों की जाँच मे शासनादेश के विपरीत मनमानी करते हुए राजनीति के ऊँची रसुख रखने वाले ग्राम प्रधानों के पक्ष मे इस बात का मजदूरों से सपथ पत्र लेकर कि ग्राम प्रधान ने जो रकम मजदूरी की अपने खाते मे उतरी है उसमे से ग्राम प्रधान मजदूरों को नकद भुगतान किया है।

    मजे की बात यह है कि यह सपथ पत्र जाँच अधिकारियो ग्राम प्रधानो और सपथ पत्र देने वाले जॉब कार्ड धारको की वह अपराधिक साजिस है जो घोटाले की शिकायत के बाद और जाँच के दौरान उजागर हो रही है।

    सूत्रों की माने तो यह सब ग्राम प्रधानों के चहेते सत्तासीन नेताओं के दबाव मे जाँच अधिकारियो के द्वारा किये जा रहे है। इनके दम्भ मे ग्राम प्रधान शिकायतों तक को फड़वाने की कोशिश को धरातल पर उतरवाना चाह रहे है। विकास खंड रतनपुरा के एक ग्राम पंचायत की जाँच मे जाँच अधिकारी, ग्राम प्रधान और गाव के जॉब कार्ड धारको के एक नये “नेक्शस” का खरी दुनिया जल्द ही भांडाफोड़ करने की योजना पर काम कर रहा है।

    घोटाले के “नेक्सस” मे शामिल हो रहे जाँच अधिकारी और जॉब कार्ड धारक

    ग्राम् प्रधानों और सचिवों की मिलीभगत से शासनादेश के विपरीत सरकारी खाते से सीधे अपने ब्यक्तिगत खाते मे मजदूरी के नाम पर धन हड़पने वाले ग्राम प्रधानों के कृत्यो की जाँच के लिए नामित जाँच अधिकारियो और जॉब कार्ड धारको को जांच अधिकारी द्वारा लिफाफे लेकर बचाव के दिये जा रहे टिप्स मे नये साक्ष्य गढ़े जा रहे है।

    जांच अधिकारी द्वारा शासनादेश का पालन नही कराने और उसके विपरीत ग्राम प्रधान के पक्ष मे घोटाले मे जॉब कार्ड धारक को घसीट कर खुद को “नेक्शस” मे शामिल किया जा रहा है।

    मजदूरी की रकम को शासनादेश के बिपरीत ग्राम प्रधानों द्वारा अपने ब्यक्तिगत खाते मे हड़पने को जाँच अधिकारी मलाई समझने लगे है ।

    जांच अधिकारियो के द्वारा लिफाफे के बल पर ग्राम प्रधानों के बचाव मे जिस तरीके से जॉब कार्ड धारको से सपथ पत्र के माध्यम से घोटाले के नए साक्ष्य गढ़े जा रहे है, से अभी शायद जिलाधिकारी भिज्ञ नही है।

  • मऊ मे ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बार, प्रसाशन की लचीली कार्यशैली साबित हो रही कारण

    मऊ मे ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बार, प्रसाशन की लचीली कार्यशैली साबित हो रही कारण

    मनरेगा कार्यों में गबन पर जिलाधिकारी ने पूर्व प्रधान से 2 लाख 82 हजार 223 रुपए की वसूली के दिए निर्देश,लोकपाल मनरेगा की जांच रिपोर्ट में 8 लाख 46 हजार 669 रुपए के गबन का था आरोप।

    तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं तकनीकी सहायक से होगी शेष वसूली, ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी दिए निर्देश।

    मऊ। गावों के ग्राम प्रधानों के द्वारा ग्राम सचिव को साजिस मे लेकर किये जा रहे वित्तीय अनियमितताओं को लेकर जिलाधिकारी पुरी तरह से गंभीर है। जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत जमालपुर् मे मनरेगा मे हुई वित्तीय अनियमितत मे बुद्धवार को बड़ा एक्शन लेते हुए वसूली के आदेश दिये है। समाचार लिखे जाने तक अभी डीएम ने ऐसे घोटालो के प्रति अभी तक विधिक कार्यवाही नही की है।

    विभागीय सूत्रों के अनुसार जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र ने बुद्धवार को विकासखंड मोहम्मदाबाद गोहना के ग्राम पंचायत जमालपुर में मनरेगा कार्यों में 8,46,669 रुपए के गबन का मामला संज्ञान में आने पर तत्कालीन प्रधान श्रीमती सावित्री देवी से 2,82,223 रुपए की वसूली के आदेश दिए। शेष 5,64,446 रुपए की वसूली दोषी पाए गए तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं तकनीकी सहायक से कराए जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी द्वारा डीसी मनरेगा को दिए गए।

    उल्लेखनीय है कि लोकपाल मनरेगा द्वारा विकासखंड मोहम्मदाबाद गोहना के ग्राम पंचायत जमालपुर में मनरेगा कार्यो में घपले की शिकायत की जांच में कुल 846669 रुपए के गबन का मामला पाया गया था। जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आज पूर्व प्रधान श्रीमती सावित्री देवी से 2,82,223 रुपए वसूली के आदेश दिए।इसके अलावा उन्होंने तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं तकनीकी सहायक से शेष धनराशि की वसूली के भी निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।

    ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बार, प्रसाशनिक लचीली कार्यशैली बन रही घोटाले का कारण

    बहरहाल ऐसे घोटालो के प्रति अभी तक लचीली कार्यवाही ही सामने आई है, अभी तक की जाँच मे डीएम लेवल से किसी भी ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव के खिलाफ विधिक कार्यवाही नही की गई है जबकि मामला सीधे गबन का उजागर होता है। ग्राम प्रधान मजदूरी की धनराशि को किसी भी हाल मे अपने खाते मे नही उतार सकता लेकिन इसी लचीली कार्य प्रणाली के कारण 90 प्रतिशत ग्राम प्रधान अपने सचिव को साजिस मे लेकर मजदूरी की रकम को हड़प रहे है। शिकायत बाद बचाव मे मजदूरों से सपथ पत्र को आधार बनाया जा रहा है जबकि नियम विरुद्ध है।

  • संचारी रोगों की रोकथाम हेतु नगर पालिका में चिंतन, पनपने न दें लार्वा, पानी इकट्ठा होने वाली जगहों को करें साफ

    संचारी रोगों की रोकथाम हेतु नगर पालिका में चिंतन, पनपने न दें लार्वा, पानी इकट्ठा होने वाली जगहों को करें साफ

    बेहतर स्वास्थ्य के लिये आम जन स्वयं भी रहें जागरूक-अरशद जमाल

    मऊ । संचारी रोगों के रोक-थाम को लेकर नगर पालिका परिषद में यूनीसेफ, स्वास्थ्य विभाग एवं पालिका के सफाई विभाग की एक संयुक्त बैठक सम्पन्न हुयी। इस बैठक में चिकन गोनिया, क्षय रोग (टी0बी0), डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार तथा दस्त रोग जैसे संचारी रोगों के बारे में विस्तार से चर्चा हुयी। इस चर्चा में नगर वासियों को उक्त रोगों से बचाने के उपाय एवं सतर्कता बरतने हेतु जागरूक भी किया गया।


    पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने इस बैठक में अपना मन्तब्य जाहिर करते हुये कहा कि संचारी रोग वास्तव में बहुत घातक रोगों की श्रेणी में आते हैं। हमें जागरूक रह कर इनसे बचाव के सभी उपायों पर गम्भीरता से अमल करना चाहिये। उन्होंने कहा कि इन रोगों की रोकथाम बहुत जरूरी है। श्री जमाल ने नगरवासियों से अपने स्वास्थ्य के प्रति चाक व चौबन्द रहने की भी अपील की है। विशेष रूप से अध्यक्ष जी ने पालिका के सफाई विभाग को निर्देश देते हुये कहा कि नगर क्षेत्र में नियमित रूप से होने वाली सफाई के साथ-साथ ब्लीचिंग पावडर व मैलाथियान पावडर का छिड़काव करने के साथ ऐण्टी लार्वा का भी नालियों में छिड़काव किया जाये और रोस्टर के अनुसार फागिंग के कार्य में भी तेजी लायी जाये ताकि बरसात के मौसम में लोगों का स्वास्थ्य हित सुरक्षित बना रहे।

    इस लिये बेहतर स्वास्थ्य के लिये आम जन स्वयं भी जागरूक रहकर अपनी जिम्मेदारियों को निभायें।
    मीटिंग में उपस्थित अधिकारियों, सफाई नायकों एवं कर्मचारियेां को सम्बोधित करते हुये जिला मलेरिया अधिकारी डा0 बेदी यादव ने बताया कि संचारी रोगों से बचाव एवं आम जन को जागरूक करने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान 11 जुलाई से 31 जूलाई तक चलाया जायेगा जिस में नगर के सभी लोगों को विशेषकर नगर पालिका के सभासदगण एवं सफाई नायकों तथा सफाई कर्मियों का अपेक्षित सहयोग बहुमूल्य है।

    श्री बेदी ने कहा कि इस अभियान के तहत चिकन गोनिया, क्षय रोग (टी0बी0), डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार एवं दस्त रोग आदि जैसे संचारी रोगों के बारे में जनता को अवगत एवं जागरुक कराना है। उन्होंने नगरवासियों को जानकारी देते हुये बताया कि डेंगू का लार्वा साफ पानी मंे पैदा होता है। डेंगू के लार्वा कूलर, फ्रीज व छोटे-छोटे जल-पात्रों में इकत्रित साफ एवं थोड़े पानी में जन्म लेकर फलते-फूलते हैं।

    इस लिये यदि किसी भी स्थान पर जहां कम मात्रा में साफ पानी अनुपयोगी रूप से उपलब्ध हो तो उसे अविलम्ब नष्ट कर डेंगू के पनपने के स्रोत को ही बन्द कर दिया जाना चाहिये क्योंकि इससे हमारी संयुक्त स्वास्थ्य सुरक्षा सम्बद्ध है। श्री यादव ने अभिभावकों से अपील में कहा कि बच्चों को दिन में झाड़ियों के पास न खेलने दें तथा उनको पूरी आस्तीन व पैंट पहना कर ही दिन में बाहर जाने दें ताकि वे दिन में काटने वाले मच्छरों से सुरक्षित रहें।
    बैठक में उन 4 सफाई नायकों जिनमें मुहम्मद आमिर, जीतेन्द्र कुमार, अली अहमद व आशीष कुमार शामिल हैं को फूल मालाओं एवं टोपी देकर पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने सम्मानित किया जिन्होंने गत वर्ष संचारी रोगों के रोक-थाम के क्रम में अपनी उत्कृष्ट भूमिका निभाई थी।


    इस अवसर पर सभासदगण, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक-सत्य प्रकाश व नरेन्द्र कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी डा0 बेदी यादव, यूनिसेफ से सौरभ सिंह, पालिका के सफाई नायक व सफाई कर्मी आदि उपस्थित रहे।

  • मऊ के मीरपुर रहीमाबाद की सार्वजनिक उपयोग की जमीनों पर कब्जेधारियों की भरमार, लेखपाल पर लिफाफा ले संरक्षण का आरोप

    मऊ के मीरपुर रहीमाबाद की सार्वजनिक उपयोग की जमीनों पर कब्जेधारियों की भरमार, लेखपाल पर लिफाफा ले संरक्षण का आरोप


    मऊ। उपजिलाधिकारी सदर के ग्राम सभा मीरपुर रहिमाबाद के लेखपाल द्वारा ग्राम सभा मे मौजूद सर्वजनिक उपयोग की सम्पत्तियों मे खलिहान, चरागाह, खेलकूद के मैदान जैसी जमीनों के अतिक्रमंकारियों से लिफाफा ले, कब्जा दिलाये जाने की खबर है तो पुराने कब्जेधारियों से लिफाफे लेकर कब्जेधारियों को संरक्षण देने की खबर है।


    गाव के एक ब्यक्ति ने नाम नही प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि गाव के जय प्रकाश ने कई बीघे की सर्वजनिक उपयोग की जमीनों को कब्जा किया है, जिसके बारे मूनके द्वारा कब्जा की गई जमीन के खाता नम्बर की कई माह से मांग की जा रही है, लेखपाल के द्वारा ब्यक्ति द्वारा की जा रही मांग की जानबूझकर अनदेखी की जा रही है।

    उधर जब लेखपाल के मोबाइल नम्बर पर इस संदर्भ मे जानकारी चाही गई तो लेलहपाल द्वारा कुछ भी बताने से इंकार करते हुए सभी आरोपों को बेबुनियाद आधारहीन करार दिया गया।

    बहरहाल लेखपाल की कार्य प्रणाली को लेकर ग्रामीणों मे आक्रोश है। ग्रामीणों की माने तो इलाके की अधिकांश सार्वजनिक उपयोग की जमीनों पर अबैध कब्जेधारियों की मौजूदगी है। कब्जे कोणलेकर की जा रही शिकायतों की लेखपाल से शिकायत पर कोई कार्यवाही किये जाने की जगह अबैध कब्जेधारियों को ही संरक्षण दिया जा रहा है।

  • संविधान और आरक्षण के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगा इंडिया गठबंधन : महेन्द्र राजभर

    संविधान और आरक्षण के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगा इंडिया गठबंधन : महेन्द्र राजभर

    2027 तक एक दर्जन कार्यकर्ताओं को विधानसभा में पहुंचाऊंगा : महेन्द्र राजभर

    एसएसपी कार्यकर्ताओं के सूझबूझ और समर्पण से मिली चुनावों में सफलता

    मऊ। यदि सच्ची श्रद्धा और निष्ठा से सही दिशा में प्रयास किया जाए तो सफलता प्राप्त करने में ईश्वर भी मदद करता है। सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विगत चुनावों में जिस सूझबूझ, ईमानदारी और समर्पण का परिचय दिया है वह सराहनीय है और एसएसपी पदाधिकारीयों और कार्यकर्ताओं के मेहनत का ही परिणाम है कि मात्र एक वर्ष के अंदर ही सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी ने पूरे प्रदेश एवं देश में अपनी सांगठनिक क्षमता का परचम लहराया है।


    उक्त विचार है सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर के जो रविवार को मऊ जनपद के हिंदी भवन में आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक में पूरे प्रदेश से आए हुए पदाधिकारीयों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। श्री राजभर ने कहा कि संगठन में बहुत ही शक्ति होती है और दुनिया का कोई भी कार्य संगठित होकर बेहतरीन तरीके से किया जा सकता है।

    हम सभी महाराजा सुहेलदेव जी के वंशज हैं राष्ट्र की रक्षा और वीरता हमारे खून की बूंद बूंद में समाहित है। हम सभी आज एक बार फिर संकल्प लें कि हम समाज के सौदागरों को उनकी असली औकात बताकर हर जगह उन्हें शिकस्त देंगे।
    श्री राजभर ने कहा कि हम अपने समर्पित पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं के साथ ही साथ संपूर्ण मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हैं कि आप सभी ने समय रहते धोखेबाजों को पहचान लिया और केवल मतलब के लिए इस्तेमाल करने वालों को इस चुनाव में मुंहतोड़ जवाब देकर उन्हें बैरन वापस कर दिया।

    श्री राजभर ने कहा की यदि उत्तर प्रदेश की जनता समय रहते नहीं चेती होती और एक मजबूत विपक्ष नहीं बना होता तो सत्ता पक्ष संविधान बदलने की अपनी मंशा और आरक्षण समाप्त करने की मंशा में कामयाब हो गया होता। लेकिन इंडिया गठबंधन के तरफ से हम आप सभी को आश्वस्थ करते हैं कि इंडिया गठबंधन संविधान के साथ किसी भी तरह का छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगा और आरक्षण की सुरक्षा के लिए पूरी मुस्तैदी से खड़ा रहेगा। श्री राजभर ने कहा एक नेता विपक्ष को जमीन में गाड़ने की धमकी दे रहा है, मिट्टी में मिलने की धमकी दे रहा है, मैं उसे नेता को आगाह करना चाहता हूं कि सबसे पहले तुम अपने गिरेबान में झांक कर देखो महेंद्र राजभर महाराजा सुहेलदेव राजभर जी का असली वंशज है और तुम्हारी बंदर घुड़की से डरने वाला नहीं है।


    श्री राजभर ने अपने पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी लोग जनता के बीच में रहे जनता की समस्याओं और उनके दुख सुख में सहभागी बनें तो जनता भी बदले में आप सभी को इस तरह का सम्मान देगी। उन्होंने अपने पदाधिकारी से कहा कि यदि आप लोगों ने इसी तरह पूरी ताकत से हमारा साथ दिया तो 2027 तक सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के एक दर्जन कार्यकर्ताओं को उत्तर प्रदेश की विधानसभा में पहुंचाकर दम लूंगा।


    राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव डॉक्टर बलिराज राजभर ने कहा कि जनता ने बहुरूपियों को बेनकाब कर दिया है और सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर जी को निर्विवाद अपना नेता मान लिया है। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर समाज की लड़ाई लगातार लड़ते रहेंगे और गरीबों का हक दिलाने के लिए हमेशा संघर्षरत रहेंगे। राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी की अनुमति से राष्ट्रीय कमेटी के लिए नाम आमंत्रित किया। जितने भी नाम आए उनको संकलित कर लिया गया तथा उपस्थित पदाधिकारीयों को यह बताया गया की इन नामों पर कोर कमेटी विचार करके तय करने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को सौंपेगी।

    श्री राजभर ने कहा कि राष्ट्रीय कमेटी की घोषणा प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होगी। बैठक को मनोज राजभर, बङे लाल चौहन, अभयानन्दन वर्नवाल, मनोज चौधरी, अरविंद राजभर, रामआशीष यादव, चंद्रशेखर राजभर, लल्लन राजभर, बृजेश यादव, सुरेन्द्र पासवान आदि ने संबोधित किया। अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में रामप्रवेश राजभर, रामनिवास राजभर, विश्राम राजभर,गुजेश राजभर, निसार अहमद, प्रभु सिंह, विजय प्रकाश भारती, जगधारी राजभर,नीबुलाल भारती, लालमनी राजभर, मनीष कुमार राना, जेपी राजभर, शिव चन्द्र राजभर आदि लोग उपस्थित रहे।

    अरविन्द राजभर बने सुहेलदेव सम्मान स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष

    मऊ। लोकसभा चुनाव के बाद भंग की गई प्रदेश कमेटी पर बैठक में विस्तृत चर्चा की गई। चर्चा के दौरान सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्य कमेटी के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द राजभर के नाम का प्रस्ताव आया जिसे सदन में करतल ध्वनि से समर्थन किया।

    बैठक में उपस्थित पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं की सर्वसम्मति से अरविन्द राजभर को सुहेलदेव सम्मान स्वाभिमान पार्टी उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसकी घोषणा करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर ने कहा कि नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अपनी प्रदेश कमेटी की संरचना बनाकर एक माह में राष्ट्रीय कमेटी को सौंपेंगे।

    राष्ट्रीय कमेटी में विचार विमर्श के पश्चात प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा राजधानी लखनऊ में की जाएगी तथा अगले प्रदेश की बैठक में प्रदेश की नव नियुक्त टीम का स्वागत समारोह किया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जब तक पुनर्गठन नहीं होता है तब तक पूर्व की कमेटी कार्यवाहक के रूप में कार्य करती रहेगी।
    नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अरविंद राजभर पूर्व में पार्टी के युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्य कमेटी के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पूर्णकालिक के रूप में कार्य करने वाले नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष को उपस्थित सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने बधाई दिया।

  • आजमगढ़ में फॉरेंसिक लैब और हाथरस में नए जिला कारागार निर्माण में तेजी लाएगी सरकार

    आजमगढ़ में फॉरेंसिक लैब और हाथरस में नए जिला कारागार निर्माण में तेजी लाएगी सरकार

    लखनऊ। राज्य सरकार ने अब आजमगढ़ में फॉरेंसिक लैब तथा हाथरस में नए जिला कारागार के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी दिखायी है। योजना विभाग की टेक्निकल सेल को इस कार्य को पूरा कराने का जिम्मा सौंपा गया है। आजमगढ़ में 39 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत से फॉरेंसिक लैब और हाथरस में 146 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत से नए जिला कारागार का निर्माण होना है।

    योजना विभाग की टेक्निकल सेल इन कार्यों को जल्द पूरा करने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटेंट (पीएमसी) एजेंसी के निर्धारण के प्रक्रिया शुरू कर दी है। परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) माध्यम से पूर्ण किए जा रहे हैं। ऐसे में, पीएमसी एजेंसी के निर्धारण के जरिए परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण की गुणवत्ता व प्रगति को सुनिश्चित करने और निर्धारित समयावधि में पूरा करने में मदद मिलेगी। इस प्रक्रिया की पूर्ति के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरपीएफ) माध्यम के जरिए आवेदन मांगे गए हैं।

    18 महीने में निर्माण कार्यों को करना होगा पूर्ण

    आजमगढ़ में निर्माणाधीन फॉरेंसिक लैब के निर्माण संबंधी आर्किटेक्चरल डिजाइन को कार्यावंटन के उपरांत पीएमसी एजेंसी को 75 दिनों में पूरा करना होगा। आर्किटेक्चरल डिजाइन के पूरा हो जाने के बाद सभी निर्माण कार्यों को 18 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। पूरी कार्यावधि के दौरान 36 महीने का डिफेक्ट लाइबेलिटी पीरियड निर्धारित किया गया। इसी प्रकार, हाथरस में निर्माणाधीन नवीन जिला कारागार के लिए कार्यावंटन प्राप्त करने वाली पीएमसी एजेंसी को ये सुनिश्चित करना होगा कि 18 महीनों में सभी निर्माण कार्यों को पूरी गुणवत्ता अनुरूप पूरा कर लिया जाए। इस दौरान पीएमसी एजेंसी को सुपरविजन एजेंसी के तौर पर कार्य करना होगा। परियोजना के अंतर्गत 36 महीने का डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड निर्धारित किया गया है।

    कई प्रकार के निर्माण कार्यों को करना होगा पूर्ण

    पीएमसी एजेंसी को दोनों ही परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण कार्यों की रिपोर्टिंग व मॉनिटरिंग प्रक्रिया को पूरा करना होगा। उसे ये सुनिश्चित करना होगा कि दोनों ही परियोजनाओं में इस दौरान रचनात्मक इनडोर स्पेसेस के निर्माण, उचित स्थान नियोजन के साथ ही यहां की जरूरतों के अनुसार विभिन्न कार्यात्मक आवश्यकताओं को पूर्ण किया जाए। कम रखरखाव के साथ ही उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए विद्युत, यांत्रिक और अन्य सेवाओं के एकीकृत डिजाइन पर काम करना होगा। पर्यावरण के मानकों के पालन के साथ ही हरित भवन, उत्तम वेंटिलेशन, जलवायु अनुकूल वास्तुकला, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण, जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के साथ जल और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी तमाम प्रक्रियाओं को भी एजेंसी की देखरेख में पूर्ण किया जाएगा।

  • मऊ मे नीलामी के 3 माह के बाद भी लाइसेंस तथा निर्धारित रेट सूची उपलब्ध न कराने पर ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि।

    मऊ मे नीलामी के 3 माह के बाद भी लाइसेंस तथा निर्धारित रेट सूची उपलब्ध न कराने पर ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि।

    मऊ । जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र ने खैराबाद बाजार की नीलामी के 3 माह के उपरांत भी लाइसेंस एवं रेट सूची उपलब्ध न कराने तथा वसूली के संबंध में आदेश जारी न करने पर ग्राम पंचायत अधिकारी राकेश कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए। डीएम ने यह आदेश तहसील दिवस पर आये एक शिकायत के निस्तारण मे दिया है।


    संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर आज तहसील मोहम्मदाबाद गोहना में जनसुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता खैरुल बशर पुत्र स्व. अनवर अहमद सा.खैराबाद तहसील व ब्लाक मोहम्मदाबाद निवासी ने जिलाधिकारी के समक्ष खैराबाद बाजार की नीलामी,जो 14 मार्च 2024 को हुई थी तथा उसके उपरांत प्रार्थी द्वारा अंतिम बोली 276500 रुपए की लगाई गई।

    ग्राम पंचायत ने प्रार्थी को वसूली हेतु लाइसेंस तथा निर्धारित रेट की सूची भी संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया।जबकि प्रार्थी ने प्रथम किस्त के रूप में 16 मार्च 2024 को 69125 रूपए ग्राम पंचायत के खाते में भी जमा कराया था।

    प्रार्थी द्वारा इस संबंध में खंड विकास अधिकारी एवं उप जिलाधिकारी महोदय को भी डाक द्वारा लाइसेंस जारी करने तथा निर्धारित रेट सूची उपलब्ध कराते हुए वसूली के आदेश जारी करने हेतु आवेदन किया गया था, परंतु इस संबंध में अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई थी। आज जनसुनवाई के दौरान जिलाधिकारी ने मामले को गंभीर मानते हुए आज ही प्रार्थी को लाइसेंस एवं निर्धारित रेट सूची के साथ वसूली आदेश जारी करने के निर्देश दिए साथ ही खैराबाद ग्राम पंचायत के ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रविष्टि जारी करने के भी निर्देश दिए।

  • मऊ मे पैसे के लिए पगला गई हैं  भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल, पुराने कार्यकर्ताओ की नूपुर पर उपेक्षा का आरोप

    मऊ मे पैसे के लिए पगला गई हैं भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल, पुराने कार्यकर्ताओ की नूपुर पर उपेक्षा का आरोप

    पैसा चाहे जैसे आये आना चाहिए, पैसे के लिए पगला गई है जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल – श्रो राम सोनकर


    मऊ । भाजपा जिलाध्यक्ष पागल हो गई है। उन्हे पार्टी संगठन से कोई मतलब नही है, उन्हे सिर्फ पैसा चाहिए, जिलाध्यक्ष पैसे के पीछे पगला गई है…यह “खरी दुनिया” का खुलासा न होकर कभी भाजपा सरकार मे मंत्री रहे श्रीराम सोनकर का है।


    भाजपा सरकार मे पूर्व मंत्री रहे श्री राम सोनकर ने मीडिया से बातचीत मे बड़े स्पस्ट शब्दों मे भाजपा की जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल पर भ्रस्टाचार के आरोप लगाए है।

    सोनकर का यह आरोप जिले मे भाजपा की हुई दुर्गति के बाद उस समय आया है जब जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल के पति द्वारा जिले विभागों मे ठीकेदारी प्रथा से संचालित हो रहे कार्यो को दिलाने के नाम पर एक ठीकेदार से बतौर कमीशन ५ प्रतिशत की मान का “खरी दुनिया” द्वारा खुलासा किया गया है।

    सोनकर की माने तो जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल पैसे के लिए पगला गई है, उन्हे पार्टी संगठन से कोई मतलब नही रहा गया है। पैसा आना चाहिए चाहे जैसे आये, पैसे के लिए नूपुर अग्रवाल पगला गई है।

    जिले मे पार्टी की हुई किरकिरी के लिए भाजपा जिला इकाई जिम्मेदार है क्योकि इकाई ने पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओ को कोई अहम जिम्मेदारी नही दी , पुराने कार्यकर्ता उपेक्षित रहे ।

    उधर भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल ने श्री राम जायसवाल के सभी आरोपों को एक सीरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि मै पुरी तरह से स्वस्थ हू, मेरी मानसिक स्थिति भी पुरी तरह से स्वस्थ्य है.।

    सुनिए श्री राम सोनकर को, उनकी जुबानी