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  • मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 15 से 21 जून तक

    मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 15 से 21 जून तक

    नई दिल्ली। मुबंई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 18वां संस्करण 15 जून से शुरू होगा। इस बार यह आयोजन मुंबई सहित दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और पुणे में भी समानांतर रूप से आयोजित होगा, जिसमें अलग अलग भाषाओं की फिल्में दिखाई जाएंगी। यह आयोजन 21 जून, 2024 तक चलेगा।

    इसमें 110 बेहतरीन फिल्में दिखाई जाएंगी, जिसमें 25 अंतरराष्ट्रीय फिल्में हैं और 77 राष्ट्रीय फिल्में हैं। इसके साथ इस बार महोत्सव में फिल्म बाज़ार की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य डॉक्यूमेंट्री फिल्मों को बढ़ावा देना है। इसके साथ फिल्म महोत्सव में प्रसिद्ध फिल्म निर्माता क्यूरेटेड विषयों पर 25 से अधिक मास्टरक्लास, पैनल चर्चा और ओपन फोरम में भाग लेंगे। महोत्सव में जूरी सदस्यों में अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माता ऑड्रियस स्टोनिस, भरत बाला, डॉ. बॉबी सरमा बरुआ, अन्ना हेनकेल-डोनर्समार्क और निर्माता अपूर्व बख्शी, एडेल सीलमैन-एग्गेबर्ट, केइको बैंग और बार्थेलेमी फौगिया शामिल हैं।

    उल्लेखनीय है कि इस महोत्सव में 38 देशों से 65 भाषाओं में 1000 से अधिक फिल्मों की इंट्री आईं हैं। जिसमें से फिल्म विशेषज्ञ की तीन कमेटी ने 110 फिल्मों का चयन किया गया है।

    सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि महोत्सव का स्थान एफडी-एनएफडीसी कॉम्प्लेक्स, मुंबई होगा। इसके साथ इसका आयोजन एमआईएफएफ स्क्रीनिंग दिल्ली (सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम), चेन्नई (टैगोर फिल्म सेंटर), पुणे (एनएफएआई ऑडिटोरियम) और कोलकाता (एसआरएफटीआई ऑडिटोरियम) में भी किया जा रहा है।

    उन्होंने कहा कि चयन समिति ने सर्वसम्मति से इस वर्ष बहुत उच्च गुणवत्ता वाली फिल्म प्रस्तुतियों का चयन किया है। इस वर्ष एमआईएफएफ में 8 विश्व प्रीमियर, 6 अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर, 17 एशिया प्रीमियर और 15 भारत प्रीमियर होंगे। इस संस्करण में विशेष पैकेज तैयार किए गए हैं, जिनमें ऑस्कर और बर्लिनेल का पुरस्कार विजेता फ़िल्म पैकेज (प्रत्येक 12 लघु फ़िल्में), 7 देशों – रूस, जापान, बेलारूस, इटली, ईरान, वियतनाम और माली के साथ सहयोग से ‘विशेष देश फोकस पैकेज’, एनिमेशन पैकेज 4 देशों – फ़्रांस, स्लोवेनिया, अर्जेंटीना और ग्रीस से तैयार किया गया, देशभर के प्रतिष्ठित संस्थानों की छात्र फिल्में (45 फिल्में), एनएफडीसी-भारत के राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार से पुनर्स्थापित क्लासिक्स पैकेज शामिल हैं। फिल्म महोत्सव की ओपनिंग फिल्म बिल्ली एंड मोली, एन ओट्टर लव स्टोरी है, जो मुंबई सहित सभी आोयजन स्थलों पर प्रदर्शित की जाएगी।

  • प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य रविवार शाम 7:15 बजे लेंगे शपथ

    प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य रविवार शाम 7:15 बजे लेंगे शपथ

    नई दिल्ली,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम 7:15 बजे मंत्री परिषद के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति कार्यालय ने आज शाम इसकी जानकारी दी। राष्ट्रपति 09 जून को शाम 7.15 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए का नेता चुना गया। संविधान के केंद्रीय कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में गठबंधन में शामिल नेताओं ने प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी के समर्थन में अपना पक्ष रखा। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और गठबंधन के घटक दलों के नेता चंद्रबाबू नायडू नीतीश कुमार और अन्य ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी मुरली मनोहर जोशी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। शाम को राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री के तौर पर सरकार बनाने के लिए नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने रविवार को शपथ लेने का आग्रह किया। इस आग्रह को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति कार्यालय में आज शपथ ग्रहण समारोह की जानकारी दी।

  • (अपडेट) छत्तीसगढ़ः नारायणपुर मुठभेड़ में सात वर्दीधारी नक्सली ढेर, डीआरजी के तीन जवान घायल

    (अपडेट) छत्तीसगढ़ः नारायणपुर मुठभेड़ में सात वर्दीधारी नक्सली ढेर, डीआरजी के तीन जवान घायल

    नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर जिले की सीमा में शुक्रवार को दिनभर गोबेल के जंगल में पुलिस एवं नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में जवानों ने सात वर्दीधारी नक्सलियों मार गिराया। मारे गये सभी 7 नक्सलियों के शव एवं उनके हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं। इस मुठभेड़ में नारायणपुर डीआरजी के तीन जवान भी घायल हुए हैं। घायल जवानों की स्थिति सामान्य एवं खतरे से बाहर हैं। मुठभेड़ में शामिल जवानों का दावा है कि मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सली घायल हुए हैं। मुठभेड़ की पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने की है। उन्होंने कहा कि जवानों के लौटने के बाद मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी विस्तार से जारी की जाएगी।

    पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि पूर्व बस्तर डिवीजन इलाके में मुंगेड़ी, गोबेल गांव के जंगल में बड़ी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसके बाद दंतेवाड़ा, नारायणपुर, जगदलपुर और कोंडागांव जिले की डीआरजी और 45वीं वाहिनी आईटीबीपी की टीम को मौके के लिए छह जून को रात में रवाना हुई थी। 1200 से ज्यादा जवान इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। 7 जून की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच रुक-रुककर गोलीबारी होनी शुरू हुई। दिनभर चली इस मुठभेड़ के बाद जवानों ने सात नक्सलियों के शव और हथियार बरामद किए हैं।

  • पति द्वारा ठीकेदारों से की जा रही कमीशन खोरी के पत्रकारों सवाल पर जिलाध्यक्ष नुपुर् नही दे सकी जवाब

    पति द्वारा ठीकेदारों से की जा रही कमीशन खोरी के पत्रकारों सवाल पर जिलाध्यक्ष नुपुर् नही दे सकी जवाब


    मऊ। लोकसभा चुनाव के परिणाम के तीसरे दिन भाजपा कार्यालय पर मने जश्न के दौरान जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देने मे कंजूसी कर उनके पति गिरिराज अग्रवाल द्वारा ठीकेदार से काम दिलाने के नाम पर की जा रही वसूली पर मुहर लगा दी है।


    जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल ने पत्रकारों के द्वारा कमीशन खोरी के सवाल का जबाब देते हुए कहा कि नीलम अग्रवाल ने चुनाव के तीन दिन पहले सपा उम्मीदवार राजीव राय को घर पर बुलाकर भोजन करने की बात कही।

    मजे कि बात यह रही कि पत्रकारों ने नूपुर अग्रवाल से कमीशन खोरी पर सवाल किया था, और जिलाध्यक्ष ने कामोशखोरी पर जबाव देने की जगह पर उत्तर को राजीव राय की ओर घुमा दिया गया।

    बहरहाल भाजपा मे आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है, अभी तक भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अपने उपर लगे कमीशन खोरी के सवाल के उत्तर मे कोई मजबूत आधार या कहे साक्ष्य नही दे सकी है।

  • मऊ मे घोसी सीट हारने के बाद बीजेपी ने मनाया पहला जश्न, जिलाध्यक्ष ने मिठाइया बाँट जताई खुशी

    मऊ मे घोसी सीट हारने के बाद बीजेपी ने मनाया पहला जश्न, जिलाध्यक्ष ने मिठाइया बाँट जताई खुशी


    ( ब्रह्मा नंद पाण्डेय)


    मऊ! घोसी लोकसभा सीट से भाजपा गठबंधन उम्मीदवार अरविन्द राजभर को समाजवादी पार्टी के हाथो करारी हार मिलने के तीसरे दिन भजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल द्वारा शुक्रवार को लोगो का मिठाई खिलाकर अभिनन्दन किया गया। जिलाध्यक्ष के अभिनन्दन कार्यक्रम से भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियो मे आक्रोश है।

    हालांकि नूपुर ने इस अभिनन्दन कार्यक्रम का कारण मोदी जी को लगातार मिल रही सफलताओ को लेकर आयोजित किये जाने की बात कही न कि भाजपा गठबंधन उम्मीदवार अरविन्द राजभर को समाजवादी पार्टी से मिली करारी हार को लेकर था। यानी जिलाध्यक्ष ने कार्यक्रम को अरविन्द राजभर को मिली हार के बदले मे आयोजन से इंकार किया है।

    उधर नाम नही छापने की शर्त पर एक भाजपाई ने कहा कि अब भाजपा को यही सब दिन देखना शेष था। लोगो का कहना है की भाजपा को करारी हार मिले अभी तिन दिन भी नही बीते है और भाजपा कार्यालय, जश्न मना रहा है। उधर सूत्र बता रहे है कि जिलाध्यक्ष द्वारा आयोजित जश्न ए कार्यक्रम अभी पहला है, ऐसे कई कार्यक्रम शेष है।

  • मऊ मे रिहायसी भवानो मे संचालित हो रहे अस्पताल, अफसर मौन

    मऊ मे रिहायसी भवानो मे संचालित हो रहे अस्पताल, अफसर मौन


    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय )
    मऊ। जिले मे रिहायसी भवनो मे चल रहे निजी नर्सिंग होम्स द्वारा अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन विभाग से अनापत्ति प्रमाण लेकर संचालित किये जा रहे हॉस्पिटलों को लेकर प्रसाशन गंभीर नही है। जबकि बीते माह ऐसे ही संचालित हॉस्पिटल मे अगलगी की घटना में कई नवजातो की मौत हो चुकी है।


    मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय मऊ के सूत्रो की माने तो जिले मे ऐसा कोई निजी नर्सिंग होम्स नही है जिसकी बिल्डिंह नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत निर्माण है और न ही निर्माण पूर्व इनके हॉस्पिटल भवन के मानचित्र ही स्वीकृत है। मजे की बात यह है कि केवल अविधिपूर्ण तरीके से मुख्य अग्नि समन विभाग से विभागीय अधिकारोयो को मिलाकर अनापति प्रमाण लेकर जनहित को ताक पर रखकर इन निजी नर्सिंग होमो का संचालन किया जा रहा है।

    क्लिनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट का इन हॉस्पिटलो के द्वारा खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। किसी भी हॉस्पिटल मे न पार्किंग की ब्यवस्था है और न ही सेट बैक ही शेष है। ऐसी स्थितियों मे संचालित इन हॉस्पिटलो मे मरीजों और उनके तिमारदारो की जान को खतरे मे डालकर अबैध कमाई की जा रही है।

    जिलाधिकारी के द्वारा जिले के हॉस्पिटलो के भवनों और उसमे तैनात प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टॉफ आदि की न्यायहित और समाजहित मे जाँच कर कार्यवाही की जानी चाहिए, अन्यथा जनपद मे रिहायसी भवानो मे संचालित हॉस्पिटलो, को उनके भवनो को नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत निर्मित नही होने, अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्रों को लेकर उनके संचालन आदि वर्ष जंकल्याण सेवा समिति के द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खंड पीठ मे योजित जनहित याचिका संख्या ५६९६(एम बी)/ २००५ मे जारी आदेश को पालन कराने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खट खटाया जाएगा। जिले मे संचालित निजी नर्सिंग होम्स के द्वारा उक्त मुकदमे पारित आदेश की अवहेलना की जा रही है।

    बन्द्ना नर्सिंग होम पर कभी भी प्रसाशन की टेढ़ी हो सकती है नजर

    गाजीपुर तिराहे के करीब स्थित बंदना नर्सिंग होम पर प्रसाशन की नजर कभी भी टेढ़ी हो सकती है।

    हॉस्पिटल की अबिधता को लेकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे योजित जनहित याचिका मे अदालत ने इंस्ट्रक्शन तलब किया है। मामले मे अगली तिथि को प्रसाशन को अपनी कार्रवाई से अदालत को अवगत करना है।

  • लोस चुनाव: यूपी से ये सात महिलाएं संसद में करेंगी नेतृत्व, 80 महिला उम्मीदवारों ने लड़ा चुनाव

    लोस चुनाव: यूपी से ये सात महिलाएं संसद में करेंगी नेतृत्व, 80 महिला उम्मीदवारों ने लड़ा चुनाव

    लखनऊ। देश की सबसे बड़ी पंचायत में इस बार 7 महिला सांसद यूपी का प्रतिनिधित्व करेंगी। इनमें से सपा की सर्वाधिक पांच महिला सांसद चुनी गई हैं। इस बार प्रदेश की 80 सीटों पर कुल 851 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इसमें 80 महिला उम्मीदवार शामिल थी। प्रमुख दलों में भाजपा ने 7, सपा ने 10, कांग्रेस ने एक, अपना दल (एस) ने दो और बसपा ने तीन महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया था। बता दें, 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी से 11 महिला सांसद चुनी गई थीं।

    2024 में 7 महिला सांसद करेंगी यूपी का प्रतिनिधित्व

    देश की संसद को सर्वाधिक 80 सांसद देने वाले प्रदेश का देश की संसद में 7 महिला सांसद प्रतिनिधित्व करेंगी। सपा से पांच, बीजेपी और अपना दल से एक-एक महिला सांसद विजयी हुई हैं। इनमें मथुरा से हेमामालिनी (बीजेपी), मीरजापुर से अनुप्रिया पटेल (अपना दल सोनेलाल), मैनपुरी से डिम्पल यादव (सपा), बांदा से कृष्णा पटेल (सपा), मछलीशहर से प्रिया सरोज (सपा), मुरादाबाद से रुचिवीरा (सपा) और कैराना से इकरा हसन (सपा) शामिल हैं।

    एनडीए ने नौ महिला प्रत्याशियों को दिया टिकट

    एनडीए ने यूपी में नौ महिला प्रत्याशी उतारी हैं। जिसमें सात बीजेपी और दो सहयोगी अपना दल सोनेलाल की टिकट पर मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरीं। बीजेपी की टिकट पर मथुरा से हेमा मालिनी, धौरहरा से रेखा वर्मा, अमेठी से स्मृति ईरानी, सुलतानपुर से मेनका गांधी, फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति, बाराबंकी से राजरानी रावत, लालगंज से नीलम सोनकर मैदान में थी। वहीं अपना दल सोनेलाल की टिकट पर मीरजापुर से अनुप्रिया पटेल और राबर्ट्सगंज से रिंकी कोल मैदान में उतरी।

    सपा ने 10 और कांग्रेस ने एक महिला प्रत्याशी उतारा

    समाजवादी ने 11 महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया। इसमें कैराना से इकरा हसन, मुरादाबाद से रुचि वीरा, मेरठ से सुनीता वर्मा, मैनपुरी से डिंपल यादव, हरदोई से ऊषा वर्मा, उन्नाव से अन्नू टंडन, गोंडा से श्रेया वर्मा, गोरखपुर से काजल निषाद, मछलीशहर से प्रिया सरोज और बांदा से कृष्णा पटेल शामिल हैं। गाजियाबाद से कांग्रेस ने गाजियाबाद से डॉली शर्मा को टिकट दिया।

    बसपा ने 3 महिला प्रत्याशी उतारे

    बहुजन समाज पार्टी ने सिर्फ तीन महिला प्रत्याशियों पर विश्वास जताया। इसमें आगरा से पूजा अमरोही, इटावा से सारिका सिंह बघेल और लालगंज से इंदू चौधरी है।

    2019 में यूपी से बनीं थी 11 महिला सांसद

    लोकसभा चुनाव 2019 में यूपी से 11 महिला सांसद बनी थीं, जिसमें हेमा मालिनी मथुरा, केशरी देवी पटेल फूलपुर, मेनका गांधी सुलतानपुर, रेखा वर्मा धौरहरा, रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद, साध्वी निरंजन ज्योति फतेहपुर, संघ मित्रा मौर्य बदायूं, स्मृति ईरानी अमेठी, सोनिया गांधी रायबरेली, संगीता आजाद लालगंज, अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से जीती थीं। 2023 में मैनपुरी सीट पर हुए उपचुनाव में सपा से डिंपल यादव जीतकर दिल्ली पहुंची थी।

    11 सांसद 2014 में

    2014 में यूपी से अनुप्रिया पटेल- मिर्जापुर, हेमा मालिनी- मथुरा, डिम्पल यादव- कन्नौज, कृष्णा राज- शाहजहांपुर, मेनका गांधी- पीलीभीत, प्रियंका सिंह रावत- बाराबंकी, रेखा- धौरहरा, साध्वी निरंजन ज्योति- फतेहपुर, सावित्री बाई- बहराइच, सोनिया गांधी- रायबरेली, उमा भारती- झांसी से जीती थीं।

  • घोसी लोकसभा में एनडीए की हार पर मंथन शुरू

    घोसी लोकसभा में एनडीए की हार पर मंथन शुरू

    दो उपमुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का मैराथन प्रयास भी नहीं आया काम

    मऊ। जिले की घोसी लोकसभा सीट पर एनडीए प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के पुत्र डॉ.अरविंद राजभर को सपा प्रत्याशी राजीव राय से 162943 वोटों से हार का मुंह खाना पड़ा। जीत का दम भरने वाले एनडीए नेताओं के लिए इस हार के बड़े मायने हैं।

    दो उपमुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री, दर्जन भर मंत्रियों समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हफ्तों तक इस लोकसभा क्षेत्र में कैंप किए, लेकिन उनका प्रयास धरा का धरा रह गया। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने एनडीए प्रत्याशी के लिए दिन-रात एक कर दिए, वहीं जिले से ही तीन कैबिनेट मंत्री एक शर्मा, दारा सिंह चौहान और ओमप्रकाश राजभर ने भी जनसभाओं से जनता के बीच लगातार बने रहे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी यहां कार्यकर्ताओं को साधने में लग रहे, इसके बावजूद एनडीए उम्मीदवार को एक बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

    भाजपा नेतृत्व ने जहां सवर्ण वोटों को साधने के लिए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को मैदान में उतरा, वहीं ओबीसी वोटरों को साधने के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मैदान में डटे रहे। चौहान वोटर संभालने का जिम्मा दारा सिंह चौहान को, जबकि राजभर वोटों को एकजुट रखने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने जिम्मा संभाला। ए.के. शर्मा ने भी लगातार जनता के बीच हफ्तों कैंप करके भूमिहार और ओबीसी वोटों को साधने की कोशिश की। इन तमाम मंत्रियों, उप मुख्यमंत्रियों और दिग्गज नेताओं के कैंप करने के बावजूद सपा का पीडीए और संविधान बचाओ का नारा सभी नेताओं के कैंप पर हावी दिखा।

    उल्लेखनीय है कि एनडीए प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे डॉक्टर अरविंद राजभर के समर्थन में प्रधानमंत्री मोदी ने 26 मई को रतनपुर में विशाल रैली की। मुख्यमंत्री योगी ने 28 मई को रानीपुर के जनता इंटर कॉलेज मैदान में चुनावी जनसभाएं की और जनता से वोट की अपील की, लेकिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के चुनावी जनसभाओं का भी कोई असर नहीं दिखा।

  • घोसी की जनता को भाता रहा है भूमिहार सांसद, 14 बार रहा कब्जा

    घोसी की जनता को भाता रहा है भूमिहार सांसद, 14 बार रहा कब्जा

    मऊ। मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे ने घोसी की जनता ने लोकसभा सीट पर फिर से भूमिहार जाति के राजीव राय को अपना सांसद चुनकर यह साबित कर दिया है कि इस सीट पर भूमिहार जाति का सांसद ही पसंद है।

    घोसी लोकसभा सीट पर अब तक हुए 19 चुनाव में 14 बार भूमिहार बिरादरी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। इसके अलावा इस सीट पर दो बार चौहान, दो बार राजभर और एक बार राजपूत जाति के प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है। भूमिहार प्रत्याशियों में अलगू राय शास्त्री,जय बहादुर सिंह, झारखंडे राय, शिवराम राय, राजकुमार राय, कल्पनाथ राय और अतुल राय के बाद अब राजीव राय ने इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज कर लिया है।

    इसके अलावा राजपूत बिरादरी से कांग्रेस के उमराव सिंह, चौहान जाति से बसपा के बालकृष्ण चौहान और दारा सिंह चौहान जबकि राजभर जाति से सपा के चंद्र देव राजभर और भाजपा के हरी नारायण राजभर ने इस सीट पर जीत हासिल की है।

    घोसी लोकसभा सीट पर सबसे दिलचस्प बात यह है कि अब तक 19 चुनाव में महज एक बार ही यहां से कमल खिला है। अथक प्रयासों के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के हरि नारायण राजभर को जीत हासिल हुई। इसके बाद 2019 में मोदी के प्रचंड लहर के बावजूद सीट पर बसपा के अतुल राय ने जीत का परचम लहराया था।

  • सत्तारूढ़ भाजपा 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी, एनडीए को पूर्ण बहुमत, इंडी गठबंधन 234 सीटों पर मजबूत

    सत्तारूढ़ भाजपा 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी, एनडीए को पूर्ण बहुमत, इंडी गठबंधन 234 सीटों पर मजबूत

    नई दिल्ली। अठारहवीं लोकसभा की तस्वीर कमोबेश पूरी तरह साफ हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है। सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना के बाद रात 11 बजे तक जो परिणाम सामने आए हैं उसमें भारतीय जनता पार्टी 233 सीट पर जीत हासिल कर चुकी है और 7 पर आगे चल रही है। माना जा रहा है कि इसमें अब परिवर्तन होने की अधिक संभावना नहीं है। कुल मिलाकर भाजपा 240 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में वापसी कर रही है। पर बहुमत से 32 सीट पीछे है।

    वहीं दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस ने अपने पिछले प्रदर्शन से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वह 90 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और 9 सीटों पर आगे है। कुल मिलाकर 99 सीटें कांग्रेस के खाते में जा रही हैं।

    सबसे बड़ा उलटफेर समाजवादी पार्टी ने किया है। उत्तर प्रदेश की यह पार्टी अब लोकसभा में तीसरी बड़ी ताकत होगी। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ने 36 सीटें जीत ली हैं और वह एक सीट पर आगे है।

    वहीं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का जादू बरकरार रहा। पिछली बार खेला होबे का नारा लगाने वाली तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा का खेला खराब कर दिया। तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल की 42 में से 29 सीटें जीत ली हैं। यहां भाजपा की झोली में 11 सीटें गिरी हैं, जबकि 1 सीट पर वह आगे है जिसका परिणाम घोषित होना बाकी है।

    इनके अलावा द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) 16, जनता दल (यूनाइटेड) 12 और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) 12 ही ऐसे दल हैं जो दहाई की संख्या में जीत सके हैं। डीएमके 6 और टीडीपी 4 सीटों पर आगे चल रहे हैं।

    भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है। यहां वह पिछली 63 सीटों में से 30 घटकर 33 पर सिमट गई है। यहां समाजवादी पार्टी को 29 सीटों का फायदा हुआ है जबकि कांग्रेस 1 सीट से बढ़कर 6 सीटों पर पहुंच गई। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी एनडीए को निराशा हाथ लगी है। यहां असली बनाम नकली पार्टी के मामले में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टिंयों को लोगों ने अधिक जनमत दिया है।

    राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर इतिहास दोहराया है और सातों सीटें जीत ली हैं।