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  • प्रयागराज से पांच श्रमिक इजराइल जाने के लिए चयनित

    प्रयागराज से पांच श्रमिक इजराइल जाने के लिए चयनित

    प्रयागराज। इजराइल में निर्माण कार्य, सिरेमिक टाइल्स, आयरन बेल्डिंग, प्लास्टर और बिल्डिंग फ्रेम वर्क के लिए कुशल कारीगरों को सेवायोजित किए जाने के सम्बंध में प्रदेश सरकार की पहल के अंतर्गत श्रमिकों से आवेदन मांगे गए थे। जिसमें अभी तक प्रयागराज के पांच श्रमिक दक्षता परीक्षण में पास हुए हैं। चयनित श्रमिकों के पुलिस सत्यापन के बाद मेडिकल, वीजा व शेष औपचारिकता पूरी कराई जाएंगी।

    यह जानकारी सहायक श्रम आयुक्त लालाराम ने दी है। उन्होंने बताया है कि पात्र श्रमिकों का दक्षता परीक्षण 23 जनवरी से 30 जनवरी के मध्य आईटीआई, अलीगंज लखनऊ में कराया गया था। उन्होंने बताया है कि इसके अतिरिक्त ऐसे अन्य श्रमिक जो इसराइल जाने के इच्छुक हैं एवं जिन्होंने पूर्व में श्रम विभाग में इजराइल जाने के सम्बंध में पंजीकरण नही कराया है। वह अपने पहचान पत्र के साथ कार्यालय उप श्रमायुक्त, 9 मेयो रोड, प्रयागराज में तत्काल सम्पर्क करें। जिससे फरवरी माह के अंत में आईटीआई अलीगंज लखनऊ में होने वाले द्वितीय दक्षता परीक्षण में शामिल होने का अवसर उन्हें प्राप्त हो सके।

    सहायक श्रम आयुक्त ने बताया कि पूर्व में दक्षता परीक्षण दे चुके श्रमिकों को किसी भी दशा में पुनः अवसर नहीं दिया जाएगा। जिन श्रमिकों द्वारा पूर्व में आवेदन किया गया था किंतु उनका आवेदन किन्ही कारणवश अपात्र पाया गया था एवं वे दक्षता परीक्षण में शामिल नहीं हुए थे, वे भी कार्यालय में सम्पर्क करते हुए उक्त त्रुटियों को दूर करते हुए पुनः आवेदन कर सकते हैं।

  • लद्दाख में नौ बिना फटे मोर्टार के गोले पाए गए, नियंत्रित विस्फोट में किया गया नष्ट

    लेह,। लद्दाख में नौ बिना फटे मोर्टार के गोले पाए गए और बाद में एक नियंत्रित विस्फोट में उन्हें नष्ट कर दिया गया। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि खारू के चुलित्से कुलुम में मोर्टार के गोले की मौजूदगी की जानकारी पार्षद सोनम थर्डाेस ने उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) को दी थी।

    उन्होंने कहा कि एसडीएम ने इस मामले को सेना के त्रिशूल डिवीजन के साथ उठाया और बाद में इसके इंजीनियरों ने स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में गोले का त्वरित निपटान सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि सेना के विशेषज्ञों द्वारा नियंत्रित विस्फोट में गोले नष्ट कर दिए गए।

  • उच्च शिक्षा की दिशा तय करेगा विद्या भारती का शिक्षा संस्थान : डा. कृष्ण गोपाल

    उच्च शिक्षा की दिशा तय करेगा विद्या भारती का शिक्षा संस्थान : डा. कृष्ण गोपाल

    शोध व ‘स्व’ आधारित सत्य को सामने लायेगा विद्या भारती का यह शिक्षा संस्थान

    नोएडा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने बुधवार को नोएडा के सेक्टर 145 में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के संसाधन एवं शोध केंद्र ‘शिक्षा तथा विकास अध्ययन संस्थान’ का भूमि पूजन किया।

    इस अवसर पर बोलते हुए संघ के सह सरकार्यवाह डा कृष्ण गोपाल ने कहा कि उच्च शिक्षा में ‘स्व’ आधारित व्यवस्था को तैयार करने,शोध आधारित सत्य को सामने लाने एवं विदेशी बुद्धिजीवियों द्वारा भारत के विरुद्ध चलाए जा रहे दुष्प्रचार का तर्क व तथ्यों के साथ प्रत्युत्तर देने के लिए गहन शोध हेतु राष्ट्रीय सोच वाले बुद्धिजीवियों को आगे आने का आह्वान किया।

    उन्होंने कहा कि विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान का भूमि पूजन केवल एक सामान्य भूमि पूजन नहीं है, यह भारत की उच्च शिक्षा में ‘स्व’ के बोध की आधारशिला रखी जा रही है जो भविष्य में उच्च शिक्षा की दिशा तय करेगी।

    सह सरकार्यवाह ने कहा कि राममंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा भारत के लिए राष्ट्रीयता का पुनर्जागरण है। युवाओं को लेकर उन्होंने कहा कि आज के युवा को ‘स्व’ का बोध नहीं है, उसको पता नहीं है कि हम क्या थे,हमारा इतिहास कितना गौरवमय व वैज्ञानिक था और यह एक सुनियोजित ढंग से किया गया है। यहां के युवाओं के मन में अपने ही देश की बातों के लिए हीन भावना पैदा की गई,जैसे संस्कृत के बारे में प्रचारित किया गया कि संस्कृत एक मृत भाषा है,उसका कोई भविष्य नहीं है।

    देश का विकास लंबे-चौड़े रोड और कम्पनी बनने से नहीं होगा

    डा. कृष्ण गोपाल ने कहा कि केवल लंबे चौड़े रोड और कंपनी बनने से देश का विकास नहीं होगा, भारत का विकास शिक्षा से होगा, आने वाली पीढ़ी को सभी विषयों की शिक्षा के साथ संस्कार भी देने होंगे।

    उन्होंने कहा हम सबको पढ़ाया गया है कि सर्जरी विदेश की खोज है। आज विदेशी शिक्षा पद्धति से भारत में शिक्षा दी जाती है पर यह सभी पद्धतियां भारत की है। हमको शल्य चिकित्सा के जनक सुश्रुत के बारे में नहीं बताया गया है,उन्हीं ने विश्व की पहली सर्जरी की थी। हमारे देश की पांडुलिपियों में बहुत कुछ छिपा है पर कोई पढ़ना नहीं चाहता है। विदेशी इस पर शोध कर रहे हैं।

    इस अवसर पर संस्थान के मंत्री प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा ने कहा कि भारत की विकास गाथा के विरुद्ध संगठनात्मक प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती 1952 से भारत को शिक्षा जगत में दिशा देता रहा है और इसी सफलता को देखते हुए उच्च शिक्षा जगत में अपना विस्तार करने के उद्देश्य से आज यह भूमि पूजन हुआ है। उन्होंने कहा की शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो भौतिक उन्नति के साथ-साथ धर्म आधरित भी हो और मोक्ष के लिए व्यक्ति को तैयार करे।

    संस्थान के अध्यक्ष प्रो.कैलाशचंद्र शर्मा ने भारतीय ज्ञान परंपरा को उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने एवं शोध हेतु समाज पोषित एक स्वतंत्र शोध संस्थान की आवश्यकता जताई।

    कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय,संगठन के उपाध्यक्ष प्रकाश,संगठन महामंत्री के.एन.रघुनंदन,इग्नू की प्रो. वी.सी., प्रो. किरण हजारिका सहित अनेक विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, कुलपतियों, कुलाधिपतियों,उद्योगपतियों एवं समाजसेवियों ने भी प्रतिभागिता की।

    इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर,विभाग प्रचारक कृष्णा एवं गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा,भारतीय जनता पार्टी के संगठक बी.सतीश भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री प्रो.अखिलेश मिश्र ने किया। संस्थान के कोषाध्यक्ष डॉ.सूर्यकांत शर्मा ने सपत्नीक भूमि पूजन में सहभागिता की।

  • सनातन की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव ने लड़ी थी बड़ी लड़ाई : अनिल राजभर

    सनातन की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव ने लड़ी थी बड़ी लड़ाई : अनिल राजभर

    महाराजा सुहेल देव की जयंती पर बैंड बाजों के साथ निकली शोभायात्रा

    वाराणसी। महाराजा सुहेलदेव की जयंती पर बुधवार को सारनाथ स्थित हवेलिया चौराहा से सुहेलदेव उद्यान तक गाजे-बाजे के शोभायात्रा निकाली गई। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के नेतृत्व में निकली शोभायात्रा में बड़ी संख्या में राजभर समाज सहित अन्य समाज के लोग भी शामिल हुए।

    शोभायात्रा में ऊंट, घोड़ा, बग्घी के साथ सुहेलदेव समर्थक सुहेलदेव अमर रहें के नारे लगाते हुए सुहेलदेव उद्यान पहुंचे। उद्यान में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर एवं महापौर अशोक तिवारी ने सुहेलदेव की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।

    इस दौरान आयोजित सभा में मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि आज राष्ट्रवीर महाराजा सुहेल देव का जन्मदिवस है। इस अवसर पर राजभर समाज के साथ ही हर वर्ग, हर समाज के लोग महाराजा सुहेल देव को नमन करने लिए यहां आए हुए हैं।

    मंत्री ने कहा कि सनातन की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव ने बड़ी लड़ाई लड़ी थी और दुश्मनों को मौत के घाट उतारा था। उस काल खंड में उन्होंने अयोध्या की भी रक्षा की थी। आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महापुरुषों को सम्मान करने का जो अभियान है वो आज चरितार्थ हो रहा है।

    उन्होंने कहा कि मुझे ठीक से याद है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान श्री राम के भव्य मंदिर की आधारशिला रखने अयोध्या आए थे। और जब काशी विश्वनाथ काॅरिडोर का लोकार्पण करने आए थे। तब उन्होंने अपने भाषण में भगवान सुहेल देव का उल्लेख किया और उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

    मंत्री राजभर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने महाराजा सुहेल देव के नाम पर डाक टिकट जारी किया। महाराजा सुहेल देव के नाम से एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की। प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार बहराइच में महाराजा सुहेल देव का भव्य स्मारक बनाने का कार्य कर रही है। इसके साथ ही आजमगढ़ में विश्वविद्यालय एवं बहराइच में मेडिकल कॉलेज बनाने का कार्य प्रदेश भाजपा सरकार कर रही है।

    उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेल देव को जितना मान सम्मान भाजपा सरकार ने दिया है उतना किसी और सरकार ने कभी नहीं दिया। राजभर ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। काशी में विश्वनाथ काॅरिडोर और अयोध्या में भगवान श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनने के बाद देश और दुनिया से लोग काशी और अयोध्या आ रहे हैं। जिससे पर्यटन के साथ साथ अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

    मंत्री ने कहा कि देश को फाइव ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की ओर हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर अशोक तिवारी ने की। सभा में फागू राजभर, मोहनराजभर, संजय सिंह, भाजपा काशी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, कमलेश मौर्या, प्रकाश राजभर, जगदीश राजभर, गुरुदयाल राजभर, अजय राजभर, मुन्ना निषाद, शेखर राजभर आदि शामिल रहे।

  • बुंदेलखंड गौरव महोत्सव के दौरान हुए विस्फोट में बच्चे समेत चार की मौत

    बुंदेलखंड गौरव महोत्सव के दौरान हुए विस्फोट में बच्चे समेत चार की मौत

    मुख्यमंत्री योगी ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के दिए निर्देश

    चित्रकूट। बुंदेलखंड गौरव महोत्सव के दौरान हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। वहीं हादसे पर दुःख व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख एवं घायलों को पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता तथा दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

    उन्होंने निर्देशित किया है कि इस हादसे की एडीजी की अध्यक्षता में कमेटी प्रकरण की जांच करेगी। मुख्यमंत्री योगी इस हादसे की पल-पल की खबर भी ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को घायलों को नि:शुल्क उपचार कराने का निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना तथा परिजनों के प्रति शोक संवेदना जताई है।

    उल्लेखनीय है कि मुख्यालय कर्वी के चित्रकूट इंटर कॉलेज प्रांगण में चल रहे दो दिवसीय बुंदेलखंड गौरव महोत्सव में बुधवार की शाम होने वाली आतिशबाजी की तैयारी के दौरान अचानक विस्फोट हो गया।

    विस्फोट इतना तेज हुआ कि वहां मौजूद तीन लोग उछलकर दूर जा गिरे। एक युवक करीब 25 फीट ऊंचाई में उछलने के बाद दो खंडीय छत पर गिरा। इस हादसे में दो लोगों की मौत हुई है,जबकि दो घायलों को जिला अस्पताल से प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया था। जहां पर उन घायलों की भी मौत हो गई है।

    घटना की सूचना मिलते ही डीएम अभिषेक आनंद, एसपी अरुण सिंह, एडीएम वंदिता श्रीवास्तव, एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी, सीओ सिटी हर्ष पांडेय मौके पर पहुंचे। अधिकारी डॉग स्क्वायड के साथ पुलिस हादसे की वजह तलाशने के लिए छानबीन कर रहे हैं। मृतकों की शिनाख्त प्रशासन कर रहा है। आतिशबाजी टीम के संचालकों से पुलिस जानकारी जुटा रही है।

    जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने बताया कि विस्फोट में अब तक चार लोगों की मौत हुई है। विस्फोट की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। जिसमें जिस स्तर पर लापरवाही हुई है, उन पर कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि मृतकों में तीन नाबालिग बच्चे शामिल हैं। अभी तक घटना में शामिल कई लोगों को पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

    पूर्व सांसद भैरो प्रसाद मिश्रा ने घटना के लिए आयोजन समिति को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि बगैर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये कार्यक्रम करने की वजह से यह भीषण हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि पर्यटन अधिकारी के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।

  • युवक का अपहरण कर हत्या के दो दोषियों को आजीवन कारावास

    युवक का अपहरण कर हत्या के दो दोषियों को आजीवन कारावास

    फिरोजाबाद। न्यायालय ने बुधवार को युवक का अपहरण कर हत्या के दो दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने दोषियों पर अर्थ दंड लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

    थाना रामगढ़ क्षेत्र के कोहिनूर रोड दीदामई निवासी हसनूर ने 13 जनवरी 2014 को थाना रामगढ़ में मुकदमा दर्ज कराया कि आरिफ पुत्र निजामुद्दीन निवासी गली 07 मौहल्ला शीतल खां रोड़ थाना रामगढ़ व बन्ने खां पुत्र नन्ने खां निवासी मौहल्ला हथौडा कस्बा थाना जलेसर जनपद एटा ने उसके पुत्र अली हसन की हत्या करने के लिए उसका अपहरण किया और फिर हत्या कर शव को गायब कर दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना के बाद दोनों के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया।

    मुकदमा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या 09 राजीव सिंह की अदालत में चला। अभियोजन पक्ष की तरफ से मुकदमे की पैरवी कर रहे एडीजीसी प्रिय प्रताप चौहान ने बताया मुकदमे के दौरान कई गवाहों ने गवाही दी। कई साक्ष्य न्यायालय के सामने पेश किए गए। गवाहों की गवाही तथा साक्ष्य के आधार पर न्यायालय ने आरिफ व बन्ने खां को दोषी माना। न्यायालय ने दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। न्यायालय ने उन पर 35-35 हजार रुपये का अर्थ दंड लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उन्हें दो-दो वर्ष के अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी।

  • अचानक कोलकाता पहुंची प्रियंका गांधी

    अचानक कोलकाता पहुंची प्रियंका गांधी

    कोलकाता,। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को सरस्वती पूजा के दिन अचानक कोलकाता पहुंची। प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी दोपहर तकरीबन तीन बजे कोलकाता पहुंचीं। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा में प्रियंका गांधी नजर नहीं आईं थीं।

    सूत्रों के अनुसार बुधवार को जब सोनिया गांधी ने राज्यसभा नामांकन दाखिल किया तो प्रियंका गांधी जयपुर में मौजूद थीं। वहां से वह सीधे कोलकाता के लिए रवाना हुईं। वर्तमान स्थिति में प्रियंका गांधी का कोलकाता दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका के कोलकाता आने के पीछे तीन वजहें हो सकती हैं। एक तो बंगाल में एक शादी समारोह है जहां वह शामिल हो सकती हैं। दूसरा, प्रियंका गांधी के कुछ रिश्तेदार हावड़ा-आसनसोल और कोलकाता में हैं। वे उनमें से किसी से भी मिलने जा सकती हैं। तीसरा, प्रियंका गांधी का यह दौरा राजनीतिक भी हो सकता है। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस के सूत्र इस कारणों की पुष्टि नहीं कर सके हैं।

  • भाजपा ने मंडल स्तर पर कार्यशाला के लिए गठित की टीम, जिम्मेदारी तय

    भाजपा ने मंडल स्तर पर कार्यशाला के लिए गठित की टीम, जिम्मेदारी तय

    देहरादून,। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मार्च में प्रस्तावित लाभार्थी संपर्क अभियान की तैयारी के साथ लोकसभा और मंडल स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन कर रही है। इसके लिए पार्टी की ओर से लोकसभा स्तर पर पार्टी पदाधिकारियों की टीम का गठन किया गया है।

    प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बुधवार को बताया कि 01 मार्च से 3 दिन तक प्रदेश में व्यापक पैमाने पर लाभार्थी संपर्क अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान प्रत्येक कार्यकर्ता को 20 से 40 मतदाता परिवार से संपर्क कर सरकार के कामों और पार्टी गतिविधियों की जानकारी साझा करनी है। साथ ही लाभार्थी के नंबर से केन्द्र द्वारा दिये गये टोल फ्री नंबर 9638002024 पर मिस्ड कॉल कराने के साथ उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पत्र देकर उनके घर पर स्टीकर भी लगाने का कार्य किया जाएगा। इसके अतिरिक्त लाभार्थी के साथ फोटो एवं उनके अनुभव के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया, नमो एप एवं सरल एप पर अपलोड करने का भी काम संबंधित पदाधिकारियों को करने के लिए कहा गया है।

    उन्होंने बताया कि वर्तमान में लोकसभा स्तर पर कार्यशाला 11 से 15 फरवरी तक आयोजित की गयी है। इसके उपरांत मण्डल स्तर कार्यशाला 15 से 24 फरवरी तक आयोजित की जानी है। मण्डल कार्यशाला में अपेक्षित कार्यकर्ताओं में मण्डल अध्यक्ष, मण्डल प्रभारी, अभियान के मण्डल संयोजक/सह-संयोजक एवं लाभार्थी संपर्क करने जाने वाले कार्यकर्ता शामिल रहेंगे। कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को 20-40 लाभार्थियों के नाम आवंटन करना एवं सरल एप पर अपलोड करना बताया जाएगा। साथ ही लाभार्थियों की सूची और प्रचार साहित्य लाभार्थी संपर्क करने जाने वाले कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा।

    उन्होंने बताया कि टिहरी लोकसभा में होने वाले लाभार्थी संपर्क अभियान के लिए संयोजक राजकुमार, दायित्वधारी, सह-संयोजक मीरा सकलानी और रतन सिंह चौहान को बनाया गया है। इसी तरह पौड़ी के लिए संयोजक चंडी प्रसाद भट्ट, सह-संयोजक मीरा रतूड़ी एवं संपत सिंह रावत, अल्मोड़ा के लिए संयोजक गणेश भंडारी, सह संयोजक बसंती देवी व रवि रौतेला, नैनीताल के लिए संयोजक दिनेश आर्य, दायित्वधारी, सह संयोजक उषा चौधरी और रामपाल सिंह और हरिद्वार के लिए संयोजक श्यामवीर सैनी, दायित्वधारी, सह संयोजक नलिन भट्ट और अनु कक्कड़ को जिम्मेदारी दी गई गई है।

  • दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला

    दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला

    देहरादून,। उत्तराखंड शासन ने दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला किया है। संयुक्त सचिव श्याम सिंह की ओर से जारी आदेश के अनुसार सविन बंसल को अपर सचिव-आपदा प्रबंधन, कृषि एवं किसान कल्याण, परियोजना प्रबंधक-यूईएपी/यूडीआरपी/यूडीआर पी-अतिरिक्त अनुदान से हटाकर अपर सचिव-ग्राम्य विकास, आयुक्त-ग्राम्य विकास बनाया गया है।

    इसी तरह आनन्द स्वरूप से अपर सचिव-ग्राम्य विकास, निर्वाचन, आयुक्त-ग्राम्य विकास बदलकर अपर सचिव-आपदा प्रबंधन, कृषि एवं किसान कल्याण, परियोजना प्रबंधक-यूईएपी/यूडीआरपी/यूडीआर पी-अतिरिक्त अनुदान की जिम्मेदारी दी है।

  • भ्रष्टाचार में फंसे द्रमुक मंत्री सेंथिलबालाजी ने पद छोड़ने के बाद मांगी जमानत

    भ्रष्टाचार में फंसे द्रमुक मंत्री सेंथिलबालाजी ने पद छोड़ने के बाद मांगी जमानत

    चेन्नई । राज्य मंत्रिमंडल से अपने इस्तीफे का हवाला देते हुए द्रमुक नेता वी. सेंथिलबालाजी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) मामले में मद्रास उच्च न्यायालय (एमएचसी) के समक्ष अपनी जमानत याचिका में संशोधन किया है। सेंथिलबालाजी की ओर से पेश वरिष्ठ वकील आर्यमा सुंदरम ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का भी हवाला दिया कि सह-अभियुक्त की अनुपस्थिति जमानत से इनकार करने का आधार नहीं हो सकती क्योंकि सेंथिलबालाजी की जमानत से इनकार करने से पहले अदालत की इस प्रकार की कुछ मुख्य टिप्पणियां थीं।

    सेंथिलबालाजी की जमानत याचिका पर जस्टिस एन. आनंद वेंकटेश ने सुनवाई की। वरिष्ठ वकील आर्यमा सुंदरम ने कहा कि उनका मुवक्किल सीआरपीसी की धारा 439 और पीएमएलए की धारा 45 से संतुष्ट है। इसलिए, वह जमानत का हकदार है। वकील ने यह भी तर्क दिया कि प्रवर्तन निदेशालय -ईडी के अधिकारियों द्वारा उनके मुवक्किल के घर से जब्त किए गए डिजिटल सबूतों से छेड़छाड़ की गई थी, और प्रस्तुत किया कि पूर्व मंत्री के खिलाफ उनका मामला पूरी तरह से एक तरफा सबूतों पर आधारित है।

    यह भी बताया गया कि जब्त किए गए डिजिटल साक्ष्य यानी पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क संदिग्ध हैं। वकील ने कहा कि जब्त किए गए सबूतों को अदालत में जमा करने से पहले छह दिनों तक विशेष रूप से जांच एजेंसी के पास रखा गया था, इसलिए उनकी हिरासत में इसके साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। वकील ने यह कह कर संदेह जताया कि ईडी द्वारा दो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई हैं। पहली रिपोर्ट में कहा गया है कि जब्त पेन ड्राइव में 284 फाइलें हैं, जबकि दूसरी रिपोर्ट में कहा गया है कि पेन ड्राइव में 472 फाइलें मिली हैं। इसके अलावा, जब्ती के बाद पेन ड्राइव में कई नई प्रविष्टियां मिलीं। वकील ने कहा, उनके मुवक्किल से जब्त की गई हार्ड डिस्क ईडी द्वारा अदालत में जमा की गई हार्ड डिस्क से अलग है, इसके अलावा, डिजिटल साक्ष्य की फॉरेंसिक रिपोर्ट के बीच भी विरोधाभास है।

    उनके वकील ने कहा, “सेंथिलबालाजी की जमानत को अस्वीकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि ईडी ने तर्क दिया है कि उनके भाई अशोक कुमार की फरारी है। वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में माना है कि सह-अभियुक्तों की फरारी जमानत से इनकार करने का आधार नहीं है।” वकील ने आगे यह भी कहा कि उनके मुवक्किल को 270 दिनों से अधिक समय तक जेल में रखा गया और उन्होंने जमानत मांगी। प्रस्तुतीकरण के बाद, न्यायाधीश ने मामले को ईडी के प्रस्तुतीकरण के लिए 15 फरवरी तक के लिए पोस्ट कर दिया।