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  • मऊ मे भाजपा समर्थक शक्ति सिंह साहित डेढ़ सौ लोगो पर मुकदमा

    मऊ मे भाजपा समर्थक शक्ति सिंह साहित डेढ़ सौ लोगो पर मुकदमा


    मऊ। विना प्रसाशनिक अनुमति के शहर मे भाजपा समर्थको द्वारा रैली निकलना आखिर उन पर भारी पड़ ही गया। सपा की शिकायत और खबर प्रकाशन बाद प्रसाशन को हरकत मे आना पड़ा और एक को नामजद करते हुए सैकड़ो लोगो के खिलाफ कोतवाली पुलिस को निर्वाचन नियमावली के उल्लंघन आदि मे मुकदमा दर्ज करना पड़ा। पुलिस द्वारा यह मुकदमा करीब करीब २४ घंटे मे दर्ज किया गया।


    पुलिस सूत्रों के अनुसार कोतवाली के उप निरीक्षक संजय कुमार उपाध्याय ने मामले मे भा द वि की धारा १७१ एच, ३४१ और १८८ के तहत दर्ज किया गया है। मुकदमे बताया गया है की जब संजय कुमार उपाध्याय घटना दिवस के दिन समय करीब ७ बजे गाजीपुर तिराहे पर पहुचे तो वहा पर शक्ति सिंह अपने डेढ़ सौ समर्थको के साथ रोड जाम कर भाजपा गठबंधन उम्मीदवार के पक्ष मे नारेबाजी कर रहे थे, इस दौरान उनसे जब अनुमति की मांग की गई तो वे अनुमति पेपर को उम्मीदवारा के पास होने की जानकारी देते हुए अनुमति पत्र को दिखा नही सके।

    इस दौरान उनके पास छोटी बड़ी करी ७ वाहनो के साथ १०० से डेढ़ सौ लोग मौके पर थे। पुलिस द्वारा जिले मे धारा १४४ के लागू होने की जानकारी दी गई लेकिन वे लोग मौके से बने रहे, पुलिस को अपना कार्य करने भी बाधाए आई।

    बताते चले कि इस मामले की शिकायत सपा की ओर की किया गया। जिसके बाद प्रसाशनिक अमला हरकत मे आया और काफी जाँच के बाद भाजपाई शक्ति सिंह को नेतृत्वकर्ता बताते हुए कुल डेढ़ सौ लोगो पर मुकदमे कायम किये गये। पुलिस ने घटना स्थल पर विडिओ ग्राफी भी किया है। मुकदमा अपराध संख्या १८२/२०२४ है।

  • मऊ मे भाजपा ने बिना अनुमति निकली रैली, शिकायत

    मऊ मे भाजपा ने बिना अनुमति निकली रैली, शिकायत


    मऊ। भाजपा और सुभासपा गठबंधन उम्मीदवारा के द्वारा बीती रात को प्रसाशन से बिना अनुमति शहर मे रैली निकालने के मामले को लेकर प्रसाशन गंभीर हो गया है। निर्वाचन नियमावली के अनुसार नगर मजिस्ट्रेट द्वारा कार्यवाही की प्रक्रिया को अपनाये जाने की खबर है। मामले मे सपा के शिव प्रताप यादव ने नगर मजिस्ट्रेट से शिकायत की है।


    विभागीय सूत्रों के अनुसार बीते २९ मई २०२४ की रात ९ बजे को समाजवादी पार्टी उम्मीदवार राजीव राय की रैली निकाले जाने को लेकर नगर मजिस्ट्रेट मऊ द्वारा अनुमति दी गई थी।

    अभी सपा उम्मीदवारा इस मामले मे रैली निकालते इससे पहले भाजपा सुभासपा उम्मीदवार अरविन्द राजभर ने उसी इलाके बिना प्रसाशनिक आदेश के रैली निकाल ली।

    बिना आदेश रैली निकालने को लेकर समाजवादी नेता शिव प्रताप यादव ने नगर मजिस्ट्रेट से शिकायत कर मामले मे कार्यवाही के लिए आवेदन किया गया है।

    नगर मजिस्ट्रेट ने इस मामलेंको गंभीरता से लेते हुए मामले मे निर्वाचन नियमावली के अनुसार कार्यवाही का भरोसा दिया है।

  • सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर को बड़ा झटका, पदाधिकारियो समेत दर्जनों ने पार्टी छोड़, SSSP मे जताई आस्था

    सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर को बड़ा झटका, पदाधिकारियो समेत दर्जनों ने पार्टी छोड़, SSSP मे जताई आस्था


    मऊ। लोकसभा चुनाव ( मतदान) पूर्व ओम प्रकाश राजभर और उनकी पार्टी सुभासपा को बुधवार को बड़ा झटका लगा है। दर्जनों की संख्या मे सुभासपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओ ने उनको और उनकी पार्टी को छोड़कर सुहेलदेव स्वाभिमान समाज पार्टी मे आस्था जताई है।


    राजनितिक गलियारों से छनकर आ रही खबरों के मुताबिक सुभासपा मे पदाधिकारी और कार्यकर्ताओ के साथ उनके शीर्ष नेताओ के द्वारा किये जा रहे उपेक्षापूर्ण व्यवहार से पार्टी मे खींचतान का माहौल है।

    अभी भी बहुतेरे कार्यकर्ताओ मे असंतोष है। बुद्धवार को सुभासपा छोड़कर दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी जोइन कर लिया है।

    सुभासपा और बीजेपी गठबंधन उम्मीदवारा अरविन्द कुमार राजभर को उनकी पार्टी मे पड़ी दरार का कितना नुकसान पहुंचेगा, इस पर कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगी।

  • E Paper 27 to 3 june

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  • मऊ जीआरपी सिपाही द्वारा NDPS मामले में 5 लाख मांगने के आरोप

    मऊ जीआरपी सिपाही द्वारा NDPS मामले में 5 लाख मांगने के आरोप

    — एसओजी और जीआरपी की मिली भगत मे बदमाशों से उनके बचाव के बदले मांगी जा रही रकम की ऑडिओ क्लिप ने जिला पुलिस और जीआरपी पुलिस मे ब्याप्त भ्रष्टाचार को पोल खोलती ऑडिओ एक बानगी है।

    ब्रह्मा नन्द पाण्डेय – (Advocate High Court Alld)

    मऊ। जिले की जीआरपी पुलिस के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए, एक बदमाश से उसी के बचाव मे मांगी जा रही रकम का एक वायरल ऑडिओ क्लिप मे जिले की “एसओजी” और जीआरपी पुलिस के भ्रस्टाचार की पोल खोल दी है। मामले मे आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी, यूपी को 5.47 मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग भेज कर उसकी जांच और कार्रवाई की मांग की है.।

    आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने खरी दुनिया से बातचीत मे बताया कि जाँच कर कारवाही के लिए पुलिस प्रमुख को दी गई ऑडिओ लगभग 15 दिन पुराना बताया है, जो थाना जीआरपी मऊ में नियुक्त मुख्य आरक्षी धनंजय सिंह का देवरिया के एक अपराधी के साथ बताया जाता है.

    बातचीत में एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार एक व्यक्ति को छुड़ाए जाने के लिए पुलिसकर्मी द्वारा 5-6 लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. साथ ही बातचीत में एसओजी के तमाम सिपाहियों के संबंध में भी चर्चा की गई है तथा बातचीत से स्पष्ट हो जाता है कि मऊ जीआरपी तथा एसओजी के तमाम सिपाही लगातार अपराधियों के साथ निकट सांठगांठ में हैं और धन उगाही कर रहे हैं.

    अमिताभ ठाकुर ने एनडीपीएस जैसे अत्यंत गंभीर मामले में इस प्रकार खुलेआम रिश्वत मांगे जाने सहित बातचीत के अन्य बिंदुओं को अत्यंत गंभीर बताते हुए डीजीपी से अपने स्तर से इसकी जांच कर कठोरतम कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

  • मऊ के बंदना नर्सिंग होम के संचालन पर डीएम से हाई कोर्ट ने तलब किया इंस्ट्रक्शन

    मऊ के बंदना नर्सिंग होम के संचालन पर डीएम से हाई कोर्ट ने तलब किया इंस्ट्रक्शन

    — जिले मे संचालित अबैध हॉस्पिटलो मे शामिल बंदना नर्सिंग होम को लेकर दाखिल पहली जनहित याचिका, मे कोर्ट ने डीएम से तलब किया “इंस्ट्रक्शन”


    — जिले मे और अबैध हॉस्पिटलो को लेकर “खरी दुनिया” द्वारा जनहित याचिका की तैयारी


    ब्रह्मा नंद पाण्डेय – (अधिवक्ता उच्च न्यायालय, इलाहाबाद)


    मऊ। जिले मे अबैध नर्सिंग होमो मे शामिल बंदना नर्सिंग होम के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका की सुनवाई दौरान मा उच्च न्यायालय ने डीएम मऊ से “इंस्ट्रक्शन” तलब किये जाने की खबर है।
    नर्सिंग होम पर मा० उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुधीर सिंह को इलाज के दौरान उन्हे अस्पताल मे बिजली के झटके भी लगे थे, अधिवक्ता ने इस बात की शिकायत जिलाधिकारी मऊ से क्लिनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट की धारा ३२ के तहत की थी।

    शिकायत के बाद मामले मे कार्यवाही नही होने के कारण अधिवक्ता द्वारा मा० उच्च न्यायालय मे जनहित याचिका संख्या १०७४/२०२४ दाखिल किया गया। मंगलवार को सुनवाई के दौरान मा० उच्च न्यायालय ने मामले मे जिलाधिकारी मऊ से इंस्ट्रक्शन तलब किया है।

    अस्पताल भवन के उपर से हाई पावर बिजली के तारो का गुजरना और इलाज दौरान अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह को अस्पताल मे लगे बिजली के झटके अब अस्पताल प्रबंधन पर भारी पड़ सकते हैं । उल्लेखनीय है कि जिले में अबैध हॉस्पिटलो के संचालन को लेकर प्रसाशनिक उपेक्षा अब भारी पड़ सकती है।

    खरी दुनिया भी अबैध हॉस्पिटलो को लेकर जनहित याचिका की तैयारी मे, साक्ष्य संकलन मे तेजी

    मऊ मे अबैध हॉस्पिटलो को लेकर खरी दुनिया द्वारा भी एक जनहित याचिका की तैयारी की जा रही है। इस याचिका मे
    वर्ष २००५ मे एक गैर सरकारी सस्था के द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद के लखनऊ खंडपीठ मे दाखिल जनहित याचिका संख्या ५६९६ (एम बी) /२००५ मे पारित आदेश का पालन नही करने पर सवाल होगा।

    खरी दुनिया ने अधिकांश अबैध हॉस्पिटलो को लेकर विभाग से साक्ष्यों का संकलन कर लिया है। उल्लेखनीय है कि जिले मे अधिकांश निजी हॉस्पिटलो के द्वारा अविधिपूर्ण तरीके से फायर डिपार्टमेंट से एन ओ सी लेकर रिहायसी भवनो मे अस्पतालो का संचालन किया जाता है।

    “खरी दुनिया” द्वारा भी एक जनहित याचिका की तैयारी की जा रही है, जिसमे फायर डिपार्टमेंट से अविधिपूर्ण तरीके से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर, हॉस्पिटलो का अबैध संचालन पर सवाल शामिल होगा।

  • पीलीभीत मे दारोगा ने किया आत्महत्या का प्रयास, जांच

    पीलीभीत मे दारोगा ने किया आत्महत्या का प्रयास, जांच


    (ब्रह्मा नंद पाण्डेय)


    पीलीभीत। पीलीभीत मे उच्चाधिकारी की डांट से परेशान एक दारोगा द्वारा रविवार को आत्महत्या की कोशिश किये जाने की खबर है। हालत बिगड़ने पर दरोगा को मेडिकल कॉलेज मे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जहाँ उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। बहरहाल एसपी अविनाश पाण्डेय की पुलिस मामले की जाँच कर रही है।


    पुलिस सूत्रों के अनुसार पीलीभीत के दरोगा देवेंद्र राणा की किसी बात को लेकर एक उच्चधिकारी ने उन्हे गाली गुप्ता देते हुए डांट दिया था। उच्चाधिकारी से हुई इस घटना से आहत दारोगा ने रविवार को आत्महत्या के प्रयास मे तथाकथित दवाओ की कई गोलिया गटक ली थी। गोलिया क्यो खाई इस पर पीड़ित दरोग ने इलाज मे लगी चिकित्सक सुरभी सिंह को कोई बयन् नही दिया है। लेकिन आठ दस गोलिया खाने वाला, वह भी पढ़ा लिखा ब्यक्ति, क्यो खायेगा ? समझने वाला है।

    हालत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज मे भर्ती कराया गया जहा उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस मामले को लेकर कोई भी उच्चाधिकारी मुह खोलने को तैयार नही है। उल्लेखनीय है कि बतौर एसपी अविनाश पाण्डेय के कार्यकाल मे कई दरोगाओ के साथ एसपी दफ्तर मे गाली गुप्ता के साथ लोटा वार की घटनाये हुई लेकिन किसी पीड़ित ने जुबान नही खोली।

    इस मामले मे भी कोई अफसर मुह खोलने को तैयार नही रहा। कई दारोगा तो इंचार्जेशीप छोड़कर नौकरी करने को बाध्य रहे तो कई स्थानातरण करवा कर खुद बाहर हो लिए। बहरहाल एसपी अविनाश पाण्डेय के इस अपराधिक कृत्य का खरी दुनिया के पास कोई साक्ष्य नही है लेकिन वे गलत को सही और सही को गलत करने के लिए अफसरों पर दबाव डलवाने का काम करते है।

    बतौर एसपी के ही दबाव मे उनके पूर्व के तैनाती जनपद मऊ मे कई बदमाशों के खिलाफ मुकदमे दर्ज नही किये गये तो कइयो को निर्दोष होते हुए जेल तक भेजा गया है। एसपी के इस अपराधिक कृत्य मे उनके सहित दो लोगो पर अवमान अधिनियम की कार्यवाही मा० उच्च न्यायालय मे पेंडिंग है तो एक के दाखिले की तैयारी है।

    रही बात जाँच कि तो जांच मे दारोगा के द्वारा आत्महत्या के प्रयास के मामले मे भी वाही हाल होने से खरी दुनिया का इंकार नही है, जो मऊ मे पुलिस द्वारा किये गये अपराधिक कृत्यो की जाँच मे हुआ है। इस मामले मे भी किसी अधिकारी की डांट के आने की बात झूठ साबित होने से इंकार नही है।


    एसपी अविनाश पाण्डेय के अपराधिक कृत्यो का साक्ष्यों को कई जांच मे मिल चुकी है क्लीन चीट
    मऊ मे भाजपा नेता राकेश गुप्ता को फर्जी मामले मे फंसाने को लेकर शासन स्तर से जाँच मे जांच अधिकारियो ने उनके बचाव मे कार्य किया है।

    तटस्ट जाँच मे एसपी अविनाश पाण्डेय के अपराधिक कृत्यो के कई प्रमाण “खरी दुनिया” के पास है। बस जांच पुलिस महकमे को छोड़ किसी अन्य ऐसी एजेंसी से हो, जो तथ्यों की जांच कर कार्यवाही करने वाली हो अन्यथा एसपी अविनाश पाण्डेय हमेशा अपने अपराधिक कृत्यो मे बचते रहेंगे।

    ब्तौर् एसपी अविनाश अपने अधीनस्थो से गलत को सही और सही को गलत करवाने का कम करते है। तैनाती जनपद मऊ के दौरान एसपी अविनाश ने जिले मे अबैध संचालित निजी नर्सिंग होमो की पैरवी मे खरी दुनिया को अपने अधीनस्थ से फोन करवा कर धमकी दिलवाई थी। एसपी खरी दुनिया मे छप रही खबरों पर धमकी के माध्यम से बिच मे लिफाफा लेकर विराम लगवाना चाहते थे।

  • राजकोट गेम जोन हादसे में मृतकों की संख्या 28 हुई, संचालक समेत 10 गिरफ्तार

    – गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी राजकोट रवाना, रात 2 बजे घटनास्थल पहुंचेंगे, अधिकारियों संग करेंगे मीटिंग

    राजकोट। राजकोट शहर के कालावड रोड पर टीआरपी गेम जोन में आग की घटना ने राज्य भर में हड़कंप मचा दिया है। घटना में मृतकों की संख्या 28 पहुंच गई है। अभी कई लापता हैं, जिनकी खोजबीन जारी है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के आदेश पर राज्य के गृह राज्य मंत्री राजकोट के लिए रवाना हो गए हैं। वे रात्रि 2 बजे के करीब राजकोट पहुंचेंगे। यहां वे सबसे पहले घटनास्थल, सिविल हॉस्पिटल जाने के बाद अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। राज्य सरकार ने राज्य के सभी गेमजोन की जांच करने और बिना फायर सेफ्टी परमिशन वाले गेमजोन बंद करने का आदेश दिया है।

    फायर ब्रिगेड के अधिकारी आई वी खेर के अनुसार सयाजी के पीछे टीआरपी मॉल के अंदर शनिवार शाम आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटनास्थल पर रवाना कर दी गई। अंदर तेजी से जलने वाली वस्तुओं के होने की वजह से आग तेजी से फैलते चली गई। आग इतनी भीषण थी कि करीब 5 किलोमीटर दूर से धुएं का गुबार उठता दिखाई दे रहा था। स्ट्रक्चर कोलेप्स होने के कारण फायर फाइटिंग में दिक्कत आई। आग में कई लोगों के फंसे होने की जानकारी पर मौके पर एम्बुलेंस भी तैनात किए गए। आग के विकराल रूप को देखते हुए फायर कॉल घोषित किया गया। 15 से अधिक बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग बुझाने में सफलता मिली है लेकिन टीन के शेड होने की वजह से फायर ब्रिगेड के जवानों को अंदर जाने में मुश्किल हो रही थी। देर शाम एक के बाद शव निकलते चले गए। 28 शवों को मलबे से निकाला जा चुका है। जबकि अभी कई अन्य लोगों के फंसे होने की जानकारी है। जले हुए शवों की हालत इतनी खराब है कि उन्हें पहचानना मुश्किल है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने बताया कि शवों की पहचान के लिए इनका तत्काल डीएनए टेस्ट कराया जा रहा है। इसके बाद परिजनों को सौंपा जाएगा।

    5 साल पहले सूरत में हुआ था तक्षशिला अग्निकांड

    सूरत की तक्षशिला कोचिंग हादसे के करीब 5 साल बाद एक बार फिर गुजरात के राजकोट में गेमजोन अग्निकांड ने लोगों का दिल दहला दिया है। तक्षशिला कांड 24 मई, 2019 को सूरत में हुआ था, जब कोचिंग इस्टीट्यूट में आग लगने से 22 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें सभी छात्र-छात्राएं थीं। मामले में 10 लोगों को आरोपित बनाया गया था, लेकिन अब सभी जमानत पर रिहा हो चुके हैं। परिजनों को अभी न्याय का इंतजार है।

  • एसपी अविनाश पाण्डेय ने मऊ के बाद पीलीभीत मे भी शुरु कर दिया सच को झूठ,झूठ को सच बना फर्जी मुकदमे कायम कराने का खेल

    एसपी अविनाश पाण्डेय ने मऊ के बाद पीलीभीत मे भी शुरु कर दिया सच को झूठ,झूठ को सच बना फर्जी मुकदमे कायम कराने का खेल


    पीलीभीत। पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने पीलीभीत मे भी “सच को झूठ” और “झूठ को सच” बनाने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का काम शुरु कर दिया है। होमगार्ड द्वारा दुकानदार से जबरन सामान ले कीमत नही देने की शिकायत करने वाले दुकन दारो पर एसपी ने उलटे मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी ने जनपद मऊ मे बहुत ऐसे मामलो मे ऐसे ही सच को झूठ और झूठ को सच बनाने का खेल खेला है।


    पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय के उपर उनके तैनाती स्थल जनपद मऊ मे भी सच को झूठ, और झूठ को सच करने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का आरोप लग चुका है। एसपी के इस आरोप को मा उच्च न्यायालय इलाहाबाद भी उनके द्वारा फर्जी साक्ष्यों के आधार पर दर्ज कराये गये केस मे आरोपों को नही बनने का मुहर लगा चुका है।

    बावजूद इसके एसपी सच को झूठ और झूठ को सच बनाने मे रोज अधिकांश निर्दोषों पर कार्यवाही करने मे पदीय अधिकारो का दुरूपयोग करते रहे है। दुरूपयोग का अब यह काम उन्होंने यूपी के जनपद मऊ के बाद पीलीभीत मे शुरु कर दिया है।

    पीलीभीत के न्यू एरिया इलाके के एक दुकानदार से होमगार्ड द्वारा जबरदस्ती समान ले कर कीमत नही देने की शिकायत एसपी अविनाश पाण्डेय को नागवार लगी तो इन्होने शिकायत कर्ता पर ही सरकारी काम मे बाधा डालने आदि के आरोप मे दुकानदारो पर मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी की इस कार्य प्रणाली से इलाकई दुकानदारों मे आक्रोश मे है। मजे कि बात यह है कि एसपी ने अभी तक होमगार्ड के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की है।

  • मऊ मे अबैध संचालित अबैध हॉस्पिटलो पर कार्यवाही कब ? दिल्ली मे अबैध संचालित बेबी केयर सेंटर मे तो राजकोट मे आग, कई मरे, मुकदमा

    मऊ मे अबैध संचालित अबैध हॉस्पिटलो पर कार्यवाही कब ? दिल्ली मे अबैध संचालित बेबी केयर सेंटर मे तो राजकोट मे आग, कई मरे, मुकदमा

    जिले मे अविधिपूर्ण तरीके से संचालित हो रहे है प्रकाश हॉस्पिटल, राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल, राजनितिक ऊँचे रसुख तो नही है प्रसाशनिक कार्यवाही मे अवरोधक

    मऊ। जिले मे अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन की NOC हथियाकर संचालित अबैध हॉस्पिटलो के प्रति जिला प्रसाशन द्वारा की जा रही उपेक्षा का दिल्ली मे बीती रात बेबी केयर सेंटर मे और राजकोट के गेमिंग सेंटर मे हुई अगलगी से सबक लेना चाहिए।
    दिल्ली के बेबी केयर सेंटर मे बीती रात् हुई अगलगी मे अबोध नवजात बालको की असमय मौत से सबक लेना चाहिए तो.

    गेमिंग जोंन मे भी लगी आग मे मौत के मुह मे समाये दर्जनों लोगो को भी याद करते हुए जिले मे अबैध रूप से संचालित प्रकाश हॉस्पिटल, राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल की जाँच कर कार्रवाई करनी चाहिए।

    ये सभी हॉस्पिटल मुख्य अग्नि समन अधिकारी के दफ्तर को लिफाफा देकर अविधिपूर्ण तरीके से हासिल की गई अनापत्ति प्रमाण प्रमाण पत्र के सहारे विभागीय अधिकारियो को भी लिफाफा देते हुए ऊँचे राजनितिक रसुख के कारण संचालित किये जा रहे है। इन सभीबका संचालन जंकल्याण समिति के द्वारा मा उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच मे दाखिल ५६९६ एम बी /२००५ मे पारित आदेश के बिपरीत संचालित हो रहे है।