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  • शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर बिकवाली का दबाव, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के

    शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर बिकवाली का दबाव, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के

    नई दिल्ली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ही घरेलू शेयर बाजार में दबाव बना नजर आ रहा है। आज के कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी। लेकिन बाजार खुलने के बाद से ही बिकवाल पूरी तरह से हावी हो गए, जिसके कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक गिरते चले गए। पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.31 प्रतिशत और निफ्टी 0.38 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे।

    शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में डिवीज लेबोरेट्रीज, अपोलो हॉस्पिटल, विप्रो, डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज और एचसीएल टेक्नोलॉजी के शेयर 2.73 प्रतिशत से लेकर 1.57 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे। दूसरी ओर कोल इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, ओएनजीसी, बीपीसीएल और एनटीपीसी के शेयर 4.11 प्रतिशत से लेकर 2.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे।

    अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,094 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी। इनमें से 537 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,557 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 9 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे। दूसरी ओर 21 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 18 शेयर हरे निशान में और 32 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे।

    बीएसई का सेंसेक्स आज 126.82 अंक की मजबूती के साथ 71,722.31 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होने के कुछ मिनट बाद ही बाजार पर बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण ये सूचकांक लगातार गिरता चला गया। हालांकि खरीदारों ने बीच-बीच में लिवाली का जोर बनाने की भी कोशिश की, लेकिन बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि इस सूचकांक की गिरावट लगातार बढ़ती गई। बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 220.70 अंक की कमजोरी के साथ 71,374.79 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

    सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 18.30 अंक की बढ़त के साथ 21,800.80 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलने के तुरंत बाद बिकवाल हावी हो गए, जिसके कारण ये सूचकांक भी लुढ़क कर लाल निशान में पहुंच गया। खरीदारी की छिटपुट कोशिशों के बावजूद इस सूचकांक की कमजोरी लगातार बढ़ती गई। बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 83.35 अंक टूट कर 21,699.15 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

    मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच आज प्री ओपनिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजार ने बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की थी। इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 80.23 अंक की तेजी के साथ 71,675.72 अंक के स्तर पर था। वहीं, निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 24.55 अंक मजबूत होकर 21,807.05 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था।

    इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 167.06 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की मजबूती के साथ 71,595.49 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी ने 64.55 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की छलांग लगा कर 21,782.50 अंक के स्तर पर शुक्रवार के कारोबार का अंत किया था।

  • खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंडस्ट्री अकादमिक इनीशिएटिव के दूसरे दिन विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के प्रमुख अधिकारियों एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा के दौरान विभिन्न प्रस्ताव दिए गए।

    विश्वविद्यालय के उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रोफेसर एसके कटियार ने बताया कि इस कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के 8 अधिकारी, 7 उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञ, एक आईसीएआर शोध संस्थान के वैज्ञानिक तथा एक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

    पेप्सी कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शिव कौशिक ने श्री अन्न से बनने वाले पेय उत्पादों को विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं पेप्सी कंपनी के बीच समझौता करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर की, कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में रियायतें देती है तो उनकी कंपनी झांसी में अपनी फैक्ट्री लगा सकती है। सिट्रस प्रोसेसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) मुनीश त्यागी ने बुंदेलखंड में सिट्रस की संभावनाओं को देखते हुए नए सिट्रस प्रोडक्ट विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से एम ओ यू साइन करने का प्रस्ताव दिया।

    स्नैक्स बनाने वाली डीजीएम फूड कंपनी के मुख्य शोध एवं विकास अधिकारी प्रोफेसर नेपाल सिंह ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर के लिए इच्छा जताई। ग्रुप के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज चौहान ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट के लिए सहमति जताई। वहदम टीस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आर सी पाराशर ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ समझौता कर यहां के छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट में सहयोग देने का आश्वासन दिया।

    अदानी विल्मर लिमिटेड कंपनी के क्वालिटी कंट्रोल एवं क्वालिटी एश्योरेंस विभाग के प्रमुख अनिल गुप्ता ने बताया कि अदानी ग्रुप बुंदेलखंड औद्योगिक विकास एवं प्राधिकरण में अपनी कंपनी स्थापित कर सकता है। फूड कंसलटेंट एसके सिंह ने बीड़ा के अंतर्गत लगने वाली फूड फैक्टरीज में कंसलटेंसी देने की इच्छा जताई। भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्योरशिप के सेक्टर स्किल काउंसिल में तैनात डॉक्टर ममता ने आश्वासन दिया कि फूड प्रोसेसिंग स्किल सेक्टर काउंसिल द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की हर संभव मदद की जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी इरविन कॉलेज की प्रोफेसर संगीता ग्रूमर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा मोटे अनाज से बने उत्पादों की काफी सराहना की एवं साथ मिलकर नए अन्य उत्पाद विकसित करने का विचार रखा। आईसीएआर नई दिल्ली की प्रधान वैज्ञानिक एवं आईएफएससी एफएसएसएआई की पूर्व निदेशक डॉ मीनाक्षी सिंह ने कहा कि वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।

    उन्होंने एफएसएसएआई की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। संत लोगोंवाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लुधियाना के प्रो कमलेश प्रसाद एवं प्रो. प्रद्युम्न कुमार ने केंद्र सरकार की कुछ नई परियोजनाओं के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जाहिर की। स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी के डॉ हरीश कुमार ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फूड प्रोसेसिंग नीति 2023 के माध्यम से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विभिन्न परियोजनाओं को दिलाने में सहायता करेंगे।

    एमसीएम डीएवी वूमेन कॉलेज के फूड साइंस विभाग की अध्यक्ष प्रोफ़ेसर गीता मेहरा ने नए फूड उत्पादों को विकसित करने के लिए साथ में काम करने के लिए इच्छा जाहिर की। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल टीचर्स की अपर निदेशक डॉ प्रीति पंत द्वारा फूड टेक्नोलॉजी के छात्रों को एफएसएसएआई की ट्रेनिंग दी गई और भविष्य में नए छात्रों को ट्रेनिंग देने का आश्वासन दिया।

  • भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत पर पहुंचा

    भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत पर पहुंचा

    नई दिल्ली। भारत में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के मोर्चे पर एक अच्छी खबर आई है। दिसंबर, 2023 में भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया है। इसके पहले नवंबर, 2023 में यह आंकड़ा 2.4 प्रतिशत के स्तर पर था। हालांकि, सालाना आधार पर देखें तो आईआईपी के स्तर में गिरावट आई है। दिसंबर, 2022 में भारत का औद्योगिक उत्पादन 5.1 प्रतिशत के स्तर पर था।

    सांख्यिकी और कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत की औद्योगिक विकास दर अप्रैल से लेकर दिसंबर में से लेकर दिसंबर, 2023 के बीच 6.1 प्रतिशत थी, जबकि इसके पहले के साल में यानी 2022 के अप्रैल से लेकर दिसंबर के महीने तक औद्योगिक विकास दर 5.5 प्रतिशत के स्तर पर थी। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि औद्योगिक विकास दर का आंकड़ा औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर जारी किया गया है।

    मंत्रालय की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक दिसंबर, 2023 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में उत्पादन 3.5 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि 1 साल पहले इसी अवधि में मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र का उत्पादन 3.6 प्रतिशत बढ़ा था। इसके अलावा दिसंबर, 2023 में पावर प्रोडक्शन में 1.2 प्रतिशत की दर से और माइनिंग प्रोडक्शन में 5.1 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीने यानी अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच भारतीय औद्योगिक उत्पादन की कुल वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही है, जबकि 2022 में अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच की अवधि में ये आंकड़ा 5.5 प्रतिशत का था।

  • राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करेगी योगी सरकार

    राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करेगी योगी सरकार

    – 40 किलोवॉट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों को स्थापित करने की प्रक्रिया हुई शुरू

    – संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करने की प्रक्रिया को मिली प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति

    – 3.10 करोड़ रुपए से संस्थानों में सौर ऊर्जा संयंत्रों की होगी स्थापना कार्य

    – प्रदेश की हरदोई, पीलीभीत, बाराबंकी, मथुरा, कन्नौज, देवरिया व आगरा के अलावा पूर्वांचल की कुशीनगर और महाराजगंज के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को मिलेगा लाभ

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश को विकास के नए सोपानों की ओर अग्रसर कर रही योगी सरकार ने प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत कार्ययोजना पर कार्य करना शुरू कर दिया है। इनमे पूर्वांचल मे कुशीनगर और देवरिया जिले भी शामिल हैं।

    एक तरफ, उत्तर प्रदेश में अयोध्या व वाराणसी को मॉडल सोलर सिटीज के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया जारी है, दूसरी तरफ प्रदेश के सरकारी विभागों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए रूफटॉप सोलर पैनल इंपैनलमेंट प्रोजेक्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब 13 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करने की प्रक्रिया शुरू है। योगी सरकार द्वारा 3.10 करोड़ रुपए की धनराशि को प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए धनराशि जारी कर दी गई है। इसके जरिए हरदोई, पीलीभीत, कुशीनगर, बाराबंकी, मथुरा, महाराजगंज, कन्नौज, देवरिया व आगरा के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा संयंत्र युक्त बनाने की प्रक्रिया को गति देने में मदद मिलेगी।

    कई जिलों के प्रशिक्षण संस्थान होंगे लाभान्वित

    मुख्यमंत्री योगी के विजन अनुसार तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार जिन 13 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा संयंत्रों से युक्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है उनकी क्षमता 40 किलोवॉट होगी। इसमें प्रत्येक राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को 23.88 लाख रुपए से रूफटॉप इनेबल्ड सोलर पैनल इंपैनलमेंट व सोलर पावर प्लांट की स्थापना, क्रियान्वयन व संचालन के कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। जिन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा उनमें हरदोई का पिहानी, पीलीभीत का बरखेड़ा, कुशीनगर का नौरंगिया व हाटा, बाराबंकी का फतेहपुर, मथुरा का गोवर्धन, महाराजगंज का माधोनगर, निचलौल व नौतनवा, कन्नौज का छिबरामऊ व तिर्वा, देवरिया का बरहज तथा आगरा का एत्मादपुर प्रमुख हैं।

    सभी प्रक्रियायों को रूलबुक के अनुसार किया जाएगा पूर्ण

    चयनित 13 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को सौर ऊर्जा संयंत्र युक्त करने के लिए योगी सरकार द्वारा व्यवसायिक शिक्षा और उद्यमशीलता विभाग के प्रशिक्षण एवं सेवायोजन प्रखंड को निर्देश दिए गए हैं। संस्थानों को सौर ऊर्जा युक्त करने का कार्य प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के निदेशक की देखरेख में होगा। इन सभी क्रय व संचालन कार्यों को उत्तर प्रदेश शासन की रूलबुक अनुसार पूरा किया जाएगा तथा उच्च गुणवत्ता समेत तमाम मानकों को सुनिश्चित किया जाएगा। इस कार्य को पूरा करने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग के साथ समन्वय भी स्थापित किया जाएगा तथा उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) की देखरेख में इस कार्य को पूर्ण किया जाएगा।

  • ज्ञानवापी में नमाज रोकने की मांग को लेकर विहिप का प्रदर्शन, प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन

    ज्ञानवापी में नमाज रोकने की मांग को लेकर विहिप का प्रदर्शन, प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन

    फतेहपुर। अखिल भारत हिन्दू महासभा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन देकर ज्ञानवापी में नमाज पढ़ने पर रोक लगाये जाने की मांग उठाई।

    अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश महासचिव मनोज त्रिवेदी के नेतृत्व में विहिप कार्यकर्ताओं ने कार्यालय से जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे और काशी के ज्ञानवापी में मुस्लिम समाज के द्वारा पढ़ी जा रही नमाज पर रोकने लगाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी किया।प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए प्रदेश महासचिव मनोज त्रिवेदी ने कहा कि इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि 1669 में औरंगजेब ने भगवान शिव की नगरी काशी में ज्ञानवापी परिसर स्थित मंदिर को ध्वस्त कर मस्जिद का निर्माण कराया गया था।

    केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रयास से पिछले दिनों ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व विभाग सर्वेक्षण की रिपोर्ट में ज्ञानवापी परिसर में श्रंगार, मंडप, ज्ञान मंडप, ऐश्वर्य मंडप मूर्ति, शिवलिंग, स्वस्तिक आदि के प्रमाण मिले हैं।जिसके बाद न्यायालय ने रिपोर्ट के आधार पर मुसलमानों के द्वारा पढ़ी जा रही नमाज पर रोक लगाने का आदेश दिया है।

    हमारी मांग है कि मुस्लिम समाज के द्वारा पढ़ी जाने वाली नमाज को बन्द कराकर ज्ञानवापी को ही हिंदुओं को सौपा जाया। जिससे वहां पर एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा सके।

    इस मौके पर रमा शंकर शुक्ला, संगीता गुप्ता, निरंजन श्रीवास्तव, स्वामी दयानंद बाबा, अर्जुन प्रसाद, डॉक्टर प्रमोद कुमार पांडेय, करन सिंह पटेल, राजा राम मौर्य, श्रवण कुमार,पुष्पा गुप्ता, शशिकांत मिश्रा सहित संगठन के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

  • बाराबंकी में हरियाणा के दो तस्कर गिरफ्तार

    बाराबंकी में हरियाणा के दो तस्कर गिरफ्तार

    बाराबंकी। हैदरगढ़ पुलिस ने बिहार से डोडा (पोस्ता छिलका) खरीद कर हरियाणा जा रहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। चार पहिया वाहन बरामद हुआ है। पुलिस ने दोनों तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

    हैदरगढ़ थाना पुलिस ने मैनुअल इन्टेलीजेन्स के आधार पर दो तस्कर पंजाब राज्य के रहने वाले सुखचैन सिंह, गोपी सिंह को बड़ा गांव कस्बा के पास से गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 89 किलो 33 ग्राम अवैध मादक पदार्थ डोडा (पोस्ता छिलका), कार और अन्य चीजें बरामद हुई है। थाना प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया तस्कर मादक पदार्थ बिहार से खरीदकर हरियाणा ले जाया जा रहा था। बरामदगी के आधार पर पुलिस ने दोनों तस्करों के विरुद्ध थाना हैदरगढ़ में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है।

  • आजमगढ़ में ऑटो रिक्शा में दो बोरी में पशु का मांस मिला

    आजमगढ़ में ऑटो रिक्शा में दो बोरी में पशु का मांस मिला

    आजमगढ़। जहानागंज थाना के जहानागंज कस्बा में सोमवार को ऑटो रिक्शा में पशु का मांस दो बोरी मिलने से सनसनी मच गई। स्थानीय लोगों ने ऑटो रिक्शा रोक लिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मांस की बोरियो व ऑटो रिक्शा को कब्ज़े में ले लिया।

    जहानागंज कस्बा में सोमवार को जा रहे एक ऑटो रिक्शा में लदी दो बोरियों से खून टपकता देख स्थानीय लोगों ने ऑटो को रुकवाया तो चालक ऑटो को छोड़कर फरार हो गया। लोगों ने बोरी में पशु के मांस को देखा तो इसकी सूचना जहानागंज थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बोरी समेत ऑटो रिक्शा को जब्त कर लिया। बरामद मांस समेत ऑटो रिक्शा को पुलिस जहानागंज थाना पर ले गई।

    मामले में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि जहानागंज कस्बा में ऑटो रिक्शा में दो बोरी मांस के साथ एक पोटली में काले रंग की पड़वे की खाल बरामद की गई है। जिससे प्रतीत हो रहा है कि यह मांस भी पड़वे का है। मांस की जांच के लिए पुलिस इसको प्रयोगशाला भेज रही है। मामले में शीघ्र ही आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। विवेचना के आधार पर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

  • यूपीसीए में फैले भ्रष्टाचार की जांच विजिलेन्स और सीबीसीआईडी से कराने की मांग

    यूपीसीए में फैले भ्रष्टाचार की जांच विजिलेन्स और सीबीसीआईडी से कराने की मांग

    – यूपीसीए से जुड़े अधिकारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा पत्र

    कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में व्याप्त भ्रष्टाचार की जडों को उखाड फेंकने के लिए सूबे के मुख्यमन्त्री को पत्र भेजकर जांच सतर्कता विभाग अथवा सीबीसीआईडी जैसे स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग की गयी है। प्रदेश क्रिकेट संघ से जुड़े अधिकारी उत्तम केसरवानी ने ही प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही शासन के आलाधिकारियों जैसे डीजीपी, खेल सचिव, कानपुर पुलिस कमिश्नर के साथ ही जिलाधिकारी के नाम भी संलग्न पत्र भेजकर मामले को जल्द ही सुलटाने की मांग दोहरायी है।

    मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में यह साफ तौर पर अंकित किया गया है कि उनके जैसे ईमानदार एवं न्यायप्रिय मुख्यमंत्री के शासनकाल में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन कानपुर में बहुत बड़ा घोटाला तथा भ्रष्टाचार बीते कई सालों से निरंतर किया जा रहा है। इन घोटालों व भ्रष्टाचार को निम्नलिखित तरीकों से दर्शाया गया है। पत्र में इंगित है कि प्रदेश की लगभग सभी आयु वर्ग की टीमों की चयन प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से सम्पन्न नहीं करवायी जाती। यही नहीं टीम में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अवसर देने के बजाए उन खिलाड़ियों को शामिल किया जाता जिनसे धन की रिश्वत ली गयी हो। उन्होंने पत्र के माध्यम से मुख्यमन्त्री को अवगत करवाया है कि चयनकर्ता धन उगाही कर खिलाड़ियों का टीम में शामिल करने का काम करते आ रहे है जिसके चलते योग्य खिलाड़ी टीम में खेलने वाले अवसर से वंचित रह जाते हैं।

    वहीं दूसरी ओर उन्होंने बताया कि हाल ही में दौरे पर गयी अंडर 14 की टीम में 15-16 खिलाड़ियों के स्थान पर 27 खिलाड़ियों का चयन किया गया था। इस टीम में मूल रुप से खेलने वाले मात्र 16-17 खिलाड़ी होते हैं। शेष सभी खिलाड़ियों को घुमाने क्रिकेट किट देने आदि के नाम पर धन की उगाही की गयी है। जबकि खिलाड़ियों के आने-जाने के टिकट मात्र पर अनुमानितः 22 हजार का खर्च उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को वहन करना पड़ता है।

    उन्होंने इस कृत्य में संघ की ओर से शामिल विवेक चटर्जी, सिद्धार्थ यादव, अनुराग व सागर आदि संलिप्त बताया है। यह सभी तथ्य संस्था के सीईओ अंकित चटर्जी के संज्ञान में भी हैं। इस प्रकार न केवल धन की बर्बादी की जाती अपितु अवैध धन की वसूली की जा रही है एवं प्रतिभाशाली योग्य खिलाड़ी वंचित रह जाते हैं। अंडर 23 वर्ग में अकरम सैफी द्वारा मुख्तार अंसारी जैसे माफियाओं के नाम पर मुस्लिम समुदाय के खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जा रहा है। अतः प्रदेश के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के हितों के दृष्टिगत मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन किया है कि प्रकरण का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच सतर्कता विभाग अथवा सीबीसीआईडी जैसे स्वतंत्र एजेंसी से कराएं ताकि संघ को बदनामी के दाग से बचाया जा सके और दोषियों को संघ से बाहर का रास्ता दिखाया जा सके।

  • कानपुर में दोहरी हत्याः मां-बेटी की हत्या के बाद युवक ने खुद को घायल किया

    कानपुर में दोहरी हत्याः मां-बेटी की हत्या के बाद युवक ने खुद को घायल किया

    कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में सोमवार को एक युवक ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या के बाद खुद को घायल कर लिया। पुलिस ने युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

    पुलिस उपायुक्त पूर्वी जोन श्रवण कुमार सिंह ने बताया चकेरी थाना क्षेत्र के सनिगवां में रहने वाले अर्जुन जायसवाल ने अपनी पत्नी निशा (36) और चार साल की बेटी आश्वी का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद को चाकू मारकर घायल कर लिया है।

    क्षेत्रीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पहले अर्जुन को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। निशा और उसकी बेटी के शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। फील्ड यूनिट ने घटनास्थल की सभी पहलुओं पर जांच कर साक्ष्य एकत्र करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

    श्री सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला घरेलू कलह से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। लेकिन जबतक इस संबंध में कोई तहरीर नहीं मिलती, तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता है। पुलिस गहनता से मामले की छानबीन कर रही है।

  • फिरोजाबाद: हत्या के दस दोषियों को उम्रकैद

    फिरोजाबाद: हत्या के दस दोषियों को उम्रकैद

    फिरोजाबाद। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सोमवार को जानलेवा हमला कर युवक की हत्या के दस दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सभी पर अर्थदंड लगाया है। अर्थदंड न देने पर अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

    मामला वर्ष 2010 का थाना टूंडला का है। अभियोजन के अनुसार तालेवर सिंह पुत्र मेघ सिंह निवासी ग्राम टूंडली थाना टूंडला ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि उसके सहखातेदार राजपाल सिंह, शेर सिंह, भूरी सिंह व बच्चू सिंह खेत के जोतने बोने पर झगड़ा फसाद करते थे इसलिए उसने बंटवारे का मुकदमा एसडीएम के यहां कर रखा था जो विचाराधीन है। 27 जून 2010 को 12:00 बजे शेर सिंह, राजपाल सिंह, भूरी सिंह, रंधीर, प्रहलाद, बच्चू सिंह, पुष्पेंद्र उर्फ भूरा, जितेंद्र, प्रदीप व राजेश निवासी टूंडली थाना टूंडला एक राय होकर हथियारों से लेस होकर ट्रैक्टर पर सवार होकर खेत पर पहुंचे और खेत को जोतना बोना शुरू कर दिया। जब वह उसका पुत्र योगेंद्र, इंद्रजीत व हेमेंद्र सिंह व पत्नी भगवान देवी खेत पर पहुंचे तो इन लोगों ने जान से मारने की नियत से हम लोगों को घेर लिया और गाली गलौज करते हुए मारपीट की। जिससे हम सब घायल हो गए। मारपीट में पुत्र हेमेंद्र को गंभीर चोट आई। अस्पताल ले जाते समय हेमेंद्र की मौत हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांचोपरांत शेर सिंह, बच्चू सिंह, राजपाल, जितेन्द्र, रंधीर, प्रहलाद, पुष्पेन्द्र, प्रदीप, भूरी सिंह, राजेश के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया।

    मुकदमा जिला एवं सत्र न्यायाधीश हरवीर सिंह की अदालत में चला। अभियोजन पक्ष की तरफ से मुकदमे की तैयारी कर रहे जिला शासकीय अधिवक्ता राजीव प्रियदर्शी ने बताया कि न्यायालय में कई गवाहों ने गवाही दी तथा कई साक्ष्य न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किए गए। न्यायालय ने गवाहों की गवाही तथा साक्ष्य के आधार पर सभी दस अभियुक्तों को दोषी माना। न्यायालय ने सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। न्यायालय ने सभी दोषियों पर 30-30 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया है। अर्थदंड अदा न करने पर एक माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।