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  • हिरन का शिकार करते एक शिकारी गिरफ्तार, दो साथी फरार

    हिरन का शिकार करते एक शिकारी गिरफ्तार, दो साथी फरार

    बांदा। हिरनों का शिकार करना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी जिन क्षेत्रों में बहुतायत हिरन पाए जाते हैं वहां अक्सर चोरी-छिपे शिकारी शिकार करते हैं। तमाम प्रयासों के बाद भी शिकारियों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। शुक्रवार को भी एक हिरन का शिकार किया गया। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जबकि उसके दो साथी फरार होने में सफल हो गए हैं।

    अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्रा ने इस सम्बंध में बताया कि एक फरवरी की रात्रि को तिंदवारी पुलिस गस्त कर रही थी। तभी मुखबिर की सूचना पर प्रताप निषाद उर्फ नब्बू निवासी रमपुरवा मुरवल थाना बबेरू को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से एक मृत मादा हिरन का शव बरामद हुआ। आरोपी के पास एक सूत का जाल था और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। पूछताछ पर उसने अपने दो साथियों के नाम भी बताएं, जो मौके से भागने में सफल रहे हैं। फरार अभियुक्त में राम सिंह उर्फ करिया व सुरेश निषाद उर्फ करिया निवासी मुरवल थाना बबेरू हैं। जिन्हें पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।

    बताते चलें कि चित्रकूट धाम मंडल के बांदा में हिरणों की संख्या अच्छी है। यहां के किसानों का कहना है कि मिरगहनी, तिंदवारी, पिपरहरी, तेरहीमाफी, महोखर, पपरेन्दा, चिल्ला, दहौत्रारा, रेहुनता, खपटिहा, लामा, लुकतरा, पथरी, करहिया, मोहन पुरवा, गोयरा मुगली,अछरौड, मरौली, मौदहा में सैकड़ों काले हिरन खेतों और जंगलों में आराम से देखे जा सकते हैं। यही कारण हैं कि यहां हिरनों का शिकार लोग आसानी से कर लेते हैं। जिसको देखते हो वन विभाग भी अब पहले के मुकाबले काफी सतर्क हो गया है। यहां काले हिरनों संख्या 600 बताई जा रही है।

  • आरपीएफ 12 फरवरी से लखनऊ में अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी करेगा

    आरपीएफ 12 फरवरी से लखनऊ में अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी करेगा

    नई दिल्ली। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) 12 फरवरी से जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी, लखनऊ में पांच दिवसीय 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट (एआईपीडीएम) की मेजबानी करेगा।

    रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। इसमें बताया गया है कि रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव ने अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के लिए आरपीएफ के टेक ग्रुप द्वारा बनाई गई समर्पित मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट लॉन्च की।

    अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट कानून प्रवर्तन पेशेवरों के लिए एक साथ आने, सीखने और खोजी उत्कृष्टता के अपने सामूहिक प्रयास को मजबूत करने का भी आह्वान है।

    1957 के आरपीएफ अधिनियम के तहत स्थापित, रेलवे सुरक्षा बल 2004 से रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और यात्रियों और उनके सामानों को सुरक्षा प्रदान करने में सहायक रहा है। उल्लेखनीय है कि आरपीएफ में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 9 प्रतिशत है, जो भारत में सभी सशस्त्र बलों में सबसे अधिक प्रतिशत है।

    रेल मंत्रालय के तहत 1955 में स्थापित जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी, लखनऊ प्रोबेशनर्स, आईआरपीएफएस कैडर अधिकारियों और आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर कैडेटों के लिए एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान के रूप में कार्य करती है। यह साइबर अपराध और आपदा प्रबंधन जैसे नए उभरते डोमेन में पाठ्यक्रम भी प्रदान करता है।

  • अमेरिका ने भारत के लिए 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन सौदे को मंजूरी दी

    अमेरिका ने भारत के लिए 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन सौदे को मंजूरी दी

    सौदे की घोषणा जून, 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी

    – समुद्री मार्गों और चीन सीमा पर भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता बढ़ेगी

    नई दिल्ली। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद अमेरिका ने 3.99 बिलियन अमेरिकी डॉलर (32 हजार करोड़) की अनुमानित लागत पर भारत को 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी है। इस मेगा ड्रोन सौदे की घोषणा जून, 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी। भारत को यह ड्रोन मिलने के बाद समुद्री मार्गों में मानव रहित निगरानी और टोही गश्ती को सक्षम करके वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता बढ़ेगी। खास तौर पर चीन सीमा पर भारत की निगरानी आसान होगी।

    हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस सौदे को मंजूरी मिलने के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने एक बयान में इस सौदे की पुष्टि की है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि भारत सरकार को 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर एमक्यू-9बी रिमोटली पायलटेड विमान और संबंधित उपकरणों की विदेशी सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का निर्णय लिया गया है। एजेंसी ने अमेरिकी कांग्रेस को इस संभावित बिक्री के बारे में सूचित करते हुए आवश्यक प्रमाणीकरण भी प्रदान किया है।

    बयान में कहा गया है कि यह प्रस्तावित बिक्री प्रमुख रक्षा भागीदार की सुरक्षा में सुधार करके अमेरिकी-भारतीय रणनीतिक संबंधों को मजबूत करेगी। इसके साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन करेगी, जो हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत बनी हुई है। प्रस्तावित बिक्री से परिचालन के समुद्री मार्गों में मानव रहित निगरानी और टोही गश्त को सक्षम करके वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने की भारत की क्षमता में सुधार होगा। भारत ने अपनी सेना के आधुनिकीकरण के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है और इन वस्तुओं और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में समाहित करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।

    डीएससीए ने कहा है कि एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा। इस सौदे में मुख्य ठेकेदार जनरल एटॉमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स कंपनी होगी। यह एक सैन्य ठेकेदार और जनरल एटॉमिक्स की सहायक कंपनी है, जो दुनिया भर में अमेरिकी सेना और वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के लिए मानव रहित हवाई वाहनों और रडार सिस्टम को डिजाइन और निर्माण करती है। इस प्रस्तावित बिक्री के कार्यान्वयन के लिए भारत में किसी भी अतिरिक्त अमेरिकी सरकार या ठेकेदार प्रतिनिधियों की नियुक्ति की आवश्यकता नहीं होगी।

    डीएससीए ने कहा कि दक्षिण एशियाई देश को इन वस्तुओं और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करने में कोई कठिनाई नहीं होगी। इसमें कहा गया है कि इस उपकरण और समर्थन की प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा और इस प्रस्तावित बिक्री के परिणामस्वरूप अमेरिकी रक्षा तैयारी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। किसी भी सौदे में क्रेता आम तौर पर ऑफसेट का अनुरोध करता है, इसलिए इस ऑफसेट समझौते को क्रेता और ठेकेदार के बीच बातचीत में परिभाषित किया जाएगा। अमेरिकी प्रक्रिया के अनुसार अब अमेरिकी कांग्रेस अंतिम मंजूरी के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को बिक्री की सिफारिश की जाएगी।

    डीएससीए ने कहा कि भारत ने 31 एमक्यू-9बी स्काई गार्जियन विमान खरीदने का अनुरोध किया था। लंबी दूरी का यूएवी किसी भी खतरे पर नज़र रखते हुए 36 घंटे तक हवा में रह सकता है। दी गई मंजूरी में 170 एजीएम-114 आर हेलफायर मिसाइलें, 16 एम36ई9 हेलफायर कैप्टिव वायु प्रशिक्षण मिसाइलें, 310 लेजर छोटे व्यास वाले बम और लाइव फ्यूज के साथ आठ लेजर निर्देशित परीक्षण वाहन भी शामिल हैं। भारत को 31 हाई एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस यूएवी मिलेंगे, जिनमें से नौसेना को 15 सी गार्जियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि सेना और भारतीय वायु सेना को आठ-आठ लैंड वर्जन स्काई गार्डियन मिलेंगे।

  • तिहाड़ जेल में बंद यासिन मलिक एम्स में इलाज के लिए दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचा

    तिहाड़ जेल में बंद यासिन मलिक एम्स में इलाज के लिए दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचा

    नई दिल्ली। टेरर फंडिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद यासिन मलिक ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एम्स में इलाज कराने की मांग की है। जस्टिस अनूप मेंहदीरत्ता की बेंच ने यासिन मलिक के वकील से पूछा है कि वो यासिन मलिक से पूछकर बताएं कि क्या वो एम्स के मेडिकल बोर्ड से इलाज कराएंगे या अपनी पसंद के किसी डॉक्टर से। मामले की अगली सुनवाई 14 फरवरी को होगी।

    सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने मलिक की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि ये याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। केंद्र सरकार की ओर से पेश वकील रजत नायर ने कहा कि यासिन मलिक को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें ओपीडी में दिखाने की जरूरत है। एम्स ने यासिन मलिक का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चेकअप करने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया था लेकिन मलिक ने डॉक्टरों से मिलने से मना कर दिया था।

    नायर ने कहा कि यासिन मलिक उच्च श्रेणी के हाई रिस्क कैदी हैं और उन्हें जेल में सभी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके बाद कोर्ट ने मलिक की ओर से पेश वकील को निर्देश दिया कि वो यासिन मलिक से पूछें कि वो एम्स के मेडिकल बोर्ड से इलाज कराना चाहते हैं या अपने किसी पसंद के डॉक्टर से। पटियाला हाउस कोर्ट ने 25 मई, 2022 को हत्या और टेरर फंडिंग के मामले में दोषी करार दिए गए यासिन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

    पटियाला हाउस कोर्ट ने यासिन मलिक पर यूएपीए की धारा 17 के तहत उम्रकैद और दस लाख रुपये का जुर्माना, धारा 18 के तहत दस साल की कैद और दस हजार रुपये का जुर्माना, धारा 20 के तहत दस वर्ष की सजा और 10 हजार रुपये का जुर्माना, धारा 38 और 39 के तहत पांच साल की सजा और पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। कोर्ट ने यासिन मलिक पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी के तहत दस वर्ष की सजा और दस हजार रुपये का जुर्माना, धारा 121ए के तहत दस साल की सजा और दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया था।

  • महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में बृजभूषण शरण और विनोद तोमर कोर्ट में पेश हुए

    महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में बृजभूषण शरण और विनोद तोमर कोर्ट में पेश हुए

    नई दिल्ली। महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप मामले में आज भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। आज दोनों आरोपितों के खिलाफ आरोप तय करने के मामले पर आंशिक दलीलें पेश की गईं। एडिशनल मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट प्रियंका राजपूत ने मामले की अगली सुनवाई 6 और 7 फरवरी को करने का आदेश दिया।

    आज सुबह जब सुनवाई शुरू हुई तो इस मामले के आरोपितों बृजभूषण शरण सिंह और विनोद तोमर पेश हुए। सुनवाई के दौरान आरोपितों की ओर से पेश वकीलों ऋषभ भट्ट और रेहान खान ने इस मामले की सुनवाई कुछ देर बाद करने की मांग की, क्योंकि मुख्य वकील जाम में फंस गए। उसके बाद बृजभूषण शरण सिंह ने कोर्ट से कहा कि उन्हें कुछ जरूरी काम से जाना है इसलिए कोर्ट छोड़ने की अनुमति दी जाए। कोर्ट ने इस आग्रह को मंजूर कर लिया। कुछ देर बाद बृजभूषण शरण सिंह ने कोर्ट से कहा कि जब उनके मुख्य वकील आएंगे तभी वे कोर्ट छोड़ कर जाएंगे। बाद में जब बृजभूषण शरण सिंह के वकील राजीव मोहन कोर्ट पहुंचे तो आंशिक दलीलें रखीं। बृजभूषण शरण सिंह लंच के बाद कोर्ट से चले गए।

    23 जनवरी को महिला पहलवानों की ओर से ओवरसाइट कमेटी के गठन और उसकी जांच पर सवाल उठाया गया था। महिला पहलवानों की ओर से वरिष्ठ वकील रेबेका जॉन ने कहा था कि ओवरसाइट कमेटी का गठन प्रोटेक्शन ऑफ वुमन फ्रॉम सेक्सुअल हैरेसमेंट एक्ट (पॉश) के प्रावधानों के अनुरूप नहीं किया गया था। उन्होंने कहा था कि ओवरसाइट कमेटी आंतरिक शिकायत निवारण कमेटी नहीं है। ऐसे में ओवरसाइट कमेटी की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। आरोपितों के खिलाफ आरोप तय करने का पर्याप्त आधार है।

    उल्लेखनीय है कि महिला पहलवानों की ओर से 20 जनवरी को कहा गया था कि उन्हें आरोपितों के हाथों लगातार यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। रेबेका जॉन ने कहा था कि मंगोलिया में कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान महिला पहलवानों के साथ छेड़छाड़ की गई।

    6 जनवरी को आरोप तय करने के मामले पर दिल्ली पुलिस ने अपनी दलीलें पूरी कर ली थी। 6 जनवरी को सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस की ओर से पेश वकील अतुल श्रीवास्तव ने कहा था कि इस मामले का क्षेत्राधिकार इसी कोर्ट का बनता है। इसके पहले दिल्ली पुलिस ने बृजमोहन पर आरोप लगाया था कि उसने महिला पहलवानों को धमकाते हुए मुंह बंद रखने को कहा था।

    कोर्ट ने 20 जुलाई, 2023 को बृजभूषण शरण सिंह और सह आरोपित विनोद तोमर को जमानत दी थी।

    उल्लेखनीय है कि 7 जुलाई, 2023 को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की ओर से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। 15 जून, 2023 को दिल्ली पुलिस ने राऊज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 354डी, 354ए और 506 (1) के तहत आरोप लगाए गए हैं। दिल्ली पुलिस ने राऊज एवेन्यू कोर्ट में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ छह बालिग महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के मामले में चार्जशीट दाखिल की है।

  • सत्येंद्र जैन पर आरोप तय करने के लिए कोर्ट ने ईडी की आंशिक दलीलें सुनीं

    सत्येंद्र जैन पर आरोप तय करने के लिए कोर्ट ने ईडी की आंशिक दलीलें सुनीं

    नई दिल्ली। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली आबकारी घोटाला मामले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ आरोप तय करने के मामले पर ईडी की ओर से आंशिक दलीलें सुनीं। स्पेशल जज राकेश स्याल ने आरोप तय करने पर अगली सुनवाई 14 फरवरी को करने का आदेश दिया।

    आज सुनवाई के दौरान सत्येंद्र जैन के साथ उनकी पत्नी पूनम जैन भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेश हुईं। इसके अलावा अजीत जैन, वैभव जैन और अंकुछ जैन सशरीर कोर्ट में पेश हुए। ईडी की ओर से पेश वकील जोहेब हुसैन और एनके माटा ने आरोप तय करने के मामले में आंशिक दलीलें रखी। दोनों वकीलों ने कोर्ट से कहा कि उन्हें किसी दूसरे मामलों की सुनवाई में जाना है, इसलिए सुनवाई टाली जाए। उसके बाद कोर्ट ने आरोप तय करने पर सुनवाई 14 फरवरी तक के लिए टाल दिया।

    इससे पहले कोर्ट ने 20 दिसंबर, 2023 को आरोप तय करने के मामले में आंशिक दलीलें सुनी थी। एक दिसंबर, 2023 को कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को दस्तावेजों की जांच की अनुमति दे दी थी। सत्येंद्र जैन की ओर से 18 नवंबर, 2023 को दस्तावेज जांच की मांग करते हुए अर्जी दाखिल की गई थी। जैन की ओर से कहा गया था कि गवाहों की लिस्ट में योगेश मलिक का नाम है, लेकिन हमें दी गई लिस्ट में योगेश मलिक का नाम नहीं है। आखिर ईडी कोर्ट से यह खेल क्यों खेल रही है।

    जैन पर आरोप है कि उन्होंने 2009-10 और 2010-11 में फर्जी कंपनियां बनाई। इन कंपनियों में अकिंचन डेवलपर्स प्रा.लि.. इंडो मेटल इम्पेक्स प्रा.लि.. प्रयास इंफो सॉल्यूशंस प्रा.लि.. मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्रा.लि. शामिल हैं।

  • चम्पाई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

    चम्पाई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

    आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की ली शपथ

    रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता चम्पाई सोरेन ने शुक्रवार दोपहर 12:21 बजे राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर पद की शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में राजभवन के दरबार हॉल में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राजद के विधायक सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली। अब नव मनोनीत मुख्यमंत्री को दस दिनों के अंदर बहुमत साबित करना होगा।

    राजभवन के दरबार हॉल में बैठे सभी लोगों ने पहले राष्ट्रगान गाया। इसके बाद राज्यपाल की अनुमति से शपथ समारोह शुरू हुआ। इसके पूर्व चम्पाई आज सुबह शिबू सोरेन से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह शपथ लेने से पहले गुरुजी और माताजी का आशीर्वाद लेने गए थे। उन्होंने शिबू सोरेन और रूपी सोरेन दोनों को अपना आदर्श बताया। साथ ही कहा कि वे शिबू सोरेन के साथ झारखंड आंदोलन में शामिल हुए थे। वे उनके गुरु हैं। इसलिए आशीर्वाद लेने गए थे।

    राज्यपाल ने 10 दिनों के अंदर बहुमत साबित करने को कहा है। इसके लिए पांच और छह फरवरी को विशेष सत्र बुलाया गया है। फ्लोर टेस्ट के बाद राज्य में दो उप मुख्यमंत्री भी शपथ ले सकते हैं। इनमें कांग्रेस से आलमगीर आलम और झामुमो से बसंत सोरेन के नाम की चर्चा है।

    दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जमीन घोटाले मामले में बुधवार को ईडी की पूछताछ के बाद राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिर महागठबंधन के विधायकों ने चम्पाई सोरेन को अपना नेता चुन लिया। गुरुवार रात 11:00 महागठबंधन और झामुमो के नेता चम्पाई सोरेन, कांग्रेस के आलमगीर आलम, राजद के सत्यानंद भोक्ता, वाम दल के विनोद सिंह और प्रदीप यादव राजभवन पहुंचे और राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। साथ ही 43 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा। देर रात राजभवन ने महागठबंधन के नेता चम्पाई सोरेन को राज्य का कार्यवाहक मुख्यमंत्री मनोनीत किया और शपथ ग्रहण करने का आमंत्रण दिया।

  • देश को तोड़ना कांग्रेस के डीएनए में शामिल : बाबूलाल मरांडी

    देश को तोड़ना कांग्रेस के डीएनए में शामिल : बाबूलाल मरांडी

    रांची। कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के देश को तोड़कर अलग देश बनाने की मांग पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि देश का विभाजन, देश को तोड़ना कांग्रेस के डीएनए में शामिल है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार में उप-मुख्यमंत्री के भाई और कांग्रेस से बेंगलुरु (ग्रामीण) से लोक सभा सांसद ने बजट पेश होने के बाद बयान दिया कि हमारी मांग है कि दक्षिण को भारत से अलग कर देनी चाहिए।

    मरांडी ने कहा कि अब पता चला कि राहुल गांधी वास्तव में कौन सी यात्रा निकाल रहे हैं। ये उनकी तथाकथित भारत तोड़ो यात्रा का ही असर है कि कांग्रेस के सांसद दक्षिण भारत को देश से तोड़कर एक अलग राष्ट्र बनाने की बात कर रहे हैं। आज सिद्ध हो गया कि राहुल गांधी भारत तोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। भाजपा कांग्रेस सांसद के इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान की कड़ी निंदा करती है और तुरंत ऐसी मानसिकता वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। डीके सुरेश को एक मिनट भी सांसद बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

    उन्होंने कहा कि क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा डीके सुरेश के देश को तोड़ने वाले बयान की निंदा करेंगे? क्या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे अपने सांसद डीके सुरेश को इस अक्षम्य अपराध के लिए पार्टी से निष्कासित करने का साहस दिखायेगी? देश को तोड़ने की मांग कांग्रेस के सांसद ने ऐसे ही नहीं की है। अभी तक न तो सोनिया गांधी, न राहुल गांधी, न प्रियंका वाड्रा और न ही कांग्रेस के महासचिव का इस पर बयान आया है। लगता है कि वे डीके सुरेश के इस बयान से सहमत हैं।

  • प्रत्येक जिले में सम्मेलन कर एनजीओ प्रमुखों से सम्पर्क साधेगी भाजपा

    प्रत्येक जिले में सम्मेलन कर एनजीओ प्रमुखों से सम्पर्क साधेगी भाजपा

    लखनऊ,। भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी का जनधार बढ़ाने व मोदी सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए एनजीओ की मद्द लेगी। इसके लिए 12 से 21 फरवरी तक प्रदेश के सभी मण्डलों में सक्रिय स्वयं सहायता समूह व एनजीओ से जुड़ी बहनों से व्यक्तिगत सम्पर्क अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद भाजपा 25 व 26 फरवरी को प्रत्येक जिले में एनजीओ के प्रमुखों का सम्मेलन आयोजित करेगी।

    भाजपा द्वारा शक्ति वंदन अभियान के अंर्तगत स्वयं सहायता समूह एवं एनजीओ सम्पर्क अभियान की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला शुक्रवार को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में सम्पन्न हुई। भाजपा की पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री विजया रहाटकर ने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिनिधियोें के समक्ष विस्तार पूर्वक पूरे अभियान की चर्चा की।

    विजया रहाटकर ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि महिला कल्याण और उनके सशक्तिकरण के लक्ष्यों को पूरा करने में महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हैं उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सांसद से लेकर पार्षद को सक्रिय रहकर सफल बनाना है। शक्ति वंदन अभियान के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों एवं एनजीओ सम्पर्क अभियान सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए महिलाओं को पार्टी से जोड़ने वाला महाअभियान है।

    पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप आत्मनिर्भर बनाने का पवित्र काम हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल पास होना महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से हमें पार्टी संगठन की योेजनानुसार बड़ी संख्या में महिलाओं को पार्टी संगठन से जोड़ते हुए उन्हें सक्रिय करने का काम करना है।

    प्रत्येक जिले में एनजीओ के प्रमुखों का होगा सम्मेलन

    पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि 10 फरवरी को जिला स्तर पर शक्ति संवाद कार्यक्रम आयोजित कर जिले में काम करने वाली स्वयं सहायता समूह और एनजीओ के अध्यक्ष और सचिव सहित अन्य पदाधिकारियों से सम्पर्क संवाद कर चर्चा करना है। 11 व 12 फरवरी को विधानसभा स्तर पर शक्ति सम्मान समारोह आयोजित किये जायेंगे। 12 से 21 फरवरी तक मण्डल में सक्रिय स्वयं सहायता समूह व एनजीओ से जुड़ी बहनों से व्यक्तिगत सम्पर्क अभियान चलाया जाएगा। इसी क्रम में 25 व 26 फरवरी को प्रत्येक जिले में एनजीओ के प्रमुखों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।

    कार्यशाला का संचालन पार्टी के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य ने किया। कार्यशाला में क्षेत्रीय प्रभारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, जिला प्रभारी, जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अभियान की टोली व जिला अभियान की टोली के सदस्य सम्मिलित हुए।

  • भारत ने सोमालिया के पूर्वी तट पर एक और समुद्री डकैती रोकी, लुटेरों को खदेड़ा

    भारत ने सोमालिया के पूर्वी तट पर एक और समुद्री डकैती रोकी, लुटेरों को खदेड़ा

    – अपहृत ईरानी जहाज और बंधक चालक दल के 19 सदस्यों को मुक्त कराया

    – नौसैनिकों ने हेलीकॉप्टर और नौकाओं का इस्तेमाल करके लुटेरों को घेरा

    नई दिल्ली। सोमालिया के पूर्वी तट पर लगातार बढ़ रही घटनाओं के बीच भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को एक और समुद्री डकैती को नाकाम करके लुटेरों को खदेड़ दिया है। ईरानी जहाज और उसके चालक दल को सात समुद्री लुटेरों ने बंधक बना लिया था।

    भारत ने लाल सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती रोकने के लिए अपने दस से ज्यादा जहाज ‘एंटी पायरेसी मिशन’ पर तैनात किये हैं। भारतीय नौसेना को मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज एफवी ओमारी को सोमालिया के पूर्वी तट पर अपहृत करके चालक दल को बंधक बनाए जाने की जानकारी 31 जनवरी को मिली। इस पर क्षेत्र में निगरानी कर रहे भारतीय नौसेना ने एफवी ओमारी का पता लगाने के बाद समुद्री डकैती विरोधी मिशन के लिए तैनात आईएनएस शारदा को मौके पर जाने के लिए मोड़ दिया।

    दरअसल, ईरानी ध्वज वाले जहाज एफवी ओमारी पर सात समुद्री लुटेरों ने कब्ज़ा करके चालक दल को बंधक बना लिया था। भारत का युद्धपोत आईएनएस शारदा 02 फरवरी को सुबह मौके पर पहुंचा। भारतीय नौसैनिकों ने अपने हेलीकॉप्टर और नौकाओं का इस्तेमाल करके अपहृत जहाज को घेरकर समुद्री लुटेरों को जहाज के साथ चालक दल की सुरक्षित रिहाई के लिए समुद्री डाकुओं को मजबूर कर दिया। भारत ने जहाज सहित चालक दल के 19 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया, जिसमें 11 ईरानी और 08 पाकिस्तानी नागरिक हैं।

    भारतीय नौसेना के कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि सोमालियाई समुद्री डाकुओं से रिहा कराए गए चालक दल के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ जहाज को सफाई करने के बाद अपने कब्जे में लिया है। उन्होंने कहा कि समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात भारतीय नौसेना प्लेटफॉर्म मिशन के अथक प्रयास, समुद्र में बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए जारी हैं, जो समुद्र में सभी जहाजों और नाविकों की सुरक्षा के प्रति भारतीय नौसेना के संकल्प का प्रतीक है।

    गौरतलब है कि नौसेना ने दो माह में आधा दर्जन से ज्यादा अपहृत विदेशी जहाजों को डाकुओं से छुड़ाकर समुद्र में अपना दबदबा कायम किया है।