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  •  भदोही के चुनावी दंगल में उतरे अब चाचा चौधरी और साबू

     भदोही के चुनावी दंगल में उतरे अब चाचा चौधरी और साबू

    छात्र-छात्राएं को खूब पसंद आ रहा निर्वाचन आयोग का तरीका

    डीएम भदोही के फेसबुक पेज व व्हाट्सएप समूह पर उपलब्ध है काॅमिक्स

    भदोही। भदोही में लोकसभा चुनाव रोचक मुकाबले में पहुंच गया है। उम्मीदवार तीखी गर्मी से भले तरबतर हों लेकिन जिला प्रशासन शत-प्रतिशत मतदान कराने को एड़ी-छोटी का जोर लगा रहा है। इस चुनाव में अब कॉमिक्स के लोकप्रिय पात्र चाचा चौधरी और साबू कूद पड़े हैं।

    जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल सिंह एवं स्वीप प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमार सिंह द्वारा स्वीप के अन्तर्गत मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अनेक नवाचार पहलू व कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसी क्रम में भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश की तरफ से तैयार की गयी चाचा चौधरी और चुनावी दंगल कॉमिक्स का छात्र-छात्राओं व युवाओं में तेजी से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

    जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भदोही के चुनावी दंगल में अब चाचा चौधरी और साबू भी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए उतर गये हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों और युवाओं में बहुत ही लोकप्रिय काॅमिक्स के पात्र चाचा चौधरी और साबू के जरीये मतदाताओं को सशक्त लोकतंत्र बनाने हेतु मतदान की महत्ता से परिचत कराया जा रहा है।

    चाचा चौधरी और चुनावी दंगल कॉमिक्स में निम्न अध्यायों-चाचा चौधरी और न्यू वोटर, चाचा चौधरी और बने स्मार्ट वोटर, चाचा चौधरी और महिला मतदाता की भागीदारी, चाचा चौधरी और चुनावी हेरा फेरी, चाचा चौधरी और थर्ड जेंडर वोटर अवेयरनेस आइकॉन, चाचा चौधरी और अपने उम्मीदवार को जानो ऐप, चाचा चौधरी और पोस्टल वोट, चाचा चौधरी और हर वोटर है जरूरी, चाचा चौधरी और चुनावी में हमले की साजिश, चाचा चौधरी और अपना बहुमूल्य वोट, बुझो तो जाने के माध्यम से चुनाव की जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां व जागरूकता का प्रसार किया जा रहा है।

    स्वीप प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमार सिंह ने बताया कि काॅमिक्स का जनपद के बच्चों, छात्र-छात्राओं, युवाओं में बड़ा क्रेज है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जनपद के बेसिक विद्यालयों, खासकर उच्च विद्यालयों (6-8), जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जनपद के समस्त हाईस्कूल, इण्टरमिडिएट, डिग्री कालेजों में चाचा चौधरी और चुनावी दंगल काॅमिक्स की साफ्ट व हार्ड काॅपी के माध्यम से उपलब्ध कराकर मतदान से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी प्रदान कर 18 प्लस युवाओं को स्वयं अनिवार्य रूप से वोट करने तथा बच्चों व छात्र-छात्राओं द्वारा अपने परिवार के सभी मतदाताओं को 25 मई को अवश्य वोट करने हेतु जागरूक किया जा रहा है।

    जिला सूचना अधिकारी डॉ0 पंकज कुमार ने बताया कि बहुत ही सरल, सहज अन्दाज में लिखि गयी यह काॅमिक्स जनपद के बच्चों, छात्र-छात्राओं व युवाओं में काफी लोकप्रिय हो रही है। काॅमिक्स के जरिये, उन्हें खेल-खेल में ही चुनाव से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो रही है। कोई भी व्यक्ति डीएम भदोही या स्वीप भदोही फेसबुक पेज पर जाकर 60 पन्ने के इस काॅमिक्स को पढ़कर मतदान से सम्बन्धित विभिन्न जानकारियां प्राप्त कर सकता है। जिला सूचना कार्यालय द्वारा जनपद के सभी मीडिया व अन्य व्हाट्सएप समूह पर भेजकर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति जिला सूचना कार्यालय में आकर काॅमिक्स की हार्ड काॅपी पढ़कर चुनाव से जुड़े महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकता है।

  • दरोगा को बचाने की कवायद में जुटे परिजन, नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस

    दरोगा को बचाने की कवायद में जुटे परिजन, नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस

    फरार आरोपितों के पकड़े जाने के बाद नेटवर्क से जुड़े लोगों का खुलेगा नाम

    दो दिन पहले पुलिस को लखनऊ में मिली फरार आरोपी की लोकेशन

    गोरखपुर। व्यापारी के 50 लाख रुपये हड़पने के मामले में जेल गए दारोगा आलोक सिंह से उसके भाई ने मुलाकात की। चर्चा है कि उसे जेल से जल्द बाहर निकालने के लिए उसके शुभचिंतकों ने कवायद तेज कर दी है।

    फरार चल रहे आरोपित भी मामला रफा-दफा कराने की कोशिश में जुटे हैं। हवाला नेटवर्क से मामला जुड़ने की चर्चा तेज होने के बाद एक आरोपित ने अपने सहयोगियों के साथ लखनऊ में डेरा डाल दिया है। दो दिन पहले पुलिस को उसकी उसकी लोकेशन लखनऊ में मिली थी। आयकर विभाग की जांच भी अभी आगे नहीं बढ़ी है। सहायक आयुक्त की टीम ने व्यापारी को फोन कर रामनवमी के बाद बयान देने के लिए बुलाया है।

    कोतवाली थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना सीओ कोतवाली को मिली है। पुलिस की जांच व विवेचना में जेल गए दारोगा आलोक सिंह उसके सहयोगी प्रिंस के अलावा राजेंद्रनगर के रहने वाले तीन युवकों का नाम सामने आया है।

    घर तस्दीक होने के बाद पुलिस की टीम जब पहुंची तो पता चला कि वह घटना के बाद से ही फरार हैं। मोबाइल फोन भी बंद कर रखा है। उनके पकड़े जाने पर हवाला कारोबार के साथ ही गोरखपुर में तैनात रहे इंस्पेक्टर की भूमिका सामने आ सकती है।

    व्यापारी के हड़पे गए 50 लाख रुपये में 44 लाख को पुलिस बरामद कर चुकी है। शेष छह लाख रुपये फरार चल रहे आरोपिताें के पास होने की बात कही जा रही है। अब तक की जांच और आरोपितों के बयान में इंस्पेक्टर के फोन करने की पुष्टि हो चुकी है लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने इस पर चुप्पी साध रखी है।

    उधर आयकर विभाग के अधिकारियों ने फोन पर नवीन से बात की। तीन दिन का समय देते हुए रामनवमी के बाद बयान दर्ज कराने को कहा है। सहायक आयुक्त संजीव कुमार ने कहा कि व्यापारी का दो-दिन बाद पुन: पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा गया है।

    उल्लेखनीय है कि तीन अप्रैल को कोतवाली थाने की बेनीगंज पुलिस चौकी के प्रभारी रहे दारोगा आलोक सिंह ने दवा व्यापारी नवीन श्रीवास्तव के 50 लाख रुपये पकड़ लिए। आरोप है कि वह अपने भाई गगन व भांजे के साथ रुपये लेकर घर जा रहा था। जेल भेजने की धमकी देकर दारोगा ने रुपये अपने पास रख लिए। तीन दिन बाद अधिकारियों तक बात पहुंची तो व्यापारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दारोगा आलोक सिंह व उसके सहयोगी प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में शामिल हवाला नेटवर्क से जुड़े तीन लोगों को भी आरोपित बनाया गया है जो नाम सामने आने के बाद से ही फरार हैं।

    नवीन श्रीवास्तव ने बताया है कि ये उनके कारोबार का पैसा है तो आखिर उनका क्या व्यापार है कि 50 लाख की कैश वसूली होती है। उनके महीने भर का टर्नओवर कितने का है। सवाल ये भी है कि यह वसूली एक दिन की है या कई दिनों से वसूल कर रखा था। जब वो पैसा लेकर जा रहे थे उस समय सुबह छह बज रहे थे तो फिर पैसा वसूली कर लौट रहे थे या फिर बैंक में जमा करने जा रहे थे। इतना पैसा सुबह-सुबह कहां मिलेगा और न ही छह बजे बैंक खुलते हैं। जब उनका खुद का पैसा था तो फिर पुलिस को सूचना देने में इतने दिन क्यों लग गए?

    इस मामले में गोरखपुर के एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि दरअसल हवाला के रुपये पकड़े जाने पर किसी ने शिकायत नहीं की, इसलिए कर्तव्य का पालन न करने पर बेनीगंज चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया है और उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

  • लोकसभा चुनावः तीसरे चरण के लिए मप्र में तीसरे दिन 28 अभ्यर्थियों ने भरे 51 नामांकन

    लोकसभा चुनावः तीसरे चरण के लिए मप्र में तीसरे दिन 28 अभ्यर्थियों ने भरे 51 नामांकन

    – अब तक कुल 50 अभ्यर्थियों ने दाखिल किये 78 नाम निर्देशन-पत्र

    भोपाल,। लोकसभा निर्वाचन-2024 के कार्यक्रम के अनुसार तीसरे चरण में मध्य प्रदेश के नौ संसदीय क्षेत्रों के लिये नामांकन प्रक्रिया के तीसरे दिन मंगलवार को 28 अभ्यर्थियों ने 51 नाम निर्देशन-पत्र प्रस्तुत किए। गत 12 अप्रैल से अब तक कुल 50 अभ्यर्थियों द्वारा 78 नाम निर्देशन-पत्र दाखिल किये जा चुके हैं। यह जानकारी प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दी।

    उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में मध्य प्रदेश के नौ संसदीय क्षेत्रों में मतदान होना है। इसके लिए गत 12 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया जारी है। मंगलवार को लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-1 मुरैना में तीन अभ्यर्थियों द्वारा तीन नाम निर्देशन-पत्र, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-2 भिण्ड (अजा) में चार अभ्यर्थियों द्वारा आठ नाम निर्देशन-पत्र, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-3 ग्वालियर में एक अभ्यर्थी द्वारा छह नाम निर्देशन-पत्र, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-4 गुना में चार अभ्यर्थियों द्वारा आठ नाम निर्देशन-पत्र, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-5 सागर में तीन अभ्यर्थियों द्वारा चार नाम निर्देशन-पत्र, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक क्रमांक-18 विदिशा में पांच अभ्यर्थियों द्वारा पांच नाम निर्देशन-पत्र, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-19 भोपाल में सात अभ्यर्थियों द्वारा सात नाम निर्देशन-पत्र एवं लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-20 राजगढ़ में एक अभ्यर्थी द्वारा 10 नाम निर्देशन-पत्र दाखिल किये गये।

    उन्होंने बताया कि लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्र.-3 ग्वालियर एवं क्र.-20 राजगढ़ में एक-एक अभ्यर्थी द्वारा चार-चार नाम निर्देशन-पत्र भरे गये हैं। शेष नाम निर्देशन-पत्र पूर्व में जमा किये गये अभ्यर्थियों द्वारा भरे गये। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्र.-29 बैतूल (अजजा) के लिये केवल बहुजन समाज पार्टी के अभ्यर्थी द्वारा नामांकन भरा जाना है। इस संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में आज कोई भी नामांकन पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।

    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने बताया कि नाम निर्देशन-पत्र दाखिल किये गये अभ्यर्थियों के शपथ पत्र एवं अन्य जानकारियां भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट की लिंक https://affidavit.eci.gov.in/ पर देखी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि शुक्रवार, 19 अप्रैल है। इसके अगले दिन शनिवार, 20 अप्रैल को नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी। नाम निर्देशन-पत्र भर चुके प्रत्याशी सोमवार 22 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। तीसरे चरण के लिए मंगलवार, 7 मई को मतदान होगा। सभी चरणों के मतदान की मतगणना मंगलवार, 4 जून को होगी।

  • 72,825 ट्रेनी टीचर भर्ती में शेष 12091 अभ्यर्थियों की फिर से काउंसिलिंग कराने के निर्देश के खिलाफ अपील मंजूर

    72,825 ट्रेनी टीचर भर्ती में शेष 12091 अभ्यर्थियों की फिर से काउंसिलिंग कराने के निर्देश के खिलाफ अपील मंजूर

    -हाईकोर्ट ने कहा, 13 वर्ष बाद काउंसलिंग का नहीं दिया जा सकता आदेश

    प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज पारित एक निर्णय में 30 नवम्बर 2011 को जूनियर बेसिक स्कूलों में 72,825 ट्रेनी टीचरों की भर्ती के लिए जारी विज्ञापन में से सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई 12091 श्रेणी के बचे अभ्यर्थियों को बुलाकर फिर से काउंसलिंग कराने के एकल जज के आदेश को सही नहीं माना। कोर्ट ने एकल जज के आदेश के खिलाफ प्रदेश सरकार व बेसिक शिक्षा बोर्ड की विशेष अपील को मंजूर कर एकल जज के आदेश को रद्द कर दिया है।

    कोर्ट ने कहा है कि 13 वर्ष बाद इस प्रकार से काउंसलिंग कराने का आदेश नहीं दिया जा सकता है। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने ट्रेनी टीचरों की भर्ती प्रक्रिया को सही ठहराया है। उक्त दोनों विशेष अपीलों पर जस्टिस अश्वनी कुमार मिश्रा एवं जस्टिस एस क्यू एच रिजवी की खंडपीठ ने कई दिनों की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया था। हाईकोर्ट की विशेष अपील बेंच ने आज इन अपीलों पर फैसला देते हुए सरकार की विशेष अपील मंजूर कर ली।

    उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अपर मुख्य स्थाई अधिवक्ता रामानंद पांडेय तथा बेसिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से कुष्मांडा शाही ने एकल जज के आदेश के खिलाफ विशेष अपील दाखिल की थी। इन अपीलों में कहा गया था कि सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई 2017 एवं बाद में इस मामले में अभ्यर्थियों द्वारा दाखिल अवमानना केस में 13 दिसम्बर 2019 को सरकार द्वारा ट्रेनी टीचरों की सम्पन्न की गई भर्ती को सही मानते हुए अवमानना का केस खत्म कर दिया था। ऐसे में 2011 की भर्ती को लेकर फिर से शेष बचे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराने का एकल जज द्वारा निर्देश दिया जाना गैरकानूनी है।

    वहीं दूसरी तरफ अभ्यर्थियों विनय कुमार पांडेय व अन्य की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक खरे, एच एन सिंह, आरके ओझा, अनिल तिवारी का कहना था कि एकल जज द्वारा पारित आदेश में कोई त्रुटि नहीं है। बहस की गई कि सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अवमानना वाद में सही तथ्य प्रस्तुत नहीं किया गया, जिस कारण इस प्रकार का आदेश पारित हुआ और सुप्रीम कोर्ट ने भर्ती को सही मानते हुए अवमानना केस समाप्त कर दिया।

    मालूम हो कि, हाईकोर्ट के एकल जज ने बेसिक शिक्षा परिषद में 72,825 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के मामले में निर्देश दिया था कि इस भर्ती में बचे हुए 12091 पदों पर काउंसिलिंग कराने के लिए विज्ञापन जारी किया जाए और काउंसिलिंग का परिणाम फरवरी के अंतिम सप्ताह तक जारी कर दिया जाए। कोर्ट के इस आदेश से लगभग 12 वर्षों से चले आ रहे इस भर्ती विवाद का पटाक्षेप होने की उम्मीद थी।

    याची वकीलों का कहना था कि 72,825 सहायक अध्यापकों की भर्ती में से कोर्ट के आदेश के परिणाम स्वरूप 66,655 पदों पर चयन हो गया है और चयनित अभ्यर्थियों ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है। लेकिन 12091 पद अब भी शेष रह गए हैं, जिन पर काउंसिलिंग नहीं कराई गई और चयन की सीमा में आने वाले अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हो सकी है।

    एकल जज ने कहा था कि यह आश्चर्यजनक है कि काउंसिलिंग की जानकारी होने के बावजूद चयनित अभ्यर्थी काउंसिलिंग में न शामिल होकर मुकदमे में लगे रहे। जबकि काउंसिलिंग से संबंधित कोई तथ्य रिकॉर्ड पर नहीं है। ऐसी स्थिति में राज्य सरकार और बेसिक शिक्षा परिषद 12091 पदों पर नए सिरे से काउंसिलिंग के लिए विज्ञापन जारी करें और इस कैटेगरी में आने वाले उन अभ्यर्थियों को बुलाया जाए, जो पूर्व में काउंसिलिंग में शामिल नहीं हुए हैं। कोर्ट ने कहा था कि काउंसिलिंग पांच फरवरी 2024 से शुरू होने वाले सप्ताह में कराई जाए।

  • पुलिस को हद में रहने की चेतावनी देने वाली सपा प्रत्याशी रुचि वीरा समेत पांच पर केस दर्ज

    पुलिस को हद में रहने की चेतावनी देने वाली सपा प्रत्याशी रुचि वीरा समेत पांच पर केस दर्ज

    मुरादाबाद,। समाजवादी पार्टी के मंच से पुलिस को लताड़ने वाली, अपनी हद में रहने की चेतावनी देने वाली, भाजपा की दलाल न बनने की दलील देने वाली मुरादाबाद लोकसभा से समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन की प्रत्याशी रुचि वीरा समेत पांच सपाइयों पर मंगलवार को थाना मुगलपुरा में केस दर्ज कर लिया गया।

    बीती 14 अप्रैल को थाना मुगलपुरा क्षेत्र के राजकीय इंटर कालेज के मैदान में सपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सपा-कांग्रेस गठबंधन की प्रत्याशी रुचि वीरा के समर्थन में जनसभा प्रस्तावित थी। मौसब खराब होने के चलते ऐन वक्त पर अखिलेश यादव का आना कैंसिल हो गया था।

    इस दौरान सपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ रुचि वीरा ने मंच से लोगों को संबोधित किया था। इस दौरान रुचि वीरा ने कहा था कि पुलिस प्रशासन यहां से कांग्रेस के लोगों को हटाने का काम कर रहे हैं।

    उन्होंने पुलिस-प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी औकात में रहो,दलाल बनने का काम मत करो,तुम लोगों को आने से रोक नहीं पाओगे। वोट डालने के लिए इतनी लंबी-लंबी लाइनें लगेगी देखते रह जाओगे। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस भाजपा के एजेंट बनने का काम ना करें। लानत हैं तुम्हारे ऊपर, तुम जनता के सेवक होकर अपनी नौकरी से वफादारी नहीं कर रहे हो, देश के साथ वफादारी नहीं कर रहे हो। रुचि वीरा ने जनसभा में आए लोगों से आह्वान करते हुए कहा अपनी जगह पर बैठे रहो और इन्हें मुंहतोड़ जवाब दो।

    मंच से तीखे तेवर दिखाने वाली रुचि वीरा के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी। लेकिन, अब उसी पुलिस ने रुचि वीरा के खिलाफ थाना मुगलपुरा में केस दर्ज कर दिया है। पुलिस ने अपनी एफआईआर में कुल पांच लोगों को नामजद किया है। जिसमें रुचि वीरा के अलावा सपा जिला अध्यक्ष जयवीर यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू, सपा नेता बाबर खा, मोहम्मद गनी शामिल हैं।

    जिलाधिकारी मानवेंद्र का कहना है की यहां से नोटिस भी जारी किया गया था। उनका ये भी कहना है की जो हमारे पास फुटेज आए थे उसमें स्पष्ट था की उन्होंने पुलिस को धमकी दी है, जो की एमसीसी का उल्लंघन था। डीएम मानवेंद्र सिंह ने पुष्टि करते हुए ये भी बताया है की मामले में रुचि वीरा और उनके जिलाध्यक्ष सहित 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

  • जमीन घोटाला मामला को लेकर ईडी की छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल इक्यूमेंट बरामद

    जमीन घोटाला मामला को लेकर ईडी की छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल इक्यूमेंट बरामद

    रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने जमीन घोटाला मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो ) नेता सहित चार लोगों के कुल नौ अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार छापेमारी के बाद ईडी की टीम झामुमो नेता अंतु तिर्की और जमीन कारोबारी बिपिन सिंह को अपने साथ ले गई है। छापेमारी में ईडी को कई अहम दस्तावेज और डिजिटल इक्यूमेंट मिले हैं, जिसमे जमीन घोटाले से सम्बंधित कई जानकारियां उपलब्ध है।

    लगभग 13 घंटे के बाद ईडी की छापेमारी खत्म हो गई। ईडी ने जांच में पाया है कि झामुमो नेता अंतु तिर्की और मो. सद्दाम के बीच पैसे की लेन देन थी। सद्दाम ने पूछताछ में जमीन के एवज में पैसे के लेनदेन की बात स्वीकार की है। मंगलवार की सुबह ईडी की टीम झामुमो नेता अंतू तिर्की के बरियातू के मेडिकल चौक स्थित आवास पर पहुंची और तलाशी ली। अंतू तिर्की के अलावा ईडी की टीम बिपिन सिंह के मोरहाबादी स्थित आवास, खेलगांव स्थित शेखर कुशवाहा के ठिकाने के साथ-साथ कोकर में प्रियरंजन सहाय के ठिकाने पर भी छापेमारी की। इससे पहले भी जमीन घोटाला मामले में बिपिन सिंह, शेखर कुशवाहा और प्रियरंजन सहाय के यहां ईडी की टीम छापेमारी कर चुकी है।

  •  छत्तीसगढ़ में नक्सली मुठभेड़ में घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया

     छत्तीसगढ़ में नक्सली मुठभेड़ में घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मांड इलाके के हापाटोला के जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में घायल दो जवानों को बेहतर इलाज के लिए एयर लिफ्ट कर राजधानी रायपुर लाया गया। घायल जवानों का इलाज देवेंद्र नगर स्थित नारायणा हॉस्पिटल में किया जाएगा। राज्य के गृह मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा कुछ ही देर में घायल जवानों से मुलाकात करेंगे।

    उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज की तारीख याद रखी जाएगी कि हमारे सुरक्षाबल के जवानों ने कांकेर जिले के हापाटोला के जंगल में नक्सलियों की मांद में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की और 29 नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों में 25 लाख के इनामी कमांडर शंकर राव भी शामिल है। इसका पूरा श्रेय सुरक्षाबलों को जाता है। सभी को बधाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में यह संभव हुआ है।

    एडीजी (नक्सल ऑपरेशन) विवेकानंद सिंह ने घायल सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के इंस्पेक्टर रमेश चंद्र चौधरी और डीआरजी के. श्रीकांत श्रीमाली से अस्पताल पहुंचकर मुलाकात की है। मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर रमेश चंद्र के घुटने के नीचे गोली लगी है।

    कांकेर जिले के हापाटोला के जंगल में मंगलवार को दोपहर बाद लगभग तीन घंटे हुई मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए हैं। सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए नक्सलियों में 25-25 लाख रुपये के इनामी नक्सलियों के टॉप कमांडर शंकर राव एवं महिला नक्सली ललिता के साथ राजू भी शामिल है। शेष अन्य शवों की पहचान की जा रही है। मृत नक्सलियों के शवों के पास से साथ एके 47 और तीन एलएमजी हथियार और इंसास राइफल बरामद की गई है।

    डीआईजी (इंटेलिजेंस) आलोक कुमार सिंह ने बताया कि काफी दिनों से नक्सल कमांडर की लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांकेर जिला की सिचवेशन पर सेंट्रल कमेटी और सब जोनल कमेटी की कमांडर की मूवमेंट की खबर मिल रही थी, इसके लिए पुलिस और बीएसएफ ऑपरेशन की तैयारी कर रहे थे। इसी के तहत आज इस ऑपरेशन का प्लान किया गया था।

  •  पूर्व सांसद धनंजय सिंह के पूर्व निजी अंगरक्षक की गोली और चाकू मारकर हत्या

     पूर्व सांसद धनंजय सिंह के पूर्व निजी अंगरक्षक की गोली और चाकू मारकर हत्या

    -गांव के कुछ लोगों से सुबह हुआ था विवाद, शाम को उन्हीं लोगों ने दिया घटना को अंजाम

    -घटना के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती

    जौनपुर। सिकरारा थाना क्षेत्र रीठी गांव में मंगलवार रात उस समय हड़कंप मच गया, जब बदमाशों ने गोली मारकर एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही एसपी समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही है। मारा गया युवक बसपा के पूर्व सांसद धनन्जय सिंह का पर्सनल अंगरक्षक करीबी हुआ करता था।

    सिकरारा थाना क्षेत्र के रीठी गांव के निवासी अनीश खां (38 वर्ष) पुत्र स्व. हनीफ मंगलवार रात करीब साढ़े सात बजे घर से थोड़ी दूरी पर मोबाइल से किसी से बात कर रहा था। इसी बीच पहले से घात लगाये बैठे गांव के ही चार लोगों ने उसे पहले गोली मारी, उसके बाद चाकूओं से प्रहार किया। अनीश की चीखपुकार सुुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो हमलावर भाग गये। गोली चलने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस की मदद से घायल अनीश को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।

    पूर्व सांसद धनंजय सिंह के प्रबल समर्थक की हत्या की खबर मिलते ही पूरे जिले में सनसनी फैल गयी।सूचना मिलते ही धनंजय सिंह के समर्थक अस्पताल पहुंच गये। वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए धनंजय सिंह के पूर्व मीडिया प्रभारी अशोक सिंह ने बताया कि मृतक अनीश सांसद जी का गनर नहीं प्रबल समर्थक रहा है। वह हर चुनाव में उनकी बढ़-चढ़कर मदद करता था। हत्या किन कारणों से हुई इसकी भी कोई जानकारी नहीं है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

    वहीं जिला अस्पताल पहुंची मृतक की पत्नी रेशमा बानों ने बताया कि मेरे पति पहले धनंजय सिंह के साथ रहते थे लेकिन कुछ दिनों से उनका साथ छोड़ दिया था। उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हत्या की खबर मिलते ही एसपी डॉ अजयपाल शर्मा ने भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल किया। उसके हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित करके रवाना कर दिया।

    वहीं इस मामले में हिन्दुस्थान समाचार से बात करते हुए थानाध्यक्ष यजुर्वेद सिंह ने बताया कि मंगलवार की सुबह अनीश खान के पड़ोसियों से उसकी लड़ाई हुई थी उसके पड़ोसी अनिकेत, प्रिंस सिंह व पांडु ने गोली मारकर हत्या की है और तीनों मौके से फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही इनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया है। वहीं, क्षेत्राधिकार सदर देवेश कुमार सिंह ने बात करने पर कहा कि उच्च अधिकारियों द्वारा इस मामले में कुछ कहा जाएगा फिलहाल मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

    विदित हो कि धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह को अभी एक दिन पहले ही बहुजन समाज पार्टी से लोकसभा 73 का उम्मीदवार घोषित किया गया है। जबकि पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह बीते 06 मार्च से जिला कारागार में बंद हैं। ऐसे में उनके समर्थक और निजी अंगरक्षक रहे अनीश की गोली मारकर हत्या कहीं न कहीं एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रही है।

  • समाजसेवी के निधन पर कैबिनेट मंत्री ने जताई संवेदना-डॉ संजय सिंह सहित परिजनों से मिलकर बांटा दुःख

    समाजसेवी के निधन पर कैबिनेट मंत्री ने जताई संवेदना-डॉ संजय सिंह सहित परिजनों से मिलकर बांटा दुःख



    मऊः उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास एवं उर्जा कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने समाजसेवी जगत नारायण सिंह के निधन पर घर पहुंचकर गहरी संवेदना व्यक्त किया। शनिवार को दोपहर बाद शारदा नारायण हास्पिटल पहुंचने के बाद कैबिनेट मंत्री ने निदेशक डॉ संजय सिंह व डॉ सुजीत सिंह के साथ जगत नारायण सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। इसके उपरांत वह डॉ सिंह के बड़े भाई अरुण कुमार सिंह, मां शारदा देवी, डॉ एकिका सिंह, डॉ मधुलिका सिंह सहित अन्य परिवारीजनों के साथ अपनी संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि समाज में अपने कार्यों से पहचान बनने वाले जगत नारायण सिंह हमेशा याद रखे जाएंगे। शारदा नारायण ग्रुप ऑफ हास्पिटल के संरक्षक के रुप में उनका योगदान सदा ही लोगों के बेहतर स्वास्थ्य की प्रेरणा देता रहेगा। इस अवसर रोटरी क्लब अध्यक्ष अजीत सिंह, पुरुषार्थ सिंह, सूरज राय, पत्रकार जगदीश सिंह सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।

  • आईपीएस अविनाश पाण्डेय के खिलाफ कॉन्टेम्पट याचिका, मे २० मई २४ को होगी सुनवाई

    आईपीएस अविनाश पाण्डेय के खिलाफ कॉन्टेम्पट याचिका, मे २० मई २४ को होगी सुनवाई

    — खरी दुनिया के विद्वेषपूर्ण अभियोजन मे गिरफ्तारी दौरान कानून के उलंघन मे उलझ गये है आईपीएस अविनाश पाण्डेय

    मऊ। खरी दुनिया की खबरों से चिढ़ कर उसके खिलाफ विद्वेषपूर्ण कार्यवाही करने वाले एसपी अविनाश पाण्डेय के खिलाफ उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे दाखिल कॉन्टेम्पट रिट मे अगले २० मई को सुनवाई होनी है। एसपी समेत दो लोगो को खरी दुनिया ने मुकदमे मे पक्षकार बनाया है।


    उल्लेखनीय है की खरी दुनिया की खबरों से चिढ़कर मऊ मे एसपी रहे अविनाश पाण्डेय ने खरी दुनिया के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था और उसमे तुरंत गिरफ्तारी का कानून नही होने के कारण फर्जी साक्ष्य लगाकर खरी दुनिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

    दूसरे के नाम से बनवाये गये फर्जी साक्ष्यों के मामले मे तो एसपी अविनाश पाण्डेय बच गये लेकिन गिरफ्तारी मे कानून की अनदेखी ने उन्हे सवालो के घेरे मे खड़ा कर दिया है। एसपी अविनाश पाण्डेय के साथ मामले के विवेचक गंगा प्रसाद विन्द भी है मामले पक्षकार।

    खरी दुनिया ने एसपी आवुनाश पाण्डेय द्वारा जानबूझकर की गई इस अनदेखी को लेकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे अवमान अधिनियम मे याचिका दाखिल कर एसपी के खिलाफ सजा के लिए अर्जी लगाई है। मामले मे सुनवाई के लिए अदालत ने 20 मई २०२४ की तिथि मुकर्र की है।

    जिले के अबैध हॉस्पिटलो से लिफाफा ले खबरों को रुकवाने मे खरी दुनिया को एसपी ने दिलवाई थी धमकी

    एसपी अविनाश पाण्डेय जिले मे अबैध हॉस्पिटलो के द्वारा अग्नि समन बिभाग की फर्जी अनापत्ति प्रमण पत्र लगा कर हॉस्पिटल के भवन का नक्शा पास कराये अबैध राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल और प्रकाश हॉस्पिटल से लिफाफा लेकर इन अबैध हॉस्पिटलो को लेकर प्रकाशित खबरों को रोकने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारी से धमकी दिलवाई थी।

    अबैध हॉस्पिटलो को लेकर खरी दुनिया द्वारा प्रकाशित खबरों पर विराम लगवाने की नियत से एसपी अविनाश पाण्डेय ने स्थानीय अभिसूचना इकाई के कर्मचारी से खरी दुनिया को , खबरों से ला इन ऑर्डर को खराब होने की आड़ मे धमकी दिलवाई थी।

    एसपी के इस धमकी के बाद जब खबरें नही रुकी तो एसपी ने दर्ज फर्जी मुकदमे मे फर्जी साक्ष्य गढ़कर उसकी गिरफ्तारी करवाई थी, गिरफ्तारी दौरान एसपी ने कानून का उल्लंघन किया है । इसी उल्लंघन को लेकर खरी दुनिया ने उनके खिलाफ अवमान अधिनियम मे कार्यवाही के लिए अदालत मे अर्जी लगाई है।