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  • रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस का असमंजस विपक्ष को दे रहा मौका

    रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस का असमंजस विपक्ष को दे रहा मौका

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रायबरेली और अमेठी कभी कांग्रेस परिवार का गढ़ माना जाता था। आज कांग्रेस की स्थिति यह है कि इन दोनों लोकसभा सीटों पर उसे योग्य उम्मीदवार नहीं मिल पा रहे हैं।

    उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस को समझौता के तहत उप्र में समाजवादी पार्टी ने सिर्फ 17 सीटें दी। उसमें भी कांग्रेस अभी चार सीटों मथुरा, प्रयागराज, अमेठी और रायबरेली पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पायी। ऐसी सीटों पर उम्मीदवारों का संशय कांग्रेस नेताओं के लिए ही दुविधा पैदा कर दिया है।

    उधर, भाजपा नेता पूछ रहे हैं कि कांग्रेस के युवराज की घोषणा दक्षिण से तो पहले ही हो गयी, जिसको वे अपना घर कहते हैं, वहीं से पलायन कर रहे हैं। इसका कारण है कि कांग्रेस भी जानती है कि इस बार उप्र में सभी अस्सी सीटों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित है। 12 उम्मीदवारों को दो हजार से अधिक मत मिले थे। स्मृति और राहुल गांधी के बाद सबसे ज्यादा मत पाने वाले तीसरे स्थान पर रहने वाले ध्रुव लाल को 7,816 मत मिले थे। इससे पहले यह सीट संजय गांधी और उनके बाद राजीव गांधी के पास रहा करती थी। राहुल गांधी 2004, 2009, 2014 में सासंद थे। उनसे पहले एक बार 1999 में सोनिया गांधी इस सीट से चुनाव जीत चुकी हैं।

    पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी भाजपा की स्मृति ईरानी से 55,120 वोटों से हार गये थे। यह तब स्थिति थी, जब सपा और बसपा ने रायबरेली और अमेठी को कांग्रेस के समर्थन में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। उस चुनाव में भाजपा की स्मृति को 4,68,514 मत मिले थे, वहीं राहुल गांधी को 4,13,394 मत मिले थे। अमेठी में कुल 27 उम्मीदवार खड़े थे। इसमें नोटा को लेकर 19 उम्मीदवारों को एक हजार से ज्यादा मत मिले थे।

    रायबरेली लोकसभा सीट से 2004 से अब तक सोनिया गांधी सांसद रही हैं। इस बार राज्यसभा सांसद बनने के बाद उन्होंने रायबरेली की जनता के नाम भावुक पत्र भी भेजे थे। पिछली बार उन्होंने कांग्रेस से ही निकले भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को 1,67,178 वोटों से पराजित किया था।

    राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो अब तक इस घोषणा के न होने से जहां विपक्ष को बोलने का मौका मिल गया है, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मायूसी है। एक कांग्रेस नेता का कहना है कि जब रायबरेली और अमेठी जैसे सेफ सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने में इतना हिचक रहे हैं तो आगे उप्र की रणनीति कैसे बनाएंगे। कांग्रेसी नेता का कहना है कि हम यहां पर सिर्फ सपा के भरोसे रह गये हैं। इससे कार्यकर्ताओं में निराशा है, हालांकि चुनाव आते-आते कार्यकर्ताओं में कुछ उत्साह आ जाने की उम्मीद है।

    भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय का कहना है कि कांग्रेस पहले से जान रही है कि यूपी में उसे एक सीट भी नहीं मिलनी है। ऐसे में वह उप्र में सक्रियता बढ़ाकर अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहती। वैसे भी पूरे देश से कांग्रेस का सफाया होने जा रहा है।

    कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी का कहना है कि जल्द ही शेष चार सीटों भी उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी। इस बार हम उप्र की सभी सीटों पर सपा के साथ मिलकर भाजपा को हराने का काम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी पहले ही डर पैदा हो गया है। इसी कारण वे पीछे और ईडी तथा सीबीआई आगे चल रही है।

  • लाउडस्पीकर बजाने से मना करने पर भाई की हत्या, चार गिरफ्तार

    लाउडस्पीकर बजाने से मना करने पर भाई की हत्या, चार गिरफ्तार

    मीरजापुर। कोतवाली कटरा पुलिस ने मारपीट कर भाई की हत्या करने वाले चार आरोपितों को सोमवार को क्षेत्र से गिरफ्तार किया। रविवार की देर रात लाउडस्पीकर बजाने से मना करने पर भाई एवं परिवार के अन्य सदस्यों ने पीटकर भाई विष्णु सोनकर को अधमरा कर दिया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

    घटना से सम्बंधित चार आरोपितों रामबाबू सोनकर पुत्र स्व. पुरुषोत्तम सोनकर, सुनील सोनकर पुत्र नन्दू सोनकर, राहुल सोनकर पुत्र रामबाबू सोनकर निवासी शुक्लहा व पिन्टू सोनकर पुत्र स्व.लक्ष्मण सोनकर निवासी सरैया सिकन्दरपुर को कटरा पुलिस ने गिरफ्तार किया।

    ज्ञात हो कि शुक्लहा निवासिनी मिला देवी ने रविवार को अपने पति विष्णु सोनकर को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल करने व इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाने पर कटरा कोतवाली पर तहरीर दी थी। उप निरीक्षक कटरा कोतवाली योगेन्द्र नाथ यादव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की खोज की जा रही थी और सोमवार को उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

  • मुख्य स्थाई शासकीय अधिवक्ता तलब करेंगे “खरी दुनिया” की अविधिपूर्ण गिरफ्तारी से संबंधित दस्तावेज

    मुख्य स्थाई शासकीय अधिवक्ता तलब करेंगे “खरी दुनिया” की अविधिपूर्ण गिरफ्तारी से संबंधित दस्तावेज


    — एसपी अविनाश पाण्डेय और उप निरीक्षक गंगा प्रसाद विन्द द्वारा की गई अविधिपूर्ण गिरफ्तारी को लेकर खरी दुनिया ने हाई कोर्ट मे दाखिल किया है अवमानना की याचिका


    — सोमवार को अदालत ने चीफ स्टैंडिंग कौंसिल के माध्यम से मामले से संबंधित समस्त दस्तावेज किये तलब

    मऊ। अविधिपूर्ण गिरफ्तारी को लेकर खरी दुनिया के द्वारा मऊ मे एसपी रहे अविनाश पाण्डेय और उप निरीक्षक गंगा प्रसाद विन्द के खिलाफ उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे दाखिल कंटेम्पट याचिका मे सोमवार को हाई कोर्ट द्वारा मुख्य स्थाई शासकीय अधिवक्ता के माध्यम से मामले से संबंधित समस्त दस्तावेजों को तलब करने का आदेश दिये जाने की खबर है।


    उल्लेखनीय है कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय के इशारे पर उस समय कोतवाली मऊ मे तैनात उप निरीक्षक गंगा प्रसाद विन्द द्वारा खरी दुनिया की अविधिपूर्ण गिरफ्तारी की गई थी। खरी दुनिया ने अपने अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह के माध्यम से एसपी के इशारे पर उपनिरीक्षक गंगा प्रसाद विन्द द्वारा की गई अविधिपूर्ण गिरफ्तारी को लेकर अदालत मे अर्जी लगाई।

    सोमवार को अदालत ने इस मामले की सुनवाई दौरान मुख्य स्थाई शासकीय अधिवक्ता के माध्यम से मामले से संबंधित समस्त दस्तावेजों को तलब किया गया है।

    इस मामले मे तत्कालीन एसपी अविनाश पाण्डेय और उपनिरीक्षक गंगा प्रसाद विन्द के उपर मा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गिरद्तारी को लेकर डी के बसु बनाम पश्च्छिम बंगाल के मामले मे जारी आदेश की अवहेलना किये जाने का आरोप है।

  • अधिवक्ताओं ने पुलिस आयुक्त का किया घेराव, दोषी पुलिस कर्मियों व आरोपियों पर कार्रवाई की मांग

    अधिवक्ताओं ने पुलिस आयुक्त का किया घेराव, दोषी पुलिस कर्मियों व आरोपियों पर कार्रवाई की मांग

    कानपुर। अधिवक्ता साथी के साथ हुई मारपीट और पुलिस द्वारा अधिवक्ता के ही खिलाफ दर्ज मुकदमे को लेकर सोमवार को अधिवक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। अधिवक्ताओं ने पुलिस आयुक्त मुख्यालय का घेराव किया और नारेबाजी की। अधिवक्ताओं के पदाधिकारियों से पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने मुलाकात कर मामले की जानकारी ली और जांच के आदेश दे दिये। साथ ही आश्वासन दिया कि जांच में दोषी पाये जाने पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    कानपुर कचहरी लाॅयर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता रवीन्द्र शर्मा व वर्तमान उपाध्यक्ष हर्ष वर्मा ने बताया कि उनके साथी अधिवक्ता राम विकास कोहना थाना अंतर्गत रानीघाट पर रहते हैं और क्षेत्र के ही गोलू व गौरव जमीन पर कब्जा करने को लेकर रंजिश मानते हैं। बीती 28 मार्च को पीड़ित राम विकास घर के बाहर पार्किंग में अपना वाहन खड़ा करने जा रहा था तभी आरोपी गोलू और गौरव अपने परिजनों द्वारा पूर्व में पीड़ित अधिवक्ता राम विकास की शिकायतों को लेकर अधिवक्ता राम विकास पर हमला कर दिया और जमकर मारपीट की। पीड़ित की कार तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया और उसमें रखे तीन हजार रुपये व गाड़ी के कागजात निकाल लिये जिसकी पीड़ित ने वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर ली। जब मामले की शिकायत कोहना थाना के थानाध्यक्ष से शिकायत की गई तो थानाध्यक्ष आरोपियों से मिलीभगत व अनैतिक लाभ प्राप्त होने के चलते उल्टा पीड़ित अधिवक्ता राम विकास पर संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया। इससे अधिवक्ता समाज में आक्रोश व्याप्त है जैसे ही पीड़ित अधिवक्ता राम विकास पर फर्जी मुकदमे दर्ज होने की जानकारी लाॅयर्स के पदाधिकारी को हुई तो सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता समाज एकत्र हो गया। अधिवक्ताओं ने कानपुर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और दोषी पुलिस कर्मी और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की गई। पुलिस कमिश्नर ने मामले में जांच के आदेश दे दिये हैं।

  • मऊ के अबैध राहुल हॉस्पिटल के डा राहुल पर मारपीट, जान से मारने की धमकी का मुकदमा

    मऊ के अबैध राहुल हॉस्पिटल के डा राहुल पर मारपीट, जान से मारने की धमकी का मुकदमा


    — वर्ष २०१५- से कई साल तक राहुल हॉस्पिटल की मालकिन मीरा राय और सुरेंद्र नाथ राय ने सीएफओ के फर्जी हस्ताक्षर से अनापत्ति प्रमाण पत्र बना और सरकारी अभिलेख मे लगा, अबैध हॉस्पिटल को बैध बना लोगो के इलाज का धंधा करते है ।

    — बीते दिनों इलाज को आये लोगो के साथ मारपीट करने के आरोप मे कोतवाली पुलिस ने राहुल हॉस्पिटल के चिकित्सक राहुल राय पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दिया है।

    मऊ। मुख्य अग्नि समन अधिकारी के जाली हस्ताक्षर से हॉस्पिटल के भवन के नक्शे को स्वीकृत कराकर अबैध तरीके से राहुल हॉस्पिटल के नाम निजी अस्पताल चला रहे डा सुरेंद्र राय और उनके लड़को के द्वारा इलाज कराने आये मरीजों और तिमारदारो के साथ मारपीट की जाती है। इस अबैध हॉस्पिटल के डा राहुल और दो अन्य अज्ञात के खिलाफ कोतवाली मऊ मे गाली देने, मारने पीटने, और जन से मारने की धमकियों का पुलिस द्वारा एक मुकदमा दर्ज कर मामले की जाँच की जा रही है।

    पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़ित ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मऊ को दिये गये तहरीर मे बताया है कि वह कमलेश गुप्ता पुत्र अच्छेलाल गुप्ता निवासी मुस्तफाबाद ब्लाक रतनपुरा थाना हलधरपुर का निवासी है। कल शाम 4 बजे मे अपने बेटे रिशु गुप्ता को बेहोशी की हालत में लेकर आया। डा0 उसका इलाज करते रहे और हम लोग कहे की अगर आपके बस की बात नही है तो इस छोड दीजिये लेकिन डा0 राहुल द्वारा बार बार यही कहा गया कि वह ठीक है। सो रहा है आप घबराये नही। लड़का ठीक हो जायेगा और 1 घण्टे बाद आये और बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जब हम अपनी बात कहने गये तो हम आफिस मे बुलाकर लडके के नाना के साथ (दीना गुप्ता) के साथ मारपीट किये राहुल राय के साथ दो अन्य स्टाप और भी थे। और जान से मारने की धमकी देकर बाहर धक्का देते हुए निकाल दिया।

    उल्लेखनीय है कि नगर का राहुल हॉस्पिटल सरकारी अफसर के जाली हस्ताक्षर से अग्नि समन बिभाग की अनापत्ति प्रमाण पत्र बनाकर फर्जी तरीके से तथ्यों छुपाकर हॉस्पिटल के भवन को नक्शा पास कराया है। हॉस्पिटल पुरी तरह से अबैध और तथ्यगोपन कर संचालित किया जा रहा है। २०१५ से हॉस्पिटल के मालिक और चिकित्स्क द्वारा सीएफओ के जाली हस्ताक्षर से अनापत्ति प्रमाण पत्र लगा कर हॉस्पिटल को आबिद्ध तरीके से संचालित है।

  • जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।

    जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।

    अभियान के तहत नालियों की साफ सफाई के साथ ही संचारी रोग से बचाव के लिए किया जाएगा प्रयास।

      आज जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र द्वारा वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं घर-घर पर दस्तक अभियान को हरी झंडी दिखाकर कलेक्ट्रेट से रवाना किया गया। संचारी रोग नियंत्रण अभियान दिनांक 01 अप्रैल से 30 अप्रैल एवं दस्तक अभियान दिनांक 10 अप्रैल से 30 अप्रैल 2024 तक संचालित किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत ग्रामीण एवं नगरी क्षेत्र में नालियों की साफ- सफाई, एंटी लारवा के छिड़काव एवं फागिंग के कार्य किए जाएंगे। इस अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायती राज विभाग, आईसीडीएस, नगर विकास विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग आदि विभागों द्वारा सहयोग किया जाएगा। इस अभियान के तहत मौसम परिवर्तन के चलते दिमागी बुखार, जुखाम, खांसी आदि के नियंत्रण के लिए जागरुकता फैलाई जाएगी। साथ ही मरीजों का चिन्हांकन कर समय पर समुचित उपचार देकर बीमारी से निजात दिलाने का प्रयास किया जाएगा। दस्तक अभियान में आशा, आंगनबाड़ी व स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर बुखार, टीवी वह कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर सूची तैयार किया जाएगा।
       इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
  • पोस्टमार्टम हाउस से मुख्तार अंसारी का वायरल वीडियो जांच के घेरे में

    पोस्टमार्टम हाउस से मुख्तार अंसारी का वायरल वीडियो जांच के घेरे में

    बांदा,। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद मौत से जुड़े वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। इनके माध्यम से कहीं मौत पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तो कहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिप्पणी वायरल की जा रही है। उधर पोस्टमार्टम हाउस का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई। इस पर कोई जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

    वायरल वीडियो में मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी, उनके भतीजे, एक पुलिसकर्मी व कुछ अन्य कर्मचारी दिखाई पड़ रहे हैं। वीडियो में वीडियोग्राफी करते हुए दिखाई जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा एक अधिकारी भी इस वीडियो में नजर आ रहा है। वायरल होने के बाद यह वीडियो जांच के घेरे में आ गया है। आखिर वहां यह वीडियो किसने बनाया है । किसके लिए बनाया गया है और किसने इसे वायरल किया है, इस पर चर्चा हो रही है।

    इस मामले में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एस के कौशल का कहना है कि इसके बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बता सकते हैं। जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनिल श्रीवास्तव से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बार-बार फोन किए जाने के बाद भी फोन रिसीव नहीं किया।

    इधर मुख्तार के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संबंधित एक तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संबंधित कुछ अंश दर्शाए गए हैं। वीडियो कि वायरल रिपोर्ट में मृत्यु का कारण शॉक और मायोकार्डियल इंफ्रैक्शन (एमआई) दर्शाया गया है। मेडिकल में शॉक का मतलब ब्लड प्रेशर का कम हो जाना है। एमआई का मतलब हार्ट का एक हिस्सा पीला पड़ जाना है।

    सूत्रों के मुताबिक मुख्तार अंसारी के हार्ट का लगभग 2×1.5 सेंटीमीटर हिस्सा पीला पड़ गया था। उस पीले हिस्से में ब्लड के क्लाॅट पाए गए थे। इसी से मौत की वजह मायोकार्डियल इंफ्रैक्शन दिखाई गई है। इसके अलावा आंतें भी फूली मिली हैं। बाएं कान से खून आना भी दिखाया गया है। इस रिपोर्ट की क्या सच्चाई है। इस बारे में भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारी अधिकारी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं।

  • नेपाल के कीचक वध क्षेत्र के उत्खनन में मिले 2200 वर्ष पुराने पांच भवनों के अवशेष

    नेपाल के कीचक वध क्षेत्र के उत्खनन में मिले 2200 वर्ष पुराने पांच भवनों के अवशेष

    काठमांडू। नेपाल के पुरातत्व विभाग द्वारा विराट नगर के कीचक वध क्षेत्र में कराए गए उत्खनन में 2200 वर्ष पुराने पांच भवनों के अवशेष मिले हैं। कीचक वध क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से उत्खनन का कार्य चल रहा है।

    उत्खनन का नेतृत्व कर रहे प्रमुख पुरातत्वविद् उद्धव आचार्य ने रविवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि भद्रपुर नगरपालिका क्षेत्र में महाभारतकालीन कीचक वध क्षेत्र में किए गए उत्खनन में पांच भवनों के अवशेष मिले हैं। इसकी जांच में पता चला है कि यह भवन करीब 2200 वर्ष पुराना है। उद्धव आचार्य ने बताया कि यह दूसरी बार है जब इस क्षेत्र का उत्खनन किया जा रहा है। पहली बार वर्ष 1998 में उत्खनन किया गया था। आचार्य के मुताबिक इस बार के उत्खनन में पांच भवनों के अवशेष मिले हैं। इस अवशेष के महाभारत के समकालीन होने के भी दावे किए जा रहे हैं। इसकी विस्तृत जांच और उत्खनन के लिए भारत सहित अन्य देशों से पुरातत्वविदों को बुलाने की सिफारिश की गई है।

    उद्धव आचार्य ने बताया कि इस बार के उत्खनन में जिस तरह के भवनों के अवशेष मिले हैं वह किसी राजमहल की तरह है। उत्तर-पूर्व दिशा में एक पांच मंजिला भवन के अवशेष मिले हैं। इस बहुमंजिला भवन के कुछ ही दूरी पर दक्षिण दिशा में एक और भवन के अवशेष मिले हैं। इसी मुख्य भवन के दक्षिण पश्चिम दिशा में जिस तरह की संरचना के अवशेष मिले हैं उससे यह प्रतीत होता है कि वह भवन निजी सुरक्षाकर्मियों के लिए बनाया गया होगा। इस भवन के उत्तर पश्चिम में राजभवन की सुरक्षा में रहे सैन्य भवन के अवशेष मिले हैं। इस भवन के पश्चिम दिशा में एक और बहुमंजिला भवन के अवशेष मिले हैं। इसके करीब 200 फुट की दूरी पर एक अलग भवन का अवशेष मिला है जिसको सैन्य अधिकारियों के लिए बनाए जाने का दावा किया गया है।

    आचार्य ने बताया कि विदेशों से विशेषज्ञों के आने के बाद उत्खनन में करीब एक वर्ष का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि यह अवशेष भगवान गौतम बुद्ध से पहले के समय का लगता है। महाभारत काल में यह क्षेत्र विराट राज्य के अन्तर्गत आता था। इसी क्षेत्र में पांडवों ने 12 वर्ष के वनवास के बाद एक वर्ष के अज्ञातवास का समय व्यतीत किया था। इन अवशेषों को लेकर यह दावा किया गया है कि यह भवन विराट नरेश के प्रधान सेनापति कीचक का हो सकता है। महाभारत की कथा के मुताबिक द्रौपदी के साथ अभद्र व्यवहार करने के कारण भीम ने कीचक का वध कर दिया था।

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    Archeology survey in Birat area

    काठमांडू, 31 मार्च (हि.स.)। नेपाल के पुरातत्व विभाग द्वारा विराट नगर के कीचक वध क्षेत्र में कराए गए उत्खनन में 2200 वर्ष पुराने पांच भवनों के अवशेष मिले हैं। कीचक वध क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से उत्खनन का कार्य चल रहा है।

    उत्खनन का नेतृत्व कर रहे प्रमुख पुरातत्वविद् उद्धव आचार्य ने रविवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि भद्रपुर नगरपालिका क्षेत्र में महाभारतकालीन कीचक वध क्षेत्र में किए गए उत्खनन में पांच भवनों के अवशेष मिले हैं। इसकी जांच में पता चला है कि यह भवन करीब 2200 वर्ष पुराना है। उद्धव आचार्य ने बताया कि यह दूसरी बार है जब इस क्षेत्र का उत्खनन किया जा रहा है। पहली बार वर्ष 1998 में उत्खनन किया गया था। आचार्य के मुताबिक इस बार के उत्खनन में पांच भवनों के अवशेष मिले हैं। इस अवशेष के महाभारत के समकालीन होने के भी दावे किए जा रहे हैं। इसकी विस्तृत जांच और उत्खनन के लिए भारत सहित अन्य देशों से पुरातत्वविदों को बुलाने की सिफारिश की गई है।

    उद्धव आचार्य ने बताया कि इस बार के उत्खनन में जिस तरह के भवनों के अवशेष मिले हैं वह किसी राजमहल की तरह है। उत्तर-पूर्व दिशा में एक पांच मंजिला भवन के अवशेष मिले हैं। इस बहुमंजिला भवन के कुछ ही दूरी पर दक्षिण दिशा में एक और भवन के अवशेष मिले हैं। इसी मुख्य भवन के दक्षिण पश्चिम दिशा में जिस तरह की संरचना के अवशेष मिले हैं उससे यह प्रतीत होता है कि वह भवन निजी सुरक्षाकर्मियों के लिए बनाया गया होगा। इस भवन के उत्तर पश्चिम में राजभवन की सुरक्षा में रहे सैन्य भवन के अवशेष मिले हैं। इस भवन के पश्चिम दिशा में एक और बहुमंजिला भवन के अवशेष मिले हैं। इसके करीब 200 फुट की दूरी पर एक अलग भवन का अवशेष मिला है जिसको सैन्य अधिकारियों के लिए बनाए जाने का दावा किया गया है।

    आचार्य ने बताया कि विदेशों से विशेषज्ञों के आने के बाद उत्खनन में करीब एक वर्ष का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि यह अवशेष भगवान गौतम बुद्ध से पहले के समय का लगता है। महाभारत काल में यह क्षेत्र विराट राज्य के अन्तर्गत आता था। इसी क्षेत्र में पांडवों ने 12 वर्ष के वनवास के बाद एक वर्ष के अज्ञातवास का समय व्यतीत किया था। इन अवशेषों को लेकर यह दावा किया गया है कि यह भवन विराट नरेश के प्रधान सेनापति कीचक का हो सकता है। महाभारत की कथा के मुताबिक द्रौपदी के साथ अभद्र व्यवहार करने के कारण भीम ने कीचक का वध कर दिया था।

  • ममता ने पार्टी नेताओं को दिया निर्देश – ईडी-सीबीआई बुलाए तो मत जाइए, कहिए प्रचार में व्यस्त हैं

    ममता ने पार्टी नेताओं को दिया निर्देश – ईडी-सीबीआई बुलाए तो मत जाइए, कहिए प्रचार में व्यस्त हैं

    कोलकाता। घर में गिरने की वजह से चोट लगने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी रविवार से लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज कर दिया है।

    कृष्णानगर में तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार और घूस लेकर संसद में सवाल पूछने की वजह से बर्खास्त की गई नेता महुआ मोइत्रा के लिए ममता बनर्जी ने धुबुलिया में सभा की। यहां से ममता बनर्जी ने कहा, अगर ईडी या सीबीआई को बुलाया जाए तो अभी जाने की जरूरत नहीं है। मतदान संपन्न होने के बाद जाइए। घर में गिरने के बाद उनके माथे पर टांके लगे थे जो अब ठीक हो गए हैं। यहां धूप में ममता ने 45 मिनट तक भाषण दिया।

    उन्होंने कहा कि इतना डरने की जरूरत नहीं है। अगर ईडी या सीबीआई किसी को पत्र भेजे तो जवाब देना, ”अभी मैं वोटिंग में व्यस्त हूं। हम मतदान के बाद देखेंगे।” बैठक की शुरुआत से ही उन्होंने केंद्रीय निकाय के एक के बाद एक समन और तलाशी का विरोध किया। चुनाव की घोषणा के बाद उन्होंने कहा कि यह केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर विपक्ष को डराने बदनाम करने की कोशिश है। उन्होंने कहा, वोटिंग के दौरान ये सब नहीं किया जा सकता।

    कैबिनेट में मंत्री अरूप विश्वास के भाई स्वरूप विश्वास के घर इनकम टैक्स के अधिकारियों की छापेमारी का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि तीन दिनों तक इनकम टैक्स अधिकारियों की वजह से घर के लोग बाथरूम तक नहीं जा सके। घर में बच्चे थे लेकिन कोई शिष्टाचार नहीं निभाया गया। वे 16 अधिकारियों की टीम लगातार खाना ऑर्डर करते रहे जिसका बिल 25 हजार रुपये है।

    ममता ने यह भी कहा, ”अगर आप बंगाल में ”400 के पार” को लेकर इतने आश्वस्त हैं, तो आपको यहां इतने सारे ईडी, सीबीआई क्यों भेजने की जरूरत है?” राज्य के अधिकारियों का तबादला क्यों कर रहे हैं? भाजपा को किस बात का डर है? इतनी बड़ी राजनीतिक पार्टी वे केवल ईडी, सीबीआई, आयकर भेजते हैं और गरीब लोगों से पैसा लेते हैं।”

    उन्होंने यह भी कहा कि एनआईए भी जांच के नाम पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर रही है। 

  • हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने राजबब्बर पर दोष सिद्धि को किया निलम्बित

    हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने राजबब्बर पर दोष सिद्धि को किया निलम्बित

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के तत्कालीन प्रत्याशी राजबब्बर को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच से राहत मिली है। जस्टिस मोहम्मद फैज आलम खान ने राजबब्बर की ओर से दाखिल अर्जी पर आदेश देते हुए दोष सिद्धि के आदेश को निलम्बित कर दिया है।

    बता दें कि लखनऊ के वजीरगंज थाना क्षेत्र में सन 1996 में हुए एक मतदान केन्द्र पर मतदान अधिकारी श्रीकृष्ण सिंह और वहां उपस्थित शिवकुमार से तत्कालीन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजबब्बर और उनके साथी ने मारपीट की थी। जिसके बाद मुकदमे में सात जुलाई 2022 को मजिस्ट्रेट कोर्ट ने राजबब्बर पर दोष सिद्ध करार दिया था और दो वर्षों के कारावास की सजा सुनाई थी।

    हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के जस्टिस मोहम्मद फैज की ओर से इस मामले की अगली सुनवाई एक मई को होनी सुनिश्चित की गयी है। इसके साथ में राज्य सरकार की ओर से मामले में जवाबी हलफनामा दाखिल करने का आदेश जारी हुआ है।