Blog

  • उत्तर प्रदेश में बना तीसरा गठबंधन पीडीएम न्याय मोर्चा

    उत्तर प्रदेश में बना तीसरा गठबंधन पीडीएम न्याय मोर्चा

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में पिछड़ा, दलित और मुसलमान (पीडीएम) का नारा देते हुए ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल, अपना दल कमेरावादी की नेता डाॅ. पल्लवी पटेल, प्रगतिशील मानव समाज पार्टी, राष्ट्र उदय पार्टी ने तीसरा गठबंधन पीडीएम न्याय मोर्चा की घोषणा की।

    अपना दल कमेरावादी की नेता डाॅ. पल्लवी पटेल ने कहा कि देश में जिसके सम्मान पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है, दलित मुसलमान और पिछड़ा। इसके लिए पीडीएम न्याय मोर्चा लेकर आए है। जब तक पीडीएम को न्याय नहीं मिलेगा, तभी तक न्याय के लिए लड़ेंगे। पीडीएम ही सरकार बनाता और बिगाड़ता रहा है।

    उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि ए में कन्फ्यूजन था, इसके लिए एम हो गया है। अल्पसंख्यक को नहीं समझ पा रहे थे लोग, इसलिए एम लाए हैं। जिन्होंने मुझे विधायक बनाया है, वे चाहें तो फिर मेरा इस्तीफा ले लें।

    अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहा कि सभी दलों के पदाधिकारी कार्यकर्ता अपनी आवाज बुलंद करें और नई दिल्ली तक आवाज को पहुंचाएं। राष्ट्र उदय पार्टी के बाबूलाल ने कहा कि पीडीएम का गठन न्याय के लिए किया गया है। भाजपा केवल अति पिछड़ा और पिछड़ा को हक नहीं देना चाहती है। जननायक कर्पूरी ठाकुर को केवल सम्मान देना चाहते हैं, उनके लोगों को न्याय नहीं देना चाहते है।

    एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुरादाबाद में हसन साहब की बेइज्जती की गई। इससे क्या मैसेज जा रहा है। फिर रामपुर में क्या किया उन्होंने, सभी ने देखा है। जहां बात चुनाव में सीटों पर है, वह पल्लवी पटेल बताएगी। कोई हमारे गठबंधन में आना चाहता है तो उसका भी स्वागत है।

    असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 90 प्रतिशत मुसलमान ने समाजवादी पार्टी को मत दिया। उन्हें क्या मिल रहा है। पहले भी क्या मिला है। वे गलती कर नहीं सकते और मुसलमान की बात करने पर हम गलत हैं।

  • सांसद बनने की राह पर झारखंड के माननीय, भाजपा के तीन विधायक आजमा रहे किस्मत

    सांसद बनने की राह पर झारखंड के माननीय, भाजपा के तीन विधायक आजमा रहे किस्मत

    रांची। झारखंड में कई विधायक हैं जो सांसद बनना चाहते हैं। राष्ट्रीय राजनीति में हिस्सेदारी निभाने की चाहत राज्य के क्षेत्रीय दलों के विधायकों से ज्यादा इच्छा राष्ट्रीय दलों से ताल्लुक रखने वाले विधायकों में देखी जा रही है, जो राज्य से निकलकर देश की राजनीति में दखल देना चाहते हैं।

    हालांकि, कई विधायकों को उनकी पार्टी ने टिकट दे दिया है, तो कुछ ने पाला बदल कर टिकट हासिल किया है। कुछ नेता अभी टिकट पाने के लिए इंतजार में हैं। राज्य की 14 लोकसभा सीटों में भाजपा ने अपने हिस्से के 13 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। भाजपा के टिकट पर वर्तमान विधानसभा के तीन सदस्य लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से दो भाजपा के विधायक हैं जबकि एक झामुमो छोड़ कर भाजपा ज्वाइन की है।

    कांग्रेस ने तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। इसमें एक प्रत्याशी वर्तमान में विधायक हैं। इसके अलावा फिलहाल दो से तीन और विधायक के चुनाव मैदान में उतरने की संभावना जतायी जा रही है। इंडिया गठबंधन से अब तक 14 में से तीन सीट पर ही प्रत्याशी की घोषणा हुई। जिन सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है, उनमें कोडरमा, पश्चिमी सिंहभूम और गोड्डा से वर्तमान विधानसभा के सदस्यों के चुनाव लड़ने की संभावना जतायी जा रही है।

    हजारीबाग लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने वर्तमान विधायक को मैदान में उतारा है। भाजपा से विधायक मनीष जायसवाल और कांग्रेस से जेपी पटेल चुनाव लड़ रहे हैं। दुमका से सीता सोरेन और धनबाद से विधायक ढुलु महतो भाजपा से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।

    इंडिया गठबंधन ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, उनमें से कोडरमा से माले विधायक विनोद सिंह, पश्चिमी सिंहभूम से झामुमो के विधायक दशरथ गगरई के चुनाव लड़ने की संभावना है। इसके अलावा गोड्डा से भी कांग्रेस के विधायक चुनाव लड़ने की तैयारी में है। वर्तमान विधायकों के साथ अब तक दो पूर्व विधायकों को भी लोकसभा चुनाव का टिकट मिला है। कांग्रेस ने लोहरदगा से सुखदेव भगत को चुनाव में उतारा है। सुखदेव भगत पूर्व में विधायक रहे हैं। राजमहल से भाजपा प्रत्याशी ताला मरांडी भी पूर्व विधायक हैं।

    ये विधायक बन चुके हैं सांसद

    राज्य में लोकसभा चुनाव में सांसद बनने वाले नेता, जो पहले विधायक रह चुके हैं, उनमें खूंटी से सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, कोडरमा सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पश्चिमी सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा, गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, धनबाद के सांसद पीएन सिंह, लोहरदगा विधायक सुदर्शन भगत, विद्युत वरण महतो आदि विधायक के नाम शामिल हैं। इनमें से भाजपा ने धनबाद और लोहरदगा में इस चुनाव में अपना प्रत्याशी बदल दिया है।

    कई विधायकों की उम्मीदें टूटीं

    भाजपा से इस वर्ष लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले जिन माननीयों की हसरतें पूरी नहीं हो सकी उसमें पांकी से विधायक शशिभूषण मेहता, धनबाद से भाजपा विधायक राज सिन्हा और पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही का नाम हैं। ये लोकसभा चुनाव लड़कर दिल्ली जाना चाहते थे लेकिन टिकट न देकर पार्टी ने दिल्ली की उनकी चाह पर विराम लगा दिया है।

    इंडिया गठबंधन में कई विधायक लोकसभा टिकट पाने की रेस में

    लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस ने तीन लोकसभा क्षेत्र हजारीबाग, लोहरदगा और खूंटी के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है। इसमें भाजपा से कांग्रेस में आये मांडू विधायक जेपी पटेल को हजारीबाग से टिकट मिल भी गया है। बाकी जिन जिन विधायकों ने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है उसमें गोड्डा लोकसभा के लिए कांग्रेसी विधायक दीपिका पांडे सिंह और प्रदीप यादव के नाम आगे हैं।

    इसी तरह गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनने की इच्छा पूर्व मंत्री और टुंडी से झामुमो विधायक मथुरा महतो की रही है। इस बार कोडरमा लोकसभा सीट माले के खाते में जाने की संभावना को देखते हुए विधायक विनोद सिंह भी कोडरमा से लोकसभा के लिए किस्मत आजमाना चाहते हैं। बिशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा, लोहरदगा से उम्मीदवारी के लिए अभी तक अड़े हुए हैं, तो सिंहभूम सीट से उम्मीदवार बनने की इच्छा झामुमो के विधायक दशरथ गगराई, सुखराम उरांव और जोबा मांझी की रही हैं।

    ऐसे में इंडिया गठबंधन की ओर से लोकसभा उम्मीदवारों का फाइनल लिस्ट आने के बाद ही यह तय हो पायेगा कि लोकसभा चुनाव जीत कर सेंट्रल विस्टा की ओर कदम बढ़ाने का मौका किन-किन माननीयों को मिलता है और किसे अभी दिल्ली की राजनीति के लिए इंतजार करना पड़ता है।

  • लाखों की नकदी बरामद, दो लोग गिरफ्तार

    लाखों की नकदी बरामद, दो लोग गिरफ्तार

    हरिद्वार। लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस पूरी तरह से सजग है। पुलिस ने सघन चेकिंग अभियान चलाया हुआ है। इसी कड़ी में पुलिस ने लाखों की नकदी बरामद करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

    जानकारी के अनुसार चेकिंग के दौरान बहादराबाद पुलिस ने रुड़की की ओर से आ रही एक कार से एक लाख साठ हजार की नकदी बरामद की। नकदी के संबंध में पूछे जाने पर कार चालक सन्दीप कुमार पुत्र सतपाल प्रजापति निवासी ग्राम भौरी थाना बहादराबाद ठोस दस्तावेज नहीं दिखा पाया। इस पर पुलिस ने धनराशि को कब्जे में लेकर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा सचिन उम्र 35 वर्ष पुत्र विरेन्द्र निवासी सहारनपुर उत्तर प्रदेश से बैग से सात लाख रुपये की नकदी बरामद की। पुलिस ने नकदी संबंधी दस्तावेज नहीं दिखाने पर उसे गिरफ्तार कर लिया।

  • प्रधानमंत्री मोदी चार अप्रैल को बिहार के जमुई में पहले चरण के चुनाव प्रचार का करेंगे शंखनाद

    प्रधानमंत्री मोदी चार अप्रैल को बिहार के जमुई में पहले चरण के चुनाव प्रचार का करेंगे शंखनाद

    पटना (बिहार)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चार अप्रैल को बिहार के जमुई जिले में आयेंगे। प्रधानमंत्री जमुई के खैरा प्रखंड अंतर्गत नरियाना पुल के समीप खाली भूखंड पर चुनावी सभा को संबोधित कर लोकसभा चुनाव के पहले चरण में एनडीए के जीत का शंखनाद करेंगे।

    भाजपा के जिलाध्यक्ष कन्हैया कुमार सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी निर्धारित कार्यक्रम के तहत एनडीए उम्मीदवार अरुण कुमार भारती के समर्थन में जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत नरियाना पुल के समीप खाली भूखंड पर चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। चुनावी सभा के बाद वे अन्यत्र स्थान के लिए रवाना होंगे।

    उल्लेखनीय है कि एनडीए समर्थित लोजपा रामविलास के उम्मीदवार अरुण कुमार भारती का चुनावी मुकाबला महागठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी अर्चना कुमारी से है। पीएम मोदी अरुण कुमार भारती के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट है।

  • टीपीसी को हथियार सप्लाई करने के दो आरोपित गिरफ्तार

    टीपीसी को हथियार सप्लाई करने के दो आरोपित गिरफ्तार

    -कार्बाइन, एसएलआर मैगजीन और गोलियां बरामद

    पलामू। उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी को हथियार सप्लाई करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने हरिहरगंज से गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक लोकल मेड कार्बाइन, 8 एसएलआर का पुराना मैगजीन, 3 एलएमजी का पारदर्शी मैगजीन, तीन जिंदा गोली बरामद की गई है।

    गिरफ्तार सप्लायरों में हरिहरगंज थाना क्षेत्र के कटैया कुरहत के रहने वाले 28 वर्षीय गोविंद कुमार एवं औरंगाबाद जिला अंतर्गत टंडवा थाना क्षेत्र के लहंगकर्मा बरईखाप उपाध्याय बिगहा के 48 वर्षीय घनश्याम चौबे शामिल हैं।

    जिले की एसपी रिष्मा रमेशन ने रविवार को अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी को हथियार सप्लाई देने के लिए गोविंद कुमार अपने घर में हथियार, मैगजीन रखे हुए हैं और अपने सहयोगियों से अन्य कई तरह के हथियार, गोली, मैगजीन मंगाने वाला है। छतरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नौशाद आलम के नेतृत्व में टीम बनाई गई और त्वरित कार्रवाई की गई। ग्राम कुरहत में गोविंद के घर पर छापेमारी की गई। यहां से मोबाइल फोन, एसएलआर का पुराना दो मैगजीन और दो जिंदा गोली बरामद की गई। उसकी निशानदेही पर उसके सहयोगी टीएसपीसी के सदस्य घनश्याम चौबे को हरिहरगंज से ही गिरफ्तार किया गया।

    बाद में घनश्याम चौबे की निशानदेही पर मोबाइल फोन, लोकल मेड कार्बाइन हथियार, 6 एसएलआर का पुराना मैगजीन, एलएमजी का पारदर्शी मैगजीन 3, एक गोली बरामद की गई। जानकारी मिली है कि पिछले 10 साल से दोनों उग्रवादी संगठन टीपीसी को अवैध हथियार एवं मैगजीन सप्लाई करते थे। कभी नाम सामने नहीं आने के कारण इनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं हुआ था। छानबीन में यह भी सामने आया है कि दोनों आरोपित सिर्फ उग्रवादियों को ही हथियार की आपूर्ति करते थे।

    करवाई टीम में छतरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अलावा हरिहरगंज के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर चंदन कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक लाल बहादुर हरिजन, सहायक अवर निरीक्षक संजय कुमार सिंह, मनोज दास सहित जवान शामिल थे।

  • पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की मांग, मुख्तार के मौत की हो सीबीआई जांच

    पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की मांग, मुख्तार के मौत की हो सीबीआई जांच

    जालौन। उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने मुख्तार अंसारी की मौत पर बड़ा सवाल उठाया है । उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में फर्जी मुठभेड़ हो सकती है, तो माफिया मुख्तार अंसारी को जेल में जहर क्यों नहीं दिया जा सकता है, यह बयान उसने पेशी के दौरान दिया था, इसीलिए इस मामले की तत्काल सीबीआई जांच उत्तर प्रदेश सरकार कराये, जिससे हकीकत सामने आ सके।

    यह बयान डीजीपी सुलखान सिंह ने जालौन के कोंच नगर में दिया, वह यहां एक निजी कार्य में शामिल होने के लिये आए थे। पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि उसकी मौत कैसे हुई है, इसका अंदाजा लगाना संभव नहीं है, उन्होंने कहा कि वह राज्य की अभिरक्षा में था, और उसने न्यायालय में आरोप भी लगाया था कि उसे धीमा जहर दिया जा रहा है, उसकी हत्या की जा सकती है, इसीलिए सरकार को अपना स्टैंड क्लियर करना जरूरी है, जिससे किसी प्रकार का संदेह न रह जाए, इसलिए मामले की सीबीआई जांच करना बहुत जरूर है और जल्द से जल्द इसकी जांच कराई जाए, जिससे साफ हो सके कि मुख्तार की मौत कैसे हुई है।

    जब उनसे पूछा कि जब आप आईजी जेल थे, तो जेल में इस तरीके की घटना हो सकती हैं, तो उन्होंने कहा कि होने के लिए सब कुछ हो सकता है, पुलिस वाले फर्जी मुठभेड़ कर सकते हैं, इस वक्त ढाई सौ पुलिस वाले जेल में हैं जो सजायाफ्ता और कुछ पर अंडर ट्रायल चल रहा है, जब पुलिस वाला हत्या कर सकता है, तो क्या नहीं हो सकता है, लेकिन इस तरीके का गैस करना एक पुलिस वाले के लिए सही नहीं है, लेकिन मुख्तार अंसारी ने आरोप लगाया और उसके बाद घटना हुई है इसलिए इस पर संदेह उत्पन्न हुआ है, तो निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच होना जरूरी है।

  • गैर इरादतन हत्या के मामले में पिता-पुत्र समेत चार को 10-10 साल की कैद

    गैर इरादतन हत्या के मामले में पिता-पुत्र समेत चार को 10-10 साल की कैद

    – एडीजे नीरज श्रीवास्तव ने सुनाया निर्णय

    चित्रकूट। गैर इरादतन हत्या के मामले में दोष सिद्ध होने पर अपर सत्र न्यायाधीश नीरज श्रीवास्तव ने चार आरोपियों को 10-10 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही अर्थदण्ड से भी दण्डित किया है।

    सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि कर्वी कोतवाली क्षेत्र के बरमपुर गांव के निवासी रामचन्द्र कुशवाह ने बीती 28 फरवरी 2021 को कर्वी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वादी के अनुसार बीती 20 फरवरी 2021 को सबेरे 7:30 बजे रास्ते को लेकर विवाद हुआ था। जिसमें हमलावर शिव प्रसाद ने अपने बेटे प्रकाश चन्द्र व सुरेश, रामलखन आदि के साथ लाठी-डण्डा, कुल्हाड़ी, हसिया से हमला कर दिया। जिसमें वादी रामचन्द्र, राजाराम, भूरी देवी, जियालाल उर्फ लाला भाई घायल हो गए थे। इस घटना में उसका छोटा भाई जियालाल गम्भीर रूप से घायल हो गया था। जिसे लेकर इलाज के लिए वह लोग जिला अस्पताल आए। जहां गम्भीर हालत के चलते चिकित्सकों ने उसे प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया, किन्तु इलाज के दौरान 26 फरवरी 2021 को उसकी मौत हो गयी।

    पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसी मामले में दूसरे पक्ष के शिवप्रसाद ने भी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को दी गयी तहरीर में शिव प्रसाद ने बताया था कि घटना के समय वह अपने खेत में पिलर कर रहा था। इस दौरान रामचन्द्र व राजाराम आदि ने आकर उसे गाली-गालौज करते हुए लाठी डण्डों से पीटा। इस मामले में भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया था।

    बचाव और अभियोजन पक्ष के अधिवक्ताओं की दलीलें सुनने के बाद शनिवार को अपर सत्र न्यायाधीश नीरज श्रीवास्तव ने निर्णय सुनाया। जिसमें दोष सिद्ध होने पर आरोपी शिव प्रसाद उसके बेटे प्रकाश चन्द्र, सुरेश व रामलखन को 10-10 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई। साथ ही अर्थदण्ड से दण्डित किया है। इसी प्रकार दूसरे पक्ष के रामचन्द्र व राजाराम को दो-दो वर्ष कारावास और 6-6 हजार अर्थदण्ड की सजा से दण्डित किया गया है।

  • छेड़छाड़ की पीड़ित की पैरवी करने वाले अधिवक्ता पिता-पुत्र ने आरोपितों पर लगाया धमकी देने का आरोप

    छेड़छाड़ की पीड़ित की पैरवी करने वाले अधिवक्ता पिता-पुत्र ने आरोपितों पर लगाया धमकी देने का आरोप

    – वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने केस दर्ज कर कार्रवाई करने के दिए आदेश

    – बेटे की फेसबुक और इंस्टाग्राम आईडी हैक कर आपत्तिजनक पोस्ट डालने का भी लगाया आरोप

    मुरादाबाद। जिले के अधिवक्ता और उसके बेटे ने शनिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा कि वह छेड़छाड़ के मामले में पीड़ित की ओर से पैरवी कर रहे हैं। मामले के आरोपितों ने उन्हें और उनके बेटे को धमकी दी। इसके अलावा यह भी आरोप लगाया कि उनके बेटे की फेसबुक और इंस्टाग्राम आईडी हैक कर आपत्तिजनक पोस्ट डाली। शिकायत पर एसएसपी ने केस दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

    शनिवार को एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में अधिवक्ता ने बताया कि वह छजलैट थाने में दर्ज छेड़छाड़ के एक मुकदमे में पीड़िता की ओर से पैरवी कर रहे हैं। अधिवक्ता के अनुसार बिजनौर निवासी आरोपी युवक केस वापसी के लिए पीड़िता पर दबाव बना रहा था, लेकिन वह केस एससीएसटी कोर्ट में विचाराधीन है। आरोपित पर पाक्सो एक्ट भी लगा है। अधिवक्ता ने बताया कि उनका बेटा भी उनके साथ वकालत करता है। आरोपितों ने अधिवक्ता और उनके बेटे को केस की पैरवी बंद करने के लिए कहा और मना करने पर धमकी देना शुरु कर दिया। आरोपित ने अधिवक्ता के बेटे की फेसबुक और इंस्टाग्राम ग्राम आईडी हैक कर ली और परिचितों के जरिए दबाव बनाने की कोशिश की। बेटे की फोटो एडिट कर उसे सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया ताकि परेशान होकर पैरवी बंद कर दें। परेशान होकर पीड़ित अधिवक्ता ने सिविल लाइंस थाना और साइबर सेल में शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद अधिवक्ता ने शनिवार को एसएसपी से गुहार लगाई। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने सिविल लाइंस एसएचओ को एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

  • एससी एसटी एक्ट के चार दोषियों को चार-चार वर्ष का कारावास

    एससी एसटी एक्ट के चार दोषियों को चार-चार वर्ष का कारावास

    फिरोजाबाद। न्यायालय ने शनिवार को मारपीट तथा एससी-एसटी के दोषी चार लोगों को चार-चार वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। उन पर अर्थ दंड भी लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

    असफाबाद निवासी अनार सिंह दलित है। वह 25 सितंबर 2004 को हिमायूंपुर बालू मंडी से लालपुर जा रहा था। सैलई के समीप उसे दबंगो ने रोक लिया। दबंगों ने उसके साथ मारपीट की तथा जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया।

    अनार सिंह ने थाने में रोहन सिंह पुत्र भवानी शंकर, रामनाथ पुत्र रामकिशन, दीवारी लाल पुत्र ताराचंद तथा जनक सिंह पुत्र रामकिशन के खिलाफ मारपीट तथा एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने विवेचना के बाद चारों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। मुकदमा अपर सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट इफराक अहमद की अदालत में चला।

    अभियोजन पक्ष की तरफ से मुकदमे की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक नरेंद्र सिंह ने बताया कि मुकदमे के दौरान कई गवाहों ने गवाही दी। कई साक्षी न्यायालय के सामने पेश किए गए। गवाहों की गवाही तथा साक्ष्य के आधार पर न्यायालय ने सभी को दोषी माना। न्यायालय ने उन्हें चार-चार वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। उन पर सात-सात हजार रुपया का अर्थ दंड लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

  • भाजपा ने जारी की 11 उम्मीदवारों की आठवीं सूची, हंस राज हंस को मिला मौका

    भाजपा ने जारी की 11 उम्मीदवारों की आठवीं सूची, हंस राज हंस को मिला मौका

    नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की आठवीं सूची जारी की। इस सूची में ओडिशा के लिए तीन, पंजाब के लिए छह और पश्चिम बंगाल के लिए दो उम्मीदवार घोषित किए हैं। इस सूची में हंस राज हंस, पूर्व राजनयिक तरणजीत सिंह संधू और भर्तृहरि महताब का नाम शामिल है।

    पंजाब से आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुशील रिंकू को पंजाब के जालंधर सीट से तथा कांग्रेस का दामन छोड़कर इस पार्टी में शामिल रवनीत सिंह बिट्टू एवं परनीत कौर को क्रमश: लुधियाना और पटियाला सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके साथ उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सांसद रहे हंस राज हंस को फरीदकोट से और सनी देओल का टिकट काट कर दिनेश सिंह बब्बू को गुरुदासपुर से उम्मीदवार बनाया गया है।

    बीजू जनता दल (बीजद) छोड़कर भाजपा में शामिल हुए भर्तृहरि महताब को ओडिशा के कटक से टिकट दिया गया है। वह कटक से निवर्तमान सांसद और बीजद के संस्थापक सदस्य हैं। कंधमाल से सुंकात कुमार पाणिग्रही को उम्मीदवार बनाया गया है। जाजपुर से डॉ रविन्द्र नारायण बेहरा को उम्मीदवार बनाया गया है।

    पश्चिम बंगाल की बीरभूम संसदीय सीट से भाजपा ने पूर्व आईपीएस अधिकारी देवाशीष धर को टिकट दिया है। पार्टी ने झाड़ग्राम से प्रणत टुडू को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने अब तक 411 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।