कानपुर। जेल से गैंगस्टर मामले में पेशी पर आया एक कैदी गुरुवार को कानपुर न्यायालय के बाहर से फरार हो गया। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें लगी हुई हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली अर्चना सिंह ने बताया कि गुरुवार को अभियुक्त सोनू सिंह जो गैंगस्टर न्यायालय में जेल से पेशी पर आया था। इस दौरान वह न्यायालय के बाहर से फरार हो गया। इस सूचना पर तत्काल कोतवाली पुलिस की टीमें लगा दी गई है। गैंगस्टर मामले के आरोपित की तलाश के लिए तत्काल कोतवाली थाना में मुकदमा दर्ज कर अन्य वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
समन्वय समिति बनाकर सभी सहयोगियों को देंगे जिम्मेदारी
10वर्षों तक क्षेत्र की जनता की सेवाओं के माध्यम से जाएंगे जनता के बीच
मऊ। घोसी 70 लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी राजीव राय को विजयी बनाने के लिए इंडिया गठबंधन के घटक दलों की बैठक हुई। इसमें सर्वसम्मति से एक समन्वय समिति बनाने का निर्णय लिया गया जिसमें घटक दलों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व हो तथा उसमें लोगों की जिम्मेदारियां तय हों। घोसी से प्रत्याशी राजीव राय ने इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के वरिष्ठजनों का बैठक में शामिल होने के लिए आभार जताया। साथ ही सुझावों के आधार पर विधानसभा से लेकर ब्लाक स्तर पर समन्वय टीम बना लेने को लेने को कहा। उन्होंने माइक्रो लेवल पर टीम गठित होना जरूरी बताया। उन्होंने कहा 2014 का चुनाव हारने के बाद भी लगातार मैं क्षेत्र में मौजूद हूं। जब बाढ़ आई तो बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ा रहा। कोरोना के समय दवा और जरूरत का सामान पहुंचाया। मलेशिया में बच्चे फंसे थे। सरकारी मदद नहीं पहुंच पाई लेकिन मैंने सहयोग किया। तमाम अनाथ बच्चों को गोद लिया। इन सभी कार्यों के लिए सभी ने प्रशंसा की। पूर्व विधायक अमरेश चंद पांडे ने कार्यकर्ताओं से हर स्थिति में आचार संहिता का सम्मान करने तथा किसी भी स्थिति में उल्लंघन नहीं करने देने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि हमें जाति-धर्म के नाम पर किसी से वोट नहीं मांगना है। जनता के बीच जाकर उनकी सेवा में दिये गये योगदान को उन्हें याद दिलाना है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष इंतखाब आलम ने कहा कि इतने कम समय में क्षेत्र के हर घर में प्रत्याशी का पहुंचना संभव नहीं है लेकिन प्रत्याशी 10 वर्षों से लगातार क्षेत्र में मौजूद है और लोगों की सेवा कर रहा है। इसलिए कार्यकर्ता उसके कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएं। इन सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए उन्होंने 31 तारीख को दो बजे बैठक का कार्यक्रम निर्धारित किया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सुरेश बहादुर सिंह ने पिछले चुनाव के आंकड़ों के आधार पर अपनी मजबूती और कमजोरी का आंकलन करने का सुझाव दिया। साथ ही एक दिन में कम से कम 35 सभाएं करने के लिए जिम्मेदारी तय करने की बात कही। नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन राणा खातून ने बताया कि उन्होंने स्वर्गीय कल्पनाथ राय के चुनावों को बहुत करीब से देखा है। वह जब तक रहे विजयी रहे। कांग्रेस के लिए जीतकर सीट लाते रहे। अब इसे राजीव राय जी को दोहराना है। वहीं कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक रहे अमरेश चंद पांडे राजीव राय को टिकट मिलने के बाद क्षेत्र भ्रमण के दौरान लोगों से मिली प्रतिक्रिया को साझा किया। उन्होंने चक्की, बोझी सहित कई अन्य जगहों पर लोगों से बातचीत के निष्कर्ष साझा किया। उन्होंने कहा कि जनता कह रही है पिछला चुनाव दिल्ली से ही लड़ा गया और दिल्ली में ही समय बिता दिया गया। इसलिए भाजपा उम्मीदवार के प्रति लोगों का दृष्टिकोण बहुत खराब है। इन सब बातों को लोगों समझाना होगा। कांग्रेस कार्यकर्ता तथा घोसी क्षेत्र के समन्वयक रमेश राजभर ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे जी ने कहा है कि 80 की 80 लोकसभा सीटों पर हमें ऐसे लड़ना है जैसे हमारा प्रत्याशी लड़ रहा हो। विपक्ष के प्रत्याशी का विरोध हो रहा है। वहीं शहर कांग्रेस अध्यक्ष विष्णु कुशवाहा प्रचार सामग्री उपलब्ध करवाने की मांग की जिससे उसे कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराया जा सके। संचालन कर रहे समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष दूधनाथ यादव ने 2014 से लगातार क्षेत्र की जनता की लगातार सेवा करने के लिए राजीव राय की सराहना की। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों, उनके आतंकवाद और अत्याचार को उजागर करना है। भाजपा के प्रत्याशी लोगों को डरा-धमकाकर चुनाव जीतने का प्रयास करते हैं। आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह चुनाव जीतने के लिए अनुशासन को सबसे आवश्यक तथ्य बताया। उन्होंने कहा कि घटक दलों को जिम्मेदारी है कि यह देखें कि कि किसके पास कितने जनप्रतिनिधि हैं, कितने कार्यकर्ता हैं, उनकी जिम्मेदारी तय कर उन्हें सक्रिय करें। कम्युनिस्ट पार्टी वीरेंद्र ने कहा कि यह अपने ढंग का अलग तरह का चुनाव है। हमें स्थानीय सवालों को लेकर जनता के बीच जाना होता। यहां दो ताकतों के बीच लड़ाई है। एक पक्ष वह है जो संविधान को ताकत दे रहा है जबकि दूसरा वर्ग फांसीवादी ताकतों का है। उन्होंने सभी दलों के लोगों से अपना नम्बर देने का निवेदन किया जिससे जरूरत पड़ने पर सभी का भरपूर उपयोग हो सके। वहीं माले के जिलाध्यक्ष वसंत राजभर ने कहा कि जरूरत पड़ी तो हम अपने पार्टी की वरिष्ठ नेता सुभाषिनी अली को भी बुला सकते हैं।
चचाईपार मखमेलपुर, थाना-मधुबन से लिया गया नमूना प्रयोगशाला की जांच में स्वास्थ के लिए हानिकारक तथा मानक विहिन पाया गया। प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट प्राप्त होते ही विभाग ने निर्माता फर्म मेसर्स-श्री दुर्गा बेकरी (एस०डी०बी० उद्योग), ई-73. इण्डस्ट्रीयल एरिया, ताजोपुर पर छापेमारी की कार्यवाही करते हुये 02 नमूना संकलित किया गया तथा खाद्य पदार्थ खारी बेकरी उत्पाद, 79 गत्ते में कुल 1576 पैकेट, मूल्य रू0 23640 व खाद्य पदार्थ क्रीम रोल, 164 पेटी, प्रति पेटी 30 पैकेट, मूल्य रू0 49200 को मौके पर जब्त किया गया। जबत सामग्री का कुल मूल्य 72,940/- माह दिसम्बर में क्रिसमस पर्व के अवसर पर शासन व जिलाधिकारी के निर्देश पर सहायक आयुक्त खाद्य सुरेश कुमार मिश्र द्वारा खाद्य पदार्थों में मिलावट के विरुद्ध विशेष अभियान संचालित किया गया था। इसी अभियान के अन्तर्गत दिनांक 22 दिसम्बर 2023 को एक टीम ने चचाईपार मखमेलपुर, थाना-मधुबन स्थित विशाल गुप्ता की दुकान से क्रीम रोल का नमूना लिया गया था. जिसे जांच हेतु प्रयोगशाला प्रेषित किया गया था। प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट के अनुसार खाद्य पदार्थ में प्रयुक्त वसा मानक के अनुरूप नहीं थी तथा नमूने में जीवित व मृत कीट भी पाये गये। इसी आधार पर नमूने को मानक विहिन व स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित घोषित किया गया। नमूने के समय विक्रेता द्वारा बताये गये निर्माता के पते तथा पैकेट पर अंकित पते के आधार पर आज उक्त खाद्य पदार्थ के निर्माता फर्म एस०डी०बी०, ई-73, इण्डस्ट्रीयल एरिया, ताजोपुर में छापामारकर निम्नानुसार कार्यवाही की गयी- नमूना खाद्य पदार्थ खारी बेकरी उत्पाद, जिसपर पैकिंग की तिथि व बैंच नम्बर अंकित नहीं पाया गया, 79 गत्ते में कुल 1576 पैकेट, मूल्य रू0 23640 जब्त कर निर्माता की सुरक्षित अभिरक्षा में दे दिया गया। नमूना खाद्य पदार्थ क्रीम रोल, जिसपर पैकिंग की तिथि व बैंच नम्बर अंकित नहीं पाया गया, 164 पेटी, प्रति पेटी 30 पैकेट, मूल्य रू0 49200 जब्त कर निर्माता की सुरक्षित अभिरक्षा में दे दिया गया। प्रयोगशाला से जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरान्त मिलावट सिद्ध पाये जाने पर सम्बन्धित खाद्य कारोबारकर्ताओं के विरूद्ध, खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत सुसंगत धाराओं में विधिक कार्यवाही की जायेगी। जांच दल में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेन्द्र सिंह यादव तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमित कुमार राना, श्रीमती बिन्दु पाण्डेय व सत्यराम यादव उपस्थित रहे।
–प्रबंधक और जिला बिद्यालय निरीक्षक की मिली भगत से जिले मे चल रहा नियुक्ति का अवैध खेल
— शासनादेश के खिलाफ , अपने सगे संबंधियों का प्रबंधक द्वारा दीआईओएस को मिलाकर की जा रही नियुक्ति
— रानी की सराय इलाके के संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक् विद्यालय मे हुई नियुक्ति है जिला बिद्यालय निरीक्षक और प्रबंधक की मिलीभगत का उदाहरण
प्रयागराज/ आजमगढ़। संस्कृत पाठशाला उच्चतर माध्यमिक् बिद्यालय रानी की सराय मे जिला बिद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ की मिलीभगत से तथ्यों को छुपाकर नियुक्ति की खबर है। जिला बिद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ ने ऐसे ब्यक्ति का इस बिद्यालय हेडमास्टर के पड़ पर नियुक्ति की जिसका बीएड और आचार्य की डिग्री का वर्ष एक है। यही नही हेडमास्टर के पद पर नियुक्त ब्यक्ति प्रबंधक का सगा पौत्र है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार के द्वारा जिले के रानी की सराय इलाके के संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मे हेडमास्टर के पद पर ३/१/ २०२३ को वेतन भुगतान कर नियुक्ति को पुस्ट किया गया है। इस पद पर नियुक्ति के लिए दिनांक विद्यालय के प्रबंधक द्वारा १२/११/२०१६ को नियुक्ति को अनुमोदित करने का पत्र दिया गया और इसी वर्ष मे बिना अनुमोदन के प्रबंधक द्वारा अख़बार मे बिग्यप्ति प्रकाशित कराया गया।
इसके बाद वर्ष २०१७ मे तथ्यों को छुपाकर मा उच्च न्यायालय मे गलत सपथ पत्र देकर हसील आदेश मे जिला विद्यालय निरीक्षक को मामले को कानून के अनुसार ४ हफ्ते मे मामले को निस्तारित करने के दिये गये निर्देश के क्रम मे जिला बिद्यालय निरीक्षक द्वारा प्रबंधक और नियुक्त हेडमास्टर के द्वारा छुपाए गये तथ्यों को जानबूझकर नजर अंदाज कर वेतन भुगतान कर दिया गया।
विद्यालय प्रबंधक द्वारा अदालत मे लगाए गये रिकॉर्ड के अनुसार विद्यालय मे अध्यपको को आवश्यकतार्थ जॉइंट डायरेक्टर एजुकेशन के दफ्तर मे रिसीव कराये गये पत्र को अनुमोदन बताया गया है।।
रिकॉर्ड के अनुसार हेडमास्टर विद्यालय के प्रबंधक के भाई के लड़के का है। शासनादेश के मुताबिक प्रबंधक को अपने “पाल्य” की नियुक्ति करने का अधिकार नही है।
उधर जब खरी दुनिया के द्वारा जिए बिद्यालय निरक्षक से इस संदर्भ मे उनका पक्ष जानने के लिए सम्पर्क किया गया तो उन्होंने खुद खरी दुनिया से सवाल करते हुए पूछा की क्या आप इस संदर्भ मे जानकारी देने के लिए फोन किये है? उन्होने कहा की आप सामने कार्यालय मे आइये तो जबाव दिया जाएगा, मोबाइल पर जानकारिया नही दी जाती है।
कागज पर ही है छात्रों का पठन – पाठन
संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मे पढ़ने वाले छात्रों की संख्या को केवल वहा के कागजो मे दर्शाया बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताविक कक्षा 9 मे 22 कक्षा 10 मे 16 कक्षा 11मे 8 और कशा 12 मे 10 छात्रों का पंजीकरण बताया जा रहा है। ये छात्र कागज़ पर ही विद्यालय मे आते है और न ही पठन पाठन का कार्य करते है।
वर्ष 2023 के 10 वे माह मे केवल 1 तैनात थे अध्यापक
विभागीय सूत्रों के अनुसार वर्ष 2023 के 10वे माह् मे रानी की सराय के संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मे वाहा पर तैनात अध्यापको की संख्या केवल एक थी। यह संख्या इसी वर्ष के 11 वे माह मे 4 हो गई है।
इस बात जी जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ के पत्रांक 10644-46 दिनांक 12/2/2024 को जारी एक पत्र ने किया है जिसमे बिद्यालय की जाँच के बाद इस बात का उल्लेख करते हुए की हेडमास्टर और सहायक अध्यापक अनुपस्थित मिले है जिनको कारण बताओ नोटिस जारी किये जाने का खुलासा किया गया है।
50 हजार से ज्यादा की धनराशि लेकर चलने पर देने होंगे साक्ष्य
लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत संजय कुमार वरिष्ठ कोषाधिकारी/ प्रभारी अधिकारी व्यय लेखा की अध्यक्षता में आज प्रथम प्रशिक्षण कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान एफ०एस०टी०/एस०एस०टी० द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रदर्शित हो रही कठिनाईयों के सम्बन्ध में अपनी बात रखी गई। जिसका समाधान प्रभारी अधिकारी व्यय लेखा / सहायक व्यय प्रेक्षकों / सहायक प्रभारी अधिकारी व्यय लेखा द्वारा समाधान किया गया। सी-विजिल/ई-एस०एम०एस० के सम्बन्ध में आशीष मौर्या, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी एवं ई-डिस्ट्रिक मैनेजर आशीष मिश्रा द्वारा विडियो के माध्यम से कार्य किये जाने हेतु प्रशिक्षण दिया गया। वरिष्ठ कोषाधिकारी द्वारा निर्वाचन के दौरान लगी समस्त टीमों को उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया, उन्होंने बताया कि उड़न दस्ता टीम द्वारा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा 50000 से अधिक धनराशि ले जाते समय पाया जाता है तो उसकी जानकारी उड़न दस्ता टीम को साक्ष्य सहित देनी होगी। साक्ष्य प्रस्तुत न होने की स्थिति में उस धनराशि को जफ़्त कर माल खाने में जमा कर दिया जाएगा। लेखाटीम के कार्यों के संबंध में बताया कि प्रत्याशियों द्वारा किए गए खर्च के व्यय का आगड़न करेगी तथा वीडियो निगरानी टीम द्वारा जनपद में राजनीतिक दलों द्वारा रैली जनसभा की जाती है तो उसकी निगरानी की जाएगी। निर्वाचन में व्यय लेखा से सम्बन्धित कार्य करने वाली समस्त टीमों नें प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण के दौरान निरज द्विवेदी, ए०ओ० बेसिक, लाखन सिंह, खण्डीय लेखाधिकारी पी०डब्ल्यू०डी०, शार्दुल विक्रम सिंह, खण्डीय लेखाधिकारी सिंचाई, अमृतेश तिवारी खण्डीय लेखाधिकारी पी०डब्ल्यू०डी०, सुनील कुमार पाण्डेय खण्डीय लेखाधिकारी टूयूबेल, राधा मोहन यादव, लेखाकार जिला पंचायत एव समस्त उड़न दस्ता दस्ता टीम / स्थैतिक निगरानी दल/लेखा टीम/विडियो निगरानी टीम सहित निर्वाचन से संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
नई दिल्ली,। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले कुछ समय में अलग-अलग राज्यों में छापे मारकर करोड़ों रुपये जब्त किए हैं। इस क्रम में ईडी ने एक वाशिंग मशीन में छुपा कर रखे गए करीब 2.50 करोड़ रुपये भी जब्त किए। यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा कानून के तहत की गई है।
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, विदेशी मुद्रा कानून (फेमा) के कथित उल्लंघन के एक मामले के सिलसिले में विभिन्न शहरों में तलाशी के दौरान 2.54 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। इसका एक हिस्सा ‘वाशिंग मशीन’ में छुपा कर रखा गया था। निदेशालय ने बयान में कहा कि कैपरीकोरनियान शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों और इसके निदेशकों विजय कुमार शुक्ला और संजय गोस्वामी तथा संबंधित कंपनियों के परिसरों में तलाशी ली गई।
केंद्रीय जांच एजेंसी के अनुसार, इन संबद्ध कंपनियों में लक्ष्मीटन मैरीटाइम, हिंदुस्तान इंटरनेशनल, राजनंदिनी मेटल्स लिमिटेड, स्टवार्ट अलॉयज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, भाग्यनगर लिमिटेड, विनायक स्टील्स लिमिटेड, वशिष्ठ कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और उनके निदेशक और साझेदार संदीप गर्ग, विनोद केडिया एवं अन्य के परिसरों की तलाशी ली गई। हालांकि, ईडी ने यह नहीं साफ किया है कि दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, कोलकाता कुरुक्षेत्र में यह तलाशी कब ली गई। ईडी ने कहा कि कुल 47 बैंक खातों से लेन-देन पर भी रोक लगाई गई है।
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज (बुधवार) दिल्ली सरकार की कथित आबकारी नीति घोटाला से जुडे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली और एनसीआर में आम आदमी पार्टी नेता दीपक सिंगला के आवास सहित कई ठिकानों पर छापा मारा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दीपक सिंगला दूसरे पार्टी नेता हैं, जिनके घर पर ईडी की छापेमारी चल रही है। सिंगला ने विश्वास नगर से आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। सिंगला गोवा के पार्टी प्रभारी के साथ एमसीडी के सह प्रभारी भी हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इससे पहले मटियाला से पार्टी विधायक गुलाब सिंह यादव के घर पर 23 मार्च को छापेमारी की थी।
नई दिल्ली,। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) को दोहरा झटका दिया है। आप के जालंधर के सांसद सुशील कुमार रिंकू और जालंधर पश्चिमी से विधायक शीतल अंगुराल बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए हैं। दोनों नेताओं ने यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
इन दोनों को भाजपा महासचिव विनोद तावड़े और पंजाब प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इस मौके पर आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। हर क्षेत्र से जुड़े लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं और परिवार का हिस्सा बन रहे हैं। सुशील कुमार रिंकू और शीतल अंगुराल का मैं स्वागत करता हूं।”
भाजपा में शामिल होने के बाद सुशील कुमार रिंकू ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कार्यशैली से काफी प्रभावित हुए हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले शीतल अंगुराल ने कहा कि अब आम आदमी पार्टी को बेनकाब करने का समय आ गया है। आप ने पंजाब के लोगों से झूठ बोला है। मैं जल्द ही सबूत लाऊंगा।
सुशील कुमार रिंकू जालंधर से आप के 2023 से सांसद हैं और पिछले एक साल से क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इसके पहले वे 2017 में कांग्रेस से सांसद थे। 2022 में रिंकू कुमार काे शीतल अंगुराल ने हराया था। फिलहाल, शीतल अंगुराल जालंधर पश्चिमी से आप के विधायक हैं।
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को जारी की है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम सबसे ऊपर है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम हैं।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान इस बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी चुनाव प्रचार करते हुए दिखेंगे। इनके नाम भी स्टार प्रचारक की सूची में शामिल किये गये हैं।
स्टार प्रचारक सूची में भाजपा की ओर से उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी विजयंत पांडा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, भाजपा के संगठन महामंत्री धर्मपाल, केंद्रीय मंत्री व अमेठी सीट से उम्मीदवार स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के नाम भी शामिल किये गये हैं।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भाजपा संगठन और प्रदेश सरकार में सक्रिय दिखने वाले एसपी सिंह बघेल, बीएल वर्मा, संजीव कुमार बालियान, डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेई, धर्मपाल सिंह, जयवीर सिंह, नरेंद्र कश्यप, असीम अरुण, कपिलदेव अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नागर, चौधरी लक्ष्मी नारायण, सुनील शर्मा, बेबी रानी मौर्य, हेमा मालिनी, मुख्तार अब्बास नकवी, सोमेंद्र तोमर, जसवंत सैनी, दानिश आजाद, गीता शाक्य, अश्वनी त्यागी, सुभाष यदुवंश, सत्येंद्र सिसोदिया, संतोष सिंह, दुर्विजय सिंह शाक्य को भी सूची में शामिल किया गया है।
– ईडी को 2 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने का निर्देश, अगली सुनवाई 3 अप्रैल को
नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट की जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा की बेंच ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अपनी हिरासत और गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर ईडी को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने ईडी से इस मामले में 2 अप्रैल तक जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी। इससे पहले आज पूर्वाह्न में हुई सुनवाई के बाद कोर्ट ने शाम चार बजे फैसला अपलोड करने का आदेश दिया था।
आज सुनवाई के दौरान केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी की वजह राजनीतिक है। उनको और उनकी पार्टी को लोकसभा चुनाव में निष्क्रिय करने के लिए उनको गिरफ्तार किया गया है। सुनवाई के दौरान सिंघवी ने कहा कि ये गिरफ्तारी लोकतंत्र और संविधान के बुनियादी ढांचे पर हमला है। सिंघवी ने कहा कि जांच 2022 में शुरू हुई थी।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल को अक्टूबर, 2023 में समन भेजा गया था। बिना बयान दर्ज किए पिछले हफ्ते गिरफ्तार कर लिया गया। अभी ऐसी गिरफ्तारी की क्या जरूरत थी। ऐसा क्या है, जो बिना गिरफ्तार किए ईडी नहीं कर पा रहा था। सिंघवी ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ कर सकते हैं लेकिन नहीं किया। अब गिरफ्तार करने के बाद कहते हैं कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं जबकि इस मामले में गिरफ्तारी की जरूरत ही नहीं थी।
सिंघवी की दलील खत्म होने के बाद वरिष्ठ वकील अमित देसाई ने केजरीवाल की ओर से दलील रखने की कोशिश की। इसका ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने विरोध किया। राजू ने कहा कि अगर ईडी कहे कि उसकी ओर से पांच वकील दलीलें रखेंगे तो क्या होगा। इस पर कोर्ट ने भी हामी भरी। राजू ने कहा कि हम इस याचिका का जवाब देंगे। सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि पक्षकारों को सुनना होगा। तब कोर्ट ने कहा कि हमने पहले ही कहा है कि मुख्य मामले में नोटिस जारी करेंगे। तब राजू ने कहा कि अंतरिम राहत के मामले पर हमें जवाब दाखिल करने का अधिकार है। अगर हमें जवाब दाखिल करने का अधिकार नहीं दिया जाएगा तो दलीलें रखने का क्या मतलब है। हमें हमारे अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है।
कोर्ट ने राजू से पूछा कि आपको याचिका की प्रति कब मिली। तब राजू ने कहा कि 26 मार्च को दोपहर में। तब कोर्ट ने कहा कि अगर उन्हें 26 मार्च को दोपहर में प्रति मिली तो हमें नोटिस जारी करना होगा। इस पर केजरीवाल की ओर से वकील शादान फरासत ने कहा कि हमने 24 मार्च को ही याचिका दायर कर दी थी। हमने अर्जी की कमियां दूर कर ली थीं। हमने ईडी को पर्याप्त समय दिया है। जवाब दाखिल करने के लिए समय केवल देर करने के लिए मांगा जा रहा है।
दरअसल, केजरीवाल ने 23 मार्च को हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर 24 मार्च को सुनवाई की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने 27 मार्च को सुनवाई करने का आदेश दिया था। याचिका में 22 मार्च को राऊज एवेन्यू कोर्ट की ओर से 28 मार्च तक की ईडी हिरासत में भेजने के आदेश को चुनौती गई है। केजरीवाल ने कहा है कि वे वर्तमान सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट से 21 मार्च को गिरफ्तारी से संरक्षण नहीं मिलने के बाद ईडी ने ही उसी दिन देर शाम अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। ईडी के मुताबिक अरविंद केजरीवाल शराब नीति घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता हैं। ईडी के मुताबिक उसे केजरीवाल के घर पर छापेमारी में कई अहम दस्तावेज मिले हैं। इनसे पता चला है कि केजरीवाल ईडी अधिकारियों की जासूसी कर रहे थे।