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  • केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ रामलीला मैदान में रैली करेगा आईएनडीआईए

    केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ रामलीला मैदान में रैली करेगा आईएनडीआईए

    नई दिल्ली। विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ अगले रविवार (31 मार्च) को रामलीला मैदान में महारैली आयोजित करेगा।

    आम आदमी पार्टी और दिल्ली कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने गठबंधन के अन्य घटकदलों के नेताओं के साथ रविवार को दिल्ली में पत्रकार वार्ता के दौरान इसकी घोषणा की। आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जांच एजेंसी का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने के लिए कर रही है। उन पर फर्जी मामले बनाकर उन्हें फंसा रही है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राजद नेता तेजस्वी यादव को भी केंद्र की एजेंसियां परेशान कर रही हैं।

    राय ने कहा कि हम इस संबंध में संबंधित विभागों से अनुमति मांग रहे हैं। अगर हमें रैली की अनुमति नहीं दी गई तो यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी होगा। उन्होंने दावा किया कि इस रैली में पूरी दिल्ली इकट्ठी होगी।

    दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। एक मुख्यमंत्री को पहली बार गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस के खाते सील किए गए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

    उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार रात को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही विपक्षी नेता एकजुट होकर सरकार को इस मुद्दे पर घर रहे हैं।

  • वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले कांग्रेस ने अजय राय पर फिर लगाया दांव

    वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले कांग्रेस ने अजय राय पर फिर लगाया दांव

    लगातार तीसरी बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चुनावी जंग में

    वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस नेतृत्व ने वाराणसी संसदीय सीट पर अपने उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अजय राय को फिर उतारा है। प्रदेश के पूर्व मंत्री अजय राय लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (भाजपा के उम्मीदवार) के विजय रथ को रोकने के लिए सियासी दमखम दिखायेंगे। पिछले दो चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने सियासी जंग में तीसरे स्थान पर रहे। अजय राय की जमानत भी नहीं बच पाई थी।

    खास बात यह रही कि दोनों चुनाव में अजय राय कभी भी मुख्य मुकाबले में नहीं दिखे। पहली बार वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (भाजपा उम्मीदवार) के सामने कांग्रेस ने अजय राय को उतारा था। चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल दूसरे और अजय राय तीसरे स्थान पर रहे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने अजय राय को पार्टी का उम्मीदवार बनाया। चुनाव में सपा बसपा गठबंधन की शालिनी यादव दूसरे और अजय राय तीसरे स्थान पर रहे।

    गौरतलब हो कि अजय राय ने अपने सियासी सफर की शुरुआत भाजपा से ही की थी। वर्ष 1996 से लेकर वह 2007 तक वह भाजपा के टिकट से ही लगातार तीन बार विधायक बने। अजय राय ने वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मांगा तो तब भाजपा के कद्दावर नेता डॉ मुरली मनोहर जोशी को टिकट मिल गया। इससे नाराज अजय राय ने डॉ जोशी का खुलकर विरोध किया था और पार्टी से अलग हो गए। तब चुनाव में डॉ जोशी ने जीत हासिल की। उधर, 2009 में अजय राय निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पिंडरा विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में लड़े और जीत हासिल की। इसके बाद 2012 में वे कांग्रेस से जुड़े और पिंडरा सीट से जीत हासिल की। 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में पिंडरा से ही अजय राय को भाजपा के डॉ अवधेश सिंह ने करारी शिकस्त दी।

    वाराणसी संसदीय सीट से अब तक हुए सांसद

    पहले लोकसभा चुनाव 1952 में वाराणसी सीट से कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रघुनाथ सिंह को उतारा था। तब रघुनाथ सिंह ने लगातार तीन बार-1952, 1957 व 1962 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद बाद 1967 में सीपीएम प्रत्याशी सत्यनारायण सिंह ने कांग्रेस के गढ़ को ध्वस्त कर रघुनाथ सिंह को धुल चटा दिया था। तब सीपीएम के सत्यनारायण सिंह को 138789 मत मिला था। सत्यनारायण सिंह से जब काशीवासियों का मोहभंग हुआ तो 1971 में कांग्रेस के राजाराम शास्त्री को फिर सेवा का मौका दिया। तब पाकिस्तान को जंग में करारी शिकस्त देकर उसे दो टुकड़ों में बांट देने के बाद पूरे देश में कांग्रेस नेतृत्व इंदिरा गांधी की प्रचंड लहर भी चल रही थी। इसके बाद देश में आपातकाल का दौर आया। इससे काशी भी अछूती नहीं रही।

    आपातकाल के बाद हुए संसदीय चुनाव में काशी ने संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी चन्द्रशेखर(पूर्व प्रधानमंत्री )को जीताकर राजाराम शास्त्री को करारी शिकस्त खाने के लिए मजबूर कर दिया। लेकिन कुछ ही समय में सरकार और प्रत्याशी से मोहभंग होने के बाद काशी ने वर्ष 1980 के संसदीय चुनाव में कांग्रेस के धुरंधर स्थानीय नेता पं.कमलापति त्रिपाठी को सिर माथे पर बिठा लिया। पंडित जी को कुल 129063 मत और विपक्षी दल के स्थानीय कद्दावर समाजवादी नेता राजनारायण को कुल 104328 मत मिला। इसके बाद जनता ने 1984 में फिर कांग्रेस पर भरोसा जता स्थानीय प्रत्याशी श्यामलाल यादव को विजेता बनाया। यादव को कुल 153076 मत और सीपीआई के दिग्गज कामरेड ऊदल को 58664 मत मिला था। इसके बाद आया बोफोर्स घोटाले का दौर काशी ने भी इससे नाराज होकर सत्ता के विपरीत चलने का मन बना लिया। 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता दल के प्रत्याशी और काशी के लाल लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री पर बाबा की नगरी का प्यार बरसा। अनिल शास्त्री ने कुल 268196 मत पाकर कांग्रेस के श्यामलाल यादव को पटखनी दी।

    इसके बाद आया राममंदिर निर्माण के लिए भाजपा के रथयात्रा और बाबरी मस्जिद विध्वन्स का दौर। काशी पर भी भगवा रंग चटख होने लगा। 1991 में भाजपा के प्रत्याशी और पूर्व डीजीपी श्रीशचन्द्र दीक्षित को काशी ने सिर माथे पर बैठाया। दीक्षित को कुल 186333 मत और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीएम के राजकिशोर को 149894 मत मिला था। इसके बाद वर्ष 1996 में भाजपा के शंकर प्रसाद जायसवाल पर फिर जनता ने भरोसा जताया।

    1998 में दोबारा और 1999 में तीसरी बार शंकर प्रसाद जायसवाल को काशी ने विजयश्री का वरण कराया। तीन बार लगातार सेवा का मौका पाने के बाद भी जनआकांक्षा पर खरे न उतरने पर शंकर प्रसाद जायसवाल को 2004 में जनता ने पटखनी दे दी। और कांग्रेस के स्थानीय दिग्गज छात्रनेता डा.राजेश मिश्र पर जमकर प्यार बरसा उन्हें विजेता बना दिया। इसके बाद भाजपा के दिग्गज नेता डा. मुरली मनोहर जोशी ने 2009 के चुनाव में यह सीट कांग्रेस से छिन ली। काशी की जनता ने भाजपा के आधार स्तम्भ नेता पर भरोसा जता कुल 203122 मत देकर उन्हें विजयश्री का वरण कराया।

    इसके बाद आया वर्ष 2014 का दौर तत्कालीन केन्द्र सरकार के नीतियों से खफा काशी ने फिर धारा से विपरित चलने का निर्णय लिया। तब पूरे देश के राजनीतिक क्षितिज पर धूमकेतू की तरह उभरे भाजपा संसदीय दल के नेता नरेन्द्र मोदी पर भरपूर प्यार लूटा काशी ने उन्हें रिकार्ड मतों से जीता इतिहास रच दिया। इस चुनाव में आप के अरविन्द केजरीवाल को छोड़ सपा बसपा कांग्रेस के प्रत्याशी की जमानत भी नहीं बच पाई।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तब भाजपा के प्रत्याशी को कुल 581022 मत और दूसरे स्थान पर रहे आप के अरविन्द केजरीवाल को 209238 मत मिला था। चुनाव में कांग्रेस के अजय राय को 75614, बसपा के सीए विजय प्रकाश को 60579 तथा सपा के कैलाश चौरसिया को 45291 मत मिला था। इसके बाद वर्ष 2019 में फिर काशी की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रिकार्ड मतों से जिताया। इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने 6,74,664 मत प्राप्त कर सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से हराया। शालिनी यादव को कुल 1,95,159 मत मिला था। तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के अजय राय को 1,52,548 मत मिला था। अब तक के बनारस के संसदीय सीट के इतिहास में भाजपा सात बार और कांग्रेस ने पांच बार जीत दर्ज की हैं।

  • मुख्तार अंसारी के मामले में लापरवाही बरतने पर जेलर और दो डिप्टी जेलर निलंबित

    मुख्तार अंसारी के मामले में लापरवाही बरतने पर जेलर और दो डिप्टी जेलर निलंबित

    बांदा। जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के मामले में लापरवाही बरतने पर जेलर और दो डिप्टी जेलरों को निलंबित किया गया है। इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू हो चुकी। मुख्तार अंसारी के जेल में रहते हुए वर्ष 2016 से अब तक दो जेल अधीक्षक तीन जेलर और छह डिप्टी जेलर निलंबित हो चुके हैं।

    एम्बुलेंस केस में मुख्तार अंसारी को गुरुवार को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वह कोर्ट नहीं पहुंचा। वकील के माध्यम से जज को प्रार्थना पत्र भेजकर उसने बांदा जेल में अपनी जान को खतरा बताया। पत्र में लिखा कि 19 मार्च को उसे जो भोजन दिया गया था, उसमें विषैला पदार्थ मिला था। इसे खाने के बाद वह बीमार हो गया था। हाथ-पैर की नसों में तेज दर्द उठने लगा और ठंडे होने लगे। हालत ऐसी हो गई थी, जैसे उसके जान चली जाएगी।

    जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने रविवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पुराने मामले में जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अरविंद कुमार को सस्पेंड किया गया है। बीते माह डीआईजी जेल ने मंडल कारागार का निरीक्षण किया था। उन्होंने निरीक्षण के दौरान तीनों अफसरों की लापरवाही पाई थी। तीनों अफसरों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। वहीं, इसको लेकर मुख़्तार अंसारी को लाने-ले जाने में लापरवाही बरते जाने को भी वजह बताया गया है।

  • देवेंद्र फडणवीस का पीए बताकर 15 लाख की धोखाधड़ी, मुंबई में दो गिरफ्तार

    देवेंद्र फडणवीस का पीए बताकर 15 लाख की धोखाधड़ी, मुंबई में दो गिरफ्तार

    मुंबई। उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस का पीए बताकर 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी किए जाने का मामला शनिवार को प्रकाश में आया। इस मामले में पुलिस ने मुंबई में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान सुहास महाडिक और किरण पाटिल के रूप में की गई है। इस मामले की छानबीन मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन की टीम कर रही है।

    पुलिस के अनुसार सुहास महाडिक और किरण पाटिल ने खुद को गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस का पीए बताकर मुंबई की एक सोसाइटी का मामला सुलझाने का प्रयास किया और इसके फडणवीस के नाम पर 15 लाख वसूले थे लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो पीड़ित ने शनिवार को इन दोनों के विरुद्ध मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 170, 419, 420 और 34 के तहत मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को आज ही गिरफ्तार कर लिया।

    उल्लेखनीय है कि इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाम पर धोखाधड़ी करने को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इतना ही नहीं देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस से भी रंगदारी मांगने का प्रयास किया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपित पति-पत्नी को गिरफ्तार किया था।

  • होलिका दहन पर भद्रा का साया, आज रात्रि 11 बजकर 13 मिनट के बाद करें होलिका दहन

    होलिका दहन पर भद्रा का साया, आज रात्रि 11 बजकर 13 मिनट के बाद करें होलिका दहन

    – रविवार को भद्रा सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर प्रारंभ होगी जो रात्रि 11 बजकर 13 मिनट तक रहेगी

    – श्री हरि ज्योतिष संस्थान लाइनपार के संचालक ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने दी जानकारी

    मुरादाबाद। श्री हरि ज्योतिष संस्थान लाइनपार के संचालक ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि आज होलिका दहन के दिन भद्रा साया रहेगा और भद्राकाल को शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान किसी भी तरह का पूजा-पाठ व शुभ काम करना वर्जित होता है।

    पंचांग के मुताबिक आज 24 मार्च को सुबह से भद्राकाल लग जाएगा। आज भद्रा का सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर प्रारंभ होगी जो रात्रि 11 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। इस तरह से भद्राकाल की समाप्ति के बाद ही होलिका दहन किया जा सकता है।

    पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 24 मार्च को सुबह 9 बजकर 55 मिनट से आरंभ हो जाएगी जो 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। शास्त्रों के अनुसार होलिका दहन पूर्णिमा तिथि और भद्रा रहित काल में करना शुभ माना जाता है। ऐसे में होलिका दहन 24 मार्च को और रंगों वाली होली 25 मार्च को खेली जाएगी। होलिका दहन का शुभ समय रात 11 बजकर 13 मिनट के बाद करना शुभ रहेगा।

    होलिका दहन पर चंद्रग्रहण को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा

    पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि होलिका दहन पर चंद्रग्रहण को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है कि चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। जबकि इस बार होली पर कोई चंद्रग्रहण नहीं है। जो उपछाया चंद्रग्रहण लगने जा रहा है वह भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए भारत में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं रहेगा। इसलिए इसका दान आदि करने की भी विधान मान्य नहीं रहेगा। इसलिए होली पर ग्रहण दोष का भय मन से हटाकर रंगोत्व का आनंद ले। होलिका दहन पर इस साल चंद्रग्रहण के साथ साथ भद्रकाल का साया भी रहेगा। इस साल करीब 100 साल बाद होली पर चंद्रग्रहण लगने जा रहा है।

  • भारत के साथ व्यापारिक संबंधों की दोबारा बहाली पर विचार कर रहा है पाकिस्तान

    भारत के साथ व्यापारिक संबंधों की दोबारा बहाली पर विचार कर रहा है पाकिस्तान

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को दोबारा बहाल करने का संकेत दिया गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री मुहम्मद इशाक डार ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों की बहाली पर गंभीरता से विचार करने की इच्छा व्यक्त की।

    जीयो न्यूज के मुताबिक परमाणु ऊर्जा शिखर सम्मेलन के बाद लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि भारत के साथ व्यापार गतिविधियों को फिर से शुरू करने को लेकर पाकिस्तान का व्यापारिक समुदाय उत्सुक है। भारत के साथ व्यापार संबंधों को फिर से बहाल करने पर पाकिस्तान गंभीरता से विचार करेगा। डार ने कहा कि हम सभी हितधारकों के साथ बैठेंगे और देखेंगे कि आर्थिक गतिविधियों और व्यापार को लेकर क्या किया जा सकता है।

    उल्लेखनीय है कि भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद पाकिस्तान की तरफ से व्यापारिक संबंधों को एकतरफा रोकने का फैसला किया था। पाकिस्तान ने अनुच्छेद 370 की दोबारा बहाली की मांग की गई जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया।

    दोनों देशों के बीच इसे लेकर आए तनावों के बावजूद दोनों देश फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा पर 2003 के युद्धविराम समझौते को नवीनीकृत करने पर सहमत हुए।

  • ईडी की हिरासत से अरविंद केजरीवाल ने पहला आदेश किया जारी

    ईडी की हिरासत से अरविंद केजरीवाल ने पहला आदेश किया जारी

    नई दिल्ली,। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं। उन्होंने हिरासत से जल मंत्रालय को लेकर पहला ऑर्डर जारी किया है। यह आदेश उन्होंने लिखित नोट के जरिए जल मंत्री आतिशी को जारी किया है।

    रविवार सुबह आतिशी ने प्रेस वार्ता कर आदेश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली वालों को पानी की किल्लत का सामना न करना पड़े, इसके लिए सीएम केजरीवाल ने आदेश दिया है कि जिन इलाकों में पानी की समस्या हो रही हो, वहां तुरंत टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को भी आदेश जारी करते हुए कहा है कि अगर उन्हें कोई दिक्कत आ रही है वह तो वह सीधे उपराज्यपाल से संपर्क करें। आतिशी ने कहा कि जेल में रहते हुए भी केजरीवाल को दिल्ली वालों की चिंता है।

    दरअसल दिल्ली में गर्मी शुरू होते ही पानी की आपूर्ति बड़ी समस्या बन जाती है। बीते दिनों दिल्ली में पानी और सीवर की समस्या को लेकर विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया गया था। इस सत्र में विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र की पानी की समस्या को उठाते हुए जल मंत्री से जवाब मांगा था। इसके बाद मंत्री आतिशी ने अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट की जानकारी विधानसभा में दी थी। वर्तमान में दिल्ली में पानी की आपूर्ति करीब 1000 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रतिदिन) की जा रही है, जबकि डिमांड 1300 एमजीडी की है।

    इसे पूरा करने के लिए जल बोर्ड ने करीब 600 जगह पर ट्यूबवेल लगाने का भी प्लान बनाया था। पहले चरण में इसमें से कुछ जगहों पर ट्यूबवेल लगाए भी गए थे, जिससे 19 एमजीडी पानी मिल रहा है। दूसरे चरण में तकरीबन 260 ट्यूबवेल लगाए जाने थे। इसके लिए जल बोर्ड को करीब 1,800 करोड रुपए की जरूरत है। इस पैसे के लिए जल बोर्ड अधिकारियों ने दिल्ली सरकार के वित्त विभाग को एक पत्र भी लिखा, लेकिन अभी तक पैसे नहीं मिले हैं। इसलिए दूसरे चरण के तहत ट्यूबवेल लगवाने का अभी काम पेंडिंग है।

    उल्लेखनीय है कि गुरुवार को ईडी की टीम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची थी और करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। अपनी रिमांड के खिलाफ केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख कर तत्काल सुनवाई की मांग की थी, जिसे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

  • मॉस्को अटैकः हमलावरों की गिरफ्तारी का रूस का दावा, यूक्रेन का हमले में हाथ होने से इनकार

    मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके के कॉन्सर्ट हॉल में शुक्रवार रात गोलीबारी करने वाले चारों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हमले में कम-से-कम 133 लोगों की मौत हो गई जबकि 140 लोग घायल हुए। इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि चार बंदूकधारियों को यूक्रेन की तरफ भागते हुए पकड़ा गया। जबकि यूक्रेन ने इस हमले में उसका हाथ होने से साफ इनकार किया है।

    शनिवार को राष्ट्रपति पुतिन ने देश को संबोधित करते हुए 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। पुतिन ने कहा कि हमलावरों ने यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश की। सभी को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने हमले को बर्बर आतंकी कृत्य करार दिया है।

    हालांकि यूक्रेन ने हमले में हाथ होने से इनकार किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन मॉस्को के कॉन्सर्ट हॉल में हमले का आरोप उनके देश पर मढ़ना चाहते हैं। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट के एक धड़े ने ली है।

    बीते दो दशकों में रूस पर हुए इस सबसे बड़े हमले में रूस ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 हमलावर हैं और 7 लोग उनकी मददगार बताए गए हैं। रूस के पूर्व राष्ट्रपति और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरपर्सन दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि रूस खून का बदला खून से लेगा।

    उल्लेखनीय है कि शुक्रवार रात 22 मार्च को हमला उस समय हुआ जब क्रॉकस सिटी हॉल में प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड के कार्यक्रम में दर्शकों का बड़ा समूह वहां जमा था। सेना जैसी वर्दी पहने 4 आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, बम फेंके और फरार हो गए। आईएसआईएस-खुरासान ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

  • 33,854 आरोपितों का चलान, 5400 लोग पर मुचलका पाबंद

    33,854 आरोपितों का चलान, 5400 लोग पर मुचलका पाबंद

    -लोस चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए मुरादाबाद पुलिस-प्रशासन की निरोधात्मक कार्रवाई जारी

    मुरादाबाद,। लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन ने निरोधात्मक कार्रवाई करनी तेज कर दी है। इसके लिए सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चला रहे हैं। अब तक जिले में कुल 33,854 आरोपित लोगों का पुलिस चलान कर चुकी है। इनमें से 5400 लोग मुचलका पाबंद भी किए जा चुके हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने कहा कि चुनाव की सुचिता बनाए रखने और अपराधिक तत्वों पर लगाम लगाने के लिए निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही हैं, अभी यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।

    भारत निर्वाचन आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव 2024 के ऐलान के साथ ही आदर्श चुनाव आचार संहिता प्रभावी हो गई है। चुनाव की घोषणा के बाद से पुलिस जिले में शांतिपूर्ण माहौल में मतदान कराने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने में जुट गई है। एसएसपी हेमराज मीणा ने सभी थाना प्रभारियों को अभियान चलाकर ऐसे लोगों को चिह्नित करने का निर्देश दिया है जो किसी भी रूप में चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे लोगों का आईपीसी की धारा 107/16 और 151 के तहत चालानी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि सभी को मुचलका पाबंद किया जाये।

    पुलिस चुनाव सेल के नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि 23 मार्च की शाम तक जिले में कुल 34 हजार 854 लोगों का चालान किया जा चुका है। प्रतिदिन करीब डेढ़ हजार लोगों का चालान हो रहा है। इनमें से कुल 5 हजार 400 लोगों को पुलिस की अलग-अलग टीमें मुचलका पाबंद भी करा चुकी हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि ये लोग चुनाव को प्रभावित न कर सकें। चालानी और पाबंदी की कार्रवाई में 134 वह अपराधी भी शामिल हैं, जिनमें पूर्व में गुंडा एक्ट की कार्रवाई की जा चुकी है।

  • कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मप्र की 12 सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मप्र की 12 सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    – राजगढ़ से 33 साल बाद लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह

    – रतलाम से कांतिलाल भूरिया और भोपाल से अरुण श्रीवास्तव को बनाया उम्मीदवार

    भोपाल, । लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश की 12 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। भोपाल से अरुण श्रीवास्तव और राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, रतलाम लोकसभा सीट से कांतिलाल भूरिया को टिकट दिया गया है। कांग्रेस अब तक मप्र की 29 सीटों में 22 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है जबकि सात सीटों को अभी होल्ड पर रखा है। कांग्रेस ने अब तक एक महिला को टिकट दिया है जबकि पांच वर्तमान विधायक, एक सांसद और एक राज्य सभा सांसद को प्रत्याशी बनाया है।

    अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने शनिवार देर रात लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की है। इसमें 45 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है। इस सूची में मध्य प्रदेश की 12 सीटों के लिए उम्मीदवार शामिल हैं। राजगढ़ सीट से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। राजगढ़ दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है और 33 साल बाद इस सीट से वे लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें भोपाल से मैदान में उतारा था लेकिन भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने उन्हें बुरी तरह पराजित किया था।

    कांग्रेस ने रतलाम सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को उतारा है। इंदौर से अक्षय बम, बालाघाट से सम्राट सारस्वत और जबलपुर से दिनेश यादव को टिकट दिया गया। उज्जैन के तराना से विधायक महेश परमार, मंदसौर से पूर्व विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया गया है।

    सागर से चंद्रभूषण सिंह गुड्डू राजा बुंदेला को प्रत्याशी बनाया है। वह विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह खुरई से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया था। वहीं, रीवा से नीलम अभय मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा गया है। नीलम सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा की धर्मपत्नी हैं। शहडोल से फुंदेलाल सिंह मार्को प्रत्याशी होंगे, जो पुष्पराजगढ़ से विधायक हैं। वहीं होशंगाबाद से तेंदूखेड़ा के पूर्व विधायक संजय शर्मा को मैदान में उतारा है।

    भोपाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अरुण श्रीवास्तव को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समर्थक माना जाता है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक अरुण को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने कांग्रेस नेता दिग्विजय से चर्चा के बाद टिकट दिया है। वह भोपाल जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष हैं।

    सूत्रों का कहना है कि गुना लोकसभा सीट को लेकर मामला उलझा हुआ है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है जबकि स्थानीय स्तर पर उनके नाम को लेकर सहमति नहीं है जिसके चलते अभी इस सीट के प्रत्याशी को लेकर निर्णय नहीं हो पाया है। वहीं, मुरैना, ग्वालियर, दमोह, खंडवा और विदिशा के प्रत्याशियों को लेकर अभी मंथन किया जा रहा है।

    पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए दो विधायकों पर दांव लगाया है। पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल सिंह मार्को और तराना से महेश परमार अभी विधायक हैं। पहली सूची में फूल सिंह बरैया, सिद्धार्थ कुशवाहा और ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया गया था।