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  • उप्र से आएगा या नहीं गांधी परिवार, अभी तक संशय बरकरार

    उप्र से आएगा या नहीं गांधी परिवार, अभी तक संशय बरकरार

    -मेनका और वरूण के टिकट पर अटकी तलवार, राहुल और प्रियंका अभी तक नहीं ले पा रहे निर्णय

    लखनऊ। लोकसभा प्रथम चरण का नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है। चुनावी हलचल भी तेज है, लेकिन गांधी परिवार के उप्र में चुनाव लड़ने को लेकर संशय बरकरार है। उधर राज्यसभा सदस्य हो जाने के कारण रायबरेली से चुनाव न लड़ने की घोषणा पहले कर चुकी हैं। अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने की घोषणा न तो प्रियंका गांधी की तरफ से की गयी है और न ही राहुल गांधी की तरफ से। दूसरी तरफ पीलीभीत और सुलतानपुर में मेनका गांधी और वरूण गांधी के भी चुनाव लड़ने के लिए भाजपा ने अभी तक उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।

    पीलीभीत में चुनाव प्रथम चरण में होने हैं। वहां मेनका गांधी 1989 से 2004 तक लगातार पांच बार सासंद रहीं। पहली बार 2009 में उन्होंने अपने पुत्र वरूण गांधी के लिए पीलीभीत को छोड़ा। 2014 में फिर मेनका पीलीभीत से सासंद हुईं। इसके बाद 2019 में पुन: पुत्र के लिए पीलीभीत छोड़कर सुलतानपुर चलीं आयीं। 2017 के बाद से ही वरूण गांधी ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिये। इससे भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता और प्रदेश स्तर से भी उनके खिलाफ आवाजें आ रही हैं।

    इसी कारण अभी तक भाजपा ने पीलीभीत से अपने पत्ते नहीं खोले। हालांकि वरूण गांधी ने नामांकन के लिए पर्चा मंगवा लिया है। अब उनके चुनाव के लिए यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ही अंतिम फैसला करेंगे। वे अपना डिटो लगाते हैं, तभी वरूण को टिकट मिल सकता है। दूसरी तरफ मेनका गांधी चाहती हैं कि पहले बेटे का टिकट कंफर्म हो, उसके बाद ही वह चुनाव लड़ने या न लड़ने का निर्णय करेंगी।

    दूसरी तरफ कांग्रेस से राहुल गांधी के भी उप्र से चुनाव लड़ने का संशय बरकरार है। अभी तक प्रियंका गांधी वाड्रा को भी यहां से आने या न आने का कोई फैसला नहीं हुआ है। इसको लेकर गांधी परिवार के समर्थक भी उहापोह की स्थिति में हैं।

  • पीलीभीत : श्रमिकों से भरी बस ट्रक से टकराई, एक की मौत 13 घायल

    पीलीभीत : श्रमिकों से भरी बस ट्रक से टकराई, एक की मौत 13 घायल

    पीलीभीत। जनपद के पूरनपुर थाना क्षेत्र में देहरादून से श्रमिकों को लेकर लखीमपुर जा रही एक बस ट्रक में पीछे से जा टकराई। इस भीषण हादसे में बस में सवार एक श्रमिक की मौत हो गई जबकि 13 लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराते हुए कार्रवाई की।

    जानकारी के मुताबिक, लखीमपुर खीरी जनपद के रहने कुछ श्रमिक काम करने के लिए उत्तराखण्ड के देहरादून कुछ माह पूर्व गए थे। होली के पर्व पर 70 श्रमिक एक बस में सवार होकर वापस लखीमपुर के निघासन पलिया लौट रहे थे। जैसे ही बस नेशनल हाईवे 730 पीलीभीत पूरनपुर के सोनू ढाबा से गुरुवार की सुबह करीब चार बजे गुजर रही थी तभी आगे चल रहे एक ट्रक से श्रमिकों की बस टकरा गई। बस की रफ्तार के चलते परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में बस में सवार लखीमपुर के ढकवा गांव निवासी 18 वर्षीय सुशील पुत्र छुटई की मौत हो गई। जबकि बस में सवार 13 सवारियां घायल हो गई।

    हादसे की सूचना मिलने पर कोतवाली पूरनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को बस से निकालकर अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस ने बताया कि बस की ट्रक से टक्कर में एक श्रमिक सुशील की मौत हो गई। उसके शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं 13 श्रमिक घायल हैं जिन्हें पूरनपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने सभी को पीलीभीत रेफर कर दिया है।

  • मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश के पैर में लगी गोली

    मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश के पैर में लगी गोली

    आगरा। जनपद के हरिपर्वत थाना पुलिस की बुधवार की रात वाहन चेकिंग के दौरान वाहन से आ रहे इनामी बदमाश से सामना हो गया। पुलिस को देख बदमाश ने फायरिंग कर दी। मुठभेड़ में पुलिस की गोली बदमाश के पैर में जा लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है।

    हरिपर्वत थाना क्षेत्र की पुलिस बीती रात्रि चुनाव आदर्श आचार संहिता को देखते हुए वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस बीच ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में एक बाइक सवार आता दिखाई दिया। पुलिस को देख वह मुड़कर भागने लगा। शक के आधार पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर ली। पुलिस से खुद को घिरा देख बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ के दौरान बदमाश के पैर में गोली जा लगी और वह गिर गया। पुलिस ने घायल हालत में बदमाश को पकड़ते हुए मौके से तमंचा, कारतूत और बाइक को कब्जे में लिया।

    हरिपर्वत पुलिस के मुताबिक घायल हालत में पकड़ा गया बदमाश 25 हजार का इनामी परमजीत है। इस पर कई आपराधिक मुकदमा दर्ज हैं। घायल को इलाज के लिए एसएन अस्पताल में भर्ती कराते हुए अग्रिम कार्रवाई जारी है।

  • अमेठी जिले के 8138 मतदाता घर से करेंगे मतदान

    अमेठी जिले के 8138 मतदाता घर से करेंगे मतदान

    अमेठी। लोकसभा चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग की एक नई पहल से इस बार अमेठी जनपद के 8138 मतदाता अपने घर से ही मतदान करेंगे। आयोग के इस नवीनतम दिशा निर्देशानुसार जिले के समस्त 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 8138 मतदाताओं को फार्म 12 डी के माध्यम से अपने घर से ही वोट डालने की सुविधा मिलेगी।

    अमेठी जनपद के अपर जिलाधिकारी के साथ उप जिला निर्वाचन अधिकारी की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे अर्पित गुप्ता ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार जो मतदाता 85 वर्ष से ऊपर के हैं उनको हमलोग फार्म 12 डी के माध्यम से घर-घर जाकर ही वोट डलवाने की व्यवस्था करेंगे।

    उन्होंने बताया कि जनपद में 85 वर्ष से अधिक वाले मतदाताओं की संख्या 7905 है। जिले में सौ साल से ऊपर वाले मतदाताओं की संख्या 233 है। इस प्रकार कुल 8138 मतदाताओं के लिए हम यहीं व्यवस्था कर रहे हैं। यह प्रक्रिया दो-तीन दिनों के भीतर शुरू कर दी जाएगी।

    उन्होंने बताया कि फार्म 12 डी तहसीलों के जरिए बीएलओ के माध्यम से घर-घर पहुंचाए जाएंगे। इस फॉर्म को भारत निर्वाचन आयोग की ऑफिशल वेबसाइट से भी डाउनलोड करने के बाद भरकर संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में जमा कराया जा सकता है।

  • बदायूं: हत्या आरोपी जावेद पर 25 हजार का ईनाम घोषित

    बदायूं: हत्या आरोपी जावेद पर 25 हजार का ईनाम घोषित

    बदायूं। जिले में दो सगे भाइयों की निर्मम हत्या करने वाले मुख्य आरोपी साजिद को पुलिस ने पहले ही एनकाउंटर में मार गिराया है, जबकि फरार अभियुक्त जावेद पर 25000 का इनाम घोषित किया है। पुलिस की चार टीम में जावेद की तलाश में लगी हुई हैं लेकिन 36 घंटे से अधिक बीतने के बाद भी अभी तक पुलिस को जावेद का कोई सुराग नहीं मिला है और ना ही पुलिस अब तक दोनों बच्चों की हत्या के पीछे की वजह तलाश पाई है।

    उधर, पुलिस आगजनी व उपद्रव करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। फिहलाल पुलिस के अधिकारियों ने अभी तक कितने लोग अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है इस बात की पुष्टि नहीं की है। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि उपद्रव करने वाली भीड़ पर भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उधर, साजिद के एनकाउंटर के बाद उसकी मां नसरीन का भी बयान आया है। मां का कहना है कि साजिद ने ही घटना को अंजाम दिया है। जिस दिन घटना हुई उस दिन उनका बेटा जावेद घर पर था। मां का कहना है कि उनका बेटा जावेद बेकसूर है उसके साथ पुलिस इस तरह का व्यवहार ना करें। साजिद ने जैसा किया उसे उसके कर्म की सजा मिली है इसका उन्हें कोई अफसोस नहीं है।

    उधर, मासूमों की हत्या में फरार आरोपी जावेद की तलाश में पुलिस ने जिले भर में सघन चेकिंग अभियान चलाया और संदिग्ध वाहनों की चेकिंग भी की ताकि जावेद जिले से बाहर न भाग पाए। हालांकि जावेद अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस की चार टीमें में उसका सुराग नहीं लगा पाई हैं। जब तक जावेद की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक दोनों सगे भाइयों की हत्या के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाएगी।

  • कमीशन की हिस्सेदारी को लेकर दोस्तों ने ही युवक की हत्या की, भाड़े का हत्यारा समेत चार गिरफ्तार

    कमीशन की हिस्सेदारी को लेकर दोस्तों ने ही युवक की हत्या की, भाड़े का हत्यारा समेत चार गिरफ्तार

    बांदा। बैंक लोन पास कराने पर मिलने वाले कमीशन को लेकर हुए विवाद में तीन दोस्तों ने मिलकर हत्या की साजिश रची। साजिश के तहत एक भाड़े के हत्यारे के साथ मिलकर हत्या कर शव को देहात कोतवाली अंतर्गत जौरही गांव के जंगल में फेंक दिया था। शव की शिनाख्त होने के बाद भी पुलिस ने हत्यारों तक पहुंचाने के लिए कई दिनों तक हाथ पैर मरती रही। आखिरकार मोबाइल कॉल और सर्विलांस की मदद से पुलिस हत्यारे तक पहुंच गई। हत्या में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से मृतक का मोबाइल व आलाकत्ल बरामद कर लिया है।

    घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि 7 मार्च 2024 को थाना कोतवाली देहात के जौरही में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। जिसके संबंध में थाना कोतवाली देहात पर अभियोग पंजीकृत कर घटना के अनावरण के प्रयास किए जा रहे थे। सघन जांच एवं सर्विलांस की मदद से घटना का पुलिस द्वारा अनावरण करते हुए वारदात में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि मृतक मनोज कुमार उर्फ बबली, आसेन्द्र उर्फ पिन्टू चित्रकूट, राज पटेल मरका बांदा व रामेश्वर गर्ग निवासी चित्रकूट एक साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक छावनी व कृषि विश्वविद्यालय में केसीसी लोन दिलाने का काम करते थे। यह लोगों से बदले में 25 प्रतिशत कमीशन लेते थे। मिलने वाले कमीशन में आसेन्द्र उर्फ पिन्टू व राजपटेल ज्यादा हिस्सा अपने पास रखते थे। इसी बात को लेकर मनोज उर्फ बबली नाराज था, जो बराबर हिस्से की मांग करता था। इसको लेकर इनका आपस में काफी विवाद हुआ।

    इस पर पिन्टू व राज पटेल ने मनोज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। चूंकि मृतक मनोज व रामेश्वर गर्ग काफी अच्छे मित्र थे, इसलिए पिन्टू व राज पटेल ने उसे ज्यादा कमीशन का लालच देकर अपनी योजना में शामिल कर लिया और 6 मार्च की रात्रि को मनोज को उनके किराये के कमरे जरैली कोठी में लाने के लिए कहा। योजना के अनुसार समझौता का बहाना कर रामेश्वर, मनोज को लेकर पिन्टू व राज पटेल के कमरे जरैली कोठी पहुंचा। जहां पर उन दोनों ने पहले से ही हत्या के लिए 17000 रुपये देकर वीरेन्द्र उर्फ हलाले निवासी चित्रकूट को बुलाया था। जब मनोज कमरे पर पहुंचा तो सबने मिलकर पूर्वनियोजित तरीके से गमछा से गला कस कर व सिलौटी से सीने में हमला कर उसकी हत्या कर दी। शव को बोलेरो के माध्यम से जौरही के पास जंगल में फेंक दिया।

    पुलिस ने इनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त गमछा, सिलौटी तथा हत्या के बाद शव को फेंकने में प्रयोग की गई बोलेरो गाड़ी बरामद कर ली है। वीरेंद्र उर्फ हलाले और राज पटेल शातिर अपराधी हैं जिनमें कई थानों में पहले से मुकदमे दर्ज है।

  • लोकसभा चुनाव : मेरठ और गाजियाबाद में भाजपा से अरुण गोविल और कुमार विश्वास की चर्चा

    लोकसभा चुनाव : मेरठ और गाजियाबाद में भाजपा से अरुण गोविल और कुमार विश्वास की चर्चा

    मेरठ। मेरठ लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में लोकसभा चुनाव होना है। अभी तक भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। मेरठ और गाजियाबाद से भाजपा से अरुण गोविल और कुमार विश्वास को टिकट मिलने की चर्चा चल रही है, तो भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बाहरी और स्थानीय उम्मीदवारों को ही टिकट देने की मांग उठ रही है। ऐसे में दोनों ही सीटों पर भाजपा स्थानीय दावेदारों पर ही दांव खेल सकती है।

    मेरठ और गाजियाबाद लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करने में भाजपा को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। मेरठ से वर्तमान सांसद राजेंद्र अग्रवाल जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं और इस बार भी टिकट की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। इसके साथ ही कवि कुमार विश्वास और रामायण में श्रीराम की भूमिका निभा चुके अभिनेता अरुण गोविल का नाम भी टिकट के दावेदारों के रूप में लिया जा रहा है। मेरठ से भाजपा का टिकट चाहने वालों में कैंट विधायक अमित अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, विनीत अग्रवाल शारदा, संजीव जैन सिक्का, डॉ. विकास अग्रवाल की दावेदारी भी चल रही है। अभी तक टिकट घोषित नहीं होने से भाजपा कार्यकर्ताओं में भी असमंजस की स्थिति है। कार्यकर्ताओं के बीच से स्थानीय नेता को ही भाजपा उम्मीदवार बनाने की मांग भी उठ रही है। ऐसा ही हाल गाजियाबाद लोकसभा सीट का है।

    गाजियाबाद से वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह सांसद है और इस बार भी टिकट के प्रबल दावेदार है। यहां से भी कुमार विश्वास, अरुण गोविल, अनिल अग्रवाल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह का नाम टिकट के दावेदारों में चल रहा है। 2009 से ही गाजियाबाद से बाहरी नेताओं को टिकट मिलता रहा हैं। 2009 में राजनाथ सिंह यहां से सांसद चुने गए तो 2014 और 2019 में यहां के वोटरों ने जनरल वीके सिंह को रिकॉर्ड मतों से चुनाव जिताकर संसद में भेजा था। अब गाजियाबाद से भी स्थानीय नेता को ही टिकट देने की मांग उठ रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि एक-दो दिन में ही पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी।

  • आजमगढ़ में बोले धर्मेन्द्र यादव, वर्ष 2022 में भाजपा की एक्सीडेंटल जीत हुई

    आजमगढ़ में बोले धर्मेन्द्र यादव, वर्ष 2022 में भाजपा की एक्सीडेंटल जीत हुई

    आजमगढ व लालगंज लोकसभा सीट एक तरफा जीतेगी सपा

    आजमगढ़। समाजवादी पार्टी के नेता एवं आजमगढ़ सदर लोकसभा से प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव गुरूवार को आजमगढ़ जनपद पहुंचे। टिकट घोषित होने के बाद जनपद में पहली बार पहुंचे धर्मेन्द्र यादव का पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने फूलमालाओं से स्वागत किया। इस दौरान मंदुरी हवाई अड्डे के समीप आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान धर्मेन्द्र यादव ने आजमगढ़ की कांतिकारी धरती को नमन करते हुए कहा कि स्थानीय नेताओं व राष्टीय अध्यक्ष को भरोसा दिलाया वह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगें।

    धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि आजमगढ़ के विकास की एक-एक ईंट पर नेताजी या अखिलेश यादव का नाम लिखा हुआ है। आजमगढ़ में भाजपा की जीत एक्सीडेंटल थी, सासंद निरहुआ स्क्रिप्ट के आधार पर राजनीति करते हैं।

    धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि आजमगढ का तरक्की, खुशहाल का जो समाजवादियों के साथ इतिहास जुड़ा हुआ है। नेता जी ने आजमगढ़ को न केवल विकास व तरक्की के रास्ते पर ले जाने की शुरूआत की थी बल्कि मैं इस बात को फक्र के साथ कह सकता हूं कि यहां विकास की एक-एक ईट पर नेताजी या अखिलेश यादव का नाम लिखा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में कहीं भी भाजपा के लोग जीते हो लेकिन आजमगढ़ के लोगों ने बीजेपी को जीतने नहीं दिया है। एक जीत हो गई लेकिन यह एक्सीडेंटल जीत थी, इसका लोगों को अफसोस व एहसास भी है। चार जून को जब परिणाम आएगा तो लोग महसूस करेगें कि आजमगढ़ के लोगों ने किस तरह से जबाव दिया है । पुलिस भर्ती के रद्द होने के सवाल पर धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि 50 लाख नौजवानों के साथ अन्याय, अत्याचार और धोखा हुआ है। उन्होने कहा कि योगी सरकार में एक भी भर्ती पूरी नहीं हुई है। सात वर्ष की भाजपा सरकार में हमारे नौजवान ओवर एज हो गए है। उन्होने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जैसा कहा है कि अस्सी हटाओ रोजगार पाओ। अखिलेश यादव के नेतृत्व में हमारी पार्टी आईएनडीए गठबंधन की सरकार बनाएगी और एनडीए को हटायेगी और बेरोजगार नौजवानों की उम्मीदों को हम पूरा करेगें।

    धर्मेन्द्र यादव ने भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव को कहा कि वे कलाकार है, दूसरे क्षेत्र से राजनीति में आए है। उनके सामने जो परंपरा रहती है कि स्क्रिप्ट लिखकर उनको दी जाती है। उस स्क्रिप्ट पर वे चलते है। धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि उनको शायद अंदाजा नहीं है । उन्होने कहा कि स्वर्गीय रामबचन से लेकर अखिलेश यादव तक समाजवादी शानदार परंपरा है। हम समाजवादी लोगों ने आजमगढ़ को न तो कभी छोड़ा था, न छोड़ने वाले है। यह इस बात का एहसास उनको नहीं हो सकता है। क्योंकि वे राजनीति स्क्रिप्ट के आधार पर करते होगें। दिल व जज्बातों की राजनीति उन्होने नहीं की होगी।

    धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि बदायूं में भी घर बनाकर रहा हूं और आजमगढ़ में आने से पहले ही घर बन रहा है और उसी में रहकर इस क्षेत्र के लोगों की जो आवश्यकता होगी उसे पूरा करेगें। उन्होंने यकीन दिलाया कि क्षेत्र की सेवा करेगें साथ ही आजमगढ़ के लोग केवल स्थानीय राजनीति नहीं करते बल्कि यहां के कांतिकारी लोगों के मान, सम्मान, गौरव को यहां से लेकर देश की संसद तक बढाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेगें।

    धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि पीडीए के जीत व एनडीए की हार का जो फार्मूला है। उसी फार्मूले पर चलकर हमारे आजमगढ़ के दस विधायक जीते हैं। जमाली साहब की कमी थी वह भी आज पूरी हो गई, इनकी दुआएं भी हमारे साथ हैं। इसलिए हमें यकिन है कि न केवल आजमगढ़ बल्कि लालगंज लोकसभा की सीट पर एकतरफा समाजवादी पार्टी जीतेगी।

  • महिला समेत तीन गांजा तस्कर गिरफ्तार, 50 किलो गांजा व नगदी बरामद

    महिला समेत तीन गांजा तस्कर गिरफ्तार, 50 किलो गांजा व नगदी बरामद

    कानपुर। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चलाए जा रहे अभियान के तहत गुरुवार को रेल बाजार थाने की पुलिस ने गांजा की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से लगभग 50 किलोग्राम गांजा बरामद किया। पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।

    सहायक पुलिस आयुक्त चकेरी दिलीप कुमार ने बताया कि गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों में एक महिला भी है। औरैया जनपद के साहेर थाना क्षेत्र के हुड़रीपुर गांव निवासी संगीता यादव उर्फ सुंदरी, हरदोई जनपद के बिलग्राम थाना क्षेत्र के बिरौरी गांव निवासी रामबाबू यादव और दिवाकर यादव है।

    एसीपी ने बताया कि पुलिस आयुक्त के निर्देश पर मादक पदार्थों की अवैध बिक्री पर काबू पाने के लिए सुदर्शन के तहत अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत रेल बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक विजय दर्शन गुरुवार को संदिग्धों की तलाश में लगे हुए थे। इसी बीच सीओडी पुल के पास से तीन संदिग्ध दिखाई दिए। पुलिस टीम ने तीनों को रोककर तलाशी ली तो उनके कब्जे से तीन अटची बरामद हुई जिनमें अवैध रूप से गांजा ले जा रहे थे। पुलिस टीम ने तीनों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन और 18 सौ रूपए नगद बरामद किया। बरामद किया गया गांजा लगभग 50 किलो ग्राम है। पुलिस टीम सभी के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

  • दहेज हत्या के मामले में पति सहित पांच ससुरालीजनों पर मुकदमा दर्ज

    दहेज हत्या के मामले में पति सहित पांच ससुरालीजनों पर मुकदमा दर्ज

    फतेहपुर। जिले में थाना जहानाबाद क्षेत्र में गुरुवार को दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुरालीजनों की प्रताड़ना से अजीज आकर विवाहिता ने आत्महत्या कर ली। इस मामले में मृतक महिला के पिता ने पति सहित पांच ससुरालीजनों पर दहेज हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

    जनपद बनारस के थाना फूलपुर के गाँव नारायणदासपुर निवासी नंदलाल पटेल ने बताया कि उसने अपनी पुत्री मनीषा का विवाह जनपद फतेहपुर के थाना जहानाबाद क्षेत्र के गाँव बम्थरा निवासी हिमांशु सचान के साथ वर्ष 2020 में हिन्दू रीति रिवाज के साथ अपनी सामर्थ अनुसार देकर विदा किया था। शादी के बाद से ही पति हिमांशु, ससुर प्रेमचंद, सास दयावती, देवर दिव्यांशु, चचिया ससुर विपिन अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर पुत्री को आये दिन मारपीट कर प्रताड़ित करते रहते थे, जिससे उसकी पुत्री ने फांसी लगाकर जान दे दी है।

    थाना प्रभारी अनिरुद्ध द्विवेदी ने बताया कि मृतका के पिता की तहरीर पर पति, सास-ससुर सहित पांच ससुराली जनों के विरुद्ध दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की जांच की जा रही है। जांचोपरांत अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।