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  • रक्षक जनमोर्चा पार्टी ने योगेन्द्र कुमार को घोषित किया मीरजापुर संसदीय सीट से प्रत्याशी

    रक्षक जनमोर्चा पार्टी ने योगेन्द्र कुमार को घोषित किया मीरजापुर संसदीय सीट से प्रत्याशी

    मीरजापुर। रक्षक जनमोर्चा पार्टी ने 79 लोकसभा सीट (मीरजापुर) से योगेन्द्र कुमार सिंह को प्रत्याशी घोषित किया। श्री सिंह अवकाश प्राप्त पुलिस अधिकारी हैं।

    रक्षक जन मोर्चा पार्टी के संस्थापक वृजेन्द्र सिंह यादव की अध्यक्षता में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिववीर सिंह शिवाजी के निर्देशन पर राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव पारूल यादव ने लोकसभा चुनाव में 79 मीरजापुर से अवकाश प्राप्त पुलिसकर्मी योगेन्द्र कुमार सिंह को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया।

    प्रदेश सचिव मोहनलाल यादव ने बताया कि योगेन्द्र कुमार सिंह मूल रूप से प्रयागराज के बेरी, कोरांव के निवासी हैं। मीरजापुर नगर के पक्का पोखरा में उनका स्थायी निवास है। श्री सिंह इंटेलिजेंस में उप निरीक्षक (परिवहन) से अवकाश प्राप्त करने के बाद रक्षक कल्याण ट्रस्ट अराजपत्रित पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन के संगठन मंत्री रह चुके हैं। रक्षक जनमोर्चा पार्टी ने मीरजापुर संसदीय सीट से इन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया है।

  • पुलिस चेकिंग के दौरान दो वाहनों से बीस लाख रुपये जब्त

    पुलिस चेकिंग के दौरान दो वाहनों से बीस लाख रुपये जब्त

    बिजनौर। लोकसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इसी के मद्देनजर पुलिस ने जनपद की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी। तलाशी के दौरान पुलिस ने दो वाहनों से बीस लाख रुपये बरामद किए।

    पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस सीमावर्ती क्षेत्र में वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बैराज रोड पर वाहन चेकिंग के दौरान बैराज पुलिस चौकी ने एक कार से 15 लाख रुपये और दूसरे चार पहिया वाहन से साढ़े पांच लाख रुपये बरामद किए हैं। जिस कार से 15 लाख रुपये मिले हैं उसके वाहन स्वामी किरतपुर निवासी पीयूष गोयल और दूसरे वाहन स्वामी कोटद्वार निवासी कार चालक मनीष कुमार बरामद रुपयों का कोई ब्यौरा नहीं दे पाए हैं। पुलिस ने नकदी को कब्जे में लेते हुए इसकी जानकारी आयकर विभाग को दी है।

  • यूपी का नया ”पॉवर हाउस” बनने की राह पर बुंदेलखंड

    यूपी का नया ”पॉवर हाउस” बनने की राह पर बुंदेलखंड

    -झांसी और चित्रकूट मंडल में धरातल पर उतर रही हैं सौर ऊर्जा की कई बड़ी परियोजनाएं

    लखनऊ। दशकों से देश के सबसे शुष्क और पिछड़े क्षेत्रों में शुमार बुंदेलखंड रीजन अब प्रगति की राह पर तेजी से बढ़ रहा है। इस परिक्षेत्र में विगत सात साल में सर्वाधिक विकास कार्य किए गए हैं। हाल ही में 10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश को धरातल पर उतारा गया है। इसके बाद बुंदेलखंड का पूरा इलाका उत्तर प्रदेश के लिए ऊर्जा का नया हब बनने जा रहा है। यहां स्थापित होने वाली अधिकतर परियोजनाएं सौर ऊर्जा के उत्पादन पर आधारित हैं। तकरीबन 10 बड़ी परियोजनाएं ऐसी हैं, जो सीधे-सीधे सौर ऊर्जा से जुड़ी हुई हैं। इन परियोजनाओं से ही तीन हजार मेगावाट से अधिक का विद्युत उत्पादन होगा।

    30 हजार करोड़ की 29 बड़ी परियोजनाएं बदलेंगी बुंदेलखंड की सूरत

    दरअसल, बुंदेलखंड में वर्ष 2017 के बाद से विशेष ध्यान दिया जाने लगा। शुष्क और पिछड़ा इलाका होने और कनेक्टिविटी का जरिया न होने के कारण इस क्षेत्र में विकास की रफ्तार शुरू से ही धीमी रही है। बावजूद इसके पिछले सात वर्षों में एक के बाद एक विकास और आधारभूत संरचनाओं से जुड़े तमाम प्रोजेक्ट के जरिए निवेशकों को इस रीजन में अपना उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया। इसके परिणामस्वरूप यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के एक साल बाद ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए तकरीबन 30 हजार करोड़ की 29 बड़ी परियोजनाओं ने बुंदेलखंड में उद्योग स्थापित करना आरंभ कर दिया है। इनमें भी 10 परियोजनाएं सौर ऊर्जा से जुड़ी हैं, जो कि बुंदेलखंड के हमीरपुर को छोड़कर बाकी सभी छह जनपदों (जालौन, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट और महोबाद) में स्थापित हो रही हैं। अकेले झांसी जनपद में तीन सोलर पॉवर परियोजना स्थापित होने जा रही है।

    झांसी में सर्वाधिक सोलर पावर प्लांट

    राज्य सरकार के प्रवक्ता बुंदेलखंड रीजन के झांसी मंडल के मुख्यालय जनपद झांसी की बात करें तो यहां टुस्को की ओर से 600 मेगावाट सोलर प्लांट की स्थापना की जा रही है। 3430 करोड़ की इस परियोजना से 300 रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। इसके अलावा फोर्थ पार्टनर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड 1200 करोड़ से 100 मेगावाट सोलर प्लांट की स्थापना करेगा, जिससे 1000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। वहीं सन सोर्स एनर्जी 600 करोड़ से 135 मेगावाट ओपन एक्सेस सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की शुरुआत करेगा, जिससे 2000 रोजगार का सृजन होगा।

    ललितपुर और बांदा भी पीछे नहीं

    ललितपुर जिले में टुस्को की ओर से 600 मेगावाट सोलर पॉवर प्लांट को स्थापित किया जा रहा है। 3450 करोड़ की इस परियोजना से 300 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसी प्रकार सूर्य ऊर्जा फोर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 150 करोड़ की लागत से 10-15 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट लगाया जाएगा, जो 200 लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करेगा। बांदा में अवाडा इंड सोलर प्राइवेट लिमिटेड 350 करोड़ की लागत से 750 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित करेगा। इसके अलावा 62 करोड़ की लागत से सनश्योर सोलर पार्क एट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 15 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना की जा रही है।

    चित्रकूट और महोबा भी बनेंगे सौर ऊर्जा के बड़े केंद्र

    चित्रकूट की बात करें तो यहां टुस्को लिमिटेड 4700 करोड़ की लागत से 800 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना करेगा। इससे 400 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। इसके अलावा श्री सिमेंट प्राइवेट लिमिटेड 202 करोड़ से सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना करेगा। बुंदेलखंड क्षेत्र के महोबा में टुस्को लिमिटेड द्वारा 1008 करोड़ से 155 मेगावाट अर्जुन सागर फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना की जा रही है। इससे 78 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। महोबा में ही आईबी वोगट सोलर फोर प्राइवेट लिमिटेड 80 करोड़ की लागत से सोलर पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित करेगा।

    सौर ऊर्जा के अलावा ये बड़ी परियोजनाएं भी समृद्धि को देंगी रफ्तार

    अन्य बड़ी परियोजनाओं में 2840 करोड़ से रेलवे के एलबीएच कोच प्रोजेक्ट और ट्रैक वर्क का प्लांट स्थापित की जा रही है। संत मां कर्मा मानव संवर्धन समिति की ओर से 501 करोड़ की लागत से प्राइवेट विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। ललितपुर में 30 करोड़ की लागत से स्टोन माइनिंग और 20 करोड़ से डिफेंस सेक्टर के लिए गन प्रोपलेंट प्रोजेक्ट स्थापित की जा रही है। चित्रकूट में सौराष्ट्र भुज फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड 500 करोड़ से फूड प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करेगी। यही नहीं चित्रकूट में वरुन बेवरेज लिमिटेड 496 करोड़ और शुक्ला इंटरप्राइजेज फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 200 करोड़ का बड़ा निवेश कर चुकी है। इसी प्रकार, हमीरपुर में मैन्यूफैक्चरिंग और एग्री बेस्ड सॉयल प्रोजेक्ट्स में भी तीन बड़ी कंपनियों ने तकरीबन 940 करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है। महोबा में भी देशी भोग की ओर से फूड प्रॉसेसिंग मेकिंग यूनिट जीआरएस होटल प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 50-50 करोड़ का निवेश किया गया है।

  •  लोकसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में गर्मायी राजनीति

     लोकसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में गर्मायी राजनीति

    जम्मू,। निर्वाचन आयोग की ओर से 16 मार्च 2024 को लोकसभा चुनावों की घोषणा करने के साथ ही प्रदेश में राजनीति गर्मा गई है। तारीखों की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। दो मार्च को ही भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग की दो सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए थे। जम्मू संभाग की यह दोनों सीटें वर्ष 2014 से ही भाजपा के पास हैं और भाजपा ने अपने दोनों सांसदों को तीसरी बार इन सीटों पर उतारा है। जम्मू-रियासी संसदीय सीट से जुगल किशोर शर्मा और उधमपुर-डोडा-कठुआ लोकसभा सीट से डॉ जितेन्द्र सिंह को उतारा है। इस सीट पर 2014 व 2019 में नेशनल कांग्रेस (नेकां) ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। प्रदेश के अन्य तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए भाजपा अपने उम्मीदवारों की घोषणा आने वाले समय में करेगी है। वहीं प्रदेश के अन्य राजनीतिक दलों ने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है।

    श्रीनगर-गांदरबल सीट के लिए भाजपा में द्रक्षा अंद्राबी, अल्ताफ ठाकुर, अशोक भट्ट और आरिफ रजा के नाम पर चर्चा चल रही है। जबकि बारामुला-कपवाड़ा सीट पर अनवर और फकीर मोहम्मद के नाम पर चर्चा चल रही है। अनंतनाग-राजौरी सीट पर भाजपा प्रदेश प्रधान रविन्द्र रैना व पूर्व सांसद चौधरी तालिब हुसैन के नाम पर विचार हो रही है।

    डॉ जितेन्द्र सिंह:- जम्मू संभाग के जिला डोडा के रहने वाले डॉ जितेन्द्र सिंह ने अपने जीवन का पहला चुनाव 2014 में लड़ा था और विजयी हुए थे। उनका मुकाबला उस समय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद से हुआ था। वर्ष 2019 में जितेन्द्र सिंह ने इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को हराया था। विक्रमादित्य सिंह जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक स्व. महाराजा हरिसिंह के पौत्र हैं। डॉ जितेन्द सिंह पेशे से एक डाक्टर हैं और वर्ष 2008 में जम्मू-कश्मीर में हुए श्री अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान सक्रिय हुए थे और भाजपा में प्रवक्ता के दौर पर शामिल हुए थे। डॉ जितेन्द्र सिंह ने लगातार उन्हें तीसरी बार इस लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाये जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताते हुए जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के संकल्प को दोहराया है।

    जुगल किशोर:- जम्मू के नगरोटा विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके व प्रदेश प्रधान की जिम्मेदारी निभा चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता जुगल किशोर शर्मा को भाजपा ने वर्ष 2014 में जम्मू-पुंछ संसदीय सीट वर्तमान में जम्मू रियासी सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया था। 2014 में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मदन लाल शर्मा को इस सीट पर हराकर विजय हासिल की थी। इससे पहले मदन लाल शर्मा लगातार दो बार इस सीट पर वर्ष 2004 व 2009 में विजय रहे थे। जुगल किशोर शर्मा लगातार दो बार इस सीट से विजय हो चुके हैं और तीसरी बार फिर भाजपा ने उन्हें यह मौका दिया है।

    किशोर का कहना है कि मैं समस्त भाजपा परिवार का आभारी हूं क्योंकि उन्होंने तीसरी बार मुझ पर विश्वास जताया है। मैं पूरी ईमानदारी के साथ कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व जनता की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा और भाजपा इस बार 370 से ज्यादा व एनडीए 400 का आंकड़ा पार करेगी।

    भाजपा के दोनों लोकसभा उम्मीदवारों ने अपने नामों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में अपना प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। प्रदेश भाजपा के प्रधान सहित विभिन्न वरिष्ठ नेता प्रदेश में प्रचार के लिए कूद चुके हैं और विभिन्न क्षेत्र में रैलियां कर भाजपा द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दे रहे हैं।

    जम्मू-कश्मीर में अंतिम बार विधानसभा चुनाव वर्ष 2014 में हुए थे।

    जम्मू-कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दल वर्ष 2018 से ही विधानसभा चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी बीते वर्ष केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि वह 30 सितंबर 2024 तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का गठन करें।

    भारतीय चुनाव आयोगः-

    गत दिनों लोकसभा चुनाव के तहत जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आये भारतीय चुनाव आयोग की टीम ने अपने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान जम्मू-कश्मीर की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात कर उनका मत जाना। साथ ही नागरिक व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से बैठकें कर लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष व सुरक्षित करवाने के निर्देश दिए। चुनाव डयूटी में इस्तेमाल होने वाले सभी वाहनों पर जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाया जायेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय टीम जम्मू-कश्मीर पहुंची थी। चुनाव में पैसे का इस्तेमाल, शराब, नकदी, नशीले पदार्थ के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग ने सख्त कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं और सभी एजेंसियों से तालमेल के साथ काम करने को कहा है। निगरानी के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों व मुख्य निर्वाचन कार्यालय में जीपीएस कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे। विभिन्न जिलों में लोकसभा चुनाव के पोलिंग स्टाफ, सेक्टर अधिकारियों के वाहनों पर भी जीपीएस ट्रेकिंग सिस्टम लगाये जायेंगे। उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड सहित सभी जानकारियां केवाईसी ऐप पर उपलब्ध रहेंगी। राजनीतिक पार्टियों को पूरी जानकारियां एक राष्ट्रीय व एक क्षेत्री समाचार पत्र में देनी होगी। इसमें अखबारों व टेलीविजन पर तीन बार विभिन्न अवसरों पर आपराधिक रिकॉर्ड की सूचना देना अनिवार्य होगा।

    प्रदेश की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आयोग के समक्ष बैठक के दौरान लोकसभा चुनावों के साथ ही विधानसभा चुनाव करवाने की मांग उठाई थी परन्तु मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि लोकसभा चुनावों के बाद ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव करवाये जायेंगे। जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे और उसके बाद श्रीअमरनाथ यात्रा शुरू हो जायेगी और अगस्त में यात्रा के सम्पन्न होने के बाद ही विधानसभा चुनाव करवाये जाने की संभावना है। कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दल 2018 से ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव करवाये जाने की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोट ने भी केन्द्र सरकार को निर्देश दिया है कि 30 सितम्बर 2024 तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का गठन किया जाये।

    जम्मू-कश्मीर एक नजर में:-

    जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की पांच सीटे हैं, जिनमें से कोई भी सीट आरक्षित नहीं है। 86.9 लाख वोटर हैं जिनमें से 44.34 लाख पुरुष, 42.55 लाख महिलायें, 158 मंगलामुखी, 67400 दिव्यांग, 77290 वरिष्ठ नागरिक, 2886 सौ साल की आयु पूरी कर चुके वोटर, 76800 सर्विस वोटर, 3.4 लाख 18 से 19 साल की आयु के वोटर शामिल हैं।

    विधानसभा की 114 सीटे हैं, जिनमें से 24 पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर के लिए आरक्षित हैं। केवल 90 सीटों पर ही मतदान होना है, जिनमें से 74 सीटें सामान्य, 9 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित व 7 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।

    सुप्रीम कोर्ट के निर्देश और देश में एक राष्ट्र-एक चुनाव की अवधारणा को लेकर केंद्र सरकार द्वारा समिति गठित किए जाने के बाद सभी को उम्मीद थी कि जम्मू-कश्मीर में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। भाजपा इस मुद्दे पर हालांकि चुप थी लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, पीपुल्स कान्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी जैसे विभिन्न राजनीतिक दल दोनों चुनाव एक.साथ कराए जाने पर जोर दे रहे थे।

    बतादें कि जम्मू-कश्मीर में जून 2018 में तत्कालीन पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार गिरने के बाद वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 की समाप्ति, जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में विभाजित किया जाना, सुरक्षा कारणों, जम्मू-कश्मीर में परिसीमन व मतदाता सूचियों की समीक्षा प्रक्रिया संबंधी विभिन्न औपचारिकताओं को पूरा किए जाने के कारण विधानसभा चुनाव नहीं कराए जा सके हैं।

  • चुनाव के लिए बन रहे थे असलाह, पुलिस ने पकड़ी फैक्ट्री, गैंगस्टर गिरफ्तार

    चुनाव के लिए बन रहे थे असलाह, पुलिस ने पकड़ी फैक्ट्री, गैंगस्टर गिरफ्तार

    फिरोजाबाद। लोकसभा चुनाव से पूर्व पुलिस थाना उत्तर पुलिस टीम ने रविवार को अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गैंगस्टर अभियुक्त को गिरफ्तार कर बने, अधबने असलाह व उपकरण बरामद किए हैं।

    अपर पुलिस अधीक्षक नगर सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि थाना उत्तर प्रभारी वैभव कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में गश्त पर थे, तभी उन्होंने सूचना पर कैलाश नगर हरिओम शर्मा के मकान के पास अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस टीम ने मौके से एक शातिर अभियुक्त राहुल ओझा पुत्र शिशुपाल ओझा निवासी संतोष नगर, थाना उत्तर को गिरफ्तार कर लिया। मौके से तीन तमंचे 12 बोर मय एक अदद खोखा कारतूस व एक जिन्दा कारतूस 12 बोर, तीन अदद तमंचा 315 बोर व 05 अदद अधबने तमंचे (कुल 11 अदद तमंचा) मय तमन्चा बनाने की मशीन एवं तमंचा बनाने के उपकरण तथा 09 लोहे के नाल बनाने के पाइप, 11 अदद लोहे की स्प्रिंग उपकरण एक पंखा, एक गोल रिंच, 03 लोहे की रेती , 02 सडासी , 02 हथोड़ा , 03 लोहे की छैनी, एक हाथ की ड्रिल मशीन, एक लोहे का स्टैण्ड, 04 लोहे की वर्मी, एक लोहे की आरी मय 04 ब्लैड, एक पैचंकस , 02 अदद ग्रिनान्डर पत्थर, करीब 01 किलो लकड़ी का कोयला, तीन रेगमाल के पत्ते, एक छोटी बैटरी मय एलईडी बल्ब, भारी मात्रा में शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए हैं।

    एएसपी ने बताया कि अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि चुनाव का समय आ गया है। देशी कट्टों की मांग बढ़ जाती है। इसलिये मैं यहां फैक्ट्री चला रहा था और आगामी चुनाव मे ऊंचे दामों मे बेचने के लिए यहां असलाह बना रहा था और समय आने पर ऊंचे दामों में इन्हें बेच देते।

  • लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को हरायेगी- अखिलेश यादव

    लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को हरायेगी- अखिलेश यादव

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा है कि होने वाले लोकसभा चुनाव-2024 सात चरणों में है। जनता इन सात चरणों के चुनाव में भाजपा को हरायेगी और भाजपा की केन्द्र सरकार को हटायेगी। यही एक मात्र जनता की इच्छा और आकांक्षा है।

    पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार के 10 वर्ष जनता के लिए परेशानी और यंत्रणा भरे रहे हैं। महंगाई, भ्रष्टाचार, अन्याय और अत्याचार सरकार का अभिन्न अंग बन गए हैं। पुलिस प्रशासन बेलगाम है। पुलिस हिरासत में लोगों की मौते हो रही है। महिलाएं एवं बच्चियां अपमानित और असुरक्षित हैं। डबल इंजन भाजपा सरकार में देश और प्रदेश का विकास नहीं हुआ।

    किसान हों या नौजवान सभी भाजपा सरकार में उपेक्षित हैं। किसान लगातार आंदोलित है। किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारन्टी नहीं दी जा रही है। एमएसपी की मांग कर रहे सैकड़ों किसानों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों से बात करने के बजाय उनके रास्ते में कील कांटे लगा रही है। नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है। हर वर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार लोगों की नौकरी छीनने का काम करती है।

    श्री यादव ने कहा कि भाजपा की अहंकारी सत्ता का जवाब समाजवादी पीडीए इंडिया गठबंधन है। देशवासी जानते हैं कि भाजपा सरकार के रहते न तो उनके अधिकार बचेंगे न ही उनका सम्मान बचेगा। आरक्षण व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। देश की सम्पत्ति चंद पूंजीपति मित्रों को बेची जा रही है। संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए उत्तर प्रदेश की जनता इस बार 80 हराओ, भाजपा हटाओ का संकल्प ले चुकी है।

  • वाराणसी: पालकी पूजन के साथ माता गौरा और महादेव के गौने का लोकाचार शुरू

    वाराणसी: पालकी पूजन के साथ माता गौरा और महादेव के गौने का लोकाचार शुरू

    -सोमवार को सायं 06:45 बजे होगी माता गौरा की तेल-हल्दी, मंगलवार को गौरा सदनिका, महंत आवास में बाबा विश्वनाथ की आएगी बारात

    वाराणसी,। रंगभरी (अमला) एकादशी पर श्री काशी विश्वनाथ के गौना में परम्परागत लोकाचार की रविवार से शुरुआत हो गई। बाबा के साथ माता पार्वती संग प्रथमेश की रजत चल प्रतिमा की पालकी यात्रा के निमित्त पालकी पूजन महंत आवास टेढ़ीनीम में हो गई। रंगभरी एकादशी का उत्सव 20 मार्च को मनाया जाएगा। महंत आवास पर पालकी की साफ सफाई के बाद पालकी और सिंहासन का पूजन पं. वाचस्पति तिवारी ने किया। पूजन पं. सुशील त्रिपाठी के आचार्यत्व में पांच वैदिक ब्राह्मणों ने कराया।

    वहीं, कोलकाता से लाए गए ‘देव किरिट’ और काठियावाड़ से भेजे गए शिव पार्वती के राजसी परिधानों को तैयार कर लिया गया है। दशाश्वमेध में महादेव के राजसी वस्त्र विनोद मास्टर तैयार कर रहे हैं। यह दायित्व निभाने वाले टेलर मास्टर विनोद अपने परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्य हैं।

    रंगभरी एकादशी के अवसर होने गौना के निमित्त महंत आवास गौरा के मायके में परिवर्तित हो चुका है। 18 मार्च सोमवार को गौरा के तेल-हल्दी की रस्म निभाई जाएगी। महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती के विवाह की रस्म महंत आवास पर लोकपरंपरानुसार पूरी की गई थी।

    वाचस्पति तिवारी ने बताया कि गौरा के गौना के लिए महाशिवरात्रि के बाद महंत आवास गौरा-सदनिका में परिवर्तित हो जाता है। गौनहारिनों की टोली मंगल गीत गाएगी। गौना के अवसर पर बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा को परंपरागत खादी से बनी राजसी पोशाक धारण कराया जाएगा। गौरा के लिए काठियावाड़ से एक भक्त ने घाघरा भेजा है। 19 मार्च को टेढ़ीनीम स्थत गौरा सदनिका (महंत आवास) में बाबा की बारात का आगमन होगा। बाबा के गौना के अवसर पर टेढ़ीनीम महंत-आवास पर ‘शिवांजलि’ के लोक एवं सुगम संगीत का संक्षिप्त आयोजन भी किया जाएगा।

  • लठमार होली से पूर्व लड्डू होली में जमकर बरसा लड्डुओं संग गुलाल

    लठमार होली से पूर्व लड्डू होली में जमकर बरसा लड्डुओं संग गुलाल

    लठामार होली से पूर्व लड्डू होली में जमकर बरसा लड्डुओं संग गुलाल

    लड्डू पाने को लालयित श्रद्धालुओें में दिखाई दिया होली का उत्साह

    मथुरा,। राधारानी की नगरी बरसाना में रविवार की शाम को लड्डू होली खेली गई और सोमवार लट्ठमार होली खेली जाएगी। इसके बाद अगले दिन यानी 19 मार्च को नंदगांव में लट्ठमार होली खेली जाएगी। ब्रज की अनोखी होली को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग पहुंचते हैं। बरसाने में आज नंदगांव के युवक आएंगे और बरसाने की हुरियारिन उन पर लट्ठ बरसाएंगी। ब्रज में होली के खेल को राधा-कृष्ण के प्रेम से जोड़कर देखा जाता है, जिसको लेकर लोगों में उत्साह और उमंग देखने को मिलता है।

    ब्रज में होली का उत्सव मनाया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचे। उन्होंने बरसाना की लड्डू होली, रंगो की होली आदि का जमकर आनंद लिया। इस मौके पर राधा-कृष्ण स्वरूप कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी और होली खेली। जगह-जगह फगुआ गीतों का गायन किया जा रहा है। ब्रज के निवासी होली उत्सव में डूबे हुए हैं। वह आफने आराध्य की भक्ति में लीन होकर उत्सवों का आनंद ले रहे हैं। बरसाना में रविवार को लड्डू होली का आयोजन किया गया। इसका देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने आनंद लिया। विश्वविख्यात लठामार होली की पूर्व संध्या पर लाड़लीजी मंदिर में लड्डू होली मनाई गई। इसको देखने के लिए लाखों श्रद्धालु बरसाना पहुंचे। लड्डू होली को लड्डू प्रसाद के रूप में पांडे द्वारा कई टन लड्डू लुटाए गए। लड्डू प्रसाद को पाने के लिए श्रद्धालुओं ने जमकर इन्हें लूटा।

    राधा की सखी पहुंची लठामार होली का निमंत्रण लेकर

    जयपुर की जन्मीं वृंदावन में रहने वाली राधा दासी सखी आज भी निभा रही है बरसान लठामार होली निमंत्रण को

    सोलह श्रृंगार राधा दासी सखी चली रे नंदभवन। सोलह श्रृंगार कर लंबा घूंघट ओढ़कर जब राधा की सखी को लाडली के महल से होली का निमंत्रण लेकर विदा किया जा रहा था तो वहीं ढोल की थाप पर श्रद्धालु झूम रहे थे। राधा की सखी हड़िया में गुलाल लेकर नंदभवन के लिए रवाना हुई। रविवार राधारानी की सहचरी लठामार होली का निमंत्रण लेकर नंदभवन पहुंचीं। सखी श्रीजी महल से मिला कमोरी में निमंत्रण का गुलाल सेवायतों को सौंपा। लाडली जी का भेजा संदेश सुनाते हुए सखियां कान्हा से निवेदन किया आप नवमी तिथि अपने समस्त सखाओं के साथ बरसाना लठामार होली के लिए आमंत्रित हैं। सेवायत लाडली जी की भेजी गुलाल की कमोरी हांडी को कन्हैया के श्री चरणों में रखा और निमंत्रण लेकर पहुंची सखियों का भव्य स्वागत सत्कार के साथ नाच गाना।

    वृंदावन की रहने वाली राधा दासी सखी एवं राजस्थान के जयपुर में जन्मीं राधा दासी सखी बताती है कि 16 वर्ष कि उम्र में उसने अपना घर परिवार छोड़ दिया। जिसके बाद वो वृंदावन आ गई। जहां उनका संर्पक श्यामा सखी से हुआ। बरसाना होली का निमंत्रण लेकर आज से 20 साल पहले श्यामा सखी नन्दभवन जाती थी, लेकिन उनके बाद अब मैं होली का निमंत्रण लेकर जा रही हूं। मैं सालभर से इस पल का इंतजार करती हूं कि कब राधारानी का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य मिले कि कान्हा को होली सन्देश देने नन्दभवन जाए। लंबा घूंघट डालकर लहंगा चुनरी ओढ़कर तथा हड़िया में गुलाल व प्रसाद लेकर जब मैं नन्दभवन पहुचती हूं तो नन्दगांव के लोग मेरा पूरा आदर सत्कार करते है। इस सम्मान को पाकर में धन्य हो जाती हूं।

  • सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    हरदोई विद्याराम वर्मा ने पूरे जीवन तन मन धन से बीजेपी की सेवा की और जिलाध्यक्ष भी रहे, उनके साथ आचार संहिता के नाम पर सिटी मजिस्ट्रेट ने जमकर बदसलूकी की और फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। इस वाक्ये और पति की खुलेआम बेइज्जती के बाद पत्नी आहत हो गईं और गम में डूबने से उनकी आज मौत हो गई।

    विद्याराम वर्मा सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। मामला शनिवार का है जब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन होर्डिग, बैनर उतरवाने में जुट गया। उसी बीच भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा के लखनऊ रोड स्थित आवास के बाहर उनके नाम का बोर्ड लगा हुआ था। सिटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में चल रही नगर पालिका परिषद की टीम ने उनका बोर्ड उखाड़ लिया। इसका पता होने पर श्री वर्मा घर से बाहर निकले और अपने नाम का बोर्ड उखाड़ने की वजह पूछी, जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट प्रशांत तिवारी इतने लाल हो गए कि उन्होंने न सिर्फ भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष को खरी-खोटी सुनाई बल्कि उनके खिलाफ केस दर्ज करने की धमकी तक दे डाली।

    जिसके बाद पति की खुलेआम बेइज्जती के कारण पूर्व ज़िलाध्यक्ष की पत्नी लता वर्मा दुखी हो गईं और भाजपा के लिए सारी ज़िंदगी जूझने वाले अपने पति से हुए गलत व्यव्हार को वह बर्दाश्त नहीं कर सकीं और सदमे में उनकी रविवार को मौत हो गई। वहीं इसका पता होते ही ज़िले भर के भाजपाईयों में शोक छा गया। सिटी मजिस्ट्रेट के तानाशाही रवैये की सर्वत्र चर्चा हो रही है।

    नाम का बोर्ड उखाड़ ले जाने के मामले में भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा और सिटी मजिस्ट्रेट के बीच हुई नोंकझोंक का वीडियो वायरल हो रहा है। उस वीडियो में सिटी मजिस्ट्रेट भाजपा नेता के ऊपर केस दर्ज कराने की धमकी देते हुए देखे जा सकते। हालंकि श्री वर्मा अपनी बात कह रहें है,लेकिन आचार संहिता की अकड़ में चूर सिटी मजिस्ट्रेट उनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं दिखाई दिए।

  • लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राह मुश्किल, ‘हाथ’ की कमजोरी बनेगी ‘कमल’ की ताकत

    लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राह मुश्किल, ‘हाथ’ की कमजोरी बनेगी ‘कमल’ की ताकत

    – उत्तराखंड में कांग्रेस की टूट से मजबूत हो रही भाजपा

    – इधर इस्तीफा उधर ज्वाइनिंग के दौर से कांग्रेस को तगड़ा झटका

    देहरादून। कांग्रेस की टूट से भाजपा मजबूत होती जा रही है। आए दिन कांग्रेस का साथ छोड़कर नेता भाजपा का दामन थाम रहे हैं। ‘हाथ’ की कमजोरी ‘कमल’ की ताकत बन रही है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राह मुश्किल है। उत्तराखंड में पार्टी इकाई टूटने की कगार पर है।

    देशभर में लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों में नेताओं की एंट्री और एग्जिट शुरू हो गई है। ऐसे में कांग्रेस में टूट का सिलसिला जारी है। इधर, इस्तीफा उधर ज्वाइनिंग का जो दौर चल रहा है उससे जहां कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है तो वहीं भाजपा के नेता इसको विकसित भारत के संकल्प में सहयोग मान रहे हैं।

    वैसे उत्तराखंड में कांग्रेस के कई कद्दावर नेता भाजपा के माननीय बने नेताओं की लंबी लिस्ट है। दरअसल, वर्ष 2014 में भाजपा कांग्रेस मुक्त नारे के साथ लोकसभा चुनाव में उतरी, जिसका भाजपा को खूब फायदा हुआ और बंपर जीत दर्ज की। इसके बाद केंद्र में मोदी सरकार बनी। आज केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार के 10 वर्ष पूरे हो गए हैं। इन 10 वर्षों में देश को कांग्रेस मुक्त नारे के साथ बढ़ती भाजपा अब कांग्रेस युक्त होती जा रही है।

    विकसित भारत के संकल्प में सहयोग मान रहे हैं भाजपाई

    कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को अलविदा कहकर रविवार को दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया है। इधर इस्तीफा उधर ज्वाइनिंग का जो दौर चल रहा है उससे जहां कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है तो वहीं भाजपा के नेता इसको विकसित भारत के संकल्प में सहयोग मान रहे हैं।

    उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान का मानना है कि जिस तरह से उत्तराखंड कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि उत्तराखंड कांग्रेस दिनों दिन कमजोर हो रही है और भाजपा का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि यह संगठनात्मक मजबूती लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए मील का पत्थर साबित होगी।