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  • यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव, पहले पांच चरण में कई सीटें बदल गई

    यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव, पहले पांच चरण में कई सीटें बदल गई

    लखनऊ। चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा की। देश की संसद को सबसे ज्यादा 80 सांसद देने वाले उत्तर प्रदेश में 2019 के आम चुनाव की तरह सात चरण में चुनाव होंगे। पिछले चुनाव में पहले चरण की शुरुआत पश्विम उत्तर प्रदेश से हुई थी। इस बार भी यूपी में वोटिंग की शुरुआत पश्चिम से हो रही है, हालांकि चुनाव आयोग न इस बार चरणवार सीटों में बदलाव किया है। पिछले चुनाव के छठे और सातवें चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ था, वो इस चुनाव में भी वैसी ही हैं। बाकी पांच चरणों में सीटों में काफी बदलाव किया गया है। सीटों में जो बदलाव हुए हैं, उनमें ज्यादातर सीटें पश्चिम उत्तर प्रदेश की हैं। हां, चरणवार सीटों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

    यूपी में 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 11 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर वोटिंग हुई थी, उनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर शामिल थीं। चुनाव आयोग ने इस बार भी सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत सीटों का ऐलान किया है। पिछले चुनाव में नगीना सीट पर दूसरे चरण, मुरादाबाद पर तीसरे और रामपुर और पीलीभीत पर क्रमश: तीसरे चरण में मतदान हुआ था। लोकसभा चुनाव 2024 को पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा।

    अब बात दूसरे चरण की। 2019 में दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर हुआ था, उनमें नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी थी। इस बार अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। दूसरे चरण में शामिल मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर सीटों पर पहले चरण में मतदान हुआ था।

    2019 में तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल को जिन दस सीटों पर हुआ था। उनमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत थी। इस बार 07 मई को जिन सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली शामिल हैं। इस चरण में शामिल हाथरस और आगरा सीटें पिछले चुनाव में दूसरे और फतेहपुर सीकरी पहले चरण में थी।

    पिछले लोकसभा चुनाव में चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को 13 सीटों पर हुआ। इनमें शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर थे। इस बार जिन 13 सीटों 13 मई को चौथे चरण में चुनाव होगा, उनमें शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच हैं। इस चरण में शामिल धौरहरा और सीतापुर सीट पिछले चुनाव में पांचवें चरण में शामिल थी।

    2019 में पांचवें चरण का मतदान 06 मई को धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा यानी 14 सीटों पर हुआ। इस बार मोहनलाल गंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज, गोण्डा 14 सीटों पर 20 मई को मतदान होगा। पांचवें चरण में शामिल जालौन, झांसी और हमीरपुर सीट पर पिछले चुनाव में चौथे चरण में मतदान हुआ था।

    2019 में छठे चरण में 12 मई को जिन 14 सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही। इस बार इन 14 सीटों पर वोटिंग की तारीख 25 मई है। हालांकि सीटों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

    पिछले चुनाव में सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को 13 सीटों पर हुई। इनमें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर और राबर्ट्सगंज। इस बार वोटिंग 01 जून को होगी। सीटों में कोई बदलाव नहीं किया गया। चुनाव के नतीजे 04 जून को घोषित होंगे।

    इस बदलाव के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक, चुनाव आयोग कई बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद तारीखों की घोषणा करता है। इसमें सुरक्षा व्यवस्था, संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या, स्थानीय त्यौहार आदि कई कारण होते हैं।

  • यूपी एसटीएफ ने वाराणसी में 30 करोड़ के म्याऊं म्याऊं ड्रग्स के साथ दो तस्करों को दबोचा

    यूपी एसटीएफ ने वाराणसी में 30 करोड़ के म्याऊं म्याऊं ड्रग्स के साथ दो तस्करों को दबोचा

    वाराणसी। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की वाराणसी इकाई ने जिले के सिंधोरा क्षेत्र में छापेमारी कर दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 2500 ग्राम नशीला सिन्थेटिक ड्रग्स मेफेड्रोन (म्याऊं म्याऊं) बरामद किया। इसकी अन्तरराष्ट्रीय बाजार में 30 करोड़ रूपये कीमत आंकी गई है।

    गिरफ्तार तस्करों में तिवारीपुर बड़ागांव निवासी संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली पुत्र हड़बड़ी गुप्ता, पुवारी खुर्द थाना बड़ागांव निवासी अतुल सिंह है। एसटीएफ के स्थानीय अफसरों के अनुसार पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में मेफेड्रोन तस्करों के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी। इसी दौरान ठाणे मुम्बई की पुलिस ने यूपी एसटीएफ के अफसरों से सूचना साझा किया कि मुम्बई में विनायक नगर नाला सोपारा निवासी पंजीकृत वांछित मेफेड्रोन तस्कर ओम गुप्ता उर्फ मोनू वाराणसी और आसपास के जनपदों में छिपकर रहने के साथ नशीले पदार्थो की तस्करी भी कर रहा है। एसटीएफ के अफसरों के निर्देश पर एसटीएफ वाराणसी इकाई के निरीक्षण अनिल कुमार सिंह और उनकी टीम तस्करों के बारे में सूचना जुटाने के साथ उनके लोकेशन को ट्रैस करने में जुट गई। सूचना संकलन के दौरान निरीक्षक को पता चला कि भगवतीपुर मझवा थाना क्षेत्र सिंधोरा में स्थित प्रदीप प्रजापति के घर में सिंथेटिक ड्रग तैयार किया जा रहा है। इसके बाद वाराणसी टीम के साथ मुम्बई थाणे की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर मकान से दो तस्करों को पकड़ लिया।

    पूछताछ में दोनों ने बताया कि ओम गुप्ता उनके गिरोह का सरगना है। वह मुम्बई और थाणे के आसपास से म्याऊं म्याऊं ड्रग्स की आपूर्ति करता है। हमारे गिरोह के तीन सदस्यों को मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार कर लगभग 32 लाख का ड्रग पकड़ लिया था। तीनों ने पुलिस को पूछताछ में गिरोह के बारे में पूरी जानकारी दी थी। उसके बाद मुम्बई पुलिस गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों के गिरफ्तारी में जुट गई थी। मुम्बई पुलिस से बचने के लिए हम लोग वाराणसी सिंधोरा में नशीला पदार्थ बनाने लगे। दोनों ने बताया कि सरगना ओम गुप्ता ने सिंधोरा मझवा में ओम गुप्ता ने अतुल सिंह के नाम पर प्रदीप प्रजापति को साढ़े 06 लाख रूपए मकान खरीदने के लिए दिया था। इसके बाद ओमगुप्ता के साथ मिलकर दोनों मेफेड्रोन ड्रग्स बनाने लगे। तैयार मादक पदार्थ को ओमगुप्ता मुम्बई में बेचता था। हम दोनों को प्रति किलोग्राम दो लाख रूपए मिलता है।

  • प्रथम दिन हाईस्कूल की 27,497 एवं इंटर की 18,959 कॉपियों का हुआ मूल्यांकन

    प्रथम दिन हाईस्कूल की 27,497 एवं इंटर की 18,959 कॉपियों का हुआ मूल्यांकन

    – डीआईओएस ने कहा, सीसीटीवी से मूल्यांकन केन्द्रों पर रखी जा रही नजर

    प्रयागराज। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन शहर के नौ मूल्यांकन केन्द्रों पर शनिवार से शुरू हो गया। प्रथम दिन हाईस्कूल की 27,497 और इंटरमीडिएट की 18,959 कापियां जांची गईं। कुल 2445 परीक्षक केंद्रों पर पहुंचे। डीआईओएस पीएन सिंह ने सभी मूल्यांकन केन्द्रों का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दिए हैं।

    डीआइओएस पीएन सिंह ने बताया कि जिले में नौ मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। किसी भी मूल्यांकन केंद्र पर कोई भी परीक्षक मोबाइल नहीं ले जाया जा सकेगा। यदि किसी के पास मोबाइल मिला तो सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि बाहरी व्यक्तियों का भी प्रवेश वर्जित है। 31 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक कापियां जांची जाएंगी। राजकीय इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की 11,599 और इंटरमीडिएट की 568, केसर विद्यापीठ में इंटरमीडिएट की 5973, अग्रसेन में 1406, सीएवी में 2313, क्रास्थवेट में 8699 कॉपियां जांची गईं। एंग्लोबंगाली में हाईस्कूल की 6601, भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज में 9297 कॉपियां जांची गईं। डीआईओएस ने बताया कि कंट्रोल रूम, क्षेत्रीय कार्यालय और बोर्ड मुख्यालय के कमांड रूम से सभी मूल्यांकन केन्द्रों और कोठार पर नजर रखी जा रही है।

  • लोक सभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराया जाएगा: डीजीपी

    लोक सभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराया जाएगा: डीजीपी

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण कराया जाएगा।

    डीजीपी ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग के आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया जायेगा। संवेदनशील-अति संवेदनशील इलाकों में पूरी नजर रखी जा रही है। ईवीएम की सुरक्षा को लेकर खास रणनीति बनाई गई है। वहीं जहरीली शराब, अवैध शस्त्रों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जायेगा। सोशल मीडिया पर पुलिस पैनी निगरानी करेगी। सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

  • गाजियाबाद में लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू, 28 अप्रैल को 29 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे अपने मत का प्रयोग

    गाजियाबाद में लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू, 28 अप्रैल को 29 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे अपने मत का प्रयोग

    गाजियाबाद। पूरे देश के साथ ही दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई। गाजियाबाद में जिला प्रशासन ने निष्पक्ष चुनाव करने के लिए पूरे इंतजाम कर लिए हैं। जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने शनिवार देर शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आचार संहिता लागू हो गई है। गाजियाबाद लोकसभा में 29 लाख 2231 मतदाता मतदान का प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त रहेंगे।

    इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि 28 मार्च को जिले में चुनावी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी और 04 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने के अंतिम तिथि होगी। इसके साथ ही 05 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 08 अप्रैल को नामांकन वापस की तारीख होगी। 26 अप्रैल को मतदान होगा और 04 जून को मतगणना होगी। उन्होंने बताया कि लोनी मुरादनगर साहिबाबाद गाजियाबाद धौलाना आंशिक विधानसभा में कुल 883 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जबकि 3091 मध्य स्थल देंगे। 518 क्रिटिकल मतदेय स्थल रहेंगे। उन्होंने बताया कि 26829 मतदाता ऐसे होंगे जिनकी आयु 18 से 19 वर्ष होगी। जबकि 14087 मतदाता 85 साल से ज्यादा उम्र के होंगे, जो अपने मतों का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि मतगणना नवीन कृषि उत्पादन मंडी समिति गोविंदपुरम में होगी।

  • समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसेना को फिर बड़ी कामयाबी, 35 डकैतों को सरेंडर के लिए मजबूर कर चालक दल को बचाया

    समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसेना को फिर बड़ी कामयाबी, 35 डकैतों को सरेंडर के लिए मजबूर कर चालक दल को बचाया

    नई दिल्ली,। समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसेना को एकबार फिर बड़ी कामयाबी मिली है। भारतीय युद्धक जहाज आईएनएस कोलकाता, अरब सागर में एक अपहृत जहाज में सवार सभी 35 समुद्री डाकुओं को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया। भारतीय नौसेना का यह अभियान तकरीबन 40 घंटे चला।

    भारतीय नौसेना की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इससे ऑपरेशन से संबंधित जानकारी साझा की गई है। जिसमें बताया गया है कि आईएनएस कोलकाता ने भारतीय तट से करीब 2600 किमी दूर समुद्री लुटेरों के जहाज रुएन को घेरा था। अभियान में आईएनएस सुभद्रा और समुद्री गश्ती विमान के साथ सी17 एयरक्रॉफ्ट से भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो को इस जहाज पर उतारा गया। इस साझा प्रयास से समुद्री डाकुओं के जहाज को रोकने में कामयाबी मिली। लुटेरों को तुरंत सरेंडर करने और बंधकों को छोड़ने के लिए कहा गया। 40 घंटे चले ऑपरेशन में अपहृत जहाज एमवी रुएन से चालक दल के 17 सदस्यों को सकुशल बचा लिया गया।

    सभी समुद्री डाकू सोमालिया के रहने वाले हैं और समुद्र में अपहरण को अंजाम देने के लिए 14 दिसंबर को इन समुद्री लुटेरों ने एमवी रुएन जहाज का अपहरण कर लिया था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने 15 मार्च को इसका पीछा किया और इस दौरान अपहृत जहाज से गोलीबारी की गई। भारतीय युद्धपोत ने भी अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक जवाबी कार्रवाई की।

    इससे पहले भी भारतीय नौसेना ने समुद्री सुरक्षा के मामले में लगातार अपनी बेहतरीन क्षमता का प्रदर्शन करते हुए कई कामयाबी हासिल कर चुकी है। इस महीने की शुरुआत में सोमालिया के पूर्वी तट पर 11 ईरानी और 8 पाकिस्तानी नागरिकों के चालक दल वाले जहाज पर डकैती के प्रयास को विफल कर दिया था। जबकि जनवरी में भारतीय युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डाकुओं द्वारा हमला किए जाने के बाद ईरानी ध्वज वाले जहाज के 19 पाकिस्तानी चालक दल को बचाया था। नौसेना ने 05 जनवरी को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज एमवी लीला नोरफोक के अपहरण के प्रयास को विफल कर दिया था।

  • ट्रम्प की खुली धमकी, चुनाव नहीं जीता तो खूनखराबा होगा

    ट्रम्प की खुली धमकी, चुनाव नहीं जीता तो खूनखराबा होगा

    वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खूनखराबे की धमकी दे डाली है। उन्होंने कहा है कि अगर वे 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचित नहीं हुए तो देश में खूनखराबा होगा।

    ओहियो के पास रिपब्लिकन पार्टी की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि इसबार चुनाव की तारीख अमेरिका के इतिहास में सबसे अहम होने जा रही है। उन्होंने कहा कि 5 नवंबर की तारीख नोट कर लें। अगर वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में नहीं जीते तो अमेरिका में खूनखराबा होने वाला है। हालात पिछली बार से भी गंभीर हो सकते हैं। देश को मेरी जरूरत है। अगर मैं नहीं जीता तो ब्लडबाथ होगा।

    उल्लेखनीय है कि ट्रम्प पर 06 जनवरी 2021 को हुए कैपिटल हिल हिंसा मामले में केस चल रहा है। ट्रंप कुछ घंटों के लिए जेल की सलाखों के पीछे जा चुके हैं। फिलहाल जमानत पर हैं। दरअसल, ट्रम्प साल 2020 का राष्ट्रपति चुनाव डेमोक्रेट नेता जो बाइडन से हार गए थे। उन पर नतीजों को पलटने की साजिश रचने का आरोप लगा। ऐसे में उनकी ताजा धमकी से सवाल उठ रहे हैं।

  • ….तो पांच साल तक टीए के पद पर ही दो जनपदों में मुन्नी लाल ने की है 1 साथ सेवा

    ….तो पांच साल तक टीए के पद पर ही दो जनपदों में मुन्नी लाल ने की है 1 साथ सेवा


    — वर्ष 2005 में वतौर तकनीकी सहायक तैनात मुन्नी लाच चौहान ने वर्ष 2007 में जनपद मऊ के विकास खंड रतनपुरा में इसी पर पहली नियुक्ति् को छुपाकर हथियाई है नौकरी


    —- करीब वर्श 2012 में गाजीपुर जनपद से स्थानांतरित को कर वतौर एडीओं पंचायत अवधेश िंसह से मामले के खुलासे के बाद मुन्नी लाल चौहान ने गाजीपुर की नौकरी से दिया इस्तीफा


    मऊ। विकास खंड रतनपुरा के देवदह ग्राम पंचायत में वतौर तकनीकी सहायक तैनात मुन्नी लाल चौहान ने 5 साल तक अवैध तरीके से नौकरी करते हुए गाजीपुर के इशुपुर मुहम्मदाबाद में नौकरी करते हुए यहां पर भी नौकरी की है। मुन्नी लाल की गाजीपुर में इसी पद पर नियुक्ति वर्ष 2005 में हुई और वे इसी तथ्य को छुपा कर जनपद मऊ में वर्ष 2007 में नियुक्त हो गए। मुन्नी लाल के इस अपराधिक कृत्य का खुलासा उस समय हुआ जब गाजीपुर के इशुपुर मुहम्मादाबाद में वतौर जेई रहे अवधेश िंसह ने विकास खंड रतनपुरा में एडीओ पंचायत बनकर आए।


    विभागीय सूत्रों के अनुसार विकास खंड रतनपुरा के ग्राम पंचायत देवदह में वतौर तकनीकी सहायक तैनात मुन्नी लाल चौहान ने इससे पहले जनपद गाजीपुर के इशुपुर मुहम्मदाबाद मे इसपी पद पर वर्ष 2005 में नियुक्ति ले नौकरी की है। वर्ष 2007 मे मुन्नी लाल चौहान ने इसी पर जनपद मऊ में निकली भर्ती मे हिस्सदारी निभाई और खुद को जनपद गाजीपुर के ब्लाक ईशुपुर मुहम्मदाबाद में इसी पद पर तैनाती की सूचना को छुपाकर यहा पर भी नियुक्ति लेकर विकास खड रतनपुरा में वतौर तकनीकी सहायक के पद नौक्री करनी शुरू की।

    मऊ के विकास खंड रतनपुरा में तकनीकी सहायक रहते हुए मुन्नी लाल चौहान ने जनपद गाजीपुर में करीब पांच साल तक सेवा की।

    मुन्नी लाल के इस अपराधिक कृत्य का खुलासा तब हुआ जब जनपद गाजीपुर के ब्लाक मुहम्मदाबाद से स्थानांतरित होकर यहां पर वतौर एडीओं पंचायत आए अवधेश सिहं ने विकास खंड रतनपुरा में कार्यभार लिया।

    अवधेश िंसह ने मुन्नी लाल चौहान को रतनपुरा में वतौर तकनीकी सहायक के रुप में देखकर आश्चर्य में होते हो गए। मुन्नी लाल से जब अवधेश का सामना हुआ तो वह अगले दिन गाजीपुर जा कर अपने तकनीकी सहायक के पद से त्याग पत्र दिया। इस प्रकार मुन्नी लाल जनपद मऊ मे वतौर तकनीकी सहायक के पद पर रहते हुए गाजीपुर में करीब करीब पांच साल तक अवैध तरीके से नौकरी की गई। खरी दुनिया के द्वारा जनसूचना अधिकार अिध0 2005 में तहत जिलाधिकारी गाजीपुर से मांगी गई सूचना में मुन्नी लाल को वहां पर वर्ष 2005 में तैनाती के रिकार्ड दिए गए है।

    ंगाजीपुर के ईशुपर मुहम्मदाबाद के ग्राम पंचायत बैजलपुर में भी मुन्नी लाल चौहान ने सेवा दी है। यहां का कार्यकाल भी मुन्नीलाल के कार्यो का गवाह है।

    बहरहाल मुन्नी लाल चौहान खुद को नियम बदघ होने की बात कहते हुए खुद को जिले का पहला ईमानदार टीए बताया जा रहा है।

  • लोकसभा 2024 के चुनाव में वाराणसी सबसे हाई प्रोफाइल सीट, पीएम मोदी के जीत के अंतर पर निगाहें

    लोकसभा 2024 के चुनाव में वाराणसी सबसे हाई प्रोफाइल सीट, पीएम मोदी के जीत के अंतर पर निगाहें

    —विरोधी दलों के उम्मीदवारों के लिए जमानत बचा पाना ही उपलब्धि होगी

    वाराणसी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 का ऐलान कर दिया। सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा। सातवें और आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चुनाव होगा। वाराणसी में एक जून को मतदान होगा। चुनाव की घोषणा होते ही चुनावी सरगर्मी भी दिखने लगी है। भाजपा से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे है।

    प्रधानमंत्री मोदी के जीत की हैट्रिक लगनी तय है। बाकी, कांग्रेस सपा गठबंधन दल के उम्मीदारों के लिए अपनी जमानत बचा पाना ही उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती रहेगी। चुनावी जंग में देश के सबसे हाई प्रोफाइल सीट पर प्रधानमंत्री के जीत के अंतर ही लोगों की निगाहें रहेगी। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तब भाजपा प्रत्याशी को कुल 581022 मत मिला था।

    दूसरे स्थान पर आप के अरविन्द केजरीवाल अब दिल्ली के मुख्यमंत्री को कुल 209238 मत मिला था । केजरीवाल को छोड़ बाकि दलों के प्रत्याशियों की जमानत भी नही बची थी। कांग्रेस के अजय राय (अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष)को 75614,बसपा के सीए विजय प्रकाश को 60579 तथा सपा के कैलाश चौरसिया को 45291 मत मिला था। इसी तरह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 674,664 लगभग 63.62 फीसदी मत पाकर जीत का रिकार्ड बनाया था। दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव (अब भाजपा में )195,159 कुल 18.40 फीसदी मत और कांग्रेस के अजय राय ने 152,548 लगभग 14.38 फीसदी मत प्राप्त किया था। चुनावी नजरिए से देखे तो वाराणसी संसदीय सीट पर परिणाम को लेकर सभी आश्वस्त है।

    वाराणसी में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते है। इसमें रोहनिया, वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और सेवापुरी वाराणसी लोकसभा में हैं। वहीं,पिंडरा विधानसभा क्षेत्र मछलीशहर और शिवपुर और अजगरा विधानसभा क्षेत्र चंदौली संसदीय क्षेत्र में आता है। देश में वर्ष 1951-52 में पहली बार आम चुनाव हुए थे तो उस वक्त वाराणसी जिले में लोकसभा की 3 सीटें थी। इनमें बनारस मध्य, बनारस पूर्व और बनारस-मीरजापुर थी।

    वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में काशी के 19 लाख 39 हजार 255 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिले में पुरुष मतदाता कुल 10 लाख 53 हजार 293 और महिला मतदाता आठ लाख 85 हजार 827 हैं। इसके अलावा ट्रांसजेंडर वोटर्स 135 हैं।

  • झारखंड में चार चरणों में होगा लोकसभा चुनाव

    झारखंड में चार चरणों में होगा लोकसभा चुनाव

    रांची (झारखंड),। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पूरे देश में होने वाले लोकसभा चुनाव-2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया है। देशभर में कुल सात चरणों में लोकसभा के चुनाव होंगे, जिसमें झारखंड में कुल चार चरणों में चुनाव कार्यक्रम संपन्न होंगे।

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की घोषणा के मुताबिक, झारखंड में पहले चरण में सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू, दूसरे चरण में चतरा, कोडरमा और हजारीबाग, तीसरे चरण में गिरिडीह, धनबाद, रांची और जमशेदपुर, चौथे चरण में राजमहल, दुमका और गोड्डा लोकसभा के चुनाव होगा। चार जून को चुनावी परिणाम आयेगा।

    झारखंड में 14 सीटों पर होगा चुनाव

    पहला चरण

    मतदान: 13 मई

    लोकसभा सीटें: सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू।

    दूसरा चरण

    मतदान: 20 मई

    लोकसभा सीटें: चतरा, कोडरमा और हजारीबाग।

    तीसरा चरण

    मतदान: 25 मई

    लोकसभा सीटें: गिरिडीह, धनबाद, रांची और जमशेदपुर।

    चौथा चरण

    मतदान: 01 जून

    लोकसभा सीटें: राजमहल, दुमका और गोड्डा।