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  • एसबीआई ने चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बांड का ब्योरा सौंपा

    एसबीआई ने चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बांड का ब्योरा सौंपा

    नई दिल्ली,। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मंगलवार को इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ा ब्योरा चुनाव आयोग को सौंपा। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुपालन में बैंक ने यह जानकारी मुहैया कराई है। अब आयोग को 15 मार्च तक यह जानकारी सार्वजनिक करनी है।

    चुनाव आयोग का कहना है कि 15 फरवरी और 11 मार्च (2017 के डब्ल्यूपीसी नंबर 880 के मामले में) के आदेश में शामिल सुप्रीम कोर्ट के एसबीआई के निर्देशों के अनुपालन में चुनावी बांड पर डेटा चुनाव आयोग को आज (12 मार्च) स्टेट बैंक द्वारा प्रदान किया गया है।

    सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी जानकारी मंगलवार शाम तक चुनाव आयोग को देने के निर्देश दिए थे। पहले एसबीआई ने बांड और राजनीतिक दलों को लिंक करने वाली जानकारी देने के लिए समय मांगा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि इलेक्टोरल बॉन्ड किसने खरीदा और किन पार्टियों ने इलेक्टोरल बांड प्राप्त किया इसकी जानकारी वे चुनाव आयोग को सौंप दें।

    अब आयोग को 15 मार्च तक यह जानकारी सार्वजनिक करनी है कि किस पार्टी को किससे कितना चंदा मिला है। सूत्रों का कहना है कि जानकारी अपरिपक्व स्थिति में है और स्पष्ट जानकारी उपलब्ध कराने में समय लग सकता है।

  • हमीरपुर बाईपास और बेतवा पुल के निर्माण न कराने पर डीएम ने लगाई फटकार

    हमीरपुर बाईपास और बेतवा पुल के निर्माण न कराने पर डीएम ने लगाई फटकार

    -सेतु निगम और लोनिवि के बड़े अभियंताओं पर कार्र$वाई के लिए शासन लेटर भेजने के आदेश

    हमीरपुर,। जिलाधिकारी ने राहुल पाण्डेय ने मंगलवार को एनएच 34 पर हो रहे जाम की दृष्टिगत आज सेतु निगम एवं लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं की हमीरपुर बाईपास पर कराए जा रहे कार्य की समीक्षा की एवं बेतवा पुल पर कार्य के धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।

    जिलाधिकारी ने सेतु निगम के अधिशासी अभियंता से कहा कि इस पुल का कार्य की स्वीकृति मार्च 2021 में मिल गई थी, तो इसका कंप्लीशन मार्च 2025 में क्यों किया जा रहा है या अभी तक क्यों नहीं बना। अधिशासी अभियंता सेतु निगम ने अवगत कराया की पुल की बनकर तैयार है किंतु एप्रोच मार्ग पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाकर नहीं दिया गया है जिसके कारण कार्य अवरुद्ध है।

    अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी ने कहा कि माइंस विभाग द्वारा मिट्टी की स्वीकृति न मिलने के कारण एप्रोच रोड नहीं बन पा रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और अपर जिलाधिकारी को इन दोनों विभागों की धीमी कार्यशैली के विरुद्ध उनके विभागाध्यक्षों को पत्र लिखने को कहा। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को तत्काल सड़क का कार्य प्रारंभ करने के लिए कहा, जिससे कि पुल की क्षति पूर्ण की जा सके।

  • गैंगस्टर के पांच दोषियों को पांच-पांच वर्ष का कारावास

    गैंगस्टर के पांच दोषियों को पांच-पांच वर्ष का कारावास

    फिरोजाबाद, । न्यायालय ने मंगलवार को गैंगस्टर एक्ट के पांच दोषियों को 5-5 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। उन पर अर्थ दंड भी लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

    थाना टूंडला पुलिस ने 21 मई 1998 को हृदेश बिहार पुत्र बाबूराम, सत्यवीर पुत्र पंछी लाल, टिल्लू पुत्र केशव, सर्वेश पत्र मुंशीलाल, भुरंगी पुत्र रामजीलाल, फुलवर पुत्र सूबेदार तथा सर्वेश बिहारी पुत्र बाबूराम के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। विवेचना के बाद उनके खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया।

    मुकदमा अपर सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट कोर्ट संख्या नौ राजीव सिंह की अदालत में चला। अभियोजन पक्ष की तरफ से मुकदमे की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक मुरारी लाल लोधी ने बताया कि मुकदमे के दौरान भूरंगी, फुलवर तथा सर्वेश की मौत हो गई।

    न्यायालय के सामने कई साक्ष्य पेश किए गए। न्यायालय ने हृदेश, सत्यवीर, टिल्लू, सर्वेश तथा नीरेश को दोषी माना। न्यायालय ने उनको पांच-पांच वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। न्यायालय ने उन पर पांच-पांच हजार रुपया अर्थ दंड भी लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

  • मंत्रिमंडल की पहली बैठक में नायब सैनी ने मनोहर लाल एवं केंद्रीय नेतृत्व का जताया आभार

    मंत्रिमंडल की पहली बैठक में नायब सैनी ने मनोहर लाल एवं केंद्रीय नेतृत्व का जताया आभार

    चंडीगढ़,। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं को मजबूती के साथ लागू करते हुए उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा।

    शपथ ग्रहण के बाद मंगलवार की रात मंत्रिमंडल की पहली बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में नायब सैनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा गृहमंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सरकार व संगठन में रहते हुए हमेशा मनोहर लाल के नेतृत्व में काम किया है।

    भले ही उनका दायित्व बदल गया है लेकिन वह मनोहर लाल के मार्गदर्शन में काम करते रहेंगे। आज हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मनोहर लाल के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया है। सरकार प्रत्येक हरियाणा वासी की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को 48 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा गया है। बुधवार को विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया जा रहा है जिसमें सदन के भीतर सरकार विश्वास मत हासिल करेगी।

  • पेपर लीक केस में गिरफ्तार 14 ट्रेनी एसआई कोर्ट में पेश: कोर्ट ने छह दिन की रिमांड पर भेजा

    पेपर लीक केस में गिरफ्तार 14 ट्रेनी एसआई कोर्ट में पेश: कोर्ट ने छह दिन की रिमांड पर भेजा

    जयपुर, एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक कर पास 14 प्रशिक्षु एसआई को मंगलवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने एसओजी स्पेशल कोर्ट में पेश किया। एसओजी ने कोर्ट से सभी आरोपितों की नौ दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने छह दिन की रिमांड दी।

    इससे पहले कोर्ट ने सभी आरोपितों को छह दिन के रिमांड पर भेजा था। रिमांड अवधि पूरी होने पर मंगलवार को फिर से सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। सभी आरोपितों की छह दिन की रिमांड पूरी होने के बाद एसओजी की टीम पहले छह महिला ट्रेनी एसआई को कोर्ट लेकर पहुंची। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मामले में गिरफ्तार एसआई चंचल विश्नोई की मां अपनी तीन महीने की नातिन के साथ कोर्ट में मौजूद रहीं। महिला एसआई को कोर्ट में पेश करने के बाद 8 पुरुष एसआई को भी कोर्ट में पेश किया गया। पिछली सुनवाई में महिला और पुरुष एसआई से कोर्ट में हुई मारपीट के चलते इस बार सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई।

    गौरतलब है कि 29 फरवरी को एसओजी की गिरफ्त में आए जेईएन भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड जगदीश विश्नोई (41) से हुई पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी। जगदीश ने बताया था कि एसआई भर्ती 2021 में भी तमाम कैंडिडेट्स को पेपर उपलब्ध कराए थे। जांच करने पर आरपीए में ट्रेनिंग कर रहे सब-इंस्पेक्टर (एसआई) संदिग्ध पाए गए। उनके दस्तावेज की जांच शुरू की गई और फिर उनको पकड़ा गया। जयपुर में एसओजी ने इन 14 एसआई के शैक्षणिक दस्तावेजों की प्रारंभिक जांच की तो डिग्रियों के रिकॉर्ड में हेरफेर होना पाया है। ऐसे में एसओजी ने 40 एसआई को चिह्नित किया, इनमें से 23 एसआई की डिग्रियां फर्जी मिली हैं। अब एसओजी अन्य दस्तावेज की भी जांच कर रही है। वहीं एफएसएल की टीम ने गिरफ्तार 14 एसआई के हस्ताक्षर व हैंडराइटिंग के नमूने लिए। जयपुर में जांच के दौरान सभी से खुद के 32 हस्ताक्षर करवाने के साथ पैराग्राफ लिखवाया गया। जिन प्रशिक्षु उप निरीक्षक की गिरफ्तारी हुई है उनमें नागौर के पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का बेटा भी है। गिरफ्तार एसआई करणपाल गोदारा की 22वीं रैंक थी। बेटे की गिरफ्तारी के दिन से ओमप्रकाश अवकाश पर है।

    पेपर लीक मामले में भाई बहन गिरफ्तार, एक की तलाश जारी

    एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वी.के.सिंह ने बताया कि पेपर लीक मामले में भाई-बहन को अरेस्ट किया गया है। 2014 बैंच का एसआई जगदीश सिहाग वर्तमान में भरतपुर एसपी के पास कार्यरत था और उसकी बहन इंदू बाला ट्रेनिंग कर रही थी। इन दोनों को अरेस्ट किया गया है। जबकि भगवती देवी की तलाश की जा रही है। भगवती देवी के स्थान पर वर्षा कुमारी ने परीक्षा दी थी। वर्षा कुमारी को पहले ही पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। वर्षा कुमारी ने इंदुबाला के स्थान पर भी परीक्षा दी थी। वर्षा कुमारी से पूछताछ के बाद ही इनकों गिरफ्तार किया गया है। जगदीश सिहाग के तीन रिश्तेदार पेपर लीक और डमी कैंडिडेट की मदद से परीक्षा पास की थी। वर्षा कुमारी ने एसआई परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन ज्वाइन नहीं किया था।

  • अतिक्रमणों पर हाईकोर्ट ने लिया स्वप्रेरित प्रसंज्ञान, अफसरों को बुलाकर कहा रिपोर्ट नहीं कार्रवाई चाहिए

    अतिक्रमणों पर हाईकोर्ट ने लिया स्वप्रेरित प्रसंज्ञान, अफसरों को बुलाकर कहा रिपोर्ट नहीं कार्रवाई चाहिए

    जयपुर,। राजस्थान हाईकोर्ट ने शहर में हुए अस्थाई अतिक्रमणों को लेकर स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लिया है। इसके साथ ही अदालत ने अफसरों को बुलाकर कहा कि उन्हें मामले में रिपोर्ट नहीं ठोस कार्रवाई और परिणाम चाहिए। वहीं अदालत ने हाईकोर्ट बार अध्यक्ष को कहा कि कोर्ट हर थाना स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए वकील नियुक्त करना चाहती है, इसलिए वे इस संबंध में वकीलों की सूची पेश करें। अदालत ने मामले में अधिवक्ता शोवित झाझडय़िा को न्यायमित्र नियुक्त किया है। जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने यह आदेश प्रकरण में स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लेते हुए दिए।

    अदालत ने इन विभागों के अफसरों को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि फुटपाथ की जमीन पर भी अतिक्रमण हो गया है। शहर में ज्यादातर मिठाई की दुकानेें दस फीट अंदर हैं तो बीस फीट रोड पर ही हैं। ये लाखों रुपए प्रति वर्गगज की जमीन का उपयोग कर रहे हैं लेकिन आप लोग आंखें मूंदकर बैठे हुए हैं। शहर में हर आदमी ट्रैफिक में फंसा हुआ रहता है और आपके लोग उस पर ध्यान ही नहीं देते।

    सुनवाई के दौरान अदालती आदेश की पालना में पुलिस कमिश्नर और दोनों नगर निगम आयुक्त और जेडीसी वीसी के जरिए अदालत में पेश हुए। वहीं डीसीपी ट्रेफिक व्यक्तिगत रूप से अदालत में हाजिर हुए। अदालत के पूछने पर नगर निगम आयुक्त ने कहा कि पिछले एक माह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। बीते पंद्रह दिनों से पुलों के नीचे से अतिक्रमण हटाए जा रहे है, जबकि आगामी पखवाड़े में कैफे, रेस्तरां आदि से अतिक्रमण हटाया जाएगा और रिपोर्ट पेश कर दी जाएगी। इस पर अदालत ने कहा कि उन्हें रिपोर्ट नहीं ठोस कार्रवाई और परिणाम चाहिए। अदालत के पूछने पर निगम आयुक्त ने कहा कि पुलिस की सहायता से अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। वहीं पुलिस आयुक्त ने भी अतिक्रमण हटाने के बारे में जानकारी दी। अदालत के पूछने पर पुलिस आयुक्त ने कहा कि हाईकोर्ट एरिया में अतिक्रमणों पर कार्रवाई के लिए महाधिवक्ता व बार अध्यक्ष से सलाह लेकर कार्रवाई की जाएगी। अदालत ने डीसीपी ट्रेफिक से अतिक्रमणों पर कार्रवाई की जानकारी मांगी। इस पर डीसीपी ने कहा कि एक सप्ताह में अतिक्रमण हटाकर ट्रैफिक सुचारू कर दिया जाएगा। इस पर अदालत ने कहा कि अतिक्रमण को लेकर हर थाना स्तर पर वकील नियुक्त किया जाना चाहिए। ऐसे में बार अध्यक्ष वकीलों की सूची बनाकर पेश करें। सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता आरए कट्टा ने कहा कि जेडीए की ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक बीते तीन साल से नहीं हुई है। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता आरएन माथुर ने पुलिस में नफरी की कमी पूरी करने के साथ-साथ चौराहों पर जागरूकता के लिए बोर्ड लगाने का सुझाव दिया। जबकि वरिष्ठ अधिवक्ता हनुमान चौधरी ने कहा कि आए दिन राजनेताओं के जन्मदिन आदि की बधाईयों के पोस्टर लगा दिए जाते हैं। जिससे रोड पर लगे संकेतक ढक जाते हैं और यातायात प्रभावित होता है। इसके अलावा अधिवक्ता विजय पाठक ने कहा कि निगम ने नोन वेंडिंग जोन बना दिए, लेकिन फुटकर व्यापारियों के लिए वेडिंग जोन घोषित नहीं किए। सभी पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने कहा कि प्रकरण में जल्दी ही उचित आदेश पारित किया जाएगा।

  • एक अप्रेल से प्रभावी होगी ई-ड्राईविंग लाइसेन्स एवं ई-पंजीयन प्रमाण पत्र व्यवस्था

    एक अप्रेल से प्रभावी होगी ई-ड्राईविंग लाइसेन्स एवं ई-पंजीयन प्रमाण पत्र व्यवस्था

    जयपुर, राज्य सरकार की बजट घोषणा वर्ष 2024-25 की अनुपालना में प्रदेश में 01 अप्रेल, से ई-ड्राईविंग लाइसेन्स एवं ई-पंजीयन प्रमाण पत्र की सुविधा प्रारंभ की जा रही है। इसके अतंर्गत आवेदक को ड्राईविंग लाइसेन्स और वाहन पंजीयन से संबंधित किसी भी सेवाओं के लिए स्मार्ट कार्ड जारी नहीं किये जाएंगे। आवेदकों को 200/- रुपये स्मार्ट कार्ड शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा।

    इस व्यवस्था को लागू किये जाने के लिए मंगलवार को परिवहन भवन में परिवहन आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा द्वारा ऑटोमोबाइल डीलर्स के साथ बैठक कर उनके सुझाव लिये गये। ई-डीएल एवं ई-आरसी के आवेदकों को ड्राईविंग लाइसेन्स एवं वाहन पंजीयन प्रमाण पत्र जारी करने के साथ ही एसएमएस द्वारा लिंक प्राप्त होगा जिससे परिवहन सेवा सिटिजन पोर्टल के माध्यम से ई-डीएल एवं ई-आरसी घर बैठे ही प्रिंटेबल पीडीएफ फॉरमैट में आवेदक को उपलब्ध कराई जाएगी। ई-डीएल एवं ई-आरसी का प्रिंट प्राप्त करने के लिए सभी परिवहन कार्यालयों में ई-मित्र प्लस मशीन भी लगाई जा रही है। इसके अलावा ई-डीएल एवं ई-आरसी का प्रिंट किसी भी ई-मित्र क्रेंद से निर्धारित शुल्क का भुगतान कर प्राप्त कर सकेंगे। ई-डीएल एवं ई-आरसी को उस पर अंकित फत् बवकम द्वारा स्कैन कर इसकी प्रमाणिकता की आसानी से जांच की जा सकती है। जिन आवेदकों द्वारा स्मार्ट कार्ड फीस का भुगतान 31 मार्च, 2024 तक कर दिया जाता है, उन्हें 1 अप्रैल से जारी होने वाले ड्राईविंग लाइसेन्स और वाहन पंजीयन प्रमाण पत्र Electronically ही उपलब्ध कराये जाएंगे। इनके द्वारा ऑनलाइन भुगतान किया गया स्मार्ट कार्ड शुल्क विभाग द्वारा लौटाया जायेगा। इस हेतु परिवहन मुख्यालय के स्तर पर केन्द्रीकृत रुप में रिफंड की कार्यवाही संपादित की जायेगी।

    उल्लेखनीय है कि वर्तमान में परिवहन विभाग द्वारा ड्राईविंग लाइसेन्स की 06 तथा पंजीयन प्रमाण पत्र से संबंधित 05 सेवाएं कॉन्टेक्टलैस प्रदान की जा रही हैं किन्तु इन सेवाओं को प्राप्त करने के पश्चात भी आवेदकों को ड्राईविंग लाइसेन्स एवं पंजीयन प्रमाण पत्र लेने कार्यालयों में आना होता है। ई-डीएल एवं ई-आरसी के लागू होने से आमजन को परिवहन कार्यालयों में आये बिना इन कॉन्टेक्टलैस सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। राज्य सरकार द्वारा इस व्यवस्था के लिए 49 करोड़ का भार वहन किया जायेगा।

    पुलिस, परिवहन सहित अन्य अधिकृत जांच एजेन्सीयों द्वारा मान्य होगी ई-डीएल एवं ई-आरसी—

    पुलिस, परिवहन अधिकारी एवं अन्य अधिकृत जॉच एजेन्सियों को भी ई-डीएल एवं ई-आरसी पूर्व के कार्ड की तरह ही मान्य होगा। केंद्रीय मोटरयान नियमों में इलेक्ट्रॉनिक रुप में जारी ई-डीएल एवं ई-आरसी को वैधानिक रुप से मान्यता प्रदान की गई है। इस संबंध में भारत सरकार द्वारा भी गाईडलाइन जारी की गई है। डिजिटल रुप में प्राप्त ई-डीएल एवं ई-आरसी को एम-परिवहन एवं डीजिटल लॉकर में सेव करके भी जांच एजेंसी को दिखाया जा सकता है।

  • बॉम्बे हाई कोर्ट ने मराठा आरक्षण कानून पर तत्काल रोक लगाने से किया इनकार, अगली सुनवाई 10 अप्रैल को

    बॉम्बे हाई कोर्ट ने मराठा आरक्षण कानून पर तत्काल रोक लगाने से किया इनकार, अगली सुनवाई 10 अप्रैल को

    मुंबई,। बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को मराठा आरक्षण कानून पर तत्काल रोक लगाने से इनकार कर दिया है। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को दो सप्ताह के भीतर विस्तृत जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए याचिकाकर्ताओं को अपना जवाब दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। इसके बाद हाईकोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 10 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया है।

    बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को मराठा समुदाय को दस प्रतिशत आरक्षण देने के राज्य सरकार के नए कानून के खिलाफ चार व्यक्तियों, जयश्री पाटिल, गुणरत्न सदावर्ते, शंकर लिंगे और राजाराम पाटिल द्वारा दायर जनहित याचिका सहित कई याचिकाओं पर सुनवाई मुख्य न्यायाधीश देवेन्द्र उपाध्याय और न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर की खंडपीठ के समक्ष की गई। खंडपीठ ने कहा कि यह ध्यान में रखते हुए कि यह विधानमंडल में पारित कानून है, राज्य सरकार और कानून से लाभान्वित हस्तक्षेपकर्ताओं को अवसर दिए बिना स्थगन आदेश पारित नहीं किया जा सकता है।

    मुख्य न्यायाधीश देवेन्द्र उपाध्याय और न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर की पीठ ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि सरकारी नौकरियों और शैक्षिक प्रवेशों में मराठा समुदाय को 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाले कानून से जो भी लाभ होगा, वह उच्च न्यायालय के अगले आदेश के अधीन होगा।

  • ईडी की छापेमारी में जमीन से जुड़े कई दस्तावेज सहित 10 लाख नकद बरामद

    ईडी की छापेमारी में जमीन से जुड़े कई दस्तावेज सहित 10 लाख नकद बरामद

    रांची ,। प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) की टीम ने एक साथ रांची , हजारीबाग के बड़कागांव से कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद और उनसे जुड़े 17 ठिकानों पर मंगलवार को छापामारी की। सूत्रों ने बताया कि छापेमारी में ईडी को कुछ लोगों के यहां से लगभग दस लाख रुपये नकद, भारी मात्रा में जमीन से जुड़े दस्तावेज, जमीन की खरीद-बिक्री और काले धन के निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं।

    ईडी की छापामारी में नकदी की सर्वाधिक बरामदगी उनके ही आवास से होने की बात सामने आई है। जब्त दस्तावेजों का सत्यापन जारी है। यह छापेमारी हजारीबाग में प्रतिबंधित प्रकृति की जमीन की अवैध तरीके से हड़पने की कोशिश, रंगदारी, बालू तस्करी सहित अन्य मामलों में ईडी ने की है।

    इन स्थानों पर हुई ईडी की छापेमारी

    – रांची के धुर्वा स्थित विधायक अंबा प्रसाद एफ-44, सेक्टर-3।

    – रांची के बड़गाई स्थित पंकज नाथ पंकज नाथ के फ्लैट नंबर 9, ब्लाक-बी, जी-9, साईं रेसिडेंसी।

    – रांची के हवाई नगर स्थित रोड नंबर पांच के शशि भूषण सिंह ।

    – योगेंद्र साव के हजारीबाग में कालावती अस्पताल के बगल में, डूमर लाज के पास हुरहुरू रोड। हबिकान प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स अष्टभूजी माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स मां अष्टभूजी सेरामिक, वी कनेक्ट इंडिया, लक्ष्मण सेरामिक एंड मिनरल, मेसर्स अंकित राज, मेसर्स योगेंद्र प्रसाद, मेसर्स एसकेएस इंटरप्राइजेज, मिलियन ड्रीम फाउंडेशन।

    – मुकेश साव के हजारीबाग के बड़कागांव रोड स्थित मुंद्रिका भवन के बिश्वेशवर नर्सिंग होम।

    – हजारीबाग के बड़कागांव रोड स्थित राजेश साव के मेसर्स जय मां अष्टभूजी कंस्ट्रक्शन एंड रेसिडेंशियल प्रेमिसेज आफ मुंद्रिका भवन।

    -हजारीबाग के बड़कागांव स्थित संजय कुमार ।

    – हजारीबाग के सुल्ताना के उदय साव।

    – हजारीबाग के पतरवा चौक के योगेंद्र साव ।

    – हजारीबाग के ओकनी बाडा के पंकज नाथ।

    – हजारीबाग के हुरहुरु रोड के धीरेंद्र साव ।

    – हजारीबाग के सदर स्थित 68 केबी रोड के अजीत कुमार गुप्ता ।

    – हजारीबाग के दिनकर नगर स्थित फोरेस्ट कालोनी के कुशाग्र रूद्र।

    – हजारीबाग के बड़कागांव बिंदेश्वर कुमार दांगी ।

    – हजारीबाग के महेश सोनी चौक मनोज कुमार अग्रवाल।

  • सीएम योगी बरेली वासियों को देंगे करोड़ों की सौगात, महादेव ओवरब्रिज के साथ आदिनाथ चौक का करेंगे लोकापर्ण

    सीएम योगी बरेली वासियों को देंगे करोड़ों की सौगात, महादेव ओवरब्रिज के साथ आदिनाथ चौक का करेंगे लोकापर्ण

    बरेली,। सीएम आदित्यनाथ योगी बरेली वासियों को करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात देने वाले हैं। साथ ही कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित महादेव ओवरब्रिज और आदिनाथ चौराहे का भी लोकापर्ण करेंगे। प्रशासन की ओर से बुधवार को सीएम योगी के बरेली आगमन की पुष्टि पहले ही कर दी गई थी। सीएम योगी बरेली कॉलेज में एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे और करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का लोकापर्ण एवं शिलान्यास करेंगे।

    सीएम योगी खासतौर पर बरेली वासियों को 105 करोड़ की लागत से बनने वाले महादेव ओवरब्रिज की सौगात के साथ आदिनाथ चौक का लोकापर्ण कर बरेली की जनता को समर्पित करेंगे। हालांकि मंगलवार को बड़ी संख्या में मजदूर ओवरब्रिज को फाइनल टच देने में लगे रहे। एक तरफ मजदूर ओवरब्रिज का रंग रोहन का काम करते रहे तो कुछ मजदूर ओवरब्रिज पर हल्की फुल्की रिपेयर की काम को निपटाते रहे।

    भाजपा नेताओं से मिली जानकारी के मुताबिक सीएम योगी हेलीकॉप्टर द्वारा करीब 3 बजकर 45 मिनट पर पुलिस लाइन पहुंचेंगे। इसके बाद वह सीधे जनसभा स्थल बरेली कॉलेज पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करने के साथ कई योजनाओं का लोकार्पण सभा स्थल से करेंगे। वापसी में वह आदिनाथ चौराहे पर बने डमरू का लोकार्पण करेंगे।

    एसपी क्राइम और एसपी ग्रामीण ने परखी व्यवस्थाएं

    एसपी क्राइम मुकेश प्रताप सिंह और सीओ अनीता चौहान ने एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान के निर्देशानुसार आदिनाथ चौक और जनसभा स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को सीएम की सुरक्षा के साथ व्यवस्थाओं के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए। वहीं एसपी ग्रामीण मुकेश चंद्र मिश्र भी बरेली कॉलेज ग्राउंड पहुंचे। उन्होंने जनसभा के मद्देनजर स्थल पर पहुंचने वाले नेताओं एवं लोगों के वाहनों के पार्क खड़े होने के स्थल को देखा, इसके बाद उन्होंने मौजूद पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए।

    105 करोड़ की लागत से बना है 1306 मीटर का है कुतुबखाना ओवरब्रिज। बरेली कुतुबखाना पुल की लम्बाई 1306 मीटर है। इसे बनाने में 105 करोड़ की लागत आई है। पुल के निर्माण होने से शहर की आबादी बिना जाम के इधर से उधर तो जा सकेगी तो दूसरी ओर शहर में सरकारी काम, बाजार के लिए आने वाले लोगों के लिए भी यह पुल काफी फायदेमंद साबित होगा। पुल से आपको दिल्ली जैसा नजारा भी देखने को मिलेगा, खासतौर से जिला अस्पताल की आर्थोपेडिक विभाग का गुम्बद, डाक विभाग का गुम्बद, शहर से सटा गुरुद्वारा के साथ खूबसूरत मस्जिद, साथ ही आधुनिक घंटाघर यह सब शहर को एक नया रूप देने में मददगार साबित होने वाले हैं।