Category: अपराध

  • माता-पिता से बदला लेने के लिए महिला ने की थी बच्ची की हत्या, गिरफ्तार

    माता-पिता से बदला लेने के लिए महिला ने की थी बच्ची की हत्या, गिरफ्तार

    फिरोजाबाद। थाना रामगढ़ पुलिस टीम ने रविवार को बच्ची की गला दबाकर हत्या करने वाली अभियुक्ता को गिरफ्तार किया है। अभियुक्ता ने बच्ची के माता-पिता से बदला लेने के लिए गुस्से में आकर हत्या की थी।

    थाना रामगढ़ क्षेत्र के गांव रैपुरा निवासी विनोद कुमार की पुत्री तुलसी (11) शनिवार की शाम मोहल्ले में खेल रही थी, तभी पड़ोस की महिला रूबी पत्नी मनीष अपने घर में ले गई और उसने गला दबाकर तुलसी की हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद रूबी भाग रही थी कि तभी ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया।

    सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर सर्वेश कुमार मिश्रा,सीओ सिटी हिमांशु गौरव के अलावा थाना प्रभारी रामगढ़ प्रदीप कुमार मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना की जानकारी हासिल की। पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बच्ची की हत्याकारित करना स्वीकार किया है। जिसके बाद पुलिस ने रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।

    पुलिस के अनुसार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि मृतिका का पिता व उसके परिवारीजन उसके पति को उसके विरुद्ध भड़काते थे। इसी कारण उसके पति ने करीब 05 वर्ष पहले उसे छोड़ दिया है तथा दूसरी शादी कर ली है। मृतिका के परिवारीजन भी उससे तरह-तरह की उल्टी सीधी बातें करते थे। इसी कारण उसने गुस्से में उनकी बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी।

  • लूट व हत्या जैसी वारदातों से बलिया को दहलाने की थी तैयारी, तभी पुलिस ने पकड़ लिया

    लूट व हत्या जैसी वारदातों से बलिया को दहलाने की थी तैयारी, तभी पुलिस ने पकड़ लिया

    बलिया। एसओजी टीम व सुखपुरा थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने चार शातिर लुटेरों को गिरफ्तार कर जिले को आपराधिक वारदातों से बचा लिया है। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में अवैध असलहे और अन्य सामग्री बरामद किया है।

    पुलिस के अनुसार, दिसम्बर 2023 में बनारस के गोइठहां मे गुटखा फैक्ट्री की गाड़ी को लूटने का प्रयास करने वाले अपराधी चोरी कर मिलने वाले पैसे से अवैध असलहा खरीद कर हत्या व लूट जैसी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। इस सूचना पर सर्विलांस टीम व थाना सुखपुरा की संयुक्त पुलिस ने आसन-नकहरा मार्ग के पास से गोठौली निवासी सतीश सैनी, नकहरा निवासी रुदल नट, पहेसर का रहने वाला प्रदीप उर्फ गोलू राम और रवि चौरसिया को शनिवार की मध्यरात्रि के बाद गिरफ्तार कर लिया।

    गिरफ्तार बदमाशों के पास से चार तमंचा, आठ जिन्दा कारतूस दो लोहे की रॉड और एक प्लास बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए बदमाशों में स्वीकार किया कि ये लोग एकसाथ नहीं रहते। मोबाइल के जरिए बात के बाद घटना के लिए इकट्ठा होते हैं। पूछताछ की गई तो सतीश सैनी ने बताया कि नौ नवम्बर को जीराबस्ती में बंधन बैंक के कर्मचारी से एक लाख 35 हजार की लूट की घटना को अपने साथी सचिन रावत, मनोज यादव तथा अफरोज उर्फ कल्लू को बुलाकर अंजाम दिया था। उसने बताया है कि इस बार बड़ी घटनाएं कर ज्यादा पैसे कमाने की योजना थी। इसलिए कई योजनाएं बनाए हैं।

    सतीश सैनी ने बताया कि उसकी बहन की शादी पैसे के अभाव में टूट गई तथा मेरे ऊपर तेरह मुकदमे भी हैं, जिसमें काफी जमानतदारों को पैसा देना है। इसलिए प्रदीप से बात लिया तो प्रदीप उर्फ गोलू ने बताया कि दो-तीन आसान काम हैं। जहां से काफी पैसे मिल सकता है। गोलू फोन पर ही बताया था कि जाम में समूह वालों से लूट करने पर करीब डेढ़ लाख मिलेगा। बसंतपुर पोस्ट ऑफिस से किसी भी दिन पांच लाख लूट लिया जा सकता है। नूरपुर में भी एक समूह वाला है, वह सोने की चैन पहने रहता है। वहां से भी एक से डेढ़ लाख मिल जाएगा।

    इस बारे में मैं रुदल नट से बात हुई तो पूरी बात सुन कर रुदल नट बोला कि ठीक है मैं राजी हूं और एक काम मैं भी देखा हूं सुखपुरा में एक सुनार की दुकान है। जहां 50 लाख तक का माल मिल सकता है। इसी घटना को करने हम लोग जा रहे थे कि आप लोग पकड़ लिए। इसके अलावा सचिन रावत जो वाराणसी का रहने वाला है। वह बोला कि भलुही में मुन्ना राजभर की हत्या करनी है। इसमें काफी पैसा मिलेगा तो मैं राजी हो गया। आज यदि यह चोरी कर लेते तो मिलने वाले हिस्से से दो पिस्टल खरीदते और सभी योजनाबद्ध लूट और भलुही वाली हत्या करते।

  • नेपाल : भ्रष्टाचार के मामले में दो पूर्व संचार मंत्रियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

    नेपाल : भ्रष्टाचार के मामले में दो पूर्व संचार मंत्रियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

    काठमांडू। नेपाल में सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक नेपाली कांग्रेस के दो बड़े नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। टेलीकॉम विभाग में भ्रष्टाचार के मामले की जांच के लिए गठित आयोग ने इन दो पूर्व संचार मंत्रियों को बयान के लिए तीसरी बार पत्र भेजा है। पहले दो बार पत्र भेजने के बाद भी बयान के लिए हाजिर नहीं होने पर दोनों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी गई है।

    नेपाल सरकार के संचार मंत्रालय अन्तर्गत टेलीकॉम विभाग में एक प्रविधि की खरीद में व्यापक आर्थिक अनियमितता होने की ‘अख्तियार दुरुपयोग अनुसंधान आयोग’ जांच कर रहा है। तत्कालीन सरकार में ज्ञानेन्द्र कार्की और मोहन बस्नेत संचार मंत्री रह चुके हैं। मोहन बस्नेत वर्तमान सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं। दोनों नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इन्हें बयान के लिए बुलाया गया है। जांच एजेन्सी के आयुक्त जय बहादुर चन्द ने कहा कि बार-बार पत्र भेज कर बयान देने के लिए बुलाए जाने पर भी दोनों नेता हाजिर नहीं हुए हैं।

    आयुक्त चन्द ने बताया कि यदि इस बार भी बयान देने के लिए हाजिर नहीं हुए तो कानूनी प्रावधान के तहत दोनों की गिरफ्तारी का वारंट जारी करने की बाध्यता होगी। चन्द ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जांच में सहयोग करते हुए इस बार दोनों ही नेता अपना बयान देने जरूर हाजिर होंगे।

    दरअसल, टेलीकॉम विभाग के लिए ‘टेलिकम्युनिकेसन ट्राफिक मॉनिटरिंग एंड फ्रॉड कन्ट्रोल सिस्टम’ (टेरामैक्स) की खरीद में 70 करोड़ रुपये की अनियमितता होने का दावा किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रविधि की आवश्यकता नहीं होने की बात कहते हुए इसकी प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी, लेकिन तब तक राजकोष से 70 करोड़ रुपये खर्च हो चुके थे। इस प्रकरण में दोनों तत्कालीन संचार मंत्रियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। इस टेरामैक्स की खरीद के लिए 70 करोड़ रुपये खर्च करने की अनुमति इन्हीं दोनों मंत्रियों ने दी थी।

  • पति के दोस्त ने किया महिला से दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर महिला ने आत्महत्या का प्रयास

    पति के दोस्त ने किया महिला से दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर महिला ने आत्महत्या का प्रयास

    जयपुर। शास्त्री नगर थाना इलाके में पति के दोस्त के एक महिला से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पीडिता का आरोप है कि घर आए आरोपित ने नहाते समय उसका चुपचाप वीडियो बना लिया। वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर लाखों रुपए के गहने-कैश ऐंठ लिए। आए दिन के ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर थाने में पीड़िता ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।

    थानाधिकारी किशोर सिंह ने बताया कि शास्त्री नगर निवासी 29 वर्षीय की महिला ने मामला दर्ज करवाया है कि उसके पति के साथ मोहसीन कुरैशी काम करता है। पति का दोस्त होने के कारण मोहसिन का उसके घर पर आना-जाना था। 12 अगस्त 2021 को पति की गैरमौजूदगी में आरोपी मोहसीन घर आया। इस दौरान उसने उसका नहाते हुए वीडियो बना लिया। इसके बाद मोबाइल पर वीडियो भेजकर दोस्ती करने के लिए दबाव बनाया और अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगा।

    पीड़िता ने आरोप लगाया कि मार्च 2022 में आरोपित ने उसे मिलने बुलाकर दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो वायरल की धमकी देकर एक लाख रुपये की डिमांड रखी। जैसे-तैसे 60 हजार रुपए की व्यवस्था कर आरोपित मोहसीन को दिए। आरोपित ने मार्च 2023 में दोबारा धमकी देकर 2 लाख रुपए मांगे। उसने धमकाया कि वीडियो वायरल करने में 1 मिनट लगता है। रुपयों की व्यवस्था नहीं होने पर शादी के गहने देकर पीछा छुड़वाया। इसके बाद भी लगातार ब्लैकमेल कर परेशान करता रहा। ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर उसने 10 जनवरी 2024 की रात थिनर पी लिया। तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उसे कांवटिया हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टर्स ने उसे एसएमएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया। तीन दिन इलाज के बाद उसे हॉस्पिटल से छुट्टी मिली। इसके बाद उसने परिजनों को पूरी बात बताई और आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

  • सेवानिवृत्त आईएएस से 83 लाख की धोखाधड़ी करने वाला नाईजीरियन नागरिक गिरफ्तार

    सेवानिवृत्त आईएएस से 83 लाख की धोखाधड़ी करने वाला नाईजीरियन नागरिक गिरफ्तार

    लखनऊ। साइबर अपराध की पुलिस टीम ने शनिवार को नाईजीरियन नागरिक को गिरफ्तार किया है। उसने एक कंपनी की फ्रेंजाईजी दिलाने के नाम पर रिटायर्ड आईएएस से 83 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।

    पीड़ित ने इस संबंध में 22 जनवरी को एक शिकायत साइबर क्राइम थाना में की थी। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने खुद को कंपनी का अधिकृत अधिकारी बताते हुए फ्रेंजाईजी दिलाने के नाम पर 83 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। मामले को संज्ञान में लेकर निरीक्षक बृजेश कुुमार यादव के नेतृत्व में गठित टीम ने कार्रवाई करते हुए नाईजीरियन नागरिक को धर दबोचा।

    पूछताछ में उसने अपना नाम लवसन हमेसोवम चिनागोरोम मैक्सवेल बताते हुए स्टेट नाईजीरिया का रहने वाला बताया। वह अभी कुछ दिनों से दिल्ली के वैशाली कॉलोनी में रह रहा था। उसने अपना जूर्म स्वीकारते हुए बताया कि वे और उसके गिरोह के लोग विदेशी महिला का नाम और फोटो का लगाकर सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर आईडी बना ली जाती है। इसके जरिए वह वरिष्ठ नागरिकों से दोस्ती कर इंवेस्टमेंट और बिजनेस आदि चीजों के लिए झांसे में लेकर अपने सहयोगियों के साथ ट्रेप कर बड़ी धनराशि की ठगी की जाती है। नाईजीरियन नागरिक को गिरफ्तार कर साइबर क्राइम टीम उसके सहयोगी की तलाश में जुटी हुई है।

  • फंदे से लटका मिला विवाहिता का शव, हत्या का आरोप

    फंदे से लटका मिला विवाहिता का शव, हत्या का आरोप

    कानपुर। सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र में शनिवार को एक विवाहिता का शव फांसी के फंदे पर झूलता मिला। जानकारी पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा काटा। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत कराते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

    पुलिस उपायुक्त दक्षिण रवीन्द्र कुमार ने बताया कि शनिवार को सेन पश्चिम पारा थाने की पुलिस को सूचना मिली कि गंगापुर गांव के निवासी प्रवीण कुमार की पत्नी गोल्डी का शव घर के अन्दर कमरे में पंखे से लटकता हुआ मिला है। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई की। मायके वालों ने पति समेत ससुराल के लोगों पर प्रताड़ना करने के साथ हत्या का आरोप लगाया है। घटना की जांच के लिए मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंची थी। उसके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। फिर भी मृत्यु का स्पष्ट कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

  • महिला से दुष्कर्म के मामले में मुकदमा दर्ज, आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

    महिला से दुष्कर्म के मामले में मुकदमा दर्ज, आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

    फतेहपुर। जिले में खेत पर चारा काटने गई महिला के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास व जान से मारने की धमकी देने के एक मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने पड़ाेसी गांव के आरोपी युवक की तलाश करते हुए घटना की जांच शुरू कर दी है।

    कल्यानपुर थाना क्षेत्र की एक गांव निवासी महिला ने बताया कि रोज की तरह विगत 31 दिसंबर की दोपहर महिला अपने मवेशियों के लिए खेत में चारा काटने गई थी। वहीं बगल में गेहूं के खेत में महिला के सास-ससुर नलकूप से पानी लगा रहे थे। इसी बीच दोपहर बाद लगभग तीन बजे पड़ोसी गांव चित्तापुर का रहने वाला रज्जन पुत्र अरुण पहुंचा और उसे पीछे से आकर दबोच लिया और छेड़खानी करने लगा। इतना ही नहीं अरुण ने गिराकर दुष्कर्म करने की कोशिश की। जब मैंने चिल्लाने का प्रयास किया तो आरोपी मेरा मुंह दबाकर गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया। इस मामले में पीड़िता ने पुलिस को शिकायत की।

    थाना प्रभारी कांति सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला की तहरीर पर आरोपी युवक के खिलाफ छेड़खानी और जान से मारने की धमकी सहित अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।

  • कागज पर सड़क! 27 लाख गए डकार, अब लटकी तलवार

    कागज पर सड़क! 27 लाख गए डकार, अब लटकी तलवार

    – 1.95 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए स्वीकृत हुए थे 27 लाख

    – जिलाधिकारी ने पीडब्लूडी के जिम्मेदार तीन अधिकारियों के विरूद्ध प्रदेश सरकार को लिखा पत्र

    मीरजापुर। जमीन पर भ्रष्टाचार की उखड़ती परते योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस की याद दिला रही हैं। नगर विधानसभा मीरजापुर के कोन विकास खंड में पीडब्लूडी विभाग की ओर से बनाई गई 1.95 किलोमीटर की सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।

    विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की। विभागीय जांच में फर्जी सड़क बनाने की बात सही पाई गई। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जिम्मेदार तीन अधिकारियों के विरूद्ध प्रदेश सरकार को पत्र लिखा है।

    चिंदलिक से टेढ़वा तक एक किलोमीटर और मल्लेपुर से यादव बस्ती में 0.95 किलोमीटर सड़क पास हुआ। निर्माण कार्य के लिए 27 लाख रुपए की स्वीकृति भी हो गई। 24 जून 2021 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इसका शिलान्यास किया था और सड़क के किनारे शिलापट्ट भी लगा दिया लेकिन अधिकारियों ने कागज पर ही सड़क निर्माण कार्य को पूरा दिखा दिया। इस कार्य में विभागीय अधिकारियों ने ठेकेदार का भरपूर सहयोग किया और सड़क बने बिना ही भुगतान भी कर दिया।

    जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि 2021-22 में दोनों संपर्क मार्ग का निर्माण स्वीकृत किया गया था। जांच में शिकायत सही पाई गई। सड़क निर्माण हुए बिना ही भुगतान करने के लिए पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता संतोष कुमार, सहायक अभियंता सुशील कुमार और अधिशासी अभियंता सुनील दत्त जिम्मेदार हैं। इन सभी पर कार्रवाई के लिए प्रदेश सरकार को पत्र भेजा है।

  • सीबीआई ने कोर्ट में बताया -नियुक्ति भ्रष्टाचार के मास्टरमाइंड पार्थ चटर्जी ही थे, तय करते थे सबकी भूमिका

    सीबीआई ने कोर्ट में बताया -नियुक्ति भ्रष्टाचार के मास्टरमाइंड पार्थ चटर्जी ही थे, तय करते थे सबकी भूमिका

    कोलकाता। शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आखिरकार अलीपुर कोर्ट में विस्तृत रिपोर्ट सौपी है। इस मामले में गिरफ्तार पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की भूमिका के बारे में खास तौर पर बताया गया है। केंद्रीय एजेंसी का कहना है कि शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि खुद पार्थ चटर्जी है । हालांकि सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए वह पर्दे के पीछे से सारा खेल खेलते थे। किसे किस पद पर नियुक्त किया जाएगा, किसे किस पद से हटाया जाएगा, ये पार्थ तय करते थे लेकिन वह हर चीज की योजना इस तरह से बनाते थे कि वह खुद ”पिक्चर” में न हों।

    पार्थ की जमानत मामले पर शनिवार को अलीपुर की विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई हुई। यहीं पर सीबीआई ने जमानत का विरोध किया था और कहा था कि पार्थ शिक्षा संबंधी मामलों में किसे नियुक्त किया जाएगा और किसे हटाया जाएगा, इस प्रक्रिया को नियंत्रित करते थे। जिन लोगों ने इस काम में उनकी मदद नहीं की, उन्हें पूर्व शिक्षा मंत्री के गुस्से का सामना करना पड़ा। उन्हें पद से हटा दिया गया।

    सीबीआई के मुताबिक, पार्थ ने अपने घर पर बैठकें कीं और कई लोगों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया। केंद्रीय एजेंसी के वकील ने कोर्ट से कहा, ””पार्थ भ्रष्टाचार में पूरी तरह लिप्त थे। वह इस तरह से अपराध करते थे कि सामने न आए।”” यदि डॉक्टर गलती करता है तो मरीज को नुकसान होता है। लेकिन जिस तरह के अयोग्य शिक्षकों को रुपये लेकर नियुक्त किया गया है, उससे समाज किस दिशा में जायेगा, यह ठीक नहीं है।

    हालांकि, पार्थ के वकील ने सीबीआई के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा, ””सीबीआई की दूसरी चार्जशीट में भी पार्थ का नाम नहीं था। तीसरे में, सीबीआई ने एसएससी की एक महिला को मास्टरमाइंड बताया और अब पूर्व शिक्षा मंत्री को लपेट रहे हैं।

  • रिमांड मिलने पर ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शुरू की पूछताछ

    रिमांड मिलने पर ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शुरू की पूछताछ

    रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कड़ी सुरक्षा के बीच होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से लेकर शनिवार को ईडी के हिनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंची। ईडी की टीम ने हेमंत सोरेन से पूछताछ शुरू कर दी है।

    उल्लेखनीय है कि ईडी ने हेमंत सोरेन को 31 जनवरी की रात गिरफ्तार किया था। इसके बाद एक फरवरी को हेमंत सोरेन को ईडी ने कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने मामले में सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। फिर दो फरवरी को ईडी कोर्ट ने तीन फरवरी से पांच दिनों तक हेमंत सोरेन को ईडी रिमांड पर भेजा दिया था।

    कोर्ट ने ईडी को पुलिस रिमांड के दौरान हेमंत सोरेन का मेडिकल चेकअप कराते रहने का निर्देश दिया था। साथ ही किसी तरह की शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना नहीं करने को भी कहा था। इसके अलावा कोर्ट ने पूछताछ के दौरान हेमंत सोरेन को परिवार के सदस्य और वकील से मुलाकात करने की छूट दी थी। मुलाकात की अवधि 30 मिनट निर्धारित है।