Category: अपराध

  • चंदौली सेप्टिक टैंक मामले का मुख्यमंत्री योगी ने लिया संज्ञान, अधिकारियों दिए निर्देश

    चंदौली सेप्टिक टैंक मामले का मुख्यमंत्री योगी ने लिया संज्ञान, अधिकारियों दिए निर्देश

    – सफाई के लिए सेप्टिक टैंक में उतरे तीन सफाई कर्मी और एक युवक समेत चार लोगों की हुई मौत

    चंदौली। उप्र के चंदौली में एक घर में सेप्टिक टैंक की सफाई करते हुए चार लोगों की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई है। इस दुखद घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मौके पर अधिकारियों को पहुंचकर राहत कार्य कराते हुए पीड़ित परिवारों को सहायता दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

    उल्लेखनीय है कि चंदौली के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के प्लॉट नंबर दो निवासी भरतलाल जायसवाल के घर पर सेप्टिक टैंक खाली करने के लिए बुधवार को रात तीन सफाई कर्मी पहुंचे थे। कालीमहाल निवासी सफाईकर्मी विनोद रावत, कुंदन व लोहा करीब 12 फुट सेप्टिक टैंक में सफाई के लिए उतरे और अंदर जहरीली गैस की चपेट में आने से गिर गए। बचाने के लिए मकान मालिक का बेटा अंकुर जायसवाल टैंक में दाखिल हुआ और वह भी गैस की चपेट में आ गया। चारों को किसी तरह बाहर निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। इस मामले में कालिमहाल सभासद प्रतिनिधि नितिन गुप्ता मौके पर पहुंचे और सफाईकर्मियों को मुआवजा दिए जाने की मांग जिला प्रशासन से की।

    मुगलसराय क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने गुरुवार सुबह बताया कि सेप्टिक टैंक की सफाई करते हुए तीन सफाई कर्मी और एक युवक समेत चार लोग जहरीली गैस की चपेट में आ गए थे। चारों की मौत हो गई है। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराते हुए आगे की कारवाई की जा रही है। पीड़ितों के परिजनों से शांत कराते हुए हर संभव मदद का प्रयास किया जा रहा है।

    उधर, चंदौली सेप्टिक टैंक घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने चार लोगों की मौत पर दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मौके पर पीड़ित परिजनों को मिलकर राहत कार्य कराते हुए सहायता के निर्देश दिए हैं।

  • सम्पत्ति बटवारे के विवाद में भाई की हत्या करने वाला गिरफ्तार

    सम्पत्ति बटवारे के विवाद में भाई की हत्या करने वाला गिरफ्तार

    गाजियाबाद। नन्दग्राम पुलिस टीम ने गुरुवार को सम्पत्ति विवाद में अपने सगे भाई की हत्या करने के मामले में आरोपित को गिरफ़्तार किया है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

    हिन्डन विहार निवासी शाहरुख खान ने पिछले दिनों रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके चाचाओं ने छुरे से एक राय होकर उसके पिता हाजी मूसा उम्र करीब 55 वर्ष की हत्या कर दी है। जाते समय जान से मारने की धमकी देकर भाग गये हैं। इस पर तत्काल थाना नन्दग्राम पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था।

    घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए थाना स्तर पर टीमों का गठन किया गया। हिन्डन मैट्रो स्टेशन के पास से गुलज़ार को गिरफ्तार कर लिया गया।

    पूछताछ में गुलजार उर्फ सुंदर ने बताया कि मृतक हाजी मूसा मेरा सगा भाई था। हमारी पुस्तैनी जमीन मकान व घर, गांव सैदपुर थाना भोजपुर गाजियाबाद में स्थित है। जिसमें मेरे तीन भाई इदरीश, बिल्लू व शेरू रहते हैं। गांव के मकान व घर का बटवारा नहीं हुआ है। मैं व मेरा भाई अहसान गांव के मकान व घेर के हिस्से को बेचना चाहते थे। जिसके लिए अपने बडे भाई हाजी मूसा से बार-बार हिस्सा बंटवारे की बात कही लेकिन हाजी मूसा हिस्सा बांटने को मना कर देता था। मेरे मन में तभी से हाजी मूसा को सबक सिखाने की बात आ गयी थी। मैंने अपने भाई अहसान को भी इस बारे में कई बार कहा था। हाजी मूसा के पास अच्छी खासी प्रापर्टी है। मैं व अहसान, अपने भाई हाजी मूसा के पास दो मई की शाम को आये व हिस्सा बटवारा करने के लिए कहने लगे। तो हाजी मूसा ने बटवारा करने से मना कर दिया। तब मैने गुस्से से हाथ में लिए चाकू से हाजी मूसा पर कई वार किये और हम दोनो भाई वहां से भाग गये।

  • दरोगा को बचाने की कवायद में जुटे परिजन, नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस

    दरोगा को बचाने की कवायद में जुटे परिजन, नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस

    फरार आरोपितों के पकड़े जाने के बाद नेटवर्क से जुड़े लोगों का खुलेगा नाम

    दो दिन पहले पुलिस को लखनऊ में मिली फरार आरोपी की लोकेशन

    गोरखपुर। व्यापारी के 50 लाख रुपये हड़पने के मामले में जेल गए दारोगा आलोक सिंह से उसके भाई ने मुलाकात की। चर्चा है कि उसे जेल से जल्द बाहर निकालने के लिए उसके शुभचिंतकों ने कवायद तेज कर दी है।

    फरार चल रहे आरोपित भी मामला रफा-दफा कराने की कोशिश में जुटे हैं। हवाला नेटवर्क से मामला जुड़ने की चर्चा तेज होने के बाद एक आरोपित ने अपने सहयोगियों के साथ लखनऊ में डेरा डाल दिया है। दो दिन पहले पुलिस को उसकी उसकी लोकेशन लखनऊ में मिली थी। आयकर विभाग की जांच भी अभी आगे नहीं बढ़ी है। सहायक आयुक्त की टीम ने व्यापारी को फोन कर रामनवमी के बाद बयान देने के लिए बुलाया है।

    कोतवाली थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना सीओ कोतवाली को मिली है। पुलिस की जांच व विवेचना में जेल गए दारोगा आलोक सिंह उसके सहयोगी प्रिंस के अलावा राजेंद्रनगर के रहने वाले तीन युवकों का नाम सामने आया है।

    घर तस्दीक होने के बाद पुलिस की टीम जब पहुंची तो पता चला कि वह घटना के बाद से ही फरार हैं। मोबाइल फोन भी बंद कर रखा है। उनके पकड़े जाने पर हवाला कारोबार के साथ ही गोरखपुर में तैनात रहे इंस्पेक्टर की भूमिका सामने आ सकती है।

    व्यापारी के हड़पे गए 50 लाख रुपये में 44 लाख को पुलिस बरामद कर चुकी है। शेष छह लाख रुपये फरार चल रहे आरोपिताें के पास होने की बात कही जा रही है। अब तक की जांच और आरोपितों के बयान में इंस्पेक्टर के फोन करने की पुष्टि हो चुकी है लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने इस पर चुप्पी साध रखी है।

    उधर आयकर विभाग के अधिकारियों ने फोन पर नवीन से बात की। तीन दिन का समय देते हुए रामनवमी के बाद बयान दर्ज कराने को कहा है। सहायक आयुक्त संजीव कुमार ने कहा कि व्यापारी का दो-दिन बाद पुन: पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा गया है।

    उल्लेखनीय है कि तीन अप्रैल को कोतवाली थाने की बेनीगंज पुलिस चौकी के प्रभारी रहे दारोगा आलोक सिंह ने दवा व्यापारी नवीन श्रीवास्तव के 50 लाख रुपये पकड़ लिए। आरोप है कि वह अपने भाई गगन व भांजे के साथ रुपये लेकर घर जा रहा था। जेल भेजने की धमकी देकर दारोगा ने रुपये अपने पास रख लिए। तीन दिन बाद अधिकारियों तक बात पहुंची तो व्यापारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दारोगा आलोक सिंह व उसके सहयोगी प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में शामिल हवाला नेटवर्क से जुड़े तीन लोगों को भी आरोपित बनाया गया है जो नाम सामने आने के बाद से ही फरार हैं।

    नवीन श्रीवास्तव ने बताया है कि ये उनके कारोबार का पैसा है तो आखिर उनका क्या व्यापार है कि 50 लाख की कैश वसूली होती है। उनके महीने भर का टर्नओवर कितने का है। सवाल ये भी है कि यह वसूली एक दिन की है या कई दिनों से वसूल कर रखा था। जब वो पैसा लेकर जा रहे थे उस समय सुबह छह बज रहे थे तो फिर पैसा वसूली कर लौट रहे थे या फिर बैंक में जमा करने जा रहे थे। इतना पैसा सुबह-सुबह कहां मिलेगा और न ही छह बजे बैंक खुलते हैं। जब उनका खुद का पैसा था तो फिर पुलिस को सूचना देने में इतने दिन क्यों लग गए?

    इस मामले में गोरखपुर के एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि दरअसल हवाला के रुपये पकड़े जाने पर किसी ने शिकायत नहीं की, इसलिए कर्तव्य का पालन न करने पर बेनीगंज चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया है और उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

  •  पूर्व सांसद धनंजय सिंह के पूर्व निजी अंगरक्षक की गोली और चाकू मारकर हत्या

     पूर्व सांसद धनंजय सिंह के पूर्व निजी अंगरक्षक की गोली और चाकू मारकर हत्या

    -गांव के कुछ लोगों से सुबह हुआ था विवाद, शाम को उन्हीं लोगों ने दिया घटना को अंजाम

    -घटना के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती

    जौनपुर। सिकरारा थाना क्षेत्र रीठी गांव में मंगलवार रात उस समय हड़कंप मच गया, जब बदमाशों ने गोली मारकर एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही एसपी समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही है। मारा गया युवक बसपा के पूर्व सांसद धनन्जय सिंह का पर्सनल अंगरक्षक करीबी हुआ करता था।

    सिकरारा थाना क्षेत्र के रीठी गांव के निवासी अनीश खां (38 वर्ष) पुत्र स्व. हनीफ मंगलवार रात करीब साढ़े सात बजे घर से थोड़ी दूरी पर मोबाइल से किसी से बात कर रहा था। इसी बीच पहले से घात लगाये बैठे गांव के ही चार लोगों ने उसे पहले गोली मारी, उसके बाद चाकूओं से प्रहार किया। अनीश की चीखपुकार सुुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो हमलावर भाग गये। गोली चलने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस की मदद से घायल अनीश को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।

    पूर्व सांसद धनंजय सिंह के प्रबल समर्थक की हत्या की खबर मिलते ही पूरे जिले में सनसनी फैल गयी।सूचना मिलते ही धनंजय सिंह के समर्थक अस्पताल पहुंच गये। वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए धनंजय सिंह के पूर्व मीडिया प्रभारी अशोक सिंह ने बताया कि मृतक अनीश सांसद जी का गनर नहीं प्रबल समर्थक रहा है। वह हर चुनाव में उनकी बढ़-चढ़कर मदद करता था। हत्या किन कारणों से हुई इसकी भी कोई जानकारी नहीं है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

    वहीं जिला अस्पताल पहुंची मृतक की पत्नी रेशमा बानों ने बताया कि मेरे पति पहले धनंजय सिंह के साथ रहते थे लेकिन कुछ दिनों से उनका साथ छोड़ दिया था। उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हत्या की खबर मिलते ही एसपी डॉ अजयपाल शर्मा ने भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल किया। उसके हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित करके रवाना कर दिया।

    वहीं इस मामले में हिन्दुस्थान समाचार से बात करते हुए थानाध्यक्ष यजुर्वेद सिंह ने बताया कि मंगलवार की सुबह अनीश खान के पड़ोसियों से उसकी लड़ाई हुई थी उसके पड़ोसी अनिकेत, प्रिंस सिंह व पांडु ने गोली मारकर हत्या की है और तीनों मौके से फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही इनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया है। वहीं, क्षेत्राधिकार सदर देवेश कुमार सिंह ने बात करने पर कहा कि उच्च अधिकारियों द्वारा इस मामले में कुछ कहा जाएगा फिलहाल मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

    विदित हो कि धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह को अभी एक दिन पहले ही बहुजन समाज पार्टी से लोकसभा 73 का उम्मीदवार घोषित किया गया है। जबकि पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह बीते 06 मार्च से जिला कारागार में बंद हैं। ऐसे में उनके समर्थक और निजी अंगरक्षक रहे अनीश की गोली मारकर हत्या कहीं न कहीं एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रही है।

  • बहुजन आंदोलन पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और महिला अधिवक्ता पर कोर्ट के आदेश के बाद केस दर्ज

    बहुजन आंदोलन पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और महिला अधिवक्ता पर कोर्ट के आदेश के बाद केस दर्ज

    मुरादाबाद। बहुजन आंदोलन पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संभल के सरायतरीन निवासी हामिद अली व महानगर के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के नवीननगर निवासी महिला अधिवक्ता समीक्षा अग्रवाल के खिलाफ मारपीट के मामले में थाना पुलिस ने गुरुवार को न्यायालय के आदेश पर केस दर्ज कर लिया। यह मुकदमा बहुजन आंदोलन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता पवन कुमार गौतम की तहरीर के आधार पर पंजीकृत किया गया है।

    थाना मझोला के बुद्धि विहार निवासी अधिवक्ता पवन कुमार गौतम ने बताया कि कचहरी में उनकी पत्नी जिस चैंबर में बैठी थी, वहां उनकी हामिद अली और समीक्षा अग्रवाल से वर्ष 2020 में बातचीत हुई थी। उस समय हामिद अली ने खुद को अधिवक्ता और डाक्टर बताकर पार्टी में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी। जिस पर उन्होंने हामिद अली को पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त कर दिया था। फिर वर्ष 2023 में हामिद ने उनसे नगर निगम में महापौर पद का चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। चुनाव प्रचार के लिए महानगर में हामिद के नाम के बैनर-पोस्टर भी लगे थे।

    पवन कुमार गौतम का कहना है कि हामिद अली के अधिवक्ता न होने का उन्हें कोई संदेह नहीं था। लेकिन, जब साफ हो गया कि वह अधिवक्ता नहीं हैं तो उन्होंने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था और महापौर पद का टिकट भी काट दिया था, जिससे हामिद नाराज था। फिर उसने उनके विरुद्ध पूर्व में दुष्कर्म के आरोप में दर्ज मामले में ब्लैकमेल करने लगा था। इसके लिए उसने समीक्षा अग्रवाल से मिलकर रिकार्ड भी निकलवा लिए थे, जिसे वायरल करने की धमकी देकर आरोपी हामिद दो लाख रुपये मांग रहा था।

    पीड़िता का आरोप है कि हामिद अली और समीक्षा अग्रवाल ने कई बार उन्हें जातिसूचक शब्द कहते हुए अपमानित किया। इसकी शिकायत थाने से लेकर पुलिस अधिकारियों तक की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। बाद में परेशान होकर कोर्ट में अर्जी लगाई। अर्जी पर सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने एफआईआर के आदेश दिए।

    थाना सिविल लाइन इंस्पेक्टर आरपी शर्मा ने बताया कि मामले में कोर्ट के आदेश के बाद तहरीर के आधार पर गुरुवार को दोनों नामजद आरोपितों के खिलाफ मारपीट, धमकी देने और एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

  •  युवतियों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंकने वाले मनबढ़ों से मुठभेड़, दो को लगी गोली, एक फरार

     युवतियों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंकने वाले मनबढ़ों से मुठभेड़, दो को लगी गोली, एक फरार

    देवरिया। गौरीबाजार थाना क्षेत्र में दो युवतियों ज्वलनशील पदार्थ फेंकने वाले तीन बदमाशों से गुरुवार देर शाम को एसओजी और गौरीबाजार पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में दो लोगों के पैर में गोली लगी, जबकि एक बदमाश अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में कामयाब हो गया।

    गौरीबाजार थाना क्षेत्र के एक गांव की दो युवती साइकिल से कस्बा में आ रही थी। गौरीबाजार-हाटा मार्ग पर पहुंची थी कि बाइक सवार बदमाशों ने युवतियों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया। जिससे एक युवती का चेहरा झुलस गया और दूसरी युवती का हाथ जल गया।

    मामले में युवती के पिता की तहरीर पर गौरीबाजार पुलिस ने पर मुकदमा अपराध संख्या 156/24 धारा 326(ए) आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।

    पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पुलिस की तीन टीम बनाकर युवकों की तलाश के लिए लगाया। एसओजी और गौरीबाजार पुलिस ने गुरुवार की देर शाम को मुखबिर ने सूचना दी कि तीनों युवक बाहर भागने वाले हैं। पुलिस और एसओजी ने गुरुच घाट के पास वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। इसी बीच बाइक पर सवार तीन युवक आते हुए दिखाई दिए। पुलिस को देखते ही एक मोटरसाइकिल पर सवार तीनों युवक बाइक को पीछे मुड़कर भागने का प्रयास करने लगे। इसी बीच बाइक अनियंत्रित होकर पलट गई और बदमाश नीचे गिर गए। मनबढ़ों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्यवाही में शेखर पुत्र शंकर निवासी लंगड़ी देवकुआं थाना गौरीबाजार और दारा सिंह पुत्र स्व. किशुन सिंह निवासी देवगांव थाना गौरीबाजार जनपद देवरिया के पैर में गोली लगी। तीसरा अभियुक्त अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गया। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जिसका पुलिस अभिरक्षा में इजाल चल रहा है।

    इस संबंध में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि मुठभेड़ में दो लोगों के पैर में गोली लगी, जबकि एक बदमाश अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में कामयाब हो गया। पुलिस गिरफ्तारी करने के लिए टीम बना कर दबीश दे रही है।

  • यूपी के वाराणसी मे एक दरोगा का लात घुसे से स्वागत, चार को पुलिस पर छोड़ने का आरोप

    यूपी के वाराणसी मे एक दरोगा का लात घुसे से स्वागत, चार को पुलिस पर छोड़ने का आरोप


    प्रयागराज /वाराणसी। यूपी मे राम राज्य की तस्वीर एक्स हेंडल पर वायरल हो रही है जो समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव द्वारा अपने ट्विटर हेंडल से जारी किया गया है।


    इस वायरल वीडियो मे हिंदूवादी संगठन के लोगो के द्वारा एक इंस्पेक्टर की लात घुसो से स्वागत किया जा रहा है। इसी विडिओ मे दरोगा द्वारा थाने मे रिपोर्ट लिखवाने का भी उल्लेख किया गया है।

    मामले मे पुलिस ने चर युवकों को हिरासत मे भी लिया लेकिन उपर से आये दबाव के कारण पुलिस पर उन्हे छोड़ने का आरोप भी लग रहा है। मामला वाराणसी के गोदौलिया चौराहे का है। दरोगा का नाम आनंद प्रकाश बताया जा रहा है

  • सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं को बनाते थे अपना शिकार, तीन गिरफ्तार

    सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं को बनाते थे अपना शिकार, तीन गिरफ्तार

    फिरोजाबाद। थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम ने रविवार को फर्जी सरकारी नौकरी में लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपये हड़पने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को फर्जी कागजात के साथ गिरफ्तार किया है।

    थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम ने थाना पर पंजीकृत अभियोग में प्रकाश में आये अभियुक्तों शोएब आलम पुत्र अब्दुल लतीफ निवासी मोहल्ला दिलाजाक थाना सदर बाजार जनपद शाहजहांपुर,आदित्य पुत्र आसाराम निवासी इब्राहिम गंज थाना काकोरी जनपद लखनऊ व अकील अहमद पुत्र अली मोहम्मद निवासी ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल के पास थाना रसूलपुर को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन,फर्जी रेलवे व अन्य विभागों की स्टाम्प मोहरें,फर्जी आईडी कार्ड आरपीएफ,सचिवालय में फर्जी नौकरी से सम्बंधित कागजात बरामद किये हैं। जबकि गिरोह के एक सदस्य रवि शुक्ला को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

    पुलिस के अनुसार सनी पुत्र प्रेमपाल सिंह निवासी प्रताप नगर थाना रामगढ़ द्वारा थाना साइबर क्राइम पर तहरीर दी गयी थी कि उसके व उसके मामा के लड़के प्रशांत के साथ आरपीएफ में फर्जी सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुये 10,50,000/- रुपये का फ्रॉड कर लिया गया है। तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

    पूछताछ के दौरान अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग आदित्य उर्फ घनश्याम, अनूप, कौशल, अमित श्रीवास्तव व अन्य लोगों का गिरोह है जो विभिन्न सरकारी विभागों जैसे आरपीएफ, सचिवालय इत्यादि में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से मोटी रकम ऐंठ लेते है व उनको फर्जी वेबसाइट पर रिजल्ट दिखा कर आश्वस्त कर लेते हैं। उसके पश्चात पीड़ितों से रुपये लेकर अपने खातों मे डलवाकर पीड़ितो को दुकानों से वर्दी खरीदवाकर फर्जी आईडी बनाकर देते हैं। नौकरी के नाम पर झारखण्ड के धनबाद व आसनोसल आदि रेलवे स्टेशनों के आउटर पर ट्रेनिंग करवाते है और छुट्टी देने का बहाना बनाकर उनको घर भेज देते हैं।

    गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम में आलोक कुमार मिश्रा प्रभारी निरीक्षक, थाना साइबर अपराध, मुकेश कुमार मलिक निरीक्षक,थाना साइबर आदि है।

  • सोनीपत में बेटे ने तेजधार हथियार से मां को मौत के घाट उतारा

    सोनीपत में बेटे ने तेजधार हथियार से मां को मौत के घाट उतारा

    सोनीपत। गलत संगत के बच्चों के साथ रहने से रोका तो कलयुगी बेटे ने तेजधार हथियार से गोदकर अपनी मां की हत्या कर दी। घटना जिले के गांव खेड़ी की है। जहां आरोपी युवक ने रविवार को अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया। मृत्यु से पहले मां ने खुद को बचाने के प्रयास में काफी जद्दोजहद की। शोर सुनकर आसपास के लोग जमा हो गए तो आरोपी बेटा वहां से भाग गया।

    प्राथमिक सूचना के अनुसार गांव खेड़ी मनाजात में महिला निर्मला (49) रविवार शाम को अपने घर थी। इसी बीच उसकी अपने बेटे नवीन के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बेटे ने तेजधार हथियार से अपनी मां पर वार कर दिए। महिला बचाव के लिए भागने लगी तो उसके बेटे ने उसे कमरे से बाहर नहीं निकलने दिया। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग आए तो महिला की मौत हो गई थी।

    मृतका निर्मला के पति बलराज ने पुलिस को बताया कि उनके दो बेटियां व एक बेटा है। बेटियों की वह शादी कर चुके हैं। बेटा गलत संगत में पड़ गया। उसके खिलाफ गुरुग्राम में आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है। गांव में भी मारपीट कर चुका है। उसकी पत्नी ने बेटे को गलत रास्ते पर चलने मना किया था। इसी को लेकर उसने अपनी ही मां को मौत के घाट उतार दिया। परिवार उसकी गतिविधियों से तंग आकर उसे बेदखल कर चुका है। सूचना के बाद कुंडली थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम को बुला कर नमूने एकत्र किए गए हैं।

    कुंडली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि गांव खेड़ी मनाजात में महिला की हत्या की खबर आई थी। बेटे पर ही कत्ल का आरोप लगा है। परिजनों की लिखित शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। महिला के पेट में वार कर हत्या की गई है।

  • नर्स से अभद्र व्यवहार पर ब्लड बैंक के प्रभारी हटाये गए

    नर्स से अभद्र व्यवहार पर ब्लड बैंक के प्रभारी हटाये गए

    जौनपुर। जिला अस्पताल में नर्स के साथ छेड़छाड़ व अश्लील हरकत के मामले में दोषी पाए गए ब्लड बैंक प्रभारी को रविवार को पद से हटाया गया। तीन सदस्यीय कमेटी ने जिला अस्पताल के सीएमएस के.के.राय को अपनी जांच सौंपी।

    बीते दिनों अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला अस्पताल की एक नर्स ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ.शायन दास पर उसके साथ गलत हरकत व छेड़छाड़ के आरोप की शिकायत किया था।

    शिकायत का संज्ञान लेने के बाद सीएमएस डॉ.के.के.राय ने जांच के लिए तीन डॉक्टरों की टीम गठित किया था। जिसकी जांच रिपोर्ट तीन दिन के प्रेषित करनी थी। रिपोर्ट के आधार पर सीएमएस डॉ के.के.राय ने दोषी डॉ शायन दास से ब्लड बैंक का प्रभार वापस ले लिया व अधिकार छीन लिए। ब्लड बैंक के नए प्रभारी के तौर पर डॉ.सैफ हुसैन खान को जिम्मेदारी दी गयी है।