Category: अपराध

  • पत्नी की हत्या के आरोपित की जमानत हाईकोर्ट ने की खारिज

    पत्नी की हत्या के आरोपित की जमानत हाईकोर्ट ने की खारिज

    जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने पत्नी को जहर देकर मारने के आरोपित पीपाड़ शहर निवासी हरीश कुमार जाजड़ा की जमानत याचिका को खारिज कर दिया।

    परिवादी हरीश चंद्र सांखी ने 23 नवम्बर 2023 को एक रिपोर्ट पुलिस थाना महिला ( ग्रामीण) में इस आशय की दर्ज करवाई कि उसकी पुत्री मीनाक्षी की शादी सन 2009 में आरोपित हरीश कुमार के साथ की थी, उसके एक पुत्री झलक एवं पुत्र जागृत पैदा हुए, जो क्रमश: 12 वर्ष व 10 वर्ष के हैं। शादी के बाद से ही मीनाक्षी के पति, सास एवं ससुर ने दहेज की मांग को लेकर उसे शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया। 19 व 20 नवम्बर 2023 की रात्रि में उसके सुसराल वालों ने उसे जान से मारने के लिए जहर दे दिया। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने पति व सास संतोष को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया।

    आरोपित के अधिवक्ता ने जमानत याचिका पर बहस करते हुए तर्क दिया कि घटना के तीन दिन बाद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई हैं। मीनाक्षी ने शादी के 14 वर्ष पश्चात सुसाइड नोट लिखकर स्वेच्छा से आत्महत्या की थी, सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया गया हैं, उन्होंने कहा कि मीनाक्षी के पुत्र व पुत्री के पुलिस एवं कोर्ट में हुए बयानों से स्पष्ट हैं कि आरोपित अथवा अन्य किसी ससुराल वालों द्वारा मीनाक्षी को कभी भी तंग-परेशान नहीं किया गया था, उन्होंने कहा कि आरोपित आठ दिसम्बर 2022 से अभिरक्षा में हैं इसलिए उसे जमानत पर रिहा किया जाए। जबकि मीनाक्षी के पिता के अधिवक्ता हस्तीमल सारस्वत ने तर्क दिया कि सुसाइड नोट के अवलोकन से साफ जाहिर होता हैं कि मीनाक्षी के साथ मारपीट करके जबरदस्ती सुसाइड नोट लिखवाया गया हैं, उन्होंने यह भी तर्क दिया कि दोनों बच्चे आरोपित पक्ष की अभिरक्षा में हैं इसलिए बच्चों ने आरोपित पक्ष के दबाव में आकर बयान दिए हैं, जिन पर कतई विश्वास नहीं किया जा सकता हैं इसलिए आरोपित की जमानत खारिज की जावें। दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात न्यायाधीश कुलदीप माथुर ने आरोपित के जमानत प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया।

  • हमीरपुर कारागार में विचाराधीन कैदी ने की आत्महत्या

    हमीरपुर कारागार में विचाराधीन कैदी ने की आत्महत्या

    हमीरपुर। हमीरपुर के दोसडका स्थित कारागार में एक विचाराधीन कैदी के आत्महत्या मामले को लेकर परिजनों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। शनिवार दोपहर के समय कारागार के बाहर परिजनों ने जमकर हंगामा किया हांलाकि पुलिस ने परिजनों व ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की लेकिन फिर भी परिजनों ने जमकर गुब्बार निकाला । वहीं परिजनों व ग्रामीणों ने कारागार परिसर में पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाकर न्याय की गुहार लगाई।

    बता दे कि हमीरपुर के दोसडका स्थित कारागार में विचाराधीन कैदी दीप चंद सपुत्र मदन लाल गांव पथलयार तहसील बडसर ने शुक्रवार देर रात को फंदा लगाकर आत्महत्या कर दी है। उक्त कैदी पोस्को एक्ट के चलते कारागार में विचाराधीन है । वहीं इस अवसर पर एसएचओ हमीरपुर हरीश गुलेरिया के अलावा काफी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा।

    बीडीसी सीमा भारद्वाज ने कहा कि जेल में ही आत्मत्या करने पर सभी हैरान हो गए हैऔर इस तरह जेल के अंदर आत्महत्या करने पर सवाल उठ रहे हैं । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के पहरे में ही जेल में आत्महत्या मामले की जांच की जानी चाहिए।

    ग्राम पंचायत प्रधान प्रदीप कुमार ने बताया कि पिछले दो महीनों से हमीरपुर जेल में दीप चंद सजा काट रहा है और अचानक ही रात के समय दीप चंद ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने कहा कि एक छोटी बच्ची के साथ छेडछाड के मामले में दीप चंद जेल में विचाराधीन रहा है। उन्होंने बताया कि सुबह ही जेलमें आत्महत्या करने का पता चला है और उसके बाद सारा गांव के लोग जेल में पहुंचे है और न्याय की गुहार कर रहे है।

    इस घटनाक्रम पर एसडीएम हमीरपुर मनीष कुमार सोनी ने बताया कि हमीरपुर कारागार में पोस्को एक्ट के तहत विचाराधीन कैदी ने रात के समय आत्महत्या की है। उन्होंने बताया कि उक्त कैदी पिछले दो महीनों से जेल में रह रहा था और आत्महत्या मामले में कैदी के शव का पोस्टर्माटम करवाया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि मंडी से फारेसिंक टीम भीपहुंच कर आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है।

  • मां ने दर्ज कराया था हत्या का मुकदमा, बेटी प्रेमी संग मध्य प्रदेश में मिली

    मां ने दर्ज कराया था हत्या का मुकदमा, बेटी प्रेमी संग मध्य प्रदेश में मिली

    झांसी। रक्सा थाना क्षेत्र का एक हैरान कर देने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक महिला ने जहां अपनी बेटी व उसके दो बच्चों की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। अब वह मध्य प्रदेश के सिहोर इलाके में अपने प्रेमी के साथ मिली है। 14 महीने बाद वो तीनों जिंदा मिल गए। पुलिस को उन तीनों तक पहुंचाने में दो मिनट का एक वीडियो की विशेष भूमिका रही है। इस वीडियो को ट्रेस करते हुए पुलिस उन तक पहुंच गई और हत्या के इस झूठे केस का खुलासा कर दिया।

    रक्सा थाना क्षेत्र के डेली गांव निवासी छाया की शादी 2016 में सामूहिक विवाह सम्मेलन में दतिया की ठंडी सड़क निवासी चंदन कुशवाहा से हुई थी। शादी के बाद सब कुछ ठीक था। इस बीच छाया के दो बेटे निखिल (07) और जयदेव (04) हो गए। पति चंदन सब्जी बेचने के साथ ही पेंटर का काम करता था। सब कुछ ठीक चल रहा था। इस बीच करेरा निवासी सोबरन साहू छाया के मायके वाले घर में किराये पर रहने लगा। छाया का अक्सर मायके में आना-जाना होता था। करीब दो साल पहले सोबरन और छाया के बीच दोस्ती हो गई और जल्द ही यह दोस्ती प्यार में बदल गई।

    छाया और सोवरन दोनों फोन पर अक्सर बातचीत करते थे। पति ने छाया को कई बार फोन पर प्रेमी से बात करते हुए पकड़ लिया था। इससे दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। पत्नी की हरकतों से परेशान होकर पति ने 19 जनवरी 2023 को उसे और दोनों बेटे को उसके मायके डेली गांव में छोड़ दिया। उसी दिन छाया अपने दोनों बच्चों को लेकर प्रेमी के साथ चली गई। इसके बाद छाया और दोनों बच्चों से संपर्क नहीं हो सका। छाया की मां सुखवती समझ रही थी कि छाया और दोनों बच्चों को उसके ससुराल वालों ने मार कर कही गायब कर दिया। इसे लेकर छाया के ससुराल और मायके पक्ष के बीच झगड़ा भी हुआ था।

    जब बेटी और उसके बच्चों का सुराग नहीं लगा तो मां सुखवती ने ससुरालियों पर तीनों का मर्डर कर शव गायब करने का आरोप लगाते हुए न्यायालय से दमाद समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस मामले की जांच कर रही थी।

    याद आने पर कुछ दिन पहले छाया ने पति को फोन लगाकर बात की। पति ने दोनों बेटों के बारे में पूछा तो उसने एक वीडियो भेजा और कहा- देखो दोनों बेटे अच्छे स्कूल में पढ़ रहे हैं। दो मिनट के वीडियो में बच्चे स्कूल के अंदर कार्यक्रम में डांस कर रहे थे। जबकि पीछे लगे एक बैनर पर स्कूल का नाम लिखा था। पति वीडियो लेकर पुलिस के पास पहुंच गया। इसके जरिए रक्सा पुलिस सीहोर पहुंची और छाया को पकड़ कर यहां ले आई।

    रक्सा थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि शुक्रवार को न्यायालय में छाया के बयान कराए गए हैं। उसने प्रेमी के साथ जाने की इच्छा जताई है। वह बालिग है और अपनी मर्जी से अपना फैसला ले सकती है।

  • अफीम की खेती करने वाले दो गिरफ्तार, जेल

    अफीम की खेती करने वाले दो गिरफ्तार, जेल

    प्रयागराज,। डीसीपी श्रद्धा पाण्डेय के आदेश पर अवैध नशे के कारोबार पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई कर 50 लाख की अवैध अफीम के साथ दो सप्लायर को गिरफ्तार किया है। घूरपुर थाना प्रभारी को जानकारी मिली थी कि ग्राम अमरेहा में अफीम की खेती की जा रही है। जिसके आधार पर उन्होंने अधिकारियों संग छापेमारी कर दो अपराधियों मिथिलेश और पांचू लाल को गिरफ्तार कर लिया और विधिक कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया।

    डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि घूरपुर थाना प्रभारी को सूचना मिली कि उक्त थाना क्षेत्र के अंतर्गत बड़े पैमाने पर अवैध अफीम की खेती की जा रही है। जिसके आधार पर उन्होंने छापामारी की। उन्होंने पाया कि 30 वर्ग मीटर में अफीम की खेती की जा रही है। जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रूपये है। इस मौके पर एसीपी और तहसीलदार ने जाकर पुष्टि की है।

  • सूद पर ब्याज की धनराशि मांगते हुए आत्महत्या को उकसाने वाला सुजीत गिरफ्तार

    सूद पर ब्याज की धनराशि मांगते हुए आत्महत्या को उकसाने वाला सुजीत गिरफ्तार

    लखनऊ,। लखनऊ की बीबीडी थाना क्षेत्र की पुलिस ने बाराबंकी निवासी सुजीत शाह को गिरफ्तार किया। सुजीत शाह ने सूद पर ब्याज की धनराशि मांगते हुए व्यापारी हर्षित टंडन को इस कदर परेशान किया कि उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

    बीबीडी थाने की पुलिस ने लिखे गये मुकदमे में सुजीत शाह को मजिस्ट्रेट के सामने प्रस्तुत कर जेल भेजा। सुजीत शाह ने सूद पर ब्याज की धनराशि के लिए बार-बार हर्षित पर दबाव बनाया। ब्याज बढ़ाता गया और एक दिन हर्षित का मकान भी अपने नाम करा लिया। इसके बाद भी सुजीत नहीं माना और ब्याज की धनराशि मांगता रहा। इसके बाद 14 मार्च को हर्षित ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी।

  • दिल्ली शराब घोटाले में पूर्व सीएम केसीआर की बेटी कविता गिरफ्तार

    दिल्ली शराब घोटाले में पूर्व सीएम केसीआर की बेटी कविता गिरफ्तार

    – बीआरएस ने कविता की गिरफ्तारी के विरोध में तेलंगाना में विरोध-प्रदर्शन करने का किया ऐलान

    हैदराबाद,। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष केसीआर की बेटी एवं एमएलसी कविता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली शराब घोटाला मामले में संयुक्त निदेशालय के नेतृत्व में आठ अधिकारियों ने शुक्रवार दोपहर बंजार हिल्स स्थित उनके आवास की तलाशी ली। इसके बाद अधिकारियों ने उनको गिरफ्तार कर लिया। इसको लेकर एमएलसी कविता ने ईडी के अधिकारियों से सवाल किया कि वे उन्हें किस आधार पर गिरफ्तार कर रहे हैं और ईडी के अधिकारियों से ट्रांजिट वारंट मांगा।

    मीडिया को जारी प्रेस विज्ञप्ति और कविता को दिए गए मेमो में ईडी अधिकारियों ने कहा कि उन्हें दिल्ली शराब मामले में गिरफ्तार किया गया है। ईडी के मुताबिक शुक्रवार शाम 5.20 बजे उन्हें गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने . गिरफ्तारी का कारण बताते हुए कविता को 14 पेज का मेमो दिया। ईडी ने खुलासा किया है कि कविता के साथ-साथ उनके पति अनिल को भी सूचित किया गया है और कविता पर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 3 के तहत आरोप लगाए गए हैं और निदेशालय ने दोषी पाया। इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच कविता को हैदराबाद के शमशाबाद एयरपोर्ट ले जाया गया, जहां पार्टी के कार्यकर्ता के विरोध के बीच पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।

    कविता ने भारत राष्ट्र समिति के कार्यकर्ताओं से कहा कि ऐसे कितने भी जुल्म हों वे लड़ेंगी और कार्यकर्ताओं से मनोबल मजबूत रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह कानून में विश्वास के साथ विरोधियों का सामना करेंगी।

    इससे पहले पार्टी कार्यकर्ताओं के बड़ी संख्या में कविता के आवास पर पहुंचने से तनाव हो गया। उन्होंने केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ नारे लगाए। भारत राष्ट्र समिति के लीगल सेल की महासचिव सोमा भरत ने कहा कि उन्होंने यह नहीं बताया गया कि कविता को क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है तो चुनाव से पहले ही क्यों गिरफ्तारियां हुईं?

    पार्टी के कानून विशेषज्ञ ने कल सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के बात कही है और कानूनी कार्रवाई करने की घोषणा की है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक कविता नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी हैं। जहां कल राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा।

    इधर, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने शनिवार को कविता की गिरफ्तारी के विरोध में तेलंगाना में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

  • सटीएफ को कौशांबी पुलिस परीक्षा लीक मामले के मुख्य आरोपी ने सरेंडर किया

    सटीएफ को कौशांबी पुलिस परीक्षा लीक मामले के मुख्य आरोपी ने सरेंडर किया

    कौशांबी, । उत्तर प्रदेश में परीक्षा लीक मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) लगातार कार्रवाई कर रही है। एसटीएफ की कार्रवाई से पेपर लीक मामले में संलिप्त अपराधियों में भय है। इसको देखते हुए अब अपराधी आत्मसमर्पण कर अपने जुर्म से तौबा कर रहे हैं। इसी कड़ी में एसटीएफ को कौशांबी में पुलिस परीक्षा लीक मामले के मुख्य आरोपी ने सरेंडर किया है।

    उत्तर प्रदेश बीते माह पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा का पेपर आयोजित की गई थी। परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद योगी सरकार ने भर्ती को निरस्त कर दिया था। परीक्षा को पुन: छह माह बाद कराए जाने की घोषणा सरकार ने की है। इस बीच सरकार के निर्देश पर पेपर लीक मामले में लिप्त माफियाओं पर एसटीएफ धरपकड़ की कार्रवाई कर रही है। इन कार्रवाई से पेपर लीक सरगनाओं और पूरे नेटवर्क में खौफ है। कार्रवाई के डर से उप्र के कौशांबी जनपद में पर्चा लीक प्रकरण में फरार मुख्य आरोपी ने एसटीएफ के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वाला मुख्य आरोपी अरुण सिंह है। उसके तीन साथियों को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और वह सभी जेल में हैं।

  • ट्रेन में बेटिकट यात्री के पास से 50 लाख नगदी बरामद, जांच में जुटा इनकम टैक्स

    ट्रेन में बेटिकट यात्री के पास से 50 लाख नगदी बरामद, जांच में जुटा इनकम टैक्स

    कोलकाता,। डाउन गंगासागर एक्सप्रेस के बी-6 डिब्बे में गुरुवार को बिना टिकट यात्रा कर रहे एक यात्री को आसनसोल में जब पकड़ा गया तो उसके पास से एक ट्राली बरामद हुई जिसमें 50 लाख रुपये नगदी मिले हैं। यात्री के असामान्य व्यवहार को देखकर आरपीएफ को संदेह हुआ था जिसके बाद उसे पकड़ा गया था। अब इतनी बड़ी राशि के बारे में जानकारी मिलने के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इसकी जांच में जुट गया है।

    आरपीएफ की ओर से आधिकारिक तौर पर जारी बयान में शुक्रवार को बताया गया है कि उसका ट्रॉली बैग खोला तो 50 लाख कैश बरामद हुए हैं। वह शख्स इतनी बड़ी रकम लेकर ट्रेन से क्यों यात्रा कर रहा था, पैसे का स्रोत क्या है – इन मुद्दों की जांच आयकर अधिकारी कर रहे हैं।

    आरपीएफ के मुताबिक गिरफ्तार शख्स का नाम मोहित कुमार (21) है। वह बिहार का रहने वाला है। पूछताछ में उसने दावा किया कि वह गंगासागर एक्सप्रेस से हावड़ा जा रहा था।

    आरपीएपी के आसनसोल डिविजन के कमांडेंट राहुल राज ने बताया कि गिनती के बाद पता चला कि बैग में 50 लाख रुपये कैश थे। इसके बाद मोहित नाम के युवक को आगे की जांच के लिए आयकर विभाग को सौंप दिया गया है। बरामद राशि जब्त कर ली गयी है।

    आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, मोहित ने इस बारे में अभी तक मुंह नहीं खोला कि उसके पास पैसे कैसे आए। जांचकर्ताओं का मानना है कि युवक को किसी को पैसे पहुंचाने का काम सौंपा गया था।

  • मुराबाद परिक्षेत्र में जनवरी और फरवरी माह में 605 आरोपित गुंडा एक्ट में पाबंद

    मुराबाद परिक्षेत्र में जनवरी और फरवरी माह में 605 आरोपित गुंडा एक्ट में पाबंद

    मुरादाबाद, । मुरादाबाद परिक्षेत्र के जिलों में अपराधियों के विरुद्ध पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। आगामी लोक सभा निर्वाचन को शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष बनाने के लिए पुलिस पेशेवर एवं हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की वर्तमान गतिविधि जांच रही है।

    अपराध में सक्रिय लोगों के विरुद्ध कार्रवाई हो रही है। इसी क्रम में पुलिस ने बीते जनवरी और फरवरी माह में 605 आरोपितों के विरुद्ध गुंडा अधिनियम में भी कार्रवाई की गई है। इसमें 165 आरोपितों को जिला बदर किया जा चुका है। इन आरोपितों में 13 लोग जिला बदर होने के बाद भी जिले में घूमते मिले तो पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी की है।

    पुलिस उपमहानिरीक्षक मुनिराज जी ने बताया कि पिछले निर्वाचनों में हुए विवाद और उनके आरोपितों के मामले में भी अध्ययन कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि परिक्षेत्र के जिलों में गुंडा अधिनियम के तहत कुल 605 मामले दर्ज हुए हैं। इसमें सबसे अधिक बिजनौर में 173, अमरोहा में 171, मुरादाबाद में 155, रामपुर में 67 और संभल में 39 मामले गुंडा अधिनियम के तहत दर्ज किए गए हैं।

  • नर्सिंग छात्रा का कत्ल कर शव सड़क पर फेंका, प्रेमी की तलाश में जुटी पुलिस

    नर्सिंग छात्रा का कत्ल कर शव सड़क पर फेंका, प्रेमी की तलाश में जुटी पुलिस

    इटावा,। जनपद के सैफई मेडिकल कॉलेज की पैरामेडिकल की छात्रा का शव गुरुवार की देर रात क्षत-विक्षत हालत में सोनई नदी पुल के पास सड़क किनारे मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस कार्रवाई कर रही थी कि इस घटना की जानकारी पर सैफई मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले साथी छात्र बड़ी संख्या में एकत्र हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने स्थिति को संभालते हुए शव को पोस्टमार्टम भेजते हुए हत्या में फरार प्रेमी की तलाश शुरू कर दी है।

    औरैया जनपद के कुदरकोट में रहने वाली प्रिया मिश्रा (20) सैफई मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल छात्रा थी। एएनएम प्रिया प्रथम वर्ष की छात्रा थी और छात्रावास की तीसरी मंजिल पर कक्ष संख्या 302 में रहती थी। गुरुवार को मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में ड्यूटी के बाद प्रिया लौटी और फिर कहीं चली गई। रात में वैदपुरा पुलिस को सोनई नदी पुल के पास सड़क किनारे एक युवती का शव पड़ा होने की सूचना मिली। इस पर एसओ समित कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जांच पड़ताल में युवती की शिनाख्त मेडिकल कॉलेज की छात्रा प्रिया के रुप में हुई। इस घटना की जानकारी मिलते ही मेडिकल कॉलेज के छात्र ट्रामा सेंटर के बाहर जमा हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। इस पर एसपी देहात सत्यपाल सिंह, एडीएम अभिनव रंजन श्रीवास्तव समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कठोर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए छात्रों को शांत कराया।

    इधर,जांच में जुटी पुलिस को मृतका के परिजनों से पूछताछ में पड़ोसी से प्रेम प्रसंग की जानकारी मिली। गहन छानबीन में पता चला कि मृतक नर्सिंग छात्रा अपना फोन दोपहर में एक दोस्त देकर चली गई थी। इस बीच पुलिस ने प्रेम प्रसंग के बिन्दु पर छानबीन की तो घटना से जुड़े कई अहम सबूत मिले। पुलिस ने मृतक की मां की ओर से मिली तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए प्रेमी को दबोचने के लिए टीमें लगाई। इस बीच घटना में प्रयुक्त कार को पुलिस ने बरामद कर लिया। जबकि आरोपी प्रेमी फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है।

    एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि छात्रा की हत्या में प्रेम प्रसंग का मामला सामने आ रहा है। मृतक छात्रा की गर्दन पर गहरा घाव है। किसी धारदार हथियार या फिर गोली मारकर हत्या करने की आशंका है। तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे हैं। जल्द ही आरोपी दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया जाएगा।

    सपा अध्यक्ष ने घटना की न्यायिक जांच की मांग

    समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सैफई यूनिवर्सिटी छात्रा को लेकर भाजपा सरकार और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से पोस्ट कर लिखा कि सैफई यूनिवर्सिटी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई छात्रा की मौत अत्यंत गंभीर विषय है। ये है उप्र में भाजपा के समय अपराध के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस की घोषित नीति के ज़ीरो हो जाने का एक और बेहद दुखद उदाहरण।

    इस कथित हत्या की न्यायिक जाँच हो, जिससे बीएचयू और सैफई विवि जैसी घटनाओं में लिप्त लोगों का सच सामने आ सके और सरकार चाहकर भी उनको न बचा सके। भाजपा सरकार नारी का न मान बचा पा रही है, न उसकी जान।