Category: व्यापार

  • सेंसेक्स और निफ्टी ने बनाया नया रिकॉर्ड, सेंसेक्स 1187 अंक उछला

    सेंसेक्स और निफ्टी ने बनाया नया रिकॉर्ड, सेंसेक्स 1187 अंक उछला

    नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी महीने यानी मार्च के पहले दिन शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने नया रिकॉर्ड बनाया है। अक्टूबर-दिसंबर तीसरी तिमाही के प्रभावी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) आंकड़ों और विदेशी निवेशकों का फिर रुझान बढ़ने से घरेलू शेयर बाजारों के दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी अपने अब तक के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।

    शेयर बाजार में दोपहर के कारोबार के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने नया रिकॉर्ड बनाया है। सेंसेक्स 1,186.59 अंकों यानी 1.64 फीसदी की उछाल के साथ 73,686.88 के स्तर पर ट्रेंड कर रहा है, जो सेंसेक्स का अबतक का सबसे ऊंचा स्तर है। निफ्टी भी 344.10 अंक यानी 1.57 फीसदी की बढ़त के साथ 22,326.90 अंक के अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।

    उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले गुरुवार को शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। बीएसई का सेंसेक्स 195.41 अंक यानी 0.27 फीसदी की उछाल के साथ 72,500.30 के स्तर पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी भी 31.65 अंक यानी 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 21,982.80 के स्तर पर बंद हुआ था।

  • ऑयल इंडिया अबू धाबी में 28 को वैश्विक साझेदार रोड शो का करेगी आयोजन

    ऑयल इंडिया अबू धाबी में 28 को वैश्विक साझेदार रोड शो का करेगी आयोजन

    नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी तेल अन्वेषण और उत्पादन कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) 28 फरवरी को अबू धाबी में एक वैश्विक साझेदार रोड शो का आयोजन करने जा रही है। इस कार्यक्रम के आयोजन का मकसद तेजी से बढ़ोतरी और अंतरराष्ट्रीय भागीदारी के लिए ओआईएल की प्रतिबद्धता को दिखाना है।

    पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने सोमवार को जारी बयान में बताया कि ओआईएल 28 फरवरी को अबू धाबी में एक वैश्विक साझेदार रोड शो का आयोजन करने जा रही है। ये कार्यक्रम त्वरित वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय सहभागिता को लेकर ओआईएल की प्रतिबद्धता को दिखाती है। मंत्रालय के मुताबिक कंपनी ने महत्वाकांक्षी उत्पादन लक्ष्यों को वित्त वर्ष 2026-27 तक 4 एमएमटी तेल और 5 बीसीएम गैस के वार्षिक उत्पादन को लेकर दृढ़ है।

    इसके अलावा साल 2030 तक 1200 करोड़ अमरीकी डॉलर का राजस्व उत्पन्न करने के लक्ष्य के साथ कंपनी ने विभिन्न गतिविधियों-अन्वेषण प्रयासों को बढ़ाना, क्षेत्र विकास को बढ़ाना और उत्पादन में तेजी लाना में 480 करोड़ बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त, ओआईएल अपतटीय भारतीय क्षेत्रों में आक्रामक रूप से अपना विस्तार करने के लिए तैयार है।

    मंत्रालय के मुताबिक इस रोड शो की मेजबानी ओआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, निदेशक (परिचालन) सहित ओआईएल के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। यह आयोजन आगामी एक से पांच वर्षों के लिए ओआईएल की विस्तृत खरीद रणनीतियों की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करेगा, जो भागीदारों के शामिल होने, विचार करने और भागीदार ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा। यह आयोजन ऊर्जा उद्योग में नए व्यावसायिक अवसरों को तलाशने के लिए अपने भागीदारों के साथ मजबूत संबंध बनाने पर ओआईएल की प्राथमिकता को रेखांकित करता है। इस कार्यक्रम में ऊर्जा सेवा उद्योग से 50 से अधिक अग्रणी कंपनियों को आकर्षित करने का अनुमान है।

    पेट्रोलियम मंत्रालय के मुताबिक यह आयोजन कंपनी के इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी, जो संभावित रूप से वैश्विक ऊर्जा सहयोग के परिदृश्य को रूपांतरित करेगी। इसके अलावा यह वैश्विक स्तर पर सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से नए उद्योग मानक स्थापित करने के लक्ष्य के साथ ओआईएल का लक्ष्य नवाचार, स्थिरता और रणनीतिक गठबंधनों को आगे बढ़ाने पर केंद्रित होगा।

  • 29 फरवरी को आएंगे 2023-24 की तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े

    29 फरवरी को आएंगे 2023-24 की तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े

    नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े 29 फरवरी को जारी होंगे। विश्लेषकों की जारी रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी 6.8 फीसदी की दर से बढ़ सकती है।

    आर्थिक विश्लेषकों ने शनिवार को दी जानकारी में बताया कि बाहरी क्षेत्र की अनिश्चितताओं और कृषि और उद्योग में धीमी वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो गई है। विश्लेषकों के मुताबिक राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से 29 फरवरी, 2024 को चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही की जीडीपी की वृद्धि दर 7 फीसदी से कम रहने का अनुमान है।

    उधर, एक दिन पहले बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) की जारी रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में जीडीपी 6.8 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 में विकास दर 6.75 से 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, भारतीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के मुताबिक तीसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 6 फीसदी रह सकती है।

  • कच्चा तेल 84 डॉलर प्रति बैरल के करीब, पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर

    कच्चा तेल 84 डॉलर प्रति बैरल के करीब, पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर

    नई दिल्ली,। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव जारी है। ब्रेंट क्रूड का मूल्य 84 डॉलर और डब्ल्यूटीआई क्रूड 79 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। हालांकि, तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमत में गुरुवार को कोई बदलाव नहीं किया है।

    इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये, डीजल 89.62 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये, डीजल 94.27 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये, डीजल 92.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर की दर पर उपलब्ध है।

    अंतरराष्ट्रीय बाजार में हफ्ते के चौथे दिन शुरुआती कारोबार में ब्रेंड क्रूड 0.11 डॉलर यानी 0.13 फीसदी की बढ़त के साथ 82.65 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं, वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड भी 0.14 डॉलर यानी 0.18 फीसदी की उछाल के साथ 78.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर है।

  • किसान मुद्दे पर कैट का व्यापारी, ट्रांसपोर्टर एवं उपभोक्ताओं को भी बातचीत में शामिल करने का आग्रह

    किसान मुद्दे पर कैट का व्यापारी, ट्रांसपोर्टर एवं उपभोक्ताओं को भी बातचीत में शामिल करने का आग्रह

    नई दिल्ली। किसानों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर जारी आंदोलन के बीच कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र भेजकर व्यापारियों, ट्रांसपोर्टर एवं उपभोक्ताओं को भी बातचीत में शामिल करने का आग्रह किया है।

    कारोबारी संगठन कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि किसानों के आंदोलन से व्यापार को हो रही परेशानियों के मद्देनजर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को एक पत्र भेजा है। खंडेलवाल ने कहा कि कैट ने किसानों के साथ होने वाली वार्ता में व्यापारियों, ट्रांसपोर्टर और उपभोक्ता सहित किसानी से संबंधित अन्य क्षेत्रों के प्रमुख संगठनों को भी शामिल करने की मांग की है।

    खंडेलवाल ने कहा कि किसान संगठनों के साथ किसी भी बातचीत अथवा समझौते का असर इन सभी वर्गों पर पड़ता है। यदि किसान घाटे की खेती कर रहा है तो उसकी खेती को लाभ में बदलने की जिम्मेदारी सामूहिक रूप से सबकी है। कैट महामंत्री ने कहा कि सभी को मिलकर इसका समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल केंद्र सरकार पर इसका ठीकरा फोड़ने की राजनीति से किसानों का कोई हित नहीं होने वाला है। खंडेलवाल ने कहा कि इस पत्र की प्रति केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा एवं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को भी भेजी गई है, जो पीयूष गोयल के साथ किसानों से वार्ता कर रहे हैं।

    कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने यह भी सुझाव दिया कि वर्तमान में जो आंदोलन चल रहा है वह प्रकट रूप में केवल पंजाब के किसानों का है जबकि देश के अन्य विभिन्न राज्यों में पंजाब से अधिक खेती होती है। इस दृष्टि से किसानों की समस्या के स्थायी समाधान के लिए देश के सभी 5-6 प्रमुख किंतु प्रामाणिक किसान संगठनों को भी बातचीत में शामिल किया जाये, जिससे बार-बार किसानों द्वारा आंदोलन करने की प्रवृति पर रोक लगे और एक ही बार में स्थायी समाधान हो। बार-बार किसान आंदोलन से व्यापार बुरी तरह प्रभावित होता है। वहीं जन सामान्य की अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

    खंडेलवाल ने कहा कि जिस प्रकार आंदोलनकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मारने की खुलेआम धमकी देने के साथ असभ्य भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वो बेहद निंदनीय है। यह किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से इस मामले का तुरंत स्वतः संज्ञान लेकर ऐसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ अविलंब कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

    कैट महामंत्री ने एमएसपी देने की जोरदार वकालत कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री भगवंत मान और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सबसे पहले कर्नाटक, पंजाब तथा पश्चिम बंगाल के किसानों को राज्य सरकार की ओर से एमएसपी की गारंटी देने की मांग की है, जो उनके अधिकार क्षेत्र में आता है। इसके लिए उन्हें केंद्र सरकार से स्वीकृति लेने की जरूरत नहीं है।

  • दिसंबर महीने में देश का खनिज उत्पादन 5.1 फीसदी बढ़ा

    दिसंबर महीने में देश का खनिज उत्पादन 5.1 फीसदी बढ़ा

    नई दिल्ली,। अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर अच्छी खबर है। देश के खनिज उत्पादन में इजाफा हुआ है। दिसंबर महीने के दौरान खनिज के उत्पादन में सालाना आधार पर 5.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। महत्वपूर्ण खनिज सकारात्मक विकास का संकेत दे रहे हैं।

    खान मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि दिसंबर, 2023 महीने में खनन और संबद्ध क्षेत्र का खनिज उत्पादन सूचकांक 139.4 रहा। यह एक साल पहले की समान अवधि में रहे स्तर की तुलना में 5.1 फीसदी अधिक है। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-दिसंबर अवधि के दौरान खनन और संबद्ध क्षेत्र की कुल वृद्धि दर एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 8.5 फीसदी रही है।

    मंत्रालय के मुताबिक दिसंबर में कोयले का उत्पादन 929 लाख टन रहा जबकि लिग्नाइट का उत्पादन 40 लाख टन, लौह अयस्क का उत्पादन 255 लाख टन और चूना पत्थर का उत्पादन 372 लाख टन रहा है। इसके अलावा इस दौरान लिग्नाइट, चूना पत्थर, कोयला, बॉक्साइट और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में सकारात्मक बढ़ोतरी देखी गई है। हालांकि, कच्चे तेल, सोना, क्रोमाइट, फॉस्फोराइट और हीरे के उत्पादन में इस दौरान नकारात्मक वृद्धि दर्ज हुई है।

  • पीएफआरडीए ने ट्रस्टी बैंक, सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी के लिए नियमों में किया संशोधन

    पीएफआरडीए ने ट्रस्टी बैंक, सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी के लिए नियमों में किया संशोधन

    नई दिल्ली। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने ट्रस्टी बैंक और सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी (सीआरए) से संबंधित नियमों में संशोधन किया है।

    वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि ट्रस्टी बैंक नियमन में संशोधन का मकसद धोखाधड़ी रोकने की नीति के क्रियान्वयन, ग्राहक को क्षतिपूर्ति, नए पंजीकरण के लिए आवेदन आमंत्रित करने और पंजीकरण प्रमाण पत्र को सौंपने से संबंधित प्रावधानों को सरल तथा मजबूत करना है।

    सीआरए से संबंधित नियमन में संशोधन कंपनी अधिनियम-2013 के अनुरूप संचालन से संबंधित प्रावधानों को सरल और मजबूत करता है। इसके साथ ही यह एजेंसी के लिए सूचना के खुलासे को भी बढ़ाता है। दोनों संशोधन इस महीने की शुरुआत में किए गए थे।

    उल्लेखनीय है कि पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण का यह संशोधन अनुपालन की लागत को कम करने तथा व्यापार सुगमता बढ़ाने के लिए नियमों की समीक्षा करने को लेकर 2023-24 के केंद्रीय बजट की गई घोषणा के अनुरूप है।

  • कच्चा तेल 83 डॉलर प्रति बैरल के करीब, पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर

    नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य में उतार-चढ़ाव नहीं थम रहा। ब्रेंट क्रूड का मूल्य 83 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड 79 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। हालांकि, तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने सोमवार को पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया है।

    इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक,दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये, डीजल 89.62 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये, डीजल 94.27 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये, डीजल 92.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर की दर पर उपलब्ध है।

    अंतरराष्ट्रीय बाजार में हफ्ते के पहले दिन शुरुआती कारोबार में ब्रेंड क्रूड 0.55 डॉलर यानी 0.66 फीसदी की उछाल के साथ 82.92 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं, वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड भी 0.46 डॉलर यानी 0.58 फीसदी की बढ़त के साथ 78.73 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर है।

  • केंद्र ने आंदोलनकारी पंजाब के किसान संगठनों को तीन फसलों को एमएसपी पर खरीदने का प्रस्ताव दिया

    केंद्र ने आंदोलनकारी पंजाब के किसान संगठनों को तीन फसलों को एमएसपी पर खरीदने का प्रस्ताव दिया

    चंडीगढ़, । पंजाब के आंदोलनकारी किसान संगठनों तथा केंद्र सरकार के बीच एमएसपी के मुद्दे पर खींचतान अभी भी जारी है। चंडीगढ़ में रविवार रात दो बजे तक इस पर बैठक में माथपच्ची हुई। इस दौरान केंद्र सरकार ने किसानों को तीन फसलों पर एमएसपी पर खरीदने का प्रस्ताव दिया। संगठनों ने कहा है कि वह इस प्रस्ताव पर दो दिन तक विचार करके सरकार को अपना फैसला बता देंगे।

    किसान संगठनों ने साफ कर दिया है कि सरकार के प्रस्ताव पर अगर सहमति नहीं बनती है तो 21 फरवरी को दिल्ली कूच किया जाएगा। बैठक में सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा, नित्यानंद रॉय, किसानों की तरफ से स्वर्ण सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल और पंजाब सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री भगवंत मान व कृषि मंत्री जगजीत सिंह खुड्डियां शामिल हुए।

    करीब सात घंटे चली बैठक के बाद केंद्रीयमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि चर्चा सकारात्मक रही। हमने किसानों को दाल, कपास और मक्का पर पांच साल के लिए एमएसपी पर खरीदने का प्रस्ताव दिया है। इस पर किसानों ने कहा कि वह सोमवार को इस पर चर्चा करके बताएंगे।

    बैठक के बाद पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार ने जो प्रस्ताव दिया है उस पर चर्चा की जाएगी। इस पर सोमवार शाम तक या मंगलवार तक फैसला लिया जाएगा। मंत्रियों ने आश्वासन दिया है कि अन्य मांगों पर भी बातचीत करके हल निकाला जाएगा। सभी मांगों पर सरकार से चर्चा नहीं हो पाई है। हम दो दिन सरकार के प्रस्ताव पर विचार करेंगे। विशेषज्ञों से राय लेंगे।

  • सर्राफा बाजार में सांकेतिक तेजी, सोना और चांदी की कीमत में मामूली बढ़ोतरी

    सर्राफा बाजार में सांकेतिक तेजी, सोना और चांदी की कीमत में मामूली बढ़ोतरी

    नई दिल्ली,। घरेलू सर्राफा बाजार में आज लगातार दूसरे दिन मामूली तेजी दर्ज की गई। आज के कारोबार में सोने की कीमत में 10 रुपये प्रति 10 ग्राम की सांकेतिक तेजी दर्ज की गई है। इसके कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमत में कोई विशेष बदलाव नजर नहीं आ रहा है। सोना की तरह ही चांदी के भाव में भी आज सिर्फ 100 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी आज 75,700 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बिक रहा है।

    दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 62,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 57,260 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 62,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,110 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है जबकि चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 62,850 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 57,410 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 62,350 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 57,160 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 62,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,110 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

    लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 62,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 57,260 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। वहीं पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 62,350 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है जबकि 22 कैरेट सोना 57,160 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 62,450 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,260 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

    देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमत में मामूली तेजी दर्ज की गई है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 62,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 57,110 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।