Category: दिल्ली

  • बजट सत्र का लाभ उठाकर सकारात्मक फुटप्रिंट छोड़ें सांसद : प्रधानमंत्री

    बजट सत्र का लाभ उठाकर सकारात्मक फुटप्रिंट छोड़ें सांसद : प्रधानमंत्री

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को परंपरागत तौर पर संसद के सत्र के प्रारंभ के पूर्व दिए जाने वाले अपने वक्तव्य में सभी सांसदों से बजट सत्र के इस अवसर का लाभ उठाकर सकारात्मक फुटप्रिंट छोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह समय पश्चाताप का है।

    संसद भवन प्रांगण में पत्रकारों से बातचीत में बजट सत्र शुरू होने से पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जिन लोगों को हंगामा करने और संवैधानिक मूल्यों को गिराने की आदत है, उन सभी सांसदों को इस आखिरी सत्र में आत्मचिंतन करना चाहिए।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मार्गदर्शन और कल निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट पेश करना महिला सशक्तिकरण के उत्सव की तरह है।

    उन्होंने कहा कि इससे पहले संसद भवन ने ”नारीशक्ति वंदन कानून’ को पारित कर बहुत ही गरिमामय निर्णय लिया। 26 जनवरी को भी हमने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के शौर्य, पराक्रम और संकल्प का अनुभव किया। उल्लेखनीय है कि 17वीं लोकसभा का अंतिम बजट सत्र आज से प्रारंभ होने जा रहा है। नई सरकार के गठन से पूर्व इस बजट सत्र में कल निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी।

  • दिल्ली एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण उड़ानों का संचालन प्रभावित

    दिल्ली एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण उड़ानों का संचालन प्रभावित

    नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में घने कोहरे एवं कम विजिबिलिटी के कारण फ्लाइट्स और ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। दिल्ली एयरपोर्ट पर खराब मौसम के कारण बुधवार सुबह तीन उड़ानों का मार्ग बदला गया, जबकि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कई उड़ानों में विलंब हुआ।

    अधिकारियों के अनुसार, देररात से सुबह सात बजे के बीच पांच फ्लाइट्स का मार्ग परिवर्तित कर उन्हें विभिन्न गंतव्य के लिए भेजा गया। इनमें से तीन को राजस्थान के जयपुर और एक-एक को गुजरात के अहमदाबाद और महाराष्ट्र के मुंबई भेज गया। जीरो विजिबिलिटी और घने कोहरे की वजह से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कई उड़ानों में विलंब हुआ।

    मौसम संबंधी बाधाओं को देखते हुए दिल्ली हवाई अड्डे ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें यात्रियों से फ्लाइट की जानकारी के लिए अपने संबंधित एयरलाइनों से संपर्क करने का भी अनुरोध किया गया है। एडवाइजरी के मुताबिक दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंडिंग और टेकऑफ जारी है, लेकिन कैट III अनुपालन वाली फ्लाइट की उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपडेटेड फ्लाइट्स की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें।

    भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बयान के अनुसार, दिल्ली हवाईअड्डे पर सुबह से ही जीरो विजिबिलिटी के साथ बहुत घना कोहरा था। पालम हवाई अड्डे पर विजिबिलिटी सुबह 3:30 से 6 बजे के बीच घटकर 150-200 मीटर रह गई, जो बाद में सुबह 7 बजे तक थोड़ा सुधरकर 350 मीटर हो गई। आईएमडी का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक घना कोहरा छाया रहेगा, जो पंजाब से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश और हरियाणा तथा दिल्ली तक फैला रहेगा।

  • पटियाला हाउस कोर्ट ने संसद सुरक्षा चूक केस में आरोपितों की न्यायिक हिरासत एक मार्च तक बढ़ाई

    पटियाला हाउस कोर्ट ने संसद सुरक्षा चूक केस में आरोपितों की न्यायिक हिरासत एक मार्च तक बढ़ाई

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित पटियाला हाउस कोर्ट के एडिशनल सेशंस जज हरदीप कौर ने संसद की सुरक्षा चूक मामले के छह आरोपितों की न्यायिक हिरासत अवधि एक मार्च तक के लिए बढ़ा दी। कोर्ट ने 27 जनवरी को इन सभी को प्रोडक्शन वारंट पर भेजा था।

    प्रोडक्शन वारंट के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने सभी छह आरोपितों को आज पेश किया। 27 जनवरी को इन आरोपितों की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही थी, लेकिन पुलिस बल की अनुपलब्धता की वजह से उन्हें कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका था। इसके बाद कोर्ट ने इनके खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया था। उल्लेखनीय है कि यह घटना 13 दिसंबर को हुई थी।

  • राममंदिर निर्माण की सदियों पुरानी आकांक्षा अब सच हो चुकी है: राष्ट्रपति मुर्मू

    राममंदिर निर्माण की सदियों पुरानी आकांक्षा अब सच हो चुकी है: राष्ट्रपति मुर्मू

    राष्ट्रपति ने नए संसद भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद की उम्मीद जताई

    नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को नए संसद भवन में दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण की सदियों पुरानी आकांक्षा अब सच हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र तेज गति से तभी आगे बढ़ सकता है, जब वह पुरानी चुनौतियों को परास्त करते हुए अपनी ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा भविष्य-निर्माण में लगाए।

    राष्ट्रपति ने बजट सत्र से पहले दोनों सदनों को संबोधित करते हुए कहा कि नए संसद भवन का निर्माण ‘अमृत काल’ की शुरुआत के दौरान किया गया है और इसमें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सार है। नए संसद भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद की उम्मीद जताते हुए राष्ट्रपति ने कहा, “मेरी सरकार, 140 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने की गारंटी के साथ आगे बढ़ रही है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह नया संसद भवन भारत की ध्येय-यात्रा को निरंतर ऊर्जा देता रहेगा, नई और स्वस्थ परंपराएं बनाएगा। वर्ष 2047 को देखने के लिए अनेक साथी तब इस सदन में नहीं होंगे। लेकिन हमारी विरासत ऐसी होनी चाहिए कि तब की पीढ़ी हमें याद करे।”

    राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने, तीन तलाक के विरुद्ध कड़ा कानून, पड़ोसी देशों से आए पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने वाला सीएए कानून बनाने और पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन को लागू करने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में पहली बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति भी हुई है।

    राष्ट्रपति ने इस दौरान भारत की चंद्रमा पर लैंडिंग और एशियाई खेलों में प्रदर्शन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है। इस दौरान भारत सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी अर्थव्यवस्था बना। भारत, चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर झंडा फहराने वाला पहला देश बना। ऐतिहासिक जी-20 सम्मेलन की सफलता ने पूरे विश्व में भारत की भूमिका को सशक्त किया। भारत ने एशियाई खेलों में पहली बार 100 से अधिक मेडल जीते। भारत, दुनिया में सबसे तेजी से 5जी रोलआउट करने वाला देश बना।”

    राष्ट्रपति ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में भारत ने राष्ट्र-हित में ऐसे अनेक कार्यों को पूरा होते देखा है जिनका इंतजार देश के लोगों को दशकों से था। राममंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी। आज यह सच हो चुका है।” उन्होंने आगे कहा, सभ्यताओं के कालखंड में ऐसे पड़ाव आते हैं जो सदियों का भविष्य तय करते हैं। भारत के इतिहास में भी ऐसे अनेक पड़ाव आए हैं। इस वर्ष, 22 जनवरी को भी देश ऐसे ही एक पड़ाव का साक्षी बना है। सदियों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं। यह करोड़ों देशवासियों की इच्छा और आस्था का प्रश्न था, जिसका उत्तर देश ने पूरे सद्भाव के साथ खोजा है।”

    राष्ट्रपति ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने को लेकर शंकाएं थीं। आज वे इतिहास हो चुकी हैं। उन्होंने तीन दशक बाद नारी शक्ति वंदन अधिनियम (महिला आरक्षण विधेयक) पारित होने के लिए संसद सदस्यों की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि इससे लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित हुई है। यह वीमेन लेड डवलपमेंट के सरकार के संकल्प को मजबूत करता है।

    राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार का मानना है कि विकसित भारत की भव्य इमारत चार मजबूत स्तंभों – युवा शक्ति, महिला शक्ति, किसान और गरीब- पर खड़ी होगी।

    राष्ट्रपति ने कहा कि हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे थे। अब हम जीवन में पहली बार बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के अनुसार, मेरी सरकार के एक दशक के कार्यकाल में करीब 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं। यह प्रत्येक गरीब में नया विश्वास जगाने वाली बात है। जब 25 करोड़ लोगों की गरीबी दूर हो सकती है तो उसकी भी गरीबी दूर हो सकती है।

    राष्ट्रपति ने कहा कि संक्रमण काल में एक मजबूत सरकार होने का क्या मतलब होता है, ये हमने देखा है। बीते 3 वर्षों से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में दरारें पड़ गई हैं। इस कठिन दौर में, मेरी सरकार ने भारत को विश्व-मित्र के रूप में स्थापित किया है। विश्व-मित्र की भूमिका के कारण ही आज हम ग्लोबल साउथ की आवाज बन पाए हैं।

    राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार, भारत की युवाशक्ति की शिक्षा और कौशल विकास के लिए निरंतर नए कदम उठा रही है। इसके लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई गई और उसे तेजी से लागू किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा और भारतीय भाषाओं में शिक्षा पर बल दिया गया है। इंजीनियरिंग, मेडिकल, कानून जैसे विषयों की पढ़ाई भारतीय भाषाओं में प्रारंभ कर दी गई है।

  • अंकित सक्सेना मर्डर केस में दोषियों की संपत्ति, आय के बारे में हलफनामा दाखिल

    अंकित सक्सेना मर्डर केस में दोषियों की संपत्ति, आय के बारे में हलफनामा दाखिल

    नई दिल्ली। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में बुधवार को 2018 के अंकित सक्सेना मर्डर केस में दोषियों को सजा देने के मामले में दोषियों की ओर से जुर्माना और मुआवजे के लिए उनकी संपत्ति और आय के बारे में जानकारी देते हुए हलफनामा दाखिल किया गया। एडिशनल सेशंस जज सुनील कुमार शर्मा ने मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी को करने का आदेश दिया।

    कोर्ट ने दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकार को अंकित सक्सेना के परिजनों को दिए जाने वाले मुआवजे का आकलन करते हुए पीड़ित के प्रभाव की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया। इससे पहले 15 जनवरी को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस, दिल्ली विधिक सहायता प्राधिकार और दोषियों के वकीलों को हलफनामा दाखिल करके दोषियों की आमदनी, उनकी जिम्मेदारी और पूर्व के आपराधिक इतिहास का विस्तृत विवरण देने का निर्देश दिया था।

    सुनवाई के दौरान दोषियों के वकील ने मीडिया रिपोर्टिंग पर सवाल उठाते हुए उस पर रोक लगाने की मांग की। दोषियों की ओर से पेश इस दलील का दिल्ली पुलिस की ओर से विरोध करते हुए कहा गया कि दोषी करार देने का आदेश मीडिया में चलाया गया है, जो सार्वजनिक दस्तावेज के आधार पर चलाया जा रहा है।

    पश्चिमी दिल्ली के ख्याला में 1 फरवरी, 2018 को अंकित सक्सेना की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। अंकित सक्सेना के दूसरे धर्म की लड़की से प्रेम संबंध थे। कोर्ट ने 23 दिसंबर, 2023 को इस हत्याकांड के तीन आरोपितों को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 34 के तहत दोषी करार दिया था। धारा 302 के तहत उम्रकैद से लेकर फांसी तक की सजा का प्रावधान है।

    कोर्ट ने अंकित सक्सेना की हत्या के मामले में लड़की के माता-पिता और उसके मामा को भी दोषी करार दिया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से 28 गवाहों के बयान और उनकी ओर से पेश साक्ष्य दर्ज किये गए थे। 28 गवाहों में अंकित सक्सेना के पिता और शिकायतकर्ता यशपाल सक्सेना, मां कमलेश और अंकित के दो दोस्त नितिन और अनमोल सिंह बयान प्रमुख थे।