Category: मध्य प्रदेश

  • लोकसभा चुनावः मप्र में अंतिम दिन 64 अभ्यर्थियों ने भरे 89 नाम निर्देशन पत्र

    लोकसभा चुनावः मप्र में अंतिम दिन 64 अभ्यर्थियों ने भरे 89 नाम निर्देशन पत्र

    – छह संसदीय क्षेत्रों में कुल 113 अभ्यर्थियों द्वारा 153 नाम निर्देशन पत्र दाखिल

    भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन-2024 के निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार पहले चरण में मध्य प्रदेश के छह संसदीय क्षेत्रों में मतदान होना है। पहले चरण के लिए नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया बुधवार को पूरी हुई। नामांकन के अंतिम दिन 64 अभ्यर्थियों ने 89 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये हैं। इन छह संसदीय क्षेत्रों में अधिसूचना जारी होने से 27 मार्च तक कुल 113 अभ्यर्थियों द्वारा 153 नाम निर्देशन पत्र भरे गए हैं।

    यह जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दी। उन्होंने बताया कि अधिसूचना जारी होने से 27 मार्च तक लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-11 सीधी में 22 अभ्यर्थी द्वारा 30 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-12 शहडोल(अजजा) में 10 अभ्यर्थी द्वारा 14 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-13 जबलपुर में 22 अभ्यर्थी द्वारा 33 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-14 मंडला (अजजा) में 16 अभ्यर्थी द्वारा 18 नाम निर्देशन पत्र, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-15 बालाघाट में 19 अभ्यर्थी द्वारा 27 नाम निर्देशन पत्र एवं लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-16 छिन्दवाड़ा में 24 अभ्यर्थी द्वारा 31 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये हैं। नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये अभ्यर्थियों के शपथ पत्र एवं अन्य जानकारियां भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट की लिंक https://affidavit.eci.gov.in/ पर देखी जा सकती हैं। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा गुरुवार, 28 मार्च को होगी।

    राजन ने बताया कि पहले चरण के लिये नामांकन भर चुके प्रत्याशी शनिवार, 30 मार्च तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। पहले चरण के लिए शुक्रवार, 19 अप्रैल को मतदान होगा। मतगणना 4 जून को होगी।

  • महाकाल मंदिर के गर्भगृह में गुलाल डालने से भड़की आग, पुजारी समेत 13 झुलसे

    महाकाल मंदिर के गर्भगृह में गुलाल डालने से भड़की आग, पुजारी समेत 13 झुलसे

    उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई। इसमें पुजारी समेत 13 लोग झुलस गए। बताया जा रहा है कि आरती के दौरान गुलाल उड़ाने से आग भड़की। हादसे के समय मंदिर में हजारों श्रद्धालु महाकाल के साथ होली मना रहे थे। घायलों में 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें इंदौर रेफर किया गया है।

    सोमवार तड़के चार बजे महाकाल मंदिर में भस्मारती में रंग और गुलाल उड़ाया जा रहा था। इसी दौरान पुजारी कपूर से महाकाल की आरती भी कर रहे थे। इस दौरान अचानक आग भड़की और ऊपर लगे फ्लैक्स को अपनी चपेट में ले लिया। बताया जाता है कि इसका जलता हुआ हिस्सा नीचे आ गिरा। इसकी चपेट में आकर पांच पुजारी झुलस गए। करीब छह सेवक भी आग से झुलसे हैं। कुल 13 लोग आग की चपेट में आ गए। घटना में सत्यनारायण, चिंतामन, रमेश, अंश, शुभम, विकास, महेश, मनोज, संजय, आनंद, सोनू और राजकुमार नाम के पुजारी और सेवक झुलसे हैं। अग्निशमन यंत्रों से आग पर काबू पाया गया।

    घटना के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव के बेटे और बेटी भी मंदिर में मौजूद थे। दोनों भस्मारती दर्शन करने गए थे। दोनों सुरक्षित हैं। दो पुजारियों को उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया है। आग गर्भगृह के साथ ही नंदीहॉल के बाहरी हिस्से में लगी। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

    सूचना पर कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा अस्पताल पहुंचे। सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से चार लोगों को इंदौर रेफर किया गया है। कलेक्टर नीरज सिंह के अनुसार सभी की हालत खतरे से बाहर है। कुछ लोगों का कहना है कि मंदिर में गुलाल उड़ाते समय आग अचानक भड़क गई।

    कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश

    एक सेवक ने बताया कि आरती के दौरान किसी पुजारी पर गुलाल डाल दिया गया। यह गुलाल दीपक पर गिरा और आग भभक गई। आशंका जताई जा रही है कि केमिकल युक्त गुलाल से आग लग गई। मंदिर में रंग और गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को सुरक्षित करने के लिए कुछ फ्लैक्स भी लगाए गए हैं। वे भी आग की चपेट में आ गए। आग पर बाद में काबू पा लिया गया।

    कलेक्टर नीरज सिंह के अनुसार मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। हादसे के बाद महाकाल मंदिर में अफरातफरी के हालात निर्मित हो गए।

    डाक्टरों के देरी से पहुंचने पर पुजारी नाराज

    घटना के बाद सभी झुलसे लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया था। हालांकि डॉक्टर मौके पर नहीं थे। डाक्टरों के देरी से आने पर पुजारी नाराज हुए। ताबड़तोड़ अधिकारियों को फोन किया गया। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा भी मौके पर पहुंचे। बाद में चार पुजारियों को इंदौर अरबिंदो अस्पताल रैफर किया गया।

  • पारे ने पकड़ी रफ्तार, रतलाम में 39 डिग्री पर पहुंचा तापमान

    भोपाल। प्रदेश में ओले-बारिश का दौर थमने के बाद अब गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। शनिवार को रतलाम में रिकॉर्ड 39 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जबकि भोपाल-नर्मदापुरम समेत 5 शहरों में 38 डिग्री के पार रहा। रीवा में तो एक ही दिन में 5 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन तक गर्मी के तेवर ऐसे ही रहेंगे। रविवार को भी टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी होगी।

    प्रदेश का पूर्वी हिस्सा यानी जबलपुर, रीवा संभाग शनिवार को सबसे ज्यादा गर्म रहा। कई शहरों में दिन का तापमान 5 डिग्री तक बढ़ गया। रीवा में 5.1 डिग्री, छिंदवाड़ा में 1.7 डिग्री, जबलपुर में 2.4 डिग्री, खजुराहो में 3.4 डिग्री, मंडला में 1.8 डिग्री, नौगांव में 3.8 डिग्री, सागर में 2.8 डिग्री, सतना में 3.2 डिग्री, सिवनी में 1.2 डिग्री, सीधी में 3.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 3 डिग्री, उमरिया में 2 डिग्री, भोपाल में 2 डिग्री, रतलाम में 1.8 डिग्री, रायसेन में 1.6 डिग्री, ग्वालियर में 1.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई।

    शनिवार को सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 30.8 डिग्री रहा, जबकि रतलाम में तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 38.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 38, सागर में 38.6 और नर्मदापुरम 38.8 डिग्री रहा। जबलपुर, उज्जैन, शाजापुर, रायसेन, नौगांव, खरगोन, सतना, खंडवा, मंडला और खजुराहो में पारा 37 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। इंदौर, ग्वालियर, धार, बैतूल, सीधी और उमरिया में पारा 36 से 36.9 डिग्री तक रहा।

    वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी प्रदेश में कोई सिस्टम नहीं है। इस वजह से गर्मी का असर बढ़ रहा है। बारिश के आसार भी नहीं है। ऐसे में 27 से 31 मार्च के बीच कई शहरों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री तक पहुंच सकता है।

  • कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मप्र की 12 सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मप्र की 12 सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    – राजगढ़ से 33 साल बाद लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह

    – रतलाम से कांतिलाल भूरिया और भोपाल से अरुण श्रीवास्तव को बनाया उम्मीदवार

    भोपाल, । लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश की 12 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। भोपाल से अरुण श्रीवास्तव और राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, रतलाम लोकसभा सीट से कांतिलाल भूरिया को टिकट दिया गया है। कांग्रेस अब तक मप्र की 29 सीटों में 22 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है जबकि सात सीटों को अभी होल्ड पर रखा है। कांग्रेस ने अब तक एक महिला को टिकट दिया है जबकि पांच वर्तमान विधायक, एक सांसद और एक राज्य सभा सांसद को प्रत्याशी बनाया है।

    अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने शनिवार देर रात लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की है। इसमें 45 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है। इस सूची में मध्य प्रदेश की 12 सीटों के लिए उम्मीदवार शामिल हैं। राजगढ़ सीट से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। राजगढ़ दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है और 33 साल बाद इस सीट से वे लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें भोपाल से मैदान में उतारा था लेकिन भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने उन्हें बुरी तरह पराजित किया था।

    कांग्रेस ने रतलाम सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को उतारा है। इंदौर से अक्षय बम, बालाघाट से सम्राट सारस्वत और जबलपुर से दिनेश यादव को टिकट दिया गया। उज्जैन के तराना से विधायक महेश परमार, मंदसौर से पूर्व विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया गया है।

    सागर से चंद्रभूषण सिंह गुड्डू राजा बुंदेला को प्रत्याशी बनाया है। वह विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह खुरई से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया था। वहीं, रीवा से नीलम अभय मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा गया है। नीलम सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा की धर्मपत्नी हैं। शहडोल से फुंदेलाल सिंह मार्को प्रत्याशी होंगे, जो पुष्पराजगढ़ से विधायक हैं। वहीं होशंगाबाद से तेंदूखेड़ा के पूर्व विधायक संजय शर्मा को मैदान में उतारा है।

    भोपाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अरुण श्रीवास्तव को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समर्थक माना जाता है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक अरुण को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने कांग्रेस नेता दिग्विजय से चर्चा के बाद टिकट दिया है। वह भोपाल जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष हैं।

    सूत्रों का कहना है कि गुना लोकसभा सीट को लेकर मामला उलझा हुआ है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है जबकि स्थानीय स्तर पर उनके नाम को लेकर सहमति नहीं है जिसके चलते अभी इस सीट के प्रत्याशी को लेकर निर्णय नहीं हो पाया है। वहीं, मुरैना, ग्वालियर, दमोह, खंडवा और विदिशा के प्रत्याशियों को लेकर अभी मंथन किया जा रहा है।

    पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए दो विधायकों पर दांव लगाया है। पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल सिंह मार्को और तराना से महेश परमार अभी विधायक हैं। पहली सूची में फूल सिंह बरैया, सिद्धार्थ कुशवाहा और ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया गया था।

  • अवैध सामग्री व असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर रखें निगरानीः जिला निर्वाचन अधिकारी

    अवैध सामग्री व असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर रखें निगरानीः जिला निर्वाचन अधिकारी

    जबलपुर,। जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सोमवार को लोकसभा निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिये स्थैतिक निगरानी दल की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्थैतिक निगरानी दल का महत्वपूर्ण दल है, जिसमें एक मजिस्ट्रेट, चार पुलिस कर्मी और एक वीडियोग्राफर होंगे। जो अवैध सामग्री, असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर निगरानी रखेंगे। उन्होंने जांच के दौरान संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में करने के निर्देश दिये।

    उन्होंने प्रतिदिन वीडियो रिकॉर्डिंग की सूची आरओ को सौंपने को कहा। कोई भी व्यक्ति 300 रुपये जमा कर वीडियो सीडी की प्रति प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि 50 हजार या अधिक राशि किसी अभ्यर्थी या उसके ऐजेंट, पार्टी कार्यकर्ता को ले जाने वाले वाहन में या पोस्टर, निर्वाचन सामग्री, ड्रग्स, शराब, हथियार अथवा 10 हजार रुपये से अधिक ऐसी उपहार सामग्री ले जायी जा रही है जिसका इस्तेमाल निर्वाचकों को प्रलोभन में इस्तेमाल की संभावना है, को जप्त किये जाने की शर्त के अधीन होगी।

    उन्होंने स्थैतिक निगरानी दल के सदस्यों को सामान या वाहन की जांच करते समय मर्यादित आचरण करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि यदि कोई स्टार प्रचारक अनन्य रूप से अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिये एक लाख रूपये तक की नगदी ले जा रहा है या कोई दलीय पदाधिकारी दल के कोषाध्यक्ष के उस प्रमाणपत्र जिसमें धनराशि और उसके अभिप्रेत उपयोग का उल्लेख किया हो के साथ नगदी ले जा रहा है तो एसएसटी टीम में प्राधिकारीगण प्रमाण पत्र की एक प्रति रख लेंगे और नगदी जप्त नहीं करेंगे। यदि वाहन में 10 लाख से अधिक नगदी पायी जाती है तो किसी अपराध से जुड़े होने या किसी अभ्यर्थी या अभिकर्ता या दलीय पदाधिकारी सहलग्नता का कोई संदेश नहीं होता है तो एसएसटी टीम नगदी जप्त नहीं करेगी और आयकर कानूनों के अंतर्गत आवश्यक कार्यवाही करने के लिये आयकर प्राधिकारी को सूचना देगी।

    उन्होंने कहा कि जांच के दौरान अपराध के होने की आशंका होने पर एसएसटी के प्रभारी पुलिस अधिकारी द्वारा सीआरपीसी के प्रावधान अनुसार जप्ती की जायेगी और मजिस्ट्रेट या पुलिस प्रभारी द्वारा 24 घंटे के भीतर क्षेत्राधिकार वाले न्यायालय में एफआईआर दर्ज की जायेगी। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि जप्ती की डबल एंट्री न हो इसपर ध्यान दें, संबंधित क्षेत्र के अधिकारी एसएसटी दल के लिये टेंट व पानी की व्यवस्था करेंगे। साथ ही वीडियोग्राफर के लिये चार्जिंग की सुविधा सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान बताया गया कि टीम के सभी सदस्य इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम ईएसएमएस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर उसे लॉगइन कर लें। बैठक में ईएसएमएस की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से बताया गया।

    मतदाता के स्वाभिमान को जगाएं

    लोक सभा चुनाव के निर्विघ्न और सुचारू संचालन के लिये नियुक्त सेक्टर अधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस अधिकारियों की सोमवार को चार सत्रों में बैठकें हुईं। प्रत्येक सत्र में दो-दो विधानसभा क्षेत्रों के सेक्टर अधिकारी एवं सेक्टर पुलिस अधिकारी शामिल हुये। सेक्टर अधिकारी एवं सेक्टर पुलिस अधिकारियों की ये बैठकें जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर दीपक सक्सेना और पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने ली।

    बैठक में बताया गया कि सेक्टर अधिकारी एवं सेक्टर पुलिस अधिकारी अपने सेक्टर के सभी मतदान केन्द्रों के लिये निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होने तक के लिये जिम्मेदार होते हैं। सेक्टर अधिकारियों को यथा समय उसी क्षेत्र के लिये विशेष कार्यपालक शक्तियां भी दी जाती हैं। कलेक्टर सक्सेना ने कहा कि सेक्टर ऑफिसर चुनाव प्रक्रिया में रिटर्निंग अधिकारी और मतदान दलों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करेंगे। सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र के क्रिटिकल व वल्नरेबिलिटी मैंपिंग, मतदाता जागरूकता, चुनाव प्रबंधन व ईव्हीएम की कार्यप्रणाली, कानून व्यवस्था, मतदान प्रक्रिया, आदर्श आचरण संहिता व आयोग के दिशा निर्देशों की सही जानकारी रखें।

    उन्होंने सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिये कि वे अग्रिम रूट चार्ट, मतदान केन्द्र की बुनियादी सुविधायें जैसे विद्युत, फर्नीचर, छाया, पानी, रैंप, टॉयलेट, मतदान केन्द्र पर पहुंचने के रास्ते, मतदान केन्द्र की वास्तविक दूरी, मतदान केन्द्रों पर पहुंचने का समय आदि की तैयारी व जानकारी रखें। साथ ही कहा कि सेक्टर अधिकारी प्रत्येक मतदाता को स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भिक होकर मतदान कराने के लिये आवश्यक वातावरण का निर्माण करें ताकि कोई भी मतदान को प्रभावित न कर सके। मतदान को प्रभावित करने वाले, रोकने वाले, प्रलोभन देने व डराने,धमकाने वालों की पहचान सुनिश्चित करें। क्रिटिकल वल्नरेबल क्षेत्र की पहचान कर वहां निगरानी करें।

    सक्सेना ने कहा कि मतदाता का बताएं कि ऑफर देने वालों के नाम वे सेक्टर मजिस्ट्रेट को दें, उनके नाम गोपनीय रखे जायेंगे। पिछले चुनाव के मतदान प्रतिशत के ऑकलन पर क्षेत्र का पहचान करें। स्वतंत्र, निष्पक्ष व पारदर्शी मतदान के लिये लोगों को जागरूक करें उनके स्वाभिमान को जगाएं कि वे प्रलोभन में न आएं। चुनाव के 72 घंटे पूर्व सेक्टर मजिस्ट्रेट की बहुत भूमिका होती है, सेक्टर ऑफिसर को मतदान दल को मार्गदर्शन करने की दक्षता हो, पीठासीन अधिकारी के कार्यों का ज्ञान हो, पीठासीन की डायरी, मतदान सामग्री, सीलिंग, दस्तावेज की तैयारी आदि निर्वाचन संबंधी सभी कार्य आना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि इस बात को ध्यान रखना है कि मतदान केन्द्र के अंदर कोई भी मोबाईल फोन न ले जाये। उन्होंने कहा कि कुछ मतदान केन्द्रों में वेबकास्टिंग की जायेगी। अत: पोलिंग बूथ और वेबकास्टिंग कैमरा के लिये सोच समझकर उचित जगह का चयन किया जाये।

    जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सक्सेना ने लोकसभा चुनाव के दौरान निषिद्ध वस्तुओं, बड़ी मात्रा में नकदी एवं बहुमूल्य धातुओं के परिवहन पर सख्ती से रोक लगाने सभी एनफोर्समेंट ऐजेंसियों के अधिकारियों को आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये।

  • मप्रः शासकीय विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा

    मप्रः शासकीय विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा

    भोपाल। राजधानी भोपाल के शासकीय विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोक प्रतिनिधत्व अधिनियम, 1951 की धारा 160 (क) में उल्लेखित प्रावधानों के अनुसार विश्राम भवन अधिग्रहित किये गए हैं।

    रविवार को जारी आदेश अनुसार विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा। विश्राम गृह परिसर में निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता का पालन करना आवश्यक होगा। जिला दण्डाधिकारी की अनुमति के बिना विश्राम गृह किसी अन्य को आवंटित नहीं किया जाएगा ।विश्राम गृह की विद्युत, पेयजल, सफाई आवश्यक फर्नीचर / काकरी और खानसामा एवं स्टाफ संबंधी अन्य व्यवस्थाएं नियंत्रक अधिकारी द्वारा परिसर में सुनिश्चित की जाएगी। जिला दण्डाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी भोपाल द्वारा प्रदत्त एवं समय-समय पर जारी सभी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। अनुविभागीय दण्डाधिकारी (समस्त) जिला भोपाल संबंधित नियंत्रणकर्ता के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्र के विश्राम गृहों पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएंगे।

    इसी प्रकार सर्किट रेस्ट हाउस प्रोफेसर कॉलोनी, लोक विभाग निर्माण, एनएचडीसी गेस्ट हाउस श्यामला हिल्स भोपाल, विश्राम गृह,विश्राम गृह कोलार तिराहा, रेस्ट हाउस सी०पी०ए रेस्ट हाउस होटल पलाश के पास बाणगंगा भोपाल,एमपी गेस्ट हाउस एमपी गेस्ट हाउस होशंगाबाद रोड भोपाल,माध्यमिक मण्डल भोपाल विश्राम गृह, शिक्षा माध्यमिक शिक्षा मण्डल लिंक नम्बर-1 भोपाल,आरबीआई गेस्ट हाउस रिजर्व बैंक आफ इंडिया गेस्ट हाउस सुभाष चौराहा चार इमली,म०प्र०वि०म० गेस्ट हाउस रेल्वे स्टेशन भोपाल,नर्मदा रेल्वे आफिसर्स गेस्ट (रेल्वे विभाग) हबीबगंज भोपाल,भेल गेस्ट हाउस साँची एवं नर्मदा भेल गेस्ट हाउस कमला नेहरू पार्क के पास बरखेड़ा भेल, क्षितिज गेस्ट हाउस पिपलानी पेट्रोल पम्प के पास भोपाल, विश्राम गृहों को नियंत्रणकर्ता अधिकारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करेंगे।

  • लोकसभा चुनावः भोपाल पुलिस ने निकाला 500 जवानों एवं 70 वाहनों के साथ फ्लैग मार्च

    लोकसभा चुनावः भोपाल पुलिस ने निकाला 500 जवानों एवं 70 वाहनों के साथ फ्लैग मार्च

    भोपाल। आगामी लोकसभा चुनाव निष्पक्ष, निर्भीक एवं शांतिपूर्ण रुप से संपन्न कराने के मद्देनजर रविवार को पुलिस द्वारा सेंट्रल लायब्रेरी से पैदल फ्लैग मार्च एवं लाल परेड मैदान से वाहनों से फ्लैग मार्च निकाला गया। इसमें लगभग 500 जवान तथा 70 चार पहिया वाहन शामिल रहे, जो लगभग 40 किलोमीटर के दायरे में संवेदनशील इलाक़ों में निकाला गया।

    पैदल फ्लैग मार्च-

    पैदल फ्लैग मार्च पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारियों एवं जवानों के साथ प्रात: 11:30 बजे सेंट्रल लायब्रेरी ग्राउंड से आरंभ किया जाकर इतवारा, बुधवारा चौराहा, थाना तलैया चौराहा होते हुए लिली टॉकीज, जिंसी तिराहे होते हुए शब्बन चौराहा से होते हुए लाल परेड पर समाप्त हुआ। फ्लैग मार्च एक घण्टे में लगभग पांच किलोमीटर दायरे के संवेदनशील इलाक़ों में निकाला गया, जिसमें जिला पुलिस बल, क्यूआरएफ, एसएएफ समेत लगभग 500 अधिकारी- कर्मचारी सम्मिलित रहे।

    वाहनों से फ्लैग मार्च-

    वाहनों से फ्लैग मार्च पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के नेतृत्व में समस्त अधिकारियों एवं फोर्स के साथ लाल परेड मैदान से लगभग 12:30 बजे प्रारम्भ हुआ, जो कि मालवीय नगर, रोशनपुरा होते हुए लिंक रोड 1, अर्जुन नगर तिराहे, 5 नंबर स्टॉफ, 6 नंबर, सुभाष स्कुल होते हुए मानसरोवर तिराहा, प्रगति, बोर्ड ऑफिस, चेतक ब्रिज होते हुए, रचना नगर गौतम नगर, सुभाष नगर होते हुए प्रभात चौराहा से वापस ओवर ब्रिज होते हुए मैदा मिल, डीबी माल के सामने से होते हुए पुरानी जेल होते हुए वापस लाल परेड ग्राउंड पर समाप्त हुआ, जो लगभग 35 किलोमीटर दायरे में रहा।

    निम्न वाहन रहे शामिल-

    फ्लैग मार्च में रुद्र, वज्र, थाना मोबाइल, जिप्सी, बस समेत लगभग 70 वाहन शामिल रहे, जिसमें जिला पुलिस बल, QRF, SAF के जवान समेत लगभग 500 अधिकारी/कर्मचारी सम्मिलित रहे। फ्लैग मार्च का मुख्य उद्देश्य आमजन को निर्भीक एवं निष्पक्ष होकर मतदान करने हेतु प्रेरित करना तथा शहर में सुरक्षा का माहौल बनाए रखना एवं गुंडों, बदमाशों तथा असामाजिक तत्वों में भय का माहौल उत्पन्न करना था, ताकि आमजन सुरक्षित महसूस करते हुए जिम्मेदार एवं जागरूक होकर निर्भीक व निष्पक्ष मतदान कर सके।

  • फिर बदलेगा मौसम, प्रदेश में अगले चार दिन ओले-बारिश की संभावना

    फिर बदलेगा मौसम, प्रदेश में अगले चार दिन ओले-बारिश की संभावना

    भोपाल,। मध्यप्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव होने वाला है। प्रदेश में अगले 4 दिन यानी 19 मार्च तक ओले-बारिश का दौर चलेगा। मार्च में तीसरी बार शनिवार से मौसम बदलेगा। मंडला, डिंडोरी, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं, जबकि 40 से 50कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलने का अनुमान भी है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने से ऐसा होगा। मौसम के इस बदलाव का असर जबलपुर समेत पूर्वी हिस्से के 26 जिलों में असर पड़ेगा।

    वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि वर्तमान में उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। इस वजह से बारिश, ओले और तेज आंधी चल सकती है। जबलपुर संभाग के सभी जिलों में ओलावृष्टि और बारिश होगी। पूर्वी हिस्से में मौसम बदला रहेगा।

    नए सिस्टम की एक्टिविटी से जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग में ज्यादा असर रहेगा, जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-उज्जैन संभाग में हल्के बादल छा सकते हैं। नर्मदापुरम संभाग में भी मौसम बदला रहेगा। सिस्टम से पहले शुक्रवार को प्रदेश में गर्मी का असर बना रहा। मौसम में आए इस बदलाव से प्रभावित जिलों में तापमान की बढ़त पर रोक लग सकती है।

  • म.प्र.: भाजपा के राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने दिया पार्टी से इस्तीफा

    म.प्र.: भाजपा के राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने दिया पार्टी से इस्तीफा

    भोपाल। एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बड़ी संख्या में नेता भाजपा में आ रहे हैं, वहीं, भाजपा के एक राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज दिया है।

    भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अजयप्रताप सिंह ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने शनिवार को अपना एक लाइन का इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दिया। इसकी प्रतिलिप उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी.शर्मा को भी भेजी है। बताया जा रहा है कि अजय प्रताप सीधी से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाह रहे थे और टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे। वे 2018 से राज्यसभा सदस्य हैं। भाजपा ने इस बार सीधी से डॉ. राजेश मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। 2019 में रीति पाठक इस सीट से सांसद चुनी गई थीं, उनके विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद से यह सीट रिक्त हो गई थी।

  • तरपुर: आईपीएस अगम जैन होंगे जिले के नए एसपी

    तरपुर: आईपीएस अगम जैन होंगे जिले के नए एसपी

    छतरपुर। मध्यप्रदेश शासन के गृह विभाग द्वारा शुक्रवार को प्रदेश के कई आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं, जिसमें छतरपुर पुलिस अधीक्षक का तबादला भी किया गया है। आईपीएस अगम जैन को छतरपुर का नया एसपी बनाया गया है।

    जारी आदेश के अनुसार, छतरपुर के वर्तमान पुलिस अधीक्षक अमित सांघी की नई पदस्थापना एसएएफ भोपाल सेंट्रल जोन डीआईजी के रूप में की गई है, जबकि उनके स्थान पर छतरपुर का नया पुलिस अधीक्षक 2016 बैच के आईपीएस अगम जैन को बनाया गया है। पूर्व में अगम जैन राज्यपाल के परिसहाय के रूप में राजभवन में भी कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा वे झाबुआ एसपी भी रह चुके हैं।