Category: देश

  • आईपीएल के पहले दो हफ्तों के कार्यक्रम की घोषणा, 22 मार्च को पहले मैच में सीएसके का सामना आरसीबी से

    आईपीएल के पहले दो हफ्तों के कार्यक्रम की घोषणा, 22 मार्च को पहले मैच में सीएसके का सामना आरसीबी से

    पहले दो हफ्तों में 21 मैच, 10 शहरों में खेले जाएंगे

    शुरुआती दो हफ्तों में दिल्ली कैपिट्ल्स का घरेलू मैदान विजाग होगा

    नई दिल्ली,। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के पहले दो हफ्तों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। आईपीएल के पहले दो हफ्तों की शुरुआत 22 मार्च से होगी और 7 अप्रैल, 2024 तक चलेगी। इस दौरान, 21 मैच, 10 शहरों में खेले जाएंगे, जिसमें प्रत्येक टीम न्यूनतम तीन और अधिकतम पांच मैच खेलेगी।

    बीसीसीआई की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 17वें सीज़न की शुरुआत 22 मार्च शुक्रवार को चेन्नई में गत चैंपियन और पांच बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मैच से होगी। पहले सप्ताहांत में दो डबल हेडर होंगे, जिसकी शुरुआत शनिवार दोपहर को पंजाब किंग्स द्वारा दिल्ली कैपिटल्स की मेजबानी से होगी, इसके बाद शाम को कोलकाता नाइट राइडर्स सनराइजर्स हैदराबाद की मेजबानी करेगा। रविवार दोपहर (24 मार्च) को लीग जयपुर में स्थानांतरित हो जाएगी, जहां घरेलू टीम राजस्थान रॉयल्स का सामना लखनऊ सुपर जायंट्स से होगा। रविवार शाम घरेलू टीम गुजरात टाइटंस की टीम, 2022 चैंपियन और पिछले सीज़न की फाइनलिस्ट पांच बार की विजेता मुंबई इंडियंस के सामने होगी।

    विशाखापत्तनम में अपने पहले दो घरेलू मैच खेलने का फैसला करने के बाद, दिल्ली कैपिटल्स की टीम पहले रविवार, 31 मार्च को चेन्नई सुपर किंग्स की मेजबानी करेगी और फिर बुधवार, 3 अप्रैल को उसी स्थान पर कोलकाता नाइट राइडर्स का सामना करेगी।

    पहले की तरह, बीसीसीआई भारत में आगामी लोकसभा चुनावों से संबंधित सभी आवश्यक प्रोटोकॉल और सलाह का पालन करते हुए सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा। एक बार 18वीं लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो जाने के बाद, बोर्ड पहले दो सप्ताह के कार्यक्रम से संबंधित किसी भी मुद्दे की समीक्षा करेगा और उसका समाधान करेगा। इसके बाद, बीसीसीआई मतदान की तारीखों को ध्यान में रखते हुए शेष सत्र के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगा।

  • इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स रांची टेस्ट मैच से ठीक पहले पिच देखकर हुए हैरान

    इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स रांची टेस्ट मैच से ठीक पहले पिच देखकर हुए हैरान

    रांची। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मैच शुक्रवार से रांची में होने जा रहा है। मैच की शुरुआत से पहले इंग्लैंड टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने पिच को लेकर हैरानी जताई है। बेन स्टोक्स ने कहा कि इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा है।

    गुरुवार को बेन स्टोक्स ने कहा कि उन्हें रांची की पिच समझ नहीं आई, क्योंकि दूर से ऐसा लगा कि यह घास से ढकी हुई है, लेकिन करीब से जाकर देखने पर पता चला कि उसमें कई जगह दरारें हैं और बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए काफी मुश्किल हो सकती है।

    उन्होंने कहा कि मुझे कोई अंदाजा नहीं है इसलिए मैं नहीं जानता कि क्या हो सकता है। ड्रेसिंग रूम से पिच हरी और घास वाली दिखती है लेकिन जब आप करीब जाते हैं तो यह अलग दिखती है। बहुत काली और उबड़-खाबड़ और कुछ दरारें भी, जो साफ दिखती हैं।

    उल्लेखनीय है कि सीरीज में भारतीय टीम 2-1 से आगे है। सीरीज का चौथा मैच रांची में शुक्रवार से खेला जाएगा।

  • सीबीआई ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसर सहित देश में 30 स्थानों पर की छापेमारी

    सीबीआई ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसर सहित देश में 30 स्थानों पर की छापेमारी

    नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को किरू जलविद्युत परियोजना में कथित भ्रष्टाचार के मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसर सहित देश भर में 30 स्थानों की तलाशी ली।

    सीबीआई ने देश के विभिन्न शहरों में 30 स्थानों पर छापेमारी के लिए 100 अधिकारियों के साथ सुबह अपना अभियान शुरू किया। सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक यह मामला किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट (एचईपी) के 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्यों के आवंटन में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है।

    सत्यपाल मलिक 23 अगस्त, 2018 और 30 अक्टूबर, 2019 के बीच जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल थे। उस दौरान उन्होंने दावा किया था कि उन्हें परियोजना से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी।

  • पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर वापस लेने का जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम ने लिया संकल्प

    पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर वापस लेने का जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम ने लिया संकल्प

    नई दिल्ली। मीरपुर बलिदान भवन समिति और जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम, नई दिल्ली ने आज पीओके वापस लेने का “संकल्प दिवस” मनाया।

    कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित कार्यक्रम में उच्च न्यायालय जम्मू द्वारा 1947 में पीओजेके से विस्थापित 5300 परिवारों के पक्ष में दिए गए फैसले का स्वागत किया गया, जो वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के बाहर बसे हुए हैं और उन्हें प्रधानमंत्री पुनर्वास विकास पैकेज, 2015 के अंतर्गत पैकेज में शामिल किया गया है।

    इस अवसर पर आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस को दिल्ली उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल (सेवानिवृत्त) भारत गुप्ता और सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति विद्याभूषण ने संबोधित किया। प्रेस कांफ्रेंस में 1947 में पीओजेके से विस्थापित परिवारों के सदस्यों ने विभाजन की व्यथा व कबायलियों द्वारा किये गए अत्याचारों के बारे में बताया।

    जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम द्वारा बताया गया कि 22 फरवरी, 1994 को भारतीय संसद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर कहा कि भारत के लोगों की ओर से दृढ़ता से घोषणा की जाती है कि जम्मू और कश्मीर राज्य भारत का एकीकृत हिस्सा रहा है और रहेगा और अलग करने के किसी भी प्रयास का देश के बाकी हिस्सों से इसका हर तरह से विरोध किया जाएगा। आज हम पाकिस्तान को भारत सरकार के कड़े फैसले की याद दिलाने के लिए एकत्र हुए हैं।

    मीरपुर बलिदान भवन समिति और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम, 1947 में पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) से विस्थापित होकर वर्तमान में जम्मू और कश्मीर के बाहर रहने वाले 5300 परिवारों को प्रधानमंत्री राहत पैकेज 2015 के तहत 5.5 लाख रुपये पैकेज का लाभ दिए जाने के महत्वपूर्ण फैसले पर जम्मू और कश्मीर के उच्च न्यायालय का स्वागत करते हैं। उच्च न्यायालय ने उनके पक्ष में दर्जा और अधिकार देने का भी निर्देश दिया, जो पूर्ववर्ती जम्मू और कश्मीर राज्य में बसे 1947 के पीओजेके के 26319 परिवारों को प्राप्त था और उनका पैकेज लाभ जल्द 6 महीने के भीतर दिया जाना चाहिए।

    इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम महिदर मेहता, डॉ. सुदेश रतन, मदन मोहन गुप्ता, श्याम सुन्दर गुप्ता विशेष रूप से उपस्थति रहे। उन्होंने 1947 के पीओजेके के विस्थापित परिवारों की और से जम्मू-कश्मीर के न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान भारत सरकार और जम्मू-कश्मीर सरकार से यथाशीघ्र अपेक्षित अधिसूचना जारी करने का भी आग्रह किया गया। विस्थापन के समय के वास्तविक पीड़ितों में अभी केवल 2 से 3 प्रतिशत व्यक्ति जीवित हैं, जिनकी आयु भी 80 वर्ष से अधिक हो गयी है, वर्तमान सरकार इस मामले में शीघ्र कार्यवाही करे तो जीवन के अंतिम समय में मान्यता मिलने से इन बुजुर्गों को संतोष होगा। कार्यक्रम के समापन पर पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर वापस लेने का जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम तथा मीरपुर बलिदान भवन समिति ने संकल्प लिया।

  • कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को मिलेगी जेड प्लस सुरक्षा

    कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को मिलेगी जेड प्लस सुरक्षा

    नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की जाएगी। केन्द्रीय एजेंसियों की ओर से खतरे का आकलन करने के बाद यह फैसला लिया गया है।

    सूत्रों के मुताबिक मल्लिकार्जुन खड़गे को अब सीआरपीएफ की ओर से दी जाने वाली देश की सबसे उच्च स्तर का सुरक्षा कवर दिया जाएगा। इसके बाद केवल एसपीजी की सुरक्षा का स्थान आता है, जिसे केवल प्रधानमंत्री को दिया जाता है।

    इस सुरक्षा कवर में सीआरपीएफ कमांडो के साथ 55 कर्मी शामिल हैं, जो चौबीस घंटे सुरक्षा देते हैं। इस कवर में एक बुलेटप्रूफ गाड़ी और तीन शिफ्ट में एस्कॉर्ट भी शामिल है।

  • सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने लॉन्च किए चार परिवर्तनकारी पोर्टल

    सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने लॉन्च किए चार परिवर्तनकारी पोर्टल

    -समाचार पत्रों, पत्रिकाओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया हुई सरल, ‘प्रेस सेवा पोर्टल’ का शुभारंभ

    नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने गुरुवार को चार परिवर्तनकारी पोर्टल लॉन्च किए। इस पहल का उद्देश्य समाचार पत्र प्रकाशकों और टीवी चैनलों के लिए अधिक अनुकूल कारोबारी माहौल को बढ़ावा देकर व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करना, सरकारी संचार में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाना, प्रामाणिक सरकारी वीडियो तक आसान पहुंच प्रदान करना और स्थानीय केबल ऑपरेटरों (एलसीओ) का एक व्यापक डेटाबेस बनाना है। इसके साथ सरकार को भविष्य में केबल टेलीविजन क्षेत्र में नियामक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने में सक्षम बनाना है।

    इन पोर्टल सेवा में पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों के पंजीकरण में एक आदर्श बदलाव लाने के लिए प्रेस सेवा पोर्टल, पारदर्शी एम्पैनलमेंट मीडिया योजना और ई-बिलिंग प्रणाली, सरकारी वीडियो के लिए एकीकृत हब और एलसीओ के लिए राष्ट्रीय रजिस्टर शामिल है।

    इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत को निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में देखा जाता है, जहां वैश्विक कंपनियां व्यवसाय स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने परिवर्तनकारी शासन और आर्थिक सुधारों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व का जिक्र करते हुए कहा कि इससे भारत में व्यापार करने में आसानी में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे मौजूदा व्यवसायों और नए उद्यमियों दोनों से निवेश में वृद्धि हुई है। विशेष रूप से स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र फला-फूला है, जिसमें स्टार्टअप और यूनिकॉर्न की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

    व्यापार करने में आसानी में सुधार की दिशा में सरकार की उपलब्धियों की मान्यता के बारे में विस्तार से बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन्हें विश्व स्तर पर मान्यता मिली है, जैसा कि विश्व बैंक के व्यापार करने में आसानी सूचकांक और लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक जैसे अंतरराष्ट्रीय सूचकांकों में इसकी बेहतर रैंकिंग से पता चलता है। उन्होंने आगे कहा कि सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) जैसे प्लेटफार्मों की सफलता एमएसएमई और छोटे व्यवसायों के लिए समान अवसर बनाने के सरकार के प्रयासों को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व ने न केवल आर्थिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया है बल्कि मानसिकता परिवर्तन को बढ़ावा देने, उद्यमियों को राष्ट्रीय विकास में भागीदार के रूप में मान्यता देने पर भी ध्यान केंद्रित किया है। इस दृष्टिकोण से धन सृजन, नौकरी के अवसर और उच्च आय में वृद्धि हुई है, जिससे देश के समग्र कल्याण और विकास को लाभ हुआ है।

    सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने अपने संबोधन में कहा कि इन पहलों से हमें मीडिया के साथ अपने जुड़ाव को सुव्यवस्थित करने और बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे न केवल पारदर्शिता और नवप्रवर्तन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि विभागों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने में भी मदद मिलेगी।

  • ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, सात पुलिसकर्मी घायल

    ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, सात पुलिसकर्मी घायल

    दुमका। जिले के जरमुंडी प्रखंड के तालझारी थाना क्षेत्र के खजुरिया गांव में दो पक्ष में चल रहे जमीन विवाद सुलझाने गए पुलिस पदाधिकारियों व जवानों पर एकजुट होकर ग्रामीणों ने पथराव किया। इसमें जरमुंडी थाने के एएसआई बमशंकर सिंह का सिर फट गया।

    इसके साथ ही एएसआई केके दुबे, सिपाही राजेंद्र हांसदा, रामदेव सिंह, देवेंद्र मरांडी, जयधन हांसदा एवं जय कुंवर घायल हो गए। सभी पुलिसकर्मियों का प्राथमिक उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जरमुंडी में किया गया। घटना के संदर्भ में बताया जा रहा है कि खजुरिया गांव में जमीन विवाद को सुलझाने के लिए तालझारी थाना पुलिस पहुंची थी।

    इस दौरान ग्रामीण उग्र हो गए एवं पुलिस बल के साथ दुर्व्यवहार कर उन्हें खदेड़ दिया। मामले को लेकर तालझारी थाना के पुलिस पदाधिकारी ने जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार एवं वरीय पदाधिकारी को सूचित किया। जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार, जरमुंडी थाना के पुलिस पदाधिकारी व जवान के साथ खजुरिया गांव पहुंचे। पुलिस बल के गांव पहुंचते ही एकाएक ग्रामीण पुनः उग्र हो गए एवं पथराव करने लगे। इस दौरान ग्रामीणों के द्वारा किए गए पथराव में पुलिस पदाधिकारी व पुलिसकर्मी घायल हो गए।

    मामले की जानकारी जिले के वरीय पदाधिकारी को मिलने पर डीसी एवं एसपी के निर्देश पर दुमका एसडीओ कौशल किशोर, जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार, तालझारी के थाना पदाधिकारी व अन्य पुलिस जवान के साथ गांव में कैंप किए हुए हैं। पुलिस के वरीय पदाधिकारियों ने लोगों को समझा बूझकर मामला को शांत किया।

  • हेमंत सोरेन ने पीएमएलए के विशेष कोर्ट के आदेश को हाई कोर्ट में दी चुनौती

    हेमंत सोरेन ने पीएमएलए के विशेष कोर्ट के आदेश को हाई कोर्ट में दी चुनौती

    रांची। रांची प्रीवेन्शन ऑफ़ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के विशेष कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री और बरहेट के विधायक हेमंत सोरेन को बजट सत्र में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है। कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। पीएमएलए के विशेष कोर्ट के इस आदेश को हेमंत सोरेन ने हाई कोर्ट में चुनौती दी है। शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई होगी।

    शुक्रवार से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू होना है। बजट सत्र में हेमंत सोरेन के शामिल होने को लेकर पीएमएलए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गयी थी। कोर्ट से यह आग्रह किया गया था कि 23 फरवरी को शुरू होने वाले बजट सत्र में हेमंत सोरेन को विधानसभा में मौजूदगी की अनुमति दी जाये। ईडी की ओर से विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार उर्फ काका जी ने बहस की।

  • प्रधानमंत्री ने नवसारी में 44 हजार करोड़ रुपये से अधिक के 121 विकास कार्यों की दी सौगात

    प्रधानमंत्री ने नवसारी में 44 हजार करोड़ रुपये से अधिक के 121 विकास कार्यों की दी सौगात

    -एनएचएआई द्वारा 10,070 करोड़ रुपये के खर्च से निर्मित वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस के एक हिस्से का कार्य प्रारंभ

    – रेलवे विभाग की भी 1100 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

    नवसारी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को नवसारी जिले की जलालपोर तहसील के वांसी बोरसी गांव से राज्य के दक्षिण जोन के विभिन्न जिलों में जनसुविधा को बढ़ाने वाले कुल 44,216 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने नवसारी की जलालपोर तहसील के वांसी बोरसी गांव में बनने वाले पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्रा) पार्क के निर्माण कार्य का भी प्रारंभ कराया। प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के स्वप्न और अमृत काल के संकल्प को साकार करते हुए कुल 44,216 रुपये के विकास कार्यों की भेंट दी।

    मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात की स्थापना से लेकर अब तक मात्र एक दिन में 57,815 करोड़ के विकास कार्यों की भेंट दी है, आज के इस ऐतिहासिक अवसर के हम सभी साक्षी बने हैं। उन्होंने कहा, सामान्य नागरिकों का विकास मोदी की प्रतिबद्धता है। प्रधानमंत्री ने आज दक्षिण गुजरात को 44214 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की भेंट दी। मुख्यमंत्री इसे विकास के प्रति प्रतिबद्धता का परिणाम बताते हुए कहा कि ‘जो कहा, वो किया’ की कार्य संस्कृति को विकसित कर दुनिया को विकास की राजनीति दिखाई है। पहले विकास कार्यों के लिए एक दशक में जितने रुपये आवंटित नहीं होते थे, आज एक दिन में आवंटित हो जाते हैं। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में लोगों को बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं।

    मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विकास की यात्रा को आगे बढ़ाए जाने का उल्लेख करते हुए जोड़ा, “मोदी है, तो मुमकिन है।” उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व में पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। अयोध्या में बना मंदिर विकास से विरासत की यात्रा है। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभ लोगों को घर बैठे मिल रहे हैं। आदिवासी बच्चे शिक्षा से सज्ज होकर विश्वबंधु बन रहे हैं। सूरत शहर की विकास गाथा का वर्णन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सूरत शहर 5041 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के साथ ‘ईज ऑफ लिविंग’ बना है। स्वच्छता सर्वेक्षण में सूरत ने देश में प्रथम क्रम पर आकर ‘सूरत सोनानी मूरत (सूरत सोने की मूरत)’ कहावत को सिद्ध किया है। वर्ष 2047 में स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूर्ण होने का उल्लेख कर भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गुजरात देश का पहला राज्य है, जिसने वर्ष 2047 के अनुरूप अपना विजन तैयार कर वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ आगे बढ़ रहा है। भारत वर्ष 2047 तक दसों दिशाओं में विकास का परचम लहराएगा; इसकी गारंटी है। मुख्यमंत्री ने संकल्प व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत विश्वगुरु बनेगा।

    सांसद सी.आर. पाटील ने कहा कि विकास पुरुष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनहितकारी योजनाओं का लाभ लेकर देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त अनाज प्रदान किया जा रहा है। सरकार किसानों, मध्यम वर्ग, गरीबों सहित सभी लोगों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। देश के युवा को आत्मनिर्भर तथा रोजगार देने वाला बनाने के लिए ऋण के रूप में गारंटी प्रधानमंत्री ने दी है। प्रधानमंत्री ने किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये सीधे उनके खाते में देकर किसानों के हितों की रक्षा की है। प्रधानमंत्री ने देश के नागरिकों का मुफ्त टीकाकरण करवा कर सभी को सुरक्षित बनाया। समारोह में मुख्यमंत्री को गांधी और प्रधानमंत्री के अयोध्या स्थित राम मंदिर की 5 किलो चांदी से बनाई गई प्रतिकृति भेंट स्वरूप अर्पित की गई।

    इन योजनाओं का हुआ लोकार्पण व शिलान्यास

    प्रधानमंत्री ने 22,500 करोड़ रुपये से अधिक के खर्च से काकरापार परमाणु ऊर्जा परियोजना की यूनिट-3 और यूनिट-4 का लोकार्पण, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य, राज्य के सड़क एवं भवन विभाग के 2000 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों, भारतीय रेलवे के 1100 करोड़ के कार्यों, सूरत महानगर पालिका, सूरत शहरी विकास प्राधिकरण (सूडा) और डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल (ड्रीम) सिटी के 5000 करोड़ से अधिक के कार्य, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स विभाग के 500 करोड़ से अधिक के कार्य, जल संसाधन विभाग के 300 करोड़ से अधिक के कार्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के 100 करोड़ से अधिक, जलापूर्ति विभाग के 500 करोड़ से अधिक, आदिजाति विकास विभाग के 100 करोड़ से अधिक, श्रम, कौशल विकास और रोजगार विभाग के 75 करोड़ से अधिक, गृह विभाग के 200 करोड़ से अधिक, शहरी विकास और शहरी आवास निर्माण विभाग के 900 करोड़ से अधिक और केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के 400 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों सहित कुल 44,216 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

  • मध्य प्रदेश के 176 गोदामों को किया गया ब्लैक लिस्टेड

    मध्य प्रदेश के 176 गोदामों को किया गया ब्लैक लिस्टेड

    भोपाल। मध्य प्रदेश में मार्च के अंतिम सप्ताह से गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू होगी। करीब 100 लाख मीट्रिक टन खरीदी के हिसाब से तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन प्रदेश के 176 गोदामों पर न तो उपार्जन होगा और न ही इनमें गेहूं का भंडार किया जाएगा। कीट लगा खाद्यान्न रखने, सेंट्रल पूल के लिए भारतीय खाद्य निगम को खाद्यान्न देने में आनाकानी करने, समय पर न खोलने सहित अन्य गड़बड़ियों के कारण 176 गोदामों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।

    यह कार्रवाई भारतीय खाद्य निगम के निर्देश पर गुरुवार को मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिंग कॉर्पोरेशन (राज्य भंडार गृह निगम) द्वारा की गई है। प्रदेश के जिन 176 वेयरहाउस और गोदाम को ब्लैक लिस्टेड किया है, उनमें खंडवा जिले के दो वेयरहाउस शामिल हैं। एक पुनासा के पास पामाखेड़ी का मां नर्मदा वेयरहाउस है, जहां एफसीआई ने एप्रोच रोड की समस्या बताई। वहीं दूसरा वेयरहाउस खालवा का दिव्यशक्ति है, जो जनजातीय मंत्री कुंवर विजय शाह का है। इस वेयरहाउस में तौलकांटे में गड़बड़ी होना बताया गया है।

    गौरतलब है कि जबलपुर के गोदामों में गुणवत्ताहीन धान पाए जाने के मामले को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पिछले दिनों उपार्जन नीति को लेकर आयोजित बैठक में भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने बताया था कि कुछ गोदाम संचालकों द्वारा सेंट्रल पूल में खाद्यान्न का उठाव करने में अवरोध उत्पन्न किया गया। गोदामों को समय पर नहीं खोला, पहुंच मार्ग को जानबूझकर खराब किया और कीटोपचार नहीं किया गया। परिणाम यह हुआ कि गोदामों में रखा खाद्यान्न कीटग्रस्त हो गया।

    निगम ने ऐसे गोदामों की सूची देते हुए इनमें उपार्जन केंद्र न खोलने और भंडारण नहीं करने के लिए निर्देशित किया था। इस आधार पर राज्य भंडार गृह निगम ने गुरुवार को सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा कि वर्ष 2024-25 में गेहूं उपार्जन के दौरान उन गोदामों में न तो उपार्जन केंद्र खोले जाएं और न ही भंडारण किया जाए, जिन पर भारतीय खाद्य निगम ने आपत्ति जताई गई है। दरअसल, सेंट्रल पूल में समय पर परिदान न होने से खाद्यान्न के खराब होने की आशंका होती है और उसका पूरा वित्तीय भार राज्य सरकार के ऊपर आता है।

    ब्लैक लिस्टेड प्रमुख गोदाम

    भोपाल- मूलचंद, ज्ञानवी, गिरिधर, बीएम और राजेश्वरी वेयरहाउस।

    इंदौर – तुलसी नारायण गर्ग साइलो, ज्योति मिल, लक्ष्य, रघुवंश एग्रो फूड साइलो।

    उज्जैन – चंदप्रभा, भवानी, नफीस, बालाजी, मंगलमूर्ति, याारदा, रिद्धि सिद्धी, राम बा, श्रीराम, चामंडेश्वरी, मधुसूदन, चंद्रावत, सदगुरु, रूद्र और महाकालेश्वर, शारदा, मां आशापुर और वैष्णव साइलो।

    जबलपुर – स्पर्श, बेनी माधव, मां विद्या, राधिका, अन्नपूर्णा, नसीम एंड संस, शिवेरी, श्री सरस्वती, श्रीकृष्ण, वीके और नर्मदा एग्रो लाजिस्टिक्स।