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  • रजिस्ट्रार को मिली धमकी के बाद दिल्ली हाई कोर्ट समेत सभी निचली अदालतों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध

    रजिस्ट्रार को मिली धमकी के बाद दिल्ली हाई कोर्ट समेत सभी निचली अदालतों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध

    नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार को ई-मेल के जरिए मिली धमकी के बाद हाई कोर्ट समेत दिल्ली की सभी निचली अदालतों में सुरक्षा के प्रबंध कड़े कर दिए गए हैं। दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन समेत कुछ निचली अदालतों की बार एसोसिएशन ने वकीलों को संदेश भेजकर सुरक्षा जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है।

    इसी तरह कड़कड़डूमा कोर्ट के बार एसोसिएशन शाहदरा बार एसोसिएशन के सचिव रमन शर्मा ने भी संदेश भेजा है और सभी वकीलों से सुरक्षा जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है। साकेत कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील कामोद कुमार यादव ने भी पुष्टि करते हुए कहा है कि बार एसोसिएशन ने सुरक्षा जांच में सहयोग करने को कहा है।

  • रास चुनाव: भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित चार उम्मीदवारों ने गुजरात से दाखिल किया नामांकन

    रास चुनाव: भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित चार उम्मीदवारों ने गुजरात से दाखिल किया नामांकन

    गांधीनगर/अहमदाबाद,। गुजरात से राज्यसभा की चार सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन भाजपा के चार उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। इनमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मयंक नायक, गोविंद ढोलकिया, जसवंत सिंह परमार शामिल हैं।

    भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा गुजरात से राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए आज सुबह अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने उनका स्वागत किया।

    फिलहाल गुजरात से राज्यसभा की 11 सीटों में से दो सीटें गैर-गुजराती के पास चली गई। इसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हैं। गुजरात से कांग्रेस के प्रतिनिधित्व की बात करें तो साल 2026 के बाद एक भी कांग्रेसी राज्यसभा में नहीं रहेगा। वर्तमान में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र सांसद शक्ति सिंह गोहिल भी जून 2026 में अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।

    भाजपा ने राज्यसभा में सौराष्ट्र, उत्तर और मध्य गुजरात का संतुलन बनाने की कोशिश की है। एक लेउवा पटेल और उत्तर और मध्य गुजरात से दो ओबीसी को मौका दिया गया है। गुजरात की चारों राज्यसभा सीटें भाजपा के खाते में जा रही हैं। अब तक दो सीटें भाजपा और दो सीटें कांग्रेस के पास थीं। हालांकि संख्याबल की कमी के चलते कांग्रेस ने फॉर्म नहीं भरने का ऐलान किया है। अब विधायकों की संख्या 156 होने के कारण इन चारों सीटों पर भाजपा के दावेदार आसानी से जीत जाएंगे। नतीजतन ये चारों सीटें निर्विरोध रहेंगी।

    जेपी नड्डा मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। जेपी नड्डा ने छात्र जीवन के दौरान ही राजनीति में प्रवेश कर लिया था। उन्होंने जयप्रकाश नारायण के विभिन्न आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया। वर्ष 1993 में वह पहली बार हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर सदर विधानसभा सीट से विधायक चुने गये और विधानसभा में विपक्ष के नेता भी चुने गये। 1998 में वह एक बार फिर विधायक बने। वर्ष 2010 में उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। जेपी नड्डा 2012 में राज्यसभा सांसद चुने गए। 2014 में जब देश में भाजपा की सरकार आई तो जेपी नड्डा को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया। 2019 में उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया और 2020 में उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना गया।

    मयंक नायक मेहसाणा से भाजपा में प्रमुख ओबीसी चेहरा हैं और भाजपा ओबीसी सेल के अध्यक्ष भी हैं। वे मेरी मिट्टी मेरा देश अभियान के प्रभारी रहे हैं। वह मंडल स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उन्होंने एक बार परिवार की जीविका के लिए रिक्शा भी चलाया था।

    गोविंद ढोलकिया प्रमुख पाटीदार उद्योगपति के रूप में जाने जाते हैं। वे सूरत के मशहूर हीरा व्यापारी हैं। वह मूल रूप से सौराष्ट्र के अमरेली जिले के दुधाला के रहने वाले हैं। उन्होंने सौराष्ट्र में जल संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण काम किया है। ढोलकिया को नरेन्द्र मोदी का करीबी माना जाता है। उन्होंने राममंदिर निर्माण में 11 करोड़ का योगदान दिया, वह रामकृष्ण एक्सपोर्ट ग्रुप के मालिक हैं, जिसका सालाना राजस्व 15000 करोड़ है।

    जशवंत सिंह परमार गोधरा शहर के जाने-माने डॉक्टर और पंचमहल के बख्शी पंच मोर्चा के कार्यकारी सदस्य हैं। वह बैरिया बख्शीपंच समाज से आते हैं। गोधरा में 60 हजार से ज्यादा बैरिया बख्शीपंच समाज के वोटर हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें टिकट नहीं मिला लेकिन उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा और जीतने वाले उम्मीदवार से तीसरे स्थान पर रहे थे।

  • राज्यसभा चुनाव: उप्र में भाजपा के 8वें उम्मीदवार ने किया नामांकन, सपा की राह हुई मुश्किल

    राज्यसभा चुनाव: उप्र में भाजपा के 8वें उम्मीदवार ने किया नामांकन, सपा की राह हुई मुश्किल

    लखनऊ। राज्यसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से भाजपा के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया। गुरुवार को नामांकन का अंतिम दिन था। भाजपा के इस फैसले से आठवें सीट पर सपा की राह अब आसान नहीं रह गई है।

    संजय सेठ ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य समेत प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में विधानसभा के कक्ष में बने निर्वाचन कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल किया। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि पार्टी के आठों प्रत्याशी चुनाव जीतेंगे। विधानसभा में हमारे पास दो तिहाई से अधिक बहुमत है।

    उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों पर चुनाव हो रहा है। नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। आवश्यक होने पर मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे भी उसी दिन मतगणना के बाद घोषित कर दिए जाएंगे।

    इस चुनाव में भाजपा पहले ही अपनी पार्टी के विधायकों के संख्या बल के हिसाब से सात उम्मीदवारों को मैदान में उतार चुकी है। सभी उम्मीदवारों ने बुधवार को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया था। वहीं सपा ने अपनी पार्टी के विधायकों की संख्या के हिसाब से तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन संजय सेठ के नामांकन करने से सपा की चुनावी गणित गड़बड़ा गई है। संजय सेठ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते थे। वह सपा के कोषाध्यक्ष भी रह चुके हैं, लेकिन उन्होंने पाला बदलते हुए भाजपा उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया।

    उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 252, सपा के 108 और कांग्रेस के दो सदस्य हैं। सदन में भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13 और निषाद पार्टी के 06 विधायक हैं। रालोद के 09, सुभासपा के 06, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के 02 और बसपा का 01 सदस्य है। उप्र में राज्यसभा प्रत्याशी को जीतने के लिए 37 विधायकों के प्रथम वरीयता के वोट चाहिए।

  • महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों के लिए हुए सात नामांकन, निर्दलीय उम्मीदवार ने फंसाया पेंच

    महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों के लिए हुए सात नामांकन, निर्दलीय उम्मीदवार ने फंसाया पेंच

    मुंबई। महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों के लिए गुरुवार को सात उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है। शुक्रवार को नामांकन पत्रों की छानबीन में अगर सभी नामांकन सही पाए गए तो महाराष्ट्र विधानसभा में राज्यसभा की छह सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान तय माना जा रहा है। आज सातवें निर्दलीय उम्मीदवार ने नामांकन करके निर्विरोध चुनाव पर पेंच फंसा दिया है।

    भारतीय जनता पार्टी की ओर से गुरुवार को अशोक चव्हाण, मेधा कुलकर्णी और डॉ. प्रदीप गोपछड़े ने नामांकन दाखिल किये हैं। शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से मिलिंद देवड़ा, राकांपा की ओर से प्रफुल्ल पटेल ने अपना-अपना नामांकन दाखिल किया है। इस तरह भाजपा गठबंधन की ओर से पांच नामांकन दाखिल किए गए हैं। नामांकन भरते समय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, राकांपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे, छगन भुजबल आदि उपस्थित थे।

    इसी तरह कांग्रेस पार्टी की ओर से चंद्रकांत हंडोरे ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय बडेट्टीवार, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण उपस्थित थे। पुणे के सामाजिक कार्यकर्ता विश्वास जगताप में सातवें और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है।

    इन सातों नामांकनों की छानबीन शुक्रवार को होगी। राज्यसभा के लिए नामांकन भरते समय विधानसभा के 10 सदस्यों के हस्ताक्षर होना आवश्यक है। अगर निर्दलीय उम्मीदवार विश्वास जगताप के नामांकन में 10 विधायकों के हस्ताक्षर नहीं होंगे तो यह नामांकन रद्द कर दिया जाएगा। फिलहाल महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर कल का दिन महत्वपूर्ण होने की संभावना जताई जा रही है।

  • रास चुनाव : भाजपा के दो उम्मीदवारों ने राजस्थान से दाखिल किया नामांकन

    रास चुनाव : भाजपा के दो उम्मीदवारों ने राजस्थान से दाखिल किया नामांकन

    जयपुर। राजस्थान से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक निर्वाचन के लिए गुरुवार को भाजपा की ओर से चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड ने नामांकन पत्र दाखिल किये। दोनों उम्मीदवारों ने रिटर्निंग ऑफिसर महावीर प्रसाद शर्मा को नामांकन पत्र के दो-दो सेट प्रस्तुत किये।

    गरासिया के नामांकन के वक्त मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सांसद सीपी जोशी और पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ मौजूद थे। वहीं राठौड़ के नामांकन के वक्त मुख्यमंत्री शर्मा, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी एवं प्रेम चन्द बैरवा और पूर्व मुख्यमंत्री राजे मौजूद थीं।

    राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए हो रहे चुनाव में गुरुवार को नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था। बुधवार को कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। सोनिया वर्तमान में उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा की सदस्य हैं। अब उन्होंने पहली बार राज्यसभा के लिए नामांकन भरा है।

    राजस्थान में राज्यसभा की 10 सीटें हैं, इनमें से तीन सीटों के लिए निर्वाचन होना है। ये सीटें तीन अप्रैल 2024 को रिक्त हो रही हैं। कांग्रेस के डॉ. मनमोहन सिंह और भाजपा के भूपेंद्र यादव का कार्यकाल तीन अप्रैल 2024 को पूरा हो रहा है, जबकि भाजपा के डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। विधायकों की संख्याबल के हिसाब से तीन में से दो सीट पर भाजपा और एक पर कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत तय है।

    शुक्रवार यानी 16 फरवरी को नामांकन पत्रों की संवीक्षा होगी। अभ्यर्थी 20 फरवरी तक नाम वापस ले सकेंगे। वर्तमान में भाजपा के तीसरा और कांग्रेस के दूसरा उम्मीदवार घोषित नहीं करने के कारण निर्विरोध चुनाव होने की संभावना है। निर्विरोध चुनाव होने के कारण 27 फरवरी काे वोटिंग नहीं होगी। चूंकि 20 फरवरी को नाम वापसी की आखिरी तारीख है। संभवत: इसी दिन शाम को रिजल्ट घोषित किया जा सकता है। राज्यसभा चुनाव के फार्मूले के हिसाब से एक सीट के लिए 51 विधायकों के प्रथम वरीयता के मत चाहिए। भाजपा के पास 115 विधायक हैं, इसलिए पार्टी दो ही सीट जीत सकती है। तीसरी जीतने के लिए भाजपा के पास संख्या बल नहीं है जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में जाना तय है।

  • किसान आंदोलन : राजस्थान से पंजाब जाने वाली दो ट्रेनें रद्द, एक का मार्ग बदला, बॉर्डर्स पर सुरक्षा बढ़ी

    किसान आंदोलन : राजस्थान से पंजाब जाने वाली दो ट्रेनें रद्द, एक का मार्ग बदला, बॉर्डर्स पर सुरक्षा बढ़ी

    जयपुर,। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया है। प्रदर्शन के तीसरे दिन गुरुवार को किसान आंदोलन का असर ट्रेनों पर भी पड़ रहा है। राजस्थान से पंजाब जाने वाली दो ट्रेनें रद्द की गई हैं और एक ट्रेन का रूट बदला गया है। किसानों के दिल्ली कूच की संभावनाओं को देखते हुए आज भी पंजाब-हरियाणा बॉर्डर सील है।

    हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर में आंदोलन का असर अधिक है। यहां सरकारी बसें इंटर स्टेट बॉर्डर क्रॉस नहीं कर रही हैं। इस कारण यात्रियों को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। किसान नेताओं के रुख को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सभी बॉर्डर्स पर सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून-व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं होगा।

    जयपुर में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पार्टी अहिंसक किसान आंदोलन के साथ है। डोटासरा ने कहा कि हम किसानों के बंद को पूरा सहयोग देंगे, कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। किसान संगठनों के शुक्रवार को बुलाए गए बंद को कांग्रेस ने समर्थन दिया है। किसानों के बंद में कांग्रेस कार्यकर्ता भी सहयोग करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने वादा किया है कि हमारी सरकार बनते ही हम किसानों को एमएसपी का हक देंगे।

    हनुमानगढ़ के जंक्शन थाने में पुलिस अफसरों ने किसान प्रतिनिधि और सीएलजी सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में सभी सदस्यों और किसान प्रतिनिधियों को शुक्रवार को भारत बंद को लेकर पुलिस का सहयोग करने को कहा है। किसान प्रतिनिधियों को शांतिपूर्ण तरीके से बाजार बंद या अन्य विरोध प्रदर्शन की गतिविधियां करने को कहा गया। हनुमानगढ़ में किसान नेता रमनदीप कौर ने कहा कि हम तीन दिन से यहां डटे हुए हैं। दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं। हमें गांवों में ही पुलिस ने ऐसे घेर लिया है कि जैसे हम अपराधी हों। क्या किसानों के लिए ही धारा 144 है। पीएम मोदी खुद लाइव प्रोग्राम कर रहे हैं, क्या उसमें धारा 144 लागू नहीं होगी। हम पीछे नहीं रहेंगे। दिल्ली जाकर रहेंगे।

    उत्तर पश्चिम रेलवे के सीनियर पीआरओ कमल जोशी ने बताया कि बठिंडा से श्रीगंगानगर और श्रीगंगानगर से बठिंडा जाने वाली ट्रेन को पूरी तरह से निरस्त किया गया है। अंबाला-श्रीगंगानगर और श्रीगंगानगर-अंबाला ट्रेन को भी बठिंडा तक चलाया जाएगा। अजमेर-अमृतसर ट्रेन भी तरणतारण जिले से होते हुए चलाई जाएगी। पंजाब की तरफ से आने वाली बसें राजस्थान बॉर्डर से करीब दो किलोमीटर पहले ही यात्रियों को उतार रहीं हैं। इस कारण साधुवाली बॉर्डर पर लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है।

    पंजाब से आने वाली बसें राजस्थान-पंजाब सीमा तक ही आवागमन कर रही है। उसके बाद यात्रियों को लगभग दो किलोमीटर पैदल चलने के बाद श्रीगंगानगर आने के लिए साधुवाली गांव में टैम्पो मिलता हैं। जिन किसानों की कृषि बैरिकेड्स के उस पार है, उन्हें अपने खेत तक जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान सीमा से सटे पंजाब के गांवों से श्रीगंगानगर में दिहाड़ी-मजदूरी के लिए आने वाले लोग भी बॉर्डर सील होने से परेशान हैं। उन्हें श्रीगंगानगर आने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है।

    अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन अरविन्द कुमार जाखड़ ने बताया कि किसान संगठनों ने 16 फरवरी को भारत बंद की घोषणा की हुई है। इसके दृष्टिगत 16 फरवरी तक साधुवाली बॉर्डर को सील रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में कहीं पर भी किसानों के प्रदर्शन आदि की सूचना नहीं है।

  • अगले सात दिनों में प्रधानमंत्री देश को देंगे सात एम्स की सौगात

    अगले सात दिनों में प्रधानमंत्री देश को देंगे सात एम्स की सौगात

    नई दिल्ली। आगामी एक हफ्ते में देश को सात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की सौगात मिलने वाली है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रेवाड़ी एम्स का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ 20 फरवरी को वे जम्मू एम्स का उद्घाटन करेंगे और 25 फरवरी को देश को पांच एम्स अस्पताल का उद्घाटन करेंगे।

    केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने बताया कि पिछले 60 सालों में देश में सिर्फ 6 एम्स थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में एक हफ्ते में सात एम्स देश को समर्पित किया जा रहा है। 10 हजार करोड़ की लागत से तैयार सभी सात एम्स देश के स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूती देंगे और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे। गुरुवार को मीडिया से बातचीत में डॉ. मांडविया ने बताया कि 25 फरवरी को देश में पांच एम्स राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा, जिसमें राजकोट एम्स (गुजरात), मंगलगीरी एम्स (आंध्रप्रदेश), रायबरेली एम्स (उत्तर प्रदेश), कल्याणी (पश्चिम बंगाल) एम्स और भटिंडा एम्स शामिल है। इन सभी एम्स को विकसित करने पर केन्द्र सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

    उन्होंने बताया कि देश के कई एम्स में पिछले छह महीनों में 29, हजार फैकल्टी की नियुक्तियां की गई हैं। इन एम्स के शुरुआत से देश में स्वास्थ्य सेवा और मजबूत होगी और लाखों लोगों को इससे लाभ मिलेगा।

    रेवाड़ी एम्स में क्या होगा खास-

    203 एकड़ में बनाए जाने वाले रेवाड़ी एम्स में 750 बिस्तर, 30 ट्रामा बेड, 75 आईसीयू बेड, 16 ऑपरेशन थियेटर, 15 सुपर स्पेशलिटी विभाग, सीटी स्कैन, एमआरआई, लैब की सुविधा उपलब्ध होगी। इसमें शैक्षणिक भवन भी बनाए जाएंगे, जिसमें मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, 500 सीट वाला ऑडिटोरियम, आयुष ब्लॉक -30 बिस्तर होंगे। इसके साथ 150 लोगों के लिए रात्रि आश्रय भी होगा। इसके साथ आवासीय इकाइयां, छात्रावास भी बनाए जाएंगे। लगभग 1646 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले इस एम्स से हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लोगों को लाभ होगा।

  • उप्र के सिसौली में किसानों की पंचायत शनिवार को, आंदोलन पर बनेगी रणनीति

    उप्र के सिसौली में किसानों की पंचायत शनिवार को, आंदोलन पर बनेगी रणनीति

    मेरठ। पंजाब और हरियाणा में किसान आंदोलन की गर्माहट अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने 16 फरवरी को किसानों से खेतों में काम नहीं करने का आह्वान किया है। इसके अगले दिन यानी 17 फरवरी (शनिवार) को मुजफ्फरनगर के ग्राम सिसौली में पंचायत बुलाई गई है। इस पंचायत में किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

    भाकियू (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि किसान 16 फरवरी को गांधीवादी तरीके से कामबंद करके अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन करेगा। 17 फरवरी को सिसौली में किसान भवन में पंचायत में दूसरे राज्यों के किसान प्रतिनिधि भी शामिल होंगे और किसान आंदोलन पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

    पंजाब से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। अभी तक भाकियू (टिकैत) ने इस आंदोलन से दूरी बनाई हुई है, लेकिन किसान आंदोलन की सुगबुगाहट पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी होने लगी है। भाकियू टिकैत ने 16 फरवरी को किसानों से खेतों में काम नहीं करने का आह्वान किया है। इसके बाद ही आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए भाकियू ने 17 फरवरी को पंचायत बुलाई है।

  • भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन 17-18 फरवरी को, 11 हजार से अधिक डेलिगेट्स लेंगे भाग

    भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन 17-18 फरवरी को, 11 हजार से अधिक डेलिगेट्स लेंगे भाग

    BJP national convention meeting

    नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतने के मकसद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 17-18 फरवरी को राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय अधिवेशन करेगी। भारत मंडपम में आयोजित होने वाली इस बैठक में देश से 11,500 से अधिक डेलिगेट्स भाग ले रहे हैं।

    भाजपा मुख्यालय में गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में 400 से पार के लक्ष्य को साधने के लिए राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया जा रहा है। इस अधिवेशन का उद्घाटन 17 फरवरी को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे और 18 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समापन भाषण देंगे।

    रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दो दिवसीय बैठक आगामी चुनावों पर केंद्रित होगी। इसके साथ ही ‘विकसित भारत’ की अवधारणा को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है। इस बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। इसके साथ विस्तारकों की बैठक भी आयोजित की जाएगी। सम्मेलन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय परिषद के पदाधिकारी, देशभर के जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, लोकसभा प्रभारी, क्लस्टर प्रभारी, लोकसभा संयोजक, लोकसभा विस्तारक, अनुशासन समिति, वित्त समिति, राज्यों के मुख्य प्रवक्ता, दो दिवसीय मंथन सत्र में देशभर से मीडिया सेल के संयोजकों, आईटी सेल के पदाधिकारियों समेत विभिन्न स्तरों के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है।

  • संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को किया ग्रामीण भारत बंद का ऐलान

    संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को किया ग्रामीण भारत बंद का ऐलान

    नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) और केन्द्रीय ट्रे़ड यूनियनों ने शुक्रवार को किसानों और श्रमिकों के मुद्दों को लेकर ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया है।

    एसकेएम ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि वह चाहते हैं कि किसानों को सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए। इसके साथ ही पंजाब सीमा पर किसानों पर पुलिस कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए।

    एसकेएम के एक पदाधिकारी ने कहा कि किसान चाहते हैं कि सरकार ने जो वादे आंदोलन के समय किए थे, उन्हें पूरा करे।

    उधर, केन्द्रीय ट्रे़ड यूनियनों की मांग है कि सभी मजदूरों का न्यूनतम वेतन 26,000 हजार रुपये प्रति माह किया जाए।