Category: देश

  • IPS पियूष मॉर्डिया को वाराणसी जोन की कमान, हर्ष मे मऊ

    IPS पियूष मॉर्डिया को वाराणसी जोन की कमान, हर्ष मे मऊ

    (ब्रह्मा नंद पाण्डेय)

    मऊ( खरी दुनिया)। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले मे पुलिस अधीक्षक रहे पीयूष मॉर्डिया को शासन द्वारा वाराणसी जोंन् को संभालने की जिम्मेदारी से नवाजे जाने की फैली खबर से वुद्धिजीवियों मे खुशी की लहर है। मऊ के बाद कई जनपद, मंडल को संभालते हुए मोर्डिया जी वर्ष २०१२ मे डी आई जी, वर्ष २०१६ मे आईजी वर्ष २०२३ मे एडीजी बने।


    बतौर आईपीएस पियूष मॉर्डिया से खरी दुनिया के संवाददाता की मुलाक़ात जनपद मऊ मे पदासीन होने के बाद हुई थी। उस समय संवाददाता एक् समाचार एजेंसी के संवाददाता थे। न्यायप्रिय और कर्तब्यनिष्ठ “आईपीएस” पीयूष मॉर्डिया जी ने अपने मऊ कार्यकाल के दौरान कई चुनौतियों को बड़े सहज भाव से नियंत्रित किया था।

    थाना सराय लखनसी के ताजोपुर गाव मे हुए गोली कांड मे आरोपियों की गिरफ्तारी मे पियूष मॉर्डिया साहब ने बड़ी ईमानदारी से कर्तब्यो का निर्वहन किया था।

    इनकी सतर्कता के कारण इलाके मे बड़ी वारदात पर नियंत्रण पाया गया था। इस घटना मे करीब करीब 3 दर्जन लोग प्रभावित हुए थे। पीयूष मॉर्डिया जी को वाराणसी जोन की कमान मिलते ही जनपद के बुद्धिजीवियों मे हर्ष का वातावरण है। लोग उनके कार्यकाल को याद कर फुले नहीं समा रहे है।

  • ग्राम प्रधान इटौरा डोरीपुर को डीएम मऊ की नोटिस, 7 लाख 95 हजार से अधिक का गबन

    ग्राम प्रधान इटौरा डोरीपुर को डीएम मऊ की नोटिस, 7 लाख 95 हजार से अधिक का गबन

    —-15 दिन में स्पष्ट जवाब देने का दिया निर्देश
    स्थलीय जांच में 795 961 रुपए के गबन का हुआ खुलासा

    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय )

    मऊ(खरी दुनिया)। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्रा ने घोसी ब्लॉक के इटोरा डोरी प्रोग्राम पंचायत के प्रधान और पंचायत सेक्रेटरी को 795961 रुपए की सरकारी धन के गबन का दोषी पाया है। तीन सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।

    जारी आदेश में जिलाधिकारी ने कहा है कि इटौरा डोरीपुर गांव के शिकायत कर्ता रीतेश राजभर कि शिकायत पर तत्कालीन जिलाधिकारी अरुण कुमार ने नवंबर 2023 को जांच समिति का गठन कर जांच क्या 15 दिन के अंदर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था जांच समिति में जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी तथा अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को जांच की जिम्मेदारी दी गई थी।

    जिलाधिकारी द्वारा दी गई समयावधि बीत जाने के बाद जांच रिपोर्ट 17 नवंबर को जांच टीम गांव में पहुंची तो प्रधान और सेक्रेटरी गांव में मौजूद ही नहीं थे। प्रधान को फोन करके जांच समिति ने मौके पर बुलाया तो वह 2 घंटे बाद पहुंचे लेकिन शिकायत संबंधी कोई भी अभिलेख जांच समिति के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया। शिकायतकर्ता द्वारा बार-बार चक्कर लगाने के बाद भी जांच समिति के समक्ष प्रधान न तो उपस्थित हुए और नहीं अभिलेख प्रस्तुत किया।

    इस पर शिकायतकर्ता सहित गांव के अन्य लोगों ने जांच अधिकारियों पर ही ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी को गांव में विकास कार्यों की निवेश बदलने का समय देने का आरोप लगाने लगे बाद में जाट समिति में नौ बिंदुओं से संबंधित विकास कार्यों की अभिलेखीय और स्थलीय जांच की। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट मैं लिखा है कि ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी में गांव में कई विकास कार्यों के नाम पर बिना कोटेशन और गांव में खुली बैठक के ही साधना ट्रेडर्स मूंग मास और भावनपुर की एक संस्था को डेस्क बेंच और ह्यूम पाइप आदि का भुगतान किया गया दर्शाया गया है।

    स्थलीय जांच में परिषदीय विद्यालय में डेस्क बेंच लगे नहीं मिले। नव बिंदु पर जांच रिपोर्ट में समिति ने 7 लाख 95 हजार 961 रुपए का गबन का आरोप ग्राम प्रधान अनुपमा देवी और सेक्रेटरी पर लगाते हुए जिलाधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित कर दिया।

    जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए नोटिस का जवाब 15 दिनों के अंदर देने का निर्देश दिया है जिलाधिकारी ने वीडियो घोषित खंड विकास अधिकारी घोसी को आदेश दिया है कि नोटिस ग्राम प्रधान को तामील करा कर उसकी पावती अधोहस्ताक्षरी को तुरंत भेजें।

    उधर ग्राम पंचायत में विकास कार्य में हुई अनियमितता की शिकायत करने वाले रितेश राजभर और उसके परिजनों को ग्राम प्रधान की ओर से लगातार धमकियां दी जा रही थी और शिकायत को वापस लेने का दबाव डाला जा रहा था जिसकी शिकायत उसने पुलिस अधीक्षक से की है।

    लेखक – इलाहाबाद हाई कोर्ट मे अधिवक्ता है

  • सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया का अग्रदूत बना जेम : प्रशांत कुमार सिंह

    नई दिल्ली। इलेक्ट्रानिक माध्यम से सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया की शुरुआत करने वाले गवर्नमेंट ईमार्केटप्लेस (जेम) ने नया रिकार्ड बनाया है। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही अभी जारी है। फिलहाल इस 11 महीनों के भीतर ही जेम ने 3 लाख करोड़ रुपये सकल मर्चेंडाइज वैल्यू (जीएमवी) के रिकार्ड स्तर को हासिल कर लिया है। इसने पिछले वित्त वर्ष के 2 लाख करोड़ जीएमवी के आंकडे़ को काफी पीछे छोड़ दिया है।

    गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जीईएम) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार सिंह ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि जेम पर खरीद का चलन बढ़ रहा है। इस माध्यम पर सहकारी संस्थाओं सहित ग्राम पंचायतों को अधिक से अधिक जोड़ने की दिशा में काम चल रहा है। जेम पर लोगों का भरोसा बढ़ रहा है। यही कारण है कि वित्त वर्ष 2022-23 में 504 करोड़ रुपये के मुकाबले 12 फरवरी 2024 तक ये 914 करोड़ रुपये तक बढ़ गया है।

    उन्होंने कहा कि सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया में अग्रदूत की भूमिका रखने वाले इस प्लेटफॉर्म का गठन प्रधानमंत्री की परिकल्पना से किया गया, जिसका लक्ष्य डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेनंस’ को बढ़ावा देना है। वर्ष 2016 में अपनी शुरुआत के बाद से ही जेम ने सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया में नई क्रांति ला दी है। इसने केन्द्र/राज्य सरकार के मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, पंचायतों व सहकारी समितियों द्वारा वस्तुओं एवं सेवाओं की खरीदारी के लिए पारदर्शी एवं सशक्त ऑनलाइन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान किया है।

    प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि 12 फरवरी, 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक जेम ने देश भर के लाखों विक्रेताओं एवं सेवा प्रदाताओं को 3 लाख से भी ज्यादा सरकारी क्रेताओं (प्राइमरी एवं सेकेंडरी बायर) के साथ प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा है। सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया में सभी हितधारकों को डिजिटल माध्यम से जोड़ते हुए जेम ने सरकारी खरीद में आपसी सांठ-गांठ, भ्रष्टाचार एवं घूसखोरी जैसी अनैतिकता को खत्म किया है। नतीजतन, सार्वजनिक वित्तीय मामलों में पारदर्शिता बढ़ी है। इस प्लेटफॉर्म पर वर्तमान में लगभग 12,200 से भी अधिक उत्पाद एवं सेवा कैटेगरी को प्रदर्शित किया गया है, जो देश भर के सरकारी क्रेताओं की जटिल एवं आधुनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है।

    उन्होंने कहा कि जेम पर सेवाओं की खरीद के मामले में तेजी से वृद्धि देखी गई है। पिछले तीन वर्षों में जेम ने अपने प्लेटफार्म पर सेवाओं के दायरे को रणनीतिक रूप से बढ़ाया है। इसके नतीजे में सरकारी विभागों, मंत्रालयों की तरफ से सेवाओं की खरीद मामले में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 के लगभग 66,000 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2023-24 (12 फरवरी, 2024) में 1,30,984 करोड़ रुपये हो गया है। जारी वित्त वर्ष के अंत तक सेवाओं के खरीद का आंकड़ा 1.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।

  • शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर बिकवाली का दबाव, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के

    शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर बिकवाली का दबाव, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के

    नई दिल्ली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ही घरेलू शेयर बाजार में दबाव बना नजर आ रहा है। आज के कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी। लेकिन बाजार खुलने के बाद से ही बिकवाल पूरी तरह से हावी हो गए, जिसके कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक गिरते चले गए। पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.31 प्रतिशत और निफ्टी 0.38 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे।

    शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में डिवीज लेबोरेट्रीज, अपोलो हॉस्पिटल, विप्रो, डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज और एचसीएल टेक्नोलॉजी के शेयर 2.73 प्रतिशत से लेकर 1.57 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे। दूसरी ओर कोल इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, ओएनजीसी, बीपीसीएल और एनटीपीसी के शेयर 4.11 प्रतिशत से लेकर 2.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे।

    अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,094 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी। इनमें से 537 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,557 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 9 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे। दूसरी ओर 21 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 18 शेयर हरे निशान में और 32 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे।

    बीएसई का सेंसेक्स आज 126.82 अंक की मजबूती के साथ 71,722.31 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होने के कुछ मिनट बाद ही बाजार पर बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण ये सूचकांक लगातार गिरता चला गया। हालांकि खरीदारों ने बीच-बीच में लिवाली का जोर बनाने की भी कोशिश की, लेकिन बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि इस सूचकांक की गिरावट लगातार बढ़ती गई। बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 220.70 अंक की कमजोरी के साथ 71,374.79 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

    सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 18.30 अंक की बढ़त के साथ 21,800.80 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलने के तुरंत बाद बिकवाल हावी हो गए, जिसके कारण ये सूचकांक भी लुढ़क कर लाल निशान में पहुंच गया। खरीदारी की छिटपुट कोशिशों के बावजूद इस सूचकांक की कमजोरी लगातार बढ़ती गई। बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 83.35 अंक टूट कर 21,699.15 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

    मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच आज प्री ओपनिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजार ने बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की थी। इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 80.23 अंक की तेजी के साथ 71,675.72 अंक के स्तर पर था। वहीं, निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 24.55 अंक मजबूत होकर 21,807.05 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था।

    इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 167.06 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की मजबूती के साथ 71,595.49 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी ने 64.55 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की छलांग लगा कर 21,782.50 अंक के स्तर पर शुक्रवार के कारोबार का अंत किया था।

  • खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंडस्ट्री अकादमिक इनीशिएटिव के दूसरे दिन विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के प्रमुख अधिकारियों एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा के दौरान विभिन्न प्रस्ताव दिए गए।

    विश्वविद्यालय के उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रोफेसर एसके कटियार ने बताया कि इस कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के 8 अधिकारी, 7 उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञ, एक आईसीएआर शोध संस्थान के वैज्ञानिक तथा एक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

    पेप्सी कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शिव कौशिक ने श्री अन्न से बनने वाले पेय उत्पादों को विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं पेप्सी कंपनी के बीच समझौता करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर की, कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में रियायतें देती है तो उनकी कंपनी झांसी में अपनी फैक्ट्री लगा सकती है। सिट्रस प्रोसेसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) मुनीश त्यागी ने बुंदेलखंड में सिट्रस की संभावनाओं को देखते हुए नए सिट्रस प्रोडक्ट विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से एम ओ यू साइन करने का प्रस्ताव दिया।

    स्नैक्स बनाने वाली डीजीएम फूड कंपनी के मुख्य शोध एवं विकास अधिकारी प्रोफेसर नेपाल सिंह ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर के लिए इच्छा जताई। ग्रुप के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज चौहान ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट के लिए सहमति जताई। वहदम टीस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आर सी पाराशर ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ समझौता कर यहां के छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट में सहयोग देने का आश्वासन दिया।

    अदानी विल्मर लिमिटेड कंपनी के क्वालिटी कंट्रोल एवं क्वालिटी एश्योरेंस विभाग के प्रमुख अनिल गुप्ता ने बताया कि अदानी ग्रुप बुंदेलखंड औद्योगिक विकास एवं प्राधिकरण में अपनी कंपनी स्थापित कर सकता है। फूड कंसलटेंट एसके सिंह ने बीड़ा के अंतर्गत लगने वाली फूड फैक्टरीज में कंसलटेंसी देने की इच्छा जताई। भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्योरशिप के सेक्टर स्किल काउंसिल में तैनात डॉक्टर ममता ने आश्वासन दिया कि फूड प्रोसेसिंग स्किल सेक्टर काउंसिल द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की हर संभव मदद की जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी इरविन कॉलेज की प्रोफेसर संगीता ग्रूमर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा मोटे अनाज से बने उत्पादों की काफी सराहना की एवं साथ मिलकर नए अन्य उत्पाद विकसित करने का विचार रखा। आईसीएआर नई दिल्ली की प्रधान वैज्ञानिक एवं आईएफएससी एफएसएसएआई की पूर्व निदेशक डॉ मीनाक्षी सिंह ने कहा कि वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।

    उन्होंने एफएसएसएआई की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। संत लोगोंवाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लुधियाना के प्रो कमलेश प्रसाद एवं प्रो. प्रद्युम्न कुमार ने केंद्र सरकार की कुछ नई परियोजनाओं के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जाहिर की। स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी के डॉ हरीश कुमार ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फूड प्रोसेसिंग नीति 2023 के माध्यम से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विभिन्न परियोजनाओं को दिलाने में सहायता करेंगे।

    एमसीएम डीएवी वूमेन कॉलेज के फूड साइंस विभाग की अध्यक्ष प्रोफ़ेसर गीता मेहरा ने नए फूड उत्पादों को विकसित करने के लिए साथ में काम करने के लिए इच्छा जाहिर की। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल टीचर्स की अपर निदेशक डॉ प्रीति पंत द्वारा फूड टेक्नोलॉजी के छात्रों को एफएसएसएआई की ट्रेनिंग दी गई और भविष्य में नए छात्रों को ट्रेनिंग देने का आश्वासन दिया।

  • भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत पर पहुंचा

    भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत पर पहुंचा

    नई दिल्ली। भारत में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के मोर्चे पर एक अच्छी खबर आई है। दिसंबर, 2023 में भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया है। इसके पहले नवंबर, 2023 में यह आंकड़ा 2.4 प्रतिशत के स्तर पर था। हालांकि, सालाना आधार पर देखें तो आईआईपी के स्तर में गिरावट आई है। दिसंबर, 2022 में भारत का औद्योगिक उत्पादन 5.1 प्रतिशत के स्तर पर था।

    सांख्यिकी और कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत की औद्योगिक विकास दर अप्रैल से लेकर दिसंबर में से लेकर दिसंबर, 2023 के बीच 6.1 प्रतिशत थी, जबकि इसके पहले के साल में यानी 2022 के अप्रैल से लेकर दिसंबर के महीने तक औद्योगिक विकास दर 5.5 प्रतिशत के स्तर पर थी। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि औद्योगिक विकास दर का आंकड़ा औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर जारी किया गया है।

    मंत्रालय की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक दिसंबर, 2023 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में उत्पादन 3.5 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि 1 साल पहले इसी अवधि में मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र का उत्पादन 3.6 प्रतिशत बढ़ा था। इसके अलावा दिसंबर, 2023 में पावर प्रोडक्शन में 1.2 प्रतिशत की दर से और माइनिंग प्रोडक्शन में 5.1 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीने यानी अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच भारतीय औद्योगिक उत्पादन की कुल वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही है, जबकि 2022 में अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच की अवधि में ये आंकड़ा 5.5 प्रतिशत का था।

  • राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करेगी योगी सरकार

    राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करेगी योगी सरकार

    – 40 किलोवॉट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों को स्थापित करने की प्रक्रिया हुई शुरू

    – संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करने की प्रक्रिया को मिली प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति

    – 3.10 करोड़ रुपए से संस्थानों में सौर ऊर्जा संयंत्रों की होगी स्थापना कार्य

    – प्रदेश की हरदोई, पीलीभीत, बाराबंकी, मथुरा, कन्नौज, देवरिया व आगरा के अलावा पूर्वांचल की कुशीनगर और महाराजगंज के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को मिलेगा लाभ

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश को विकास के नए सोपानों की ओर अग्रसर कर रही योगी सरकार ने प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत कार्ययोजना पर कार्य करना शुरू कर दिया है। इनमे पूर्वांचल मे कुशीनगर और देवरिया जिले भी शामिल हैं।

    एक तरफ, उत्तर प्रदेश में अयोध्या व वाराणसी को मॉडल सोलर सिटीज के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया जारी है, दूसरी तरफ प्रदेश के सरकारी विभागों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए रूफटॉप सोलर पैनल इंपैनलमेंट प्रोजेक्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब 13 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा से लैस करने की प्रक्रिया शुरू है। योगी सरकार द्वारा 3.10 करोड़ रुपए की धनराशि को प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए धनराशि जारी कर दी गई है। इसके जरिए हरदोई, पीलीभीत, कुशीनगर, बाराबंकी, मथुरा, महाराजगंज, कन्नौज, देवरिया व आगरा के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा संयंत्र युक्त बनाने की प्रक्रिया को गति देने में मदद मिलेगी।

    कई जिलों के प्रशिक्षण संस्थान होंगे लाभान्वित

    मुख्यमंत्री योगी के विजन अनुसार तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार जिन 13 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सौर ऊर्जा संयंत्रों से युक्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है उनकी क्षमता 40 किलोवॉट होगी। इसमें प्रत्येक राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को 23.88 लाख रुपए से रूफटॉप इनेबल्ड सोलर पैनल इंपैनलमेंट व सोलर पावर प्लांट की स्थापना, क्रियान्वयन व संचालन के कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। जिन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा उनमें हरदोई का पिहानी, पीलीभीत का बरखेड़ा, कुशीनगर का नौरंगिया व हाटा, बाराबंकी का फतेहपुर, मथुरा का गोवर्धन, महाराजगंज का माधोनगर, निचलौल व नौतनवा, कन्नौज का छिबरामऊ व तिर्वा, देवरिया का बरहज तथा आगरा का एत्मादपुर प्रमुख हैं।

    सभी प्रक्रियायों को रूलबुक के अनुसार किया जाएगा पूर्ण

    चयनित 13 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को सौर ऊर्जा संयंत्र युक्त करने के लिए योगी सरकार द्वारा व्यवसायिक शिक्षा और उद्यमशीलता विभाग के प्रशिक्षण एवं सेवायोजन प्रखंड को निर्देश दिए गए हैं। संस्थानों को सौर ऊर्जा युक्त करने का कार्य प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के निदेशक की देखरेख में होगा। इन सभी क्रय व संचालन कार्यों को उत्तर प्रदेश शासन की रूलबुक अनुसार पूरा किया जाएगा तथा उच्च गुणवत्ता समेत तमाम मानकों को सुनिश्चित किया जाएगा। इस कार्य को पूरा करने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग के साथ समन्वय भी स्थापित किया जाएगा तथा उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) की देखरेख में इस कार्य को पूर्ण किया जाएगा।

  • ज्ञानवापी में नमाज रोकने की मांग को लेकर विहिप का प्रदर्शन, प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन

    ज्ञानवापी में नमाज रोकने की मांग को लेकर विहिप का प्रदर्शन, प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन

    फतेहपुर। अखिल भारत हिन्दू महासभा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन देकर ज्ञानवापी में नमाज पढ़ने पर रोक लगाये जाने की मांग उठाई।

    अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश महासचिव मनोज त्रिवेदी के नेतृत्व में विहिप कार्यकर्ताओं ने कार्यालय से जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे और काशी के ज्ञानवापी में मुस्लिम समाज के द्वारा पढ़ी जा रही नमाज पर रोकने लगाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी किया।प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए प्रदेश महासचिव मनोज त्रिवेदी ने कहा कि इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि 1669 में औरंगजेब ने भगवान शिव की नगरी काशी में ज्ञानवापी परिसर स्थित मंदिर को ध्वस्त कर मस्जिद का निर्माण कराया गया था।

    केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रयास से पिछले दिनों ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व विभाग सर्वेक्षण की रिपोर्ट में ज्ञानवापी परिसर में श्रंगार, मंडप, ज्ञान मंडप, ऐश्वर्य मंडप मूर्ति, शिवलिंग, स्वस्तिक आदि के प्रमाण मिले हैं।जिसके बाद न्यायालय ने रिपोर्ट के आधार पर मुसलमानों के द्वारा पढ़ी जा रही नमाज पर रोक लगाने का आदेश दिया है।

    हमारी मांग है कि मुस्लिम समाज के द्वारा पढ़ी जाने वाली नमाज को बन्द कराकर ज्ञानवापी को ही हिंदुओं को सौपा जाया। जिससे वहां पर एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा सके।

    इस मौके पर रमा शंकर शुक्ला, संगीता गुप्ता, निरंजन श्रीवास्तव, स्वामी दयानंद बाबा, अर्जुन प्रसाद, डॉक्टर प्रमोद कुमार पांडेय, करन सिंह पटेल, राजा राम मौर्य, श्रवण कुमार,पुष्पा गुप्ता, शशिकांत मिश्रा सहित संगठन के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

  • बाराबंकी में हरियाणा के दो तस्कर गिरफ्तार

    बाराबंकी में हरियाणा के दो तस्कर गिरफ्तार

    बाराबंकी। हैदरगढ़ पुलिस ने बिहार से डोडा (पोस्ता छिलका) खरीद कर हरियाणा जा रहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। चार पहिया वाहन बरामद हुआ है। पुलिस ने दोनों तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

    हैदरगढ़ थाना पुलिस ने मैनुअल इन्टेलीजेन्स के आधार पर दो तस्कर पंजाब राज्य के रहने वाले सुखचैन सिंह, गोपी सिंह को बड़ा गांव कस्बा के पास से गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 89 किलो 33 ग्राम अवैध मादक पदार्थ डोडा (पोस्ता छिलका), कार और अन्य चीजें बरामद हुई है। थाना प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया तस्कर मादक पदार्थ बिहार से खरीदकर हरियाणा ले जाया जा रहा था। बरामदगी के आधार पर पुलिस ने दोनों तस्करों के विरुद्ध थाना हैदरगढ़ में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है।

  • आजमगढ़ में ऑटो रिक्शा में दो बोरी में पशु का मांस मिला

    आजमगढ़ में ऑटो रिक्शा में दो बोरी में पशु का मांस मिला

    आजमगढ़। जहानागंज थाना के जहानागंज कस्बा में सोमवार को ऑटो रिक्शा में पशु का मांस दो बोरी मिलने से सनसनी मच गई। स्थानीय लोगों ने ऑटो रिक्शा रोक लिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मांस की बोरियो व ऑटो रिक्शा को कब्ज़े में ले लिया।

    जहानागंज कस्बा में सोमवार को जा रहे एक ऑटो रिक्शा में लदी दो बोरियों से खून टपकता देख स्थानीय लोगों ने ऑटो को रुकवाया तो चालक ऑटो को छोड़कर फरार हो गया। लोगों ने बोरी में पशु के मांस को देखा तो इसकी सूचना जहानागंज थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बोरी समेत ऑटो रिक्शा को जब्त कर लिया। बरामद मांस समेत ऑटो रिक्शा को पुलिस जहानागंज थाना पर ले गई।

    मामले में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि जहानागंज कस्बा में ऑटो रिक्शा में दो बोरी मांस के साथ एक पोटली में काले रंग की पड़वे की खाल बरामद की गई है। जिससे प्रतीत हो रहा है कि यह मांस भी पड़वे का है। मांस की जांच के लिए पुलिस इसको प्रयोगशाला भेज रही है। मामले में शीघ्र ही आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। विवेचना के आधार पर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।