Category: देश

  • उपलब्धि:डॉ. अनुवेदिता सिंह बनीं असिस्टेंट प्रोफेसर, परिजनों में खुशी का माहौल

    उपलब्धि:डॉ. अनुवेदिता सिंह बनीं असिस्टेंट प्रोफेसर, परिजनों में खुशी का माहौल

    मऊ। अगर किसी में कुछ कर गुजरने का हौसला हो तो हर कोई मुकाम हासिल किया जा सकता है चाहे वह शिक्षा हो चाहे खेल हो चाहे कोई अन्य क्षेत्र। ऐसा ही कर दिखाया है ग्रामीण परिवेश में जन्मी डॉ. अनुवेदिता सिंह ने जो ग्रामीण परिवेश से निकलकर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर अपनी सेवाएं देंगी। रतनपुरा ब्लाक क्षेत्र के साहूपुर हलधरपुर निवासी डॉ. अनुवेदिता सिंह का अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रोद्योगिकी एवं प्रबंधन संस्थान ग्वालियर मध्यप्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयन हुआ है। इनकी कामयाबी पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

    डॉ. अनुवेदिता सिंह शुरुआती समय से ही मेधावी छात्रा रही हैं। नगर स्थित सोनीधापा बालिका इंटर कालेज से इंटरमीडिएट तक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया। वर्ष 2013 में इविंग क्रिश्चियन कालेज प्रयागराज से बीएससी किया। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एमएससी किया। बीएचयू वाराणसी से मैथ से पीएचडी किया। वर्ष 2015 में नेट तथा जेआरएफ क्वालीफाई किया। इस वर्ष असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयनित होकर जिले को गौरवांवित किया है। पिता शिवकुमार सिंह स्वास्थ्य विभाग में तैनात हैं। डॉ. अनुवेदिता सिंह की कामयाबी पर बधाई देने वालों में नीरज सिंह, गणेश सिंह, बृजेश गुप्ता, ओमप्रकाश पांडेय आदि शामिल रहे।

  • ट्रैक्टर गड्ढे में पलटने से दबे दो भट्टा कर्मी, एक की मौत

    ट्रैक्टर गड्ढे में पलटने से दबे दो भट्टा कर्मी, एक की मौत

    वाराणसी, । राजातालाब थाना क्षेत्र में शुक्रवार को तेज रफ्तार ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गहरे गड्ढे में पलट गया। हादसे में नीचे दबकर उसमें सवार एक युवक की मौत हो गई। दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को अस्पताल भिजवाते हुए शव को कब्जे में ले लिया।

    मूल रूप से झारखंड के रांची का रहने वाला अजीत (20) अपने साथी ननकू राम (21), पिता बेनीराम, माँ मंगरी देवी के साथ मिर्जापुर जिले के नंदूपुर स्थित एक ईंट भट्ठा पर मजदूरी करता था। आज अपरान्ह ईंट भट्ठा से ट्रैक्टर पर ईटें लादने के बाद दोनों भदरासी गांव इसे पहुंचाने गए थे। ईंटे गिराने के बाद दोनों ट्रैक्टर पर सवार होकर भट्ठा पर लौट रह थे। भदरासी रोड पर पहुंचते ही ट्रैक्टर गहरे गड्ढे में पलट गया। हादसे में अजीत की दबकर मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं ननकू राम घायल हो गया।

    घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची राजातालाब पुलिस ने गड्ढे में पलटे ट्रैक्टर को जेसीबी से सीधा कराकर उसके नीचे दबे मजदूर अजीत का शव निकलवाया। इसके बाद घायल ननकू राम को जक्खिनी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए भेजा। ग्रामीणों के अनुसार सामने से आ रही स्कूल बस के पास से गुजरते समय सकरी रोड होने की वजह से किनारे गहरे गड्ढे में ट्रैक्टर पलट गया। घटना की जानकारी पाते ही अजीत के माता-पिता बिलखते हुए मौके पर पहुंच गए।

  • लखनऊ में जमीन की पैमाईश को लेकर बेटे संग दंपति की गोली मारकर हत्या

    लखनऊ में जमीन की पैमाईश को लेकर बेटे संग दंपति की गोली मारकर हत्या

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को जमीन के पैमाइश के विवाद में चचेरे भाई ने भाई, उसकी पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी है। हत्या के बाद से आरोपित फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें नाकाबंदी करके दबिश दे रही है।

    मोहम्मदनगर के रहमतनगर में रहने वाले मुनीर (45) का गांव से एक किलोमीटर दूर मीठे नगर में तीन बीघे की जमीन को लेकर दुबग्गा निवासी आरोपी लल्लन खां (75) का विवाद चल रहा था। परिवार की पीड़ित फरीद खां ने बताया कि लल्लन ने इस जमीन पर अपना कब्जा जमाया हुआ था। इस जमीन की पैमाइश के लिए मुनीर की ओर से मलिहाबाद तहसील में वाद दायर हुआ था। शुक्रवार को जमीन की पैमाइश के लिए लेखपाल आने वाले थे। यह बात लल्लन को नागवार गुजरी और शु्क्रवार को वह अपने बेटे फराज के साथ घर आ धमके। दोनों में बातचीत के दौरान गाली-गलौज शुरू हो गयी और विवाद होने लगा। शोर शराबा सुनकर मुनीर की पत्नी फरहीन और बेटा हंजला आया और बीच-बचाव शुरू कर दिया। इस दौरान लल्लन ने लोडेड राइफल से ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए मुनीर, उसकी पत्नी और बेटे को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद हत्यारोपित पिता-पुत्र भाग गये।

    यह पूरी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सूचना पाकर मौके पर पुलिस के अधिकारी पहुंच गये। डीसीपी पश्चिम राहुल राज भी पहुंच गए। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल फरीद को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया है। घटना के बाद फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई है।

  • छात्रा को अगवाकर दुष्कर्म के प्रयास के दोषी को पांच वर्ष की सजा

    छात्रा को अगवाकर दुष्कर्म के प्रयास के दोषी को पांच वर्ष की सजा

    फिरोजाबाद। न्यायालय ने शुक्रवार को नाबालिग को अगवा कर उससे दुष्कर्म के प्रयास के एक दोषी को पांच वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उस पर अर्थ दंड लगाया। अर्थ दंड न देने पर उसे अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

    मामला थाना उत्तर क्षेत्र का है। दो सितम्बर 2016 को कक्षा नौ में पढ़ने वाली छात्रा रोजाना की तरह सुबह आठ बजे स्कूल गयी थी। शाम को चार बजे तक वह घर वापस नहीं लौटी तो छात्रा के पिता ने उसकी खोजबीन की लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला।

    छात्रा के पास जो नम्बर था, उस पर उसने फोन करके देखा तो वह बंद था। पिता ने अपनी पुत्री के बारे में जानकारी की तो पता चला कि वह अजय नाम के लड़के से बात करती थी। जब वह उसके घर पर गया तो वहां उसके घर पर कोई नहीं था। तब पिता इस घटना की रिपोर्ट करने थाना उत्तर गया तो वहां पर उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी। वह थाना रामगढ़ गया तो वहां भी उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी। तब उसने एक प्रार्थनापत्र एसएसपी को दिया तब उसका मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस ने विवेचना के बाद अजय कुमार के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया।

    मुकदमा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायाधीश पॉक्सो प्रथम अवधेश कुमार यादव की अदालत में चला। अभियोजन पक्ष की तरफ से मुकदमे की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक अवधेश भारद्वाज ने बताया कि मुकदमे के दौरान कई गवाहों की गवाही तथा साक्ष्य के आधार पर न्यायालय ने अजय को दोषी माना। न्यायालय ने उसे पांच वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। उस पर 15 हजार रुपये का अर्थ दंड लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उसे एक माह के अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी।

  • बरेली : आलू के पराठे में निकली हड्डी, छात्र ने पुलिस से की शिकायत

    बरेली : आलू के पराठे में निकली हड्डी, छात्र ने पुलिस से की शिकायत

    बरेली। होटल में नाश्ता करने पहुंचे एक छात्र के आलू पराठे में हड्डी निकली है। इसके बाद छात्र ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में सार्वजनिक करते हुए होटल के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज करायी है।

    सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। वीडियो में एक युवक ने खुद को छात्र बताते हुए कहा कि वह अक्सर शहर के जंक्शन पर बने प्रतिष्ठित होटल में खाना खाने आता है। शुक्रवार को भी वह अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ यहां पर आया और खाने में आलू के पराठा की डिमांड की। पराठा उसके पास पहुंचा तो जैसे ही खाने के लिए निवाला तोड़ा तो पराठे में हड्डी निकली। इसके बाद छात्र ने जब इसकी शिकायत मैनेजर से की तो वह मामले को समझौता करते हुए पैसे माफ करने की बात कहने लगा। छात्र नहीं माने और इसका एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसके बाद छात्र ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है।

    कोतवाली प्रभारी दिनेश शर्मा ने बताया कि नाश्ते के दौरान पराठे में हड्डी निकलने को लेकर एक छात्र की ओर से शिकायत की गई है। पुलिस जांच कर रही है।

  • प्रशासन अपराधी और अराजक तत्वों को तत्काल गिरफ्तार करे : ऑक्टा

    प्रशासन अपराधी और अराजक तत्वों को तत्काल गिरफ्तार करे : ऑक्टा

    प्रयागराज। ऑक्टा सामान्य सभा की एक आपात बैठक डॉ उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में चौधरी महादेव प्रसाद महाविद्यालय में हुई। जिसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्टर डॉ एन के शुक्ला पर अराजक तत्वों द्वारा स्याही जैसा विषैला पदार्थ फेंकने और हमला करने की निंदा की गई।

    ऑक्टा अध्यक्ष डॉ उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षकों पर लगातार हो रहे हमले और जान से मारने की धमकी जैसे कृत्यों को जिला प्रशासन गम्भीरता से ले और इस प्रकार के अपराधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

    ऑक्टा अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक नहीं चाहते कि वह सड़क पर उतरें और आंदोलन करें। क्योंकि विद्यार्थियों की परीक्षाएं नजदीक है। लेकिन यदि प्रशासन त्वरित कार्यवाही कर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं करता है, तो हमें आगे आना पड़ेगा। बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि रजिस्ट्रार पर जहरीला पदार्थ फेंकने वाले और हमला करने और धमकी देने वाले अपराधी व अराजक तत्वों को यदि जिला प्रशासन गिरफ्तार नहीं करता है, परिसर में अशांति फैलाने वाले बाहरी तत्वों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई नहीं करता है तो शिक्षक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। रविवार को आंदोलन की अगली रणनीति तैयार करेंगे।

    बैठक में प्रयागराज के मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार द्वारा शिक्षकों के साथ की गई अभद्रता पर भी चर्चा की गई और इस संकल्प को दोहराया गया कि जब तक सीडीओ माफी नहीं मांगते हैं तब तक शिक्षक चुनाव ड्यूटी नहीं करेंगे। बैठक में पुरानी पेंशन स्कीम के समर्थन में 4 फरवरी को ‘रन फॉर ओपीएस रैली’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया।

    बैठक का संचालन महासचिव डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष डॉ हरिश्चंद्र यादव ने किया। सभा में दोनों उपाध्यक्ष डॉ अखिलेश त्रिपाठी तथा डॉ अंशु माला मिश्रा, पूर्व ऑक्टा अध्यक्ष डॉ एसपी सिंह एवं डॉ सुनीलकांत मिश्रा, डॉ केएल पांडे, डॉ सरोज सिंह, डॉ दीनानाथ, डॉ आभा तिवारी, डॉ ंगीता, डॉ मार्तंड सिंह, डॉ जस्टिन मसीह, अमित सिंह, डॉ एस पी श्रीवास्तव सहित सभी 11 संघटक महाविद्यालयों के शिक्षक उपस्थित थे।

  • हिरन का शिकार करते एक शिकारी गिरफ्तार, दो साथी फरार

    हिरन का शिकार करते एक शिकारी गिरफ्तार, दो साथी फरार

    बांदा। हिरनों का शिकार करना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी जिन क्षेत्रों में बहुतायत हिरन पाए जाते हैं वहां अक्सर चोरी-छिपे शिकारी शिकार करते हैं। तमाम प्रयासों के बाद भी शिकारियों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। शुक्रवार को भी एक हिरन का शिकार किया गया। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जबकि उसके दो साथी फरार होने में सफल हो गए हैं।

    अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्रा ने इस सम्बंध में बताया कि एक फरवरी की रात्रि को तिंदवारी पुलिस गस्त कर रही थी। तभी मुखबिर की सूचना पर प्रताप निषाद उर्फ नब्बू निवासी रमपुरवा मुरवल थाना बबेरू को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से एक मृत मादा हिरन का शव बरामद हुआ। आरोपी के पास एक सूत का जाल था और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। पूछताछ पर उसने अपने दो साथियों के नाम भी बताएं, जो मौके से भागने में सफल रहे हैं। फरार अभियुक्त में राम सिंह उर्फ करिया व सुरेश निषाद उर्फ करिया निवासी मुरवल थाना बबेरू हैं। जिन्हें पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।

    बताते चलें कि चित्रकूट धाम मंडल के बांदा में हिरणों की संख्या अच्छी है। यहां के किसानों का कहना है कि मिरगहनी, तिंदवारी, पिपरहरी, तेरहीमाफी, महोखर, पपरेन्दा, चिल्ला, दहौत्रारा, रेहुनता, खपटिहा, लामा, लुकतरा, पथरी, करहिया, मोहन पुरवा, गोयरा मुगली,अछरौड, मरौली, मौदहा में सैकड़ों काले हिरन खेतों और जंगलों में आराम से देखे जा सकते हैं। यही कारण हैं कि यहां हिरनों का शिकार लोग आसानी से कर लेते हैं। जिसको देखते हो वन विभाग भी अब पहले के मुकाबले काफी सतर्क हो गया है। यहां काले हिरनों संख्या 600 बताई जा रही है।

  • आरपीएफ 12 फरवरी से लखनऊ में अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी करेगा

    आरपीएफ 12 फरवरी से लखनऊ में अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी करेगा

    नई दिल्ली। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) 12 फरवरी से जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी, लखनऊ में पांच दिवसीय 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट (एआईपीडीएम) की मेजबानी करेगा।

    रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। इसमें बताया गया है कि रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव ने अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के लिए आरपीएफ के टेक ग्रुप द्वारा बनाई गई समर्पित मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट लॉन्च की।

    अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट कानून प्रवर्तन पेशेवरों के लिए एक साथ आने, सीखने और खोजी उत्कृष्टता के अपने सामूहिक प्रयास को मजबूत करने का भी आह्वान है।

    1957 के आरपीएफ अधिनियम के तहत स्थापित, रेलवे सुरक्षा बल 2004 से रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और यात्रियों और उनके सामानों को सुरक्षा प्रदान करने में सहायक रहा है। उल्लेखनीय है कि आरपीएफ में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 9 प्रतिशत है, जो भारत में सभी सशस्त्र बलों में सबसे अधिक प्रतिशत है।

    रेल मंत्रालय के तहत 1955 में स्थापित जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी, लखनऊ प्रोबेशनर्स, आईआरपीएफएस कैडर अधिकारियों और आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर कैडेटों के लिए एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान के रूप में कार्य करती है। यह साइबर अपराध और आपदा प्रबंधन जैसे नए उभरते डोमेन में पाठ्यक्रम भी प्रदान करता है।

  • अमेरिका ने भारत के लिए 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन सौदे को मंजूरी दी

    अमेरिका ने भारत के लिए 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन सौदे को मंजूरी दी

    सौदे की घोषणा जून, 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी

    – समुद्री मार्गों और चीन सीमा पर भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता बढ़ेगी

    नई दिल्ली। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद अमेरिका ने 3.99 बिलियन अमेरिकी डॉलर (32 हजार करोड़) की अनुमानित लागत पर भारत को 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी है। इस मेगा ड्रोन सौदे की घोषणा जून, 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी। भारत को यह ड्रोन मिलने के बाद समुद्री मार्गों में मानव रहित निगरानी और टोही गश्ती को सक्षम करके वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता बढ़ेगी। खास तौर पर चीन सीमा पर भारत की निगरानी आसान होगी।

    हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस सौदे को मंजूरी मिलने के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने एक बयान में इस सौदे की पुष्टि की है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि भारत सरकार को 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर एमक्यू-9बी रिमोटली पायलटेड विमान और संबंधित उपकरणों की विदेशी सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का निर्णय लिया गया है। एजेंसी ने अमेरिकी कांग्रेस को इस संभावित बिक्री के बारे में सूचित करते हुए आवश्यक प्रमाणीकरण भी प्रदान किया है।

    बयान में कहा गया है कि यह प्रस्तावित बिक्री प्रमुख रक्षा भागीदार की सुरक्षा में सुधार करके अमेरिकी-भारतीय रणनीतिक संबंधों को मजबूत करेगी। इसके साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन करेगी, जो हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत बनी हुई है। प्रस्तावित बिक्री से परिचालन के समुद्री मार्गों में मानव रहित निगरानी और टोही गश्त को सक्षम करके वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने की भारत की क्षमता में सुधार होगा। भारत ने अपनी सेना के आधुनिकीकरण के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है और इन वस्तुओं और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में समाहित करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।

    डीएससीए ने कहा है कि एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा। इस सौदे में मुख्य ठेकेदार जनरल एटॉमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स कंपनी होगी। यह एक सैन्य ठेकेदार और जनरल एटॉमिक्स की सहायक कंपनी है, जो दुनिया भर में अमेरिकी सेना और वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के लिए मानव रहित हवाई वाहनों और रडार सिस्टम को डिजाइन और निर्माण करती है। इस प्रस्तावित बिक्री के कार्यान्वयन के लिए भारत में किसी भी अतिरिक्त अमेरिकी सरकार या ठेकेदार प्रतिनिधियों की नियुक्ति की आवश्यकता नहीं होगी।

    डीएससीए ने कहा कि दक्षिण एशियाई देश को इन वस्तुओं और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करने में कोई कठिनाई नहीं होगी। इसमें कहा गया है कि इस उपकरण और समर्थन की प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा और इस प्रस्तावित बिक्री के परिणामस्वरूप अमेरिकी रक्षा तैयारी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। किसी भी सौदे में क्रेता आम तौर पर ऑफसेट का अनुरोध करता है, इसलिए इस ऑफसेट समझौते को क्रेता और ठेकेदार के बीच बातचीत में परिभाषित किया जाएगा। अमेरिकी प्रक्रिया के अनुसार अब अमेरिकी कांग्रेस अंतिम मंजूरी के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को बिक्री की सिफारिश की जाएगी।

    डीएससीए ने कहा कि भारत ने 31 एमक्यू-9बी स्काई गार्जियन विमान खरीदने का अनुरोध किया था। लंबी दूरी का यूएवी किसी भी खतरे पर नज़र रखते हुए 36 घंटे तक हवा में रह सकता है। दी गई मंजूरी में 170 एजीएम-114 आर हेलफायर मिसाइलें, 16 एम36ई9 हेलफायर कैप्टिव वायु प्रशिक्षण मिसाइलें, 310 लेजर छोटे व्यास वाले बम और लाइव फ्यूज के साथ आठ लेजर निर्देशित परीक्षण वाहन भी शामिल हैं। भारत को 31 हाई एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस यूएवी मिलेंगे, जिनमें से नौसेना को 15 सी गार्जियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि सेना और भारतीय वायु सेना को आठ-आठ लैंड वर्जन स्काई गार्डियन मिलेंगे।

  • तिहाड़ जेल में बंद यासिन मलिक एम्स में इलाज के लिए दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचा

    तिहाड़ जेल में बंद यासिन मलिक एम्स में इलाज के लिए दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचा

    नई दिल्ली। टेरर फंडिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद यासिन मलिक ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एम्स में इलाज कराने की मांग की है। जस्टिस अनूप मेंहदीरत्ता की बेंच ने यासिन मलिक के वकील से पूछा है कि वो यासिन मलिक से पूछकर बताएं कि क्या वो एम्स के मेडिकल बोर्ड से इलाज कराएंगे या अपनी पसंद के किसी डॉक्टर से। मामले की अगली सुनवाई 14 फरवरी को होगी।

    सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने मलिक की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि ये याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। केंद्र सरकार की ओर से पेश वकील रजत नायर ने कहा कि यासिन मलिक को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें ओपीडी में दिखाने की जरूरत है। एम्स ने यासिन मलिक का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चेकअप करने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया था लेकिन मलिक ने डॉक्टरों से मिलने से मना कर दिया था।

    नायर ने कहा कि यासिन मलिक उच्च श्रेणी के हाई रिस्क कैदी हैं और उन्हें जेल में सभी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके बाद कोर्ट ने मलिक की ओर से पेश वकील को निर्देश दिया कि वो यासिन मलिक से पूछें कि वो एम्स के मेडिकल बोर्ड से इलाज कराना चाहते हैं या अपने किसी पसंद के डॉक्टर से। पटियाला हाउस कोर्ट ने 25 मई, 2022 को हत्या और टेरर फंडिंग के मामले में दोषी करार दिए गए यासिन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

    पटियाला हाउस कोर्ट ने यासिन मलिक पर यूएपीए की धारा 17 के तहत उम्रकैद और दस लाख रुपये का जुर्माना, धारा 18 के तहत दस साल की कैद और दस हजार रुपये का जुर्माना, धारा 20 के तहत दस वर्ष की सजा और 10 हजार रुपये का जुर्माना, धारा 38 और 39 के तहत पांच साल की सजा और पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। कोर्ट ने यासिन मलिक पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी के तहत दस वर्ष की सजा और दस हजार रुपये का जुर्माना, धारा 121ए के तहत दस साल की सजा और दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया था।