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  • राममंदिर निर्माण की सदियों पुरानी आकांक्षा अब सच हो चुकी है: राष्ट्रपति मुर्मू

    राममंदिर निर्माण की सदियों पुरानी आकांक्षा अब सच हो चुकी है: राष्ट्रपति मुर्मू

    राष्ट्रपति ने नए संसद भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद की उम्मीद जताई

    नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को नए संसद भवन में दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण की सदियों पुरानी आकांक्षा अब सच हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र तेज गति से तभी आगे बढ़ सकता है, जब वह पुरानी चुनौतियों को परास्त करते हुए अपनी ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा भविष्य-निर्माण में लगाए।

    राष्ट्रपति ने बजट सत्र से पहले दोनों सदनों को संबोधित करते हुए कहा कि नए संसद भवन का निर्माण ‘अमृत काल’ की शुरुआत के दौरान किया गया है और इसमें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सार है। नए संसद भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद की उम्मीद जताते हुए राष्ट्रपति ने कहा, “मेरी सरकार, 140 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने की गारंटी के साथ आगे बढ़ रही है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह नया संसद भवन भारत की ध्येय-यात्रा को निरंतर ऊर्जा देता रहेगा, नई और स्वस्थ परंपराएं बनाएगा। वर्ष 2047 को देखने के लिए अनेक साथी तब इस सदन में नहीं होंगे। लेकिन हमारी विरासत ऐसी होनी चाहिए कि तब की पीढ़ी हमें याद करे।”

    राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने, तीन तलाक के विरुद्ध कड़ा कानून, पड़ोसी देशों से आए पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने वाला सीएए कानून बनाने और पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन को लागू करने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में पहली बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति भी हुई है।

    राष्ट्रपति ने इस दौरान भारत की चंद्रमा पर लैंडिंग और एशियाई खेलों में प्रदर्शन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है। इस दौरान भारत सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी अर्थव्यवस्था बना। भारत, चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर झंडा फहराने वाला पहला देश बना। ऐतिहासिक जी-20 सम्मेलन की सफलता ने पूरे विश्व में भारत की भूमिका को सशक्त किया। भारत ने एशियाई खेलों में पहली बार 100 से अधिक मेडल जीते। भारत, दुनिया में सबसे तेजी से 5जी रोलआउट करने वाला देश बना।”

    राष्ट्रपति ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में भारत ने राष्ट्र-हित में ऐसे अनेक कार्यों को पूरा होते देखा है जिनका इंतजार देश के लोगों को दशकों से था। राममंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी। आज यह सच हो चुका है।” उन्होंने आगे कहा, सभ्यताओं के कालखंड में ऐसे पड़ाव आते हैं जो सदियों का भविष्य तय करते हैं। भारत के इतिहास में भी ऐसे अनेक पड़ाव आए हैं। इस वर्ष, 22 जनवरी को भी देश ऐसे ही एक पड़ाव का साक्षी बना है। सदियों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं। यह करोड़ों देशवासियों की इच्छा और आस्था का प्रश्न था, जिसका उत्तर देश ने पूरे सद्भाव के साथ खोजा है।”

    राष्ट्रपति ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने को लेकर शंकाएं थीं। आज वे इतिहास हो चुकी हैं। उन्होंने तीन दशक बाद नारी शक्ति वंदन अधिनियम (महिला आरक्षण विधेयक) पारित होने के लिए संसद सदस्यों की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि इससे लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित हुई है। यह वीमेन लेड डवलपमेंट के सरकार के संकल्प को मजबूत करता है।

    राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार का मानना है कि विकसित भारत की भव्य इमारत चार मजबूत स्तंभों – युवा शक्ति, महिला शक्ति, किसान और गरीब- पर खड़ी होगी।

    राष्ट्रपति ने कहा कि हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे थे। अब हम जीवन में पहली बार बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के अनुसार, मेरी सरकार के एक दशक के कार्यकाल में करीब 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं। यह प्रत्येक गरीब में नया विश्वास जगाने वाली बात है। जब 25 करोड़ लोगों की गरीबी दूर हो सकती है तो उसकी भी गरीबी दूर हो सकती है।

    राष्ट्रपति ने कहा कि संक्रमण काल में एक मजबूत सरकार होने का क्या मतलब होता है, ये हमने देखा है। बीते 3 वर्षों से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में दरारें पड़ गई हैं। इस कठिन दौर में, मेरी सरकार ने भारत को विश्व-मित्र के रूप में स्थापित किया है। विश्व-मित्र की भूमिका के कारण ही आज हम ग्लोबल साउथ की आवाज बन पाए हैं।

    राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार, भारत की युवाशक्ति की शिक्षा और कौशल विकास के लिए निरंतर नए कदम उठा रही है। इसके लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई गई और उसे तेजी से लागू किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा और भारतीय भाषाओं में शिक्षा पर बल दिया गया है। इंजीनियरिंग, मेडिकल, कानून जैसे विषयों की पढ़ाई भारतीय भाषाओं में प्रारंभ कर दी गई है।

  • अंकित सक्सेना मर्डर केस में दोषियों की संपत्ति, आय के बारे में हलफनामा दाखिल

    अंकित सक्सेना मर्डर केस में दोषियों की संपत्ति, आय के बारे में हलफनामा दाखिल

    नई दिल्ली। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में बुधवार को 2018 के अंकित सक्सेना मर्डर केस में दोषियों को सजा देने के मामले में दोषियों की ओर से जुर्माना और मुआवजे के लिए उनकी संपत्ति और आय के बारे में जानकारी देते हुए हलफनामा दाखिल किया गया। एडिशनल सेशंस जज सुनील कुमार शर्मा ने मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी को करने का आदेश दिया।

    कोर्ट ने दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकार को अंकित सक्सेना के परिजनों को दिए जाने वाले मुआवजे का आकलन करते हुए पीड़ित के प्रभाव की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया। इससे पहले 15 जनवरी को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस, दिल्ली विधिक सहायता प्राधिकार और दोषियों के वकीलों को हलफनामा दाखिल करके दोषियों की आमदनी, उनकी जिम्मेदारी और पूर्व के आपराधिक इतिहास का विस्तृत विवरण देने का निर्देश दिया था।

    सुनवाई के दौरान दोषियों के वकील ने मीडिया रिपोर्टिंग पर सवाल उठाते हुए उस पर रोक लगाने की मांग की। दोषियों की ओर से पेश इस दलील का दिल्ली पुलिस की ओर से विरोध करते हुए कहा गया कि दोषी करार देने का आदेश मीडिया में चलाया गया है, जो सार्वजनिक दस्तावेज के आधार पर चलाया जा रहा है।

    पश्चिमी दिल्ली के ख्याला में 1 फरवरी, 2018 को अंकित सक्सेना की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। अंकित सक्सेना के दूसरे धर्म की लड़की से प्रेम संबंध थे। कोर्ट ने 23 दिसंबर, 2023 को इस हत्याकांड के तीन आरोपितों को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 34 के तहत दोषी करार दिया था। धारा 302 के तहत उम्रकैद से लेकर फांसी तक की सजा का प्रावधान है।

    कोर्ट ने अंकित सक्सेना की हत्या के मामले में लड़की के माता-पिता और उसके मामा को भी दोषी करार दिया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से 28 गवाहों के बयान और उनकी ओर से पेश साक्ष्य दर्ज किये गए थे। 28 गवाहों में अंकित सक्सेना के पिता और शिकायतकर्ता यशपाल सक्सेना, मां कमलेश और अंकित के दो दोस्त नितिन और अनमोल सिंह बयान प्रमुख थे।

  • कांग्रेस से दूरी बनाकर चलेगी तृणमूल, ममता ने सांसदों को दिए खास निर्देश

    कोलकाता । लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बने विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन से अलग होने के बाद तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने सांसदों को कांग्रेस से दूरी बनाने का निर्देश दिया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी सांसदों को निर्देश दिया है कि दिल्ली में कांग्रेस की किसी भी बैठक में पार्टी के नेता उपस्थित नहीं रहेंगे। आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। इसे लेकर विपक्षी दलों के बीच समन्वय के लिए कांग्रेस ने बैठक बुलाई है। इसमें तृणमूल कांग्रेस का कोई भी सांसद शामिल नहीं होगा। इसके पहले संसद के शीतकालीन सत्र में तृणमूल कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर कांग्रेस के हर एक साझा विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।

    राज्य में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद पार्टी के इस फैसले को ममता बनर्जी का बड़ा कदम माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया है राज्य में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस ममता बनर्जी को मनाने की कोशिश तो कर रही है लेकिन अपनी जिद नहीं छोड़ रही। तृणमूल कांग्रेस राज्य में कांग्रेस द्वारा जीती गई केवल दो सीटें मुर्शिदाबाद की बहरमपुर और मालदा दक्षिण देने को तैयार है जबकि कांग्रेस कम से कम छह सीट लेने पर अड़ी हुई है और इसी आधार पर ममता को मनाने की भी कोशिश कर रही है। इसी लिए तृणमूल ने सीधे तौर पर कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाई है।

  • छत्तीसगढ़ में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत समेत कई कारोबारियों के यहां आयकर विभाग का छापा

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्यमंत्री और कांग्रेस नेता अमरजीत भगत के अंबिकापुर स्थित आवास पर आयकर विभाग की टीम ने बुधवार सुबह दबिश दी। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की आयकर विभाग की टीम के अधिकारियों ने भगत के अंबिकापुर स्थित आवास सहित रायपुर और भिलाई के बड़े बिल्डर और कारोबारियों के अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा। भगत का नाम कोयला घोटाले के आरोपितों में शामिल है। विभाग की कार्रवाई से प्रदेश में हड़कंप मच गया है।

    अंबिकापुर स्थित केना बांध इलाके में स्थित और रायपुर विधायक कालोनी स्थित पूर्वमंत्री भगत के घर पर अधिकारी लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। भगत के 10 से ज्यादा कारोबारी ठिकानों पर दबिश दी गई है। यह कार्रवाई अंबिकापुर, रायपुर, दुर्ग और भिलाई समेत कई स्थानों पर चल रही है। राजधानी रायपुर के राजीव नगर में चंद्रभान शेरवानी के घर, लॉ विस्टा में कारोबारी अमर होरा के घर , कारोबारी राजू अरोरा, कैलाश बजाज तथा टीटू छाबड़ा के घर पर भी दबिश दी गई है।

    इसके अलावा दुर्ग के बिल्डर अजय चौहान के घर और ऑफिस में में भी छापा मारा गया है । दुर्ग की हनुमंत राइस इंड्रस्ट्रीज , एसके केजरीवाल के घर , भिलाई और तेलीबांधा स्थित संदीप जैन के घर , मारुति सुजुकी एरिना के मालिक संदीप जैन समेत दुर्ग में राइस मिलर विनीत गुप्ता के ठिकानों पर भी छापा मारा गया है।

    बताया गया है कि आयकर विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी व उनके बेटे चैतन्य बघेल के रियल एस्टेट के बिजनेस में पार्टनर पप्पू बंसल के ठिकानों पर भी छापा मारा गया गया है। टीम पप्पू बंसल के खुर्सीपार भिलाई स्थित निवास पर दस्तावेजों की जांच कर रही है। टीम ने भिलाई के रियल एस्टेट कारोबारी अजय चौहान के इंपीरियल रिसोर्ट में सुबह 5 बजे दबिश दी। यहां पांच अफसर पूछताछ कर रहे हैं। अजय चौहान के कर्मचारियों के मोबाइल फोन अफसरों ने अपने पास रख लिए हैं। अजय चौहान रियल एस्टेट के क्षेत्र में बड़े कारोबारी माने जाते हैं।

  • ट्रेन से कटकर अधेड़ की मौत

    ट्रेन से कटकर अधेड़ की मौत

    मीरजापुर। चुनार थाना क्षेत्र अंतर्गत बरेवा में मंगलवार की देर रात एक 50 वर्षीय अज्ञात अधेड़ की ट्रेन की चपेट में आने से कटकर मौत हो गई। पुलिस मृतक के शिनाख्त की कार्रवाई में जुटी है।

    मीरजापुर-मुगलसराय रेल मार्ग पर बरेवां गांव के समीप मंगलवार की रात लगभग 11 बजे ट्रेन की चपेट में आने से एक अधेड़ की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के क्षत-विक्षत शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है।

  • रायपुर: पुलिस ने दो संदिग्ध वाहनों से 2 करोड़ 64 लाख कैश जब्त किया

    रायपुर /दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने बीती देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए दो संदिग्ध वाहनों से 2 करोड़ 64 लाख रुपये नकद कैश जब्त किया है।इसके साथ ही 3 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने घटना की जानकारी दी आयकर विभाग को दे दी है।

    पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्ग जिले के भठ्ठी थाना क्षेत्र में भिलाई के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सेक्टर वन भिलाई ब्रांच के सामने से थाना भिलाई भट्ठी एवं एसीसीयू की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो कारों की देर रात पुलिस ने तलाशी ली । इस दौरान वाहनों से 2 करोड़ 64 लाख रुपये नकद बरामद किया गया।कार में सवार तीनों की पहचान गोविंद चंद्राकर (57), विशाल कुमार साहू (28) और पंकज साव (30 ) के रूप में हुई है। तीनों से जब पुलिस ने कैश के बारे में पूछताछ की तो वे सही जानकारी नहीं दे सके। करोड़ों रुपये नकदी मिलने के बाद दुर्ग पुलिस ने आयकर विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है। आयकर विभाग के अधिकारी तीनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है।

  • जेडीए की जमीन-रेलवे का कब्जा, आमजन भुगतेंगे सजा

    जेडीए की जमीन-रेलवे का कब्जा, आमजन भुगतेंगे सजा

    जयपुर। राजधानी के टोंक फाटक क्षेत्र के पास स्थित एक जमीन का विवाद आमजन के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। रेलवे और जयपुर विकास प्राधिकरण के बीच चल रहे जमीनी विवाद के चलते सडक़ चौड़ी नहीं हो पा रही है। इस कारण आमजन को रोजाना जाम से दो-चार होना पड़ रहा है। सरकारी रिकॉर्ड में जमीन को जेडीए के नाम दर्शाया गया है, जबकि जमीन पर रेलवे का कब्जा है। इस बेशकीमती जमीन को खाली करवाने के लिए जेडीए ने उत्तर-पश्चिम रेलवे प्रशासन को पत्र भी लिखा है, लेकिन रेलवे प्रशासन कब्जा खाली करने को तैयार नहीं है। रेलवे का यह कब्जा आमजन के यातायात को सुगम बनाने के काम में बाधा बन रहा है।

    जेडीए से प्राप्त जानकारी के अनुसार यातायात को सुगम बनाने के लिए जेडीए लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर दो अंडरपास बना रहा है। इस तिराहे को ट्रेफिक लाइट मुक्त करवाने की दिशा में किए जा रहे काम के तहत गांधी नगर की तरफ से आने वाला यातायात टोंक फाटक पुलिया के नीचे से होकर सहकार मार्ग पर जाएगा। इसके लिए टोंक फाटक पुलिया के नीचे सडक़ मार्ग को चौड़ा किया जाना है। लेकिन इस जमीन पर लम्बे समय से रेलवे प्रशासन ने कब्जा कर रखा है। इसके चलते जेडीए द्वारा किए जा रहे यातायात सुगम बनाने के काम में बाधा आ रही है।

    साढे तेरह सौ स्क्वायर मीटर जमीन की जरुरत

    यातायात को सुगम बनाने की दिशा में रोड चौड़ी करने के लिए जेडीए को यहां 1350 स्क्वायर मीटर जमीन की जरुरत है। खास बात यह है कि गांधी नगर स्टेशन को वल्र्ड क्लास स्टेशन बनाने का काम भी चल रहा है। यहां पर जब पूरी तरह से लोगों का आवागमन शुरू हो जाएगा तो जमीन नहीं मिलने की सूरत में टोंक फाटक पुलिया के नीचे लगने वाले जाम की समस्या और विकराल रूप धारण कर लेंगी।

    रेलवे से मांगे स्वामित्व संबंधी दस्तावेज, कई पत्र लिखे लेकिन मिला जबाब

    जेडीए ने रेलवे को पत्र लिखकर स्वामित्व संबंधी दस्तावेज मांगे हैं। जेडीए द्वारा लिखे गए पत्र में बताया गया है कि रामपुरारूपा के खसरा नम्बर 280/490 और 280/291 टोंक पुलिया से रेलवे लाइन के बीच का भाग आता है। सरकारी रिकॉर्ड में यह जमीन जेडीए के नाम दर्ज है। जबकि लम्बे समय से इस पर जमीन रेलवे ने कब्जा कर रखा है। स्वामित्व संबंध दस्तावेज जमा करवाने को लेकर जेडीए कई बार रेलवे को पत्र लिख चुके है, लेकिन रेलवे ने एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया।

    इस संबंध में जेडीए में डायरेक्टर (इंजीनियरिंग) अजय गर्ग का कहना है कि ट्रेफिक मूवमेंट के लिए टोंक फाटक पुलिया और रेलवे लाइन के बीच का हिस्से की जमीन चाहिए। इस सम्बंध में जोन डीसी से जानकारी ली थी तो उनका कहना था कि यह जमीन रिकॉर्ड में जेडीए के नाम है। जबकि इस जमीन पर कब्जा रेलवे का है। जमीन को लेकर विवाद क्यों है इस में बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता है।

    उधर इस मामले में पूछे जाने पर सीपीआरओ, उत्तर-पश्चिम रेलवे कैप्टन शशि किरण ने बताया कि जमीन को लेकर रेलवे और जेडीए का क्या विवाद है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। मैं पता करके बताता हूं।

  • किसानों की जमीन को उपजाऊ बना रहा स्लज

    किसानों की जमीन को उपजाऊ बना रहा स्लज

    जयपुर। शहर में चल रहे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में बनने वाली स्लज से किसानों की जमीन उपजाऊ हो रही है। स्लज के उपयोग से किसानों को उनके खेतों से ज्यादा उपज मिल रही है। शहर में विभिन्न स्थानों पर बने एसटीपी का संचालन जयपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम द्वारा किया जा रहा है।

    शहर में जेडीए द्वारा करीब सात एसटीपी का संचालन किया जा रहा है। इसमें पांच एसटीपी द्रव्यवती नदी और एक गजाधरपुरा तथा दूसरा रलावता में है। इसके अलावा नगर निगम द्वारा देहलावास और ब्रह्मपुरी में एसटीपी का संचालन किया जा रहा है। खास बात यह है कि एसटीपी से निकल रहे इस खाद के लिए किसानों से कोई खास खर्चा नहीं करना पड़ रहा है।

    चार माह में 220 डम्पर स्लज पहुंचा खेतों में

    जेडीए द्वारा द्रव्यवती पर पांच एसटीपी बनाए गए है इनमें चार एसटीपी चल रहे है और एक बंद है। पिछले चार माह में इन एसटीपी से निकले वाला 60 फीसदी स्लज आमजन और किसानों के खेतों में पहुंच गया और इससे उनकी जमीन उपजाऊ हो रही है। 100 एमएलडी के एसटीपी से रोजाना 7 से 8 ट्रक स्लज निकलता है। द्रव्यवती नदी पर 170 एमएलडी के एसटीपी बने हुए है।

    द्रव्यवती नदी पर आमजन के लिए तीन पार्क बनाए गए है और साथ द्रव्यवती के दोनों और एक ग्रीन पट्टी भी विकसित की गई है। खाद के रूप में पार्कों के साथ इन ग्रीन पट्टी में स्लज का उपयोग किया जा रहा है। पार्कों सहित करीब 5 लाख वर्गमीटर एरिया में स्लज खाद के रूप में डाला जा रहा है।

    कृषि विश्वविद्यालय ने भी मंगवाया स्लज

    जोबनेर स्थित कृषि विश्वविद्यालय ने भी अपने खेतों में खाद के रूप में स्लज का उपयोग किया है। इसके लिए जेडीए के एसटीपी से विश्वविद्यालय ने स्लज मंगवाया था। विशेष बात यह है कि इस खाद की गुणवत्ता को लेकर फिलहाल किसी भी प्रकार की कोई स्टडी नहीं की गई है।

    उपयोग के बाद बचा शेष स्लज डालते सेवापुरा डिपो में

    शहर में चल रहे एसटीपी से रोजाना भारी मात्रा में स्लज निकलता है। किसानों और आमजन द्वारा ले जाने के बाद जो स्लज बचता है उसे सेवापुरा में बनाए गए निगम के डिपो में डाल दिया जाता है।

    एक्सईएन द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट दीपक माथुर ने बताया कि द्रव्यवती नदी पर चल रहे एसटीपी से निकलने वाले स्लज का उपयोग किसान खेतों में खाद के रूप में कर रहे है। किसानों ने स्लज के उपयोग से खेती की उपज में बढ़ोत्तरी की बात कहीं है।

    नगर निगम ग्रेटर एक्सईएन, देहलावास एसटीपी उमंग राजवंशी का कहना है कि देहलावास एसटीपी में स्लज लेने के लिए आमजन के साथ किसान भी आ रहे है। इस स्लज का उपयोग खाद के रूप में किया जा रहा है।

  • दो जिलों के एसपी समेत 29 पुलिस अधिकारियों के तबादले

    शिमला। लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश के पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले हुए हैं। दो जिलों के एसपी समेत 29 पुलिस अधिकारियों को बदला गया है। इनमें 6 आईपीएस और 23 एचपीएस अधिकारी शामिल हैं। तैनाती का इंतजार कर रहे पुलिस अधिकारियों को भी नियुक्तियां मिली हैं। इस सम्बंध में शासन की ओर से बुधवार को आदेश जारी हुए हैं।

    ऊना और हमीरपुर जिलों के एसपी का तबादला किया गया है। सीआईडी शिमला के एसपी पदमचंद को हमीरपुर का नया एसपी लगाया गया है। पदमचंद 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। हमीरपुर की एसपी रही डॉक्टर आकृति को प्रथम आईआरबीएन बटालियन बनगढ़ का कमांडेंट लगाया है। इसी तरह पांचवीं आईआरबीएन बटालियन बस्सी के कमांडेंट राकेश सिंह ऊना के नए एसपी होंगे। ऊना के एसपी रहे डॉक्टर अर्जित सिंह ठाकुर को एसडीआरएफ शिमला में एसपी के पद पर भेजा गया है। तनाती का इंतजार कर रहे विमल गुप्ता को स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो का आईजी लगाया गया है। इसी तरह डीआईजी पदोन्नत सौम्या साम्बशिवन को पीटीसी डरोह का प्रिंसिपल तैनात किया है। जी शिवकुमार को डीआईजी सेंटर रेंज मंडी, डॉ मोनिका को छठी आईआरबीएन बटालियन धौलाकुआं का कमांडेंट तैनात किया है।

    वहीं एचपीएस अधिकारियों में अशोक कुमार को एएसपी हमीरपुर से एएसपी बद्दी, रतन सिंह को एएसपी शिमला, धर्मचंद को एएसपी नूरपुर, खजाना राम को एसडीपीओ बद्दी, अरुण मोदी को डीएसपी प्रथम एचपीएपी जुन्गा, सुशांत शर्मा को एसडीपीओ चौपाल, प्रियंक गुप्ता को डीएसपी बीबीएमबी सुंदरनगर, नितिन चौहान को डीएसपी हेडक्वार्टर हमीरपुर, मनीष चौधरी को डीएसपी लीव रिजर्व बिलासपुर स्थानांतरित किया है।

    इसके अलावा विजय कुमार को कमांडेंट होमगार्ड चंबा, प्रवीण कुमार ठाकुर को एएसपी छठी आईआरबीएन बटालियन धौलाकुआं, राजकुमार को एएसपी सोलन, बबीता राणा को एएसपी फर्स्ट एचपीएपी जुन्गा, सुनील दत्त को एएसपी सी एंड टीएस शिमला, योगेश रौलटा को एएसपी सिरमौर, विकास कुमार धीमान को डीएसपी चतुर्थ आईआरबीएन बटालियन जंगलबेरी, तैनाती का इंतजार कर रहे लालमन को डीएसपी पांचवी आईआरबीएन बटालियन बस्सी, विद्याचंद को एसडीपीओ राजगढ़, रॉबिन डोगरा को डीएसपी सुरक्षा दलाईलामा, गीतांजलि ठाकुर को डीएसपी द्वितीय आईआरबीएन बटालियन सकोह, ओम प्रकाश को डीएसपी प्रथम एचपीएपी जुन्गा, राजकुमार को डीएसपी हैडक्वार्टर केलांग लाहौल स्पीति, अजय कुमार भारद्वाज को डीएसपी लीव रिजर्व राजभवन शिमला, तनाती का इंतजार कर रहे मनविंदर ठाकुर को डीएसपी चतुर्थ आईआरबीएन बटालियन जंगलवेरी और भूपेंद्र सिंह को डीएसपी तृतीय आईआरबीएन बटालियन पंडोह में तैनाती मिली है।

  • मणिकर्णिका घाट पर चलाया स्वच्छता अभियान, गूंजा ‘सबका साथ हो-गंगा साफ हो’ का नारा

    मणिकर्णिका घाट पर चलाया स्वच्छता अभियान, गूंजा ‘सबका साथ हो-गंगा साफ हो’ का नारा

    वाराणसी। मोक्ष तीर्थ मणिकर्णिका घाट पर बुधवार को गंगा निर्मलीकरण के लिए ‘सबका साथ हो-गंगा साफ हो’ का नारा फिर से बुलंद हुआ। नमामि गंगे के कार्यकर्ताओं ने संयोजक राजेश शुक्ला घाट के नेतृत्व में घाट किनारे पड़े कपड़े, पॉलिथीन, खाद्य सामग्रियों के पैकेट, शीशे की तस्वीरें, बोतलें इत्यादि बटोर कर कूड़ेदान तक पहुंचाया। आमजन को जागरूक करते हुए गंगा तट पर किसी प्रकार की गंदगी न करने की अपील की गई।

    गंगा में पॉलिथीन, कपड़े, शीशे की तस्वीरें एवं अन्य बेकार हो चुके धार्मिक निर्माल्य को प्रवाहित न करने का आह्वाहन किया गया। इस दौरान राजेश शुक्ला ने कहा कि सबका साथ हो, गंगा साफ हो के संकल्प के साथ आम जनमानस के सहयोग से ही गंगा स्वच्छता का मार्ग प्रशस्त होगा। लोगों को सजग करते हुए बताया कि ‘कबिरा मन निर्मल भया जैसे गंगा नीर’ यानि गंगाजल को ही निर्मलता की सबसे बड़ी कसौटी माना गया है। आज हम सबका दायित्व बन जाता है कि गंगा को एक बार फिर हम निर्मलता के उसी स्तर पर ले जाएं जिसका विवरण हम संत कबीर, संत रविदास तथा प्राचीन काल के ऋषि मुनियों की वाणी में पाते हैं।