Category: देश

  • मप्रः बॉर्डर चेकिंग के दौरान बस में मिली 1.28 करोड़ की नगदी एवं 22 किलो 365 ग्राम चांदी की सिल्ली

    मप्रः बॉर्डर चेकिंग के दौरान बस में मिली 1.28 करोड़ की नगदी एवं 22 किलो 365 ग्राम चांदी की सिल्ली

    भोपाल। लोकसभा चुनाव 2024 के संबंध में मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में झाबुआ पुलिस और एसएसटी की टीम ने शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात बड़ी संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश और गुजरात की सीमा पर एक बस से एक करोड़ 28 लाख रुपये की नकदी और 22 किलो 365 ग्राम चांदी की सिल्ली बरामद की है।

    पुलिस विभाग के जनसम्पर्क अधिकारी अशीष शर्मा ने शनिवार को बताया कि पुलिस महानिरीक्षक इंदौर (ग्रामीण जोन) अनुराग, पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर (ग्रामीण रेंज) निमिष अग्रवाल द्वारा शुक्रवार को अपराध समीक्षा बैठक ली गई, जिसमें अवैध गतिविधियों पर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे। इसी क्रम में झाबुआ पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल के निर्देश पर नाकों पर एवं गुजरात सीमा से लगे हुए चेक पोस्ट पर मुस्तैदी से अवैध परिवहन पर एवं अवैध गतिविधियों पर कार्यवाही करने के लिए वाहनों की सघन चैकिंग की जा रही है। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात्रि करीब दो बजे बॉर्डर चेक पोस्ट पर लगी पुलिस एवं एसएसटी की संयुक्त टीम द्वारा वाहनों की चैकिंग के दौरान पिटोल नाके पर इंदौर से राजकोट गुजरात की ओर जा रही राहुल ट्रैवेल्स की बस क्रमांक एमपी-13, जेड-6432 की जांच की गई।

    उन्होंने बताया कि जांच के दौरान दौरान बस में बोरियां रखी हुई मिलीं, जिनमें 500-500 रुपये गड्डी तथा एक छोटी थेली में चांदी की सिल्लियां रखी हुई थी। जिसे संयुक्त टीम द्वारा समक्ष पंचानों के नोटों की गड्डियों की गणना करने पर एक करोड़ 28 लाख नगद रुपये होना पाया गया। चांदी की सिल्लियों का वजन करने हेतु तोल कांटा बुलाया गया। चांदी का वजन 22 किलो 365 ग्राम पाया गया। बस के चालक विनोद पुत्र राधेश्याम हिरवे व योगेश डडोरे पुत्र लखन से उक्त नकदी और चांदी के संबंध में पूछताछ की गई, तो उन्होंने उक्त राशि एवं चांदी किसकी है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं होना बताया। यात्रियों से भी पूछताछ करने पर इसके बारे कोई जानकारी नहीं होना बताया। किसी ने भी उक्त राशि और चांदी पर अपनी दावेदारी पेश नहीं की। नगदी एवं चांदी को एएसटी टीम द्वारा मौके पर जब्त किया गया है, जिसे कोषालय झाबुआ में रखवाया गया है। उक्त नगदी व चांदी किसकी है व कहां ले जाई जा रही थी, इसकी जांच पुलिस टीम द्वारा की जा रही है।

    उक्त कार्रवाई में मेघनगर थाना प्रभारी रमेश चंद्र भास्करे, पिटोल चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक पल्लवी भाबर, सहायक उपनिरीक्षक शैलेन्द्र शुक्ला, आरक्षक सत्येंद्र, रिंकु, प्रवीण, विक्रम, सोपनील एवं एसएसटी टीम का सराहनीय योगदान रहा।

  • मेरठ में एसएसपी कार्यालय के सामने युवक ने परिवार समेत किया आत्मदाह का प्रयास

    मेरठ में एसएसपी कार्यालय के सामने युवक ने परिवार समेत किया आत्मदाह का प्रयास

    मेरठ, । मेरठ में शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय के सामने पत्नी और बच्चों के साथ पहुंचे युवक ने अपने परिवार समेत आत्मदाह का प्रयास किया। वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने युवक से डीजल की बोतल छीन ली और परिवार को सिविल लाइन लाकर पूछताछ शुरू कर दी।

    हस्तिनापुर की इंदिरा कॉलोनी निवासी नरेंद्र शुक्रवार को पत्नी और तीन बच्चों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचा। उसने कार्यालय के सामने अपने साथ लाई बोतल से खुद और परिवार पर डीजल छिड़क लिया। इसके बाद खुद को जलाने का प्रयास किया। यह देखकर कार्यालय पर तैनात पुलिसकर्मियों ने दौड़कर नरेंद्र से डीजल से भरी बोतल छीन ली और पूरे परिवार को हिरासत में ले लिया। इसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस को बुलाकर परिवार को उन्हें सौंप दिया।

    पूछताछ में नरेंद्र ने बताया कि उसने अपने दोस्त पवन गुर्जर, सुंदर शर्मा, राजन शर्मा के साथ मिलकर जमीन खरीदने का बिजनेस शुरू किया था। इसी के चलते नरेंद्र ने बैंक से 60 लाख लोन लेकर जमीन खरीद ली थी। नरेंद्र के अनुसार जमीन की कीमत करोड़ों में है लेकिन उसके दोस्त उसके साथ बेईमानी कर रहे हैं। जमीन में कोई हिस्सा नहीं दे रहे है। इस मामले की शिकायत डीएम और एसएसपी से की जा चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे परेशान होकर ही उसने डीजल खरीदा और आत्मदाह करने के लिए एसएसपी कार्यालय पहुंच गया। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। जांच के बाद मामले में कार्रवाई होगी।

  • EG HUPR 64

    EG HUPR 64

    दलित वोट बैंक में सेंध लगाने पहुंचे मंत्री ओमप्रकाश राजभर, वनवासियों के घर खाया खाना

    मऊ। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर दलित वोट बैंक में सेंध लगाने में जुटे हुए हैं। वह शुक्रवार को मोहम्मदाबाद तहसील अंतर्गत सगड़ी गांव में वनवासियों के घर पहुंचे, उनकी समस्याएं सुनीं और उनके घर पर उनके साथ भोजन किया।

    उल्लेखनीय है कि ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर घोसी लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार हैं। ओमप्रकाश राजभर अपने बेटे अरविंद राजभर के समर्थन में जिले में विभिन्न जगहों पर संपर्क करने के साथ ही जनसभाओं के जरिए मतदाताओं को लुभाने में जुटे हुए हैं।

    ओमप्रकाश राजभर ने वनवासियों के घर भोजन के बाद पत्रकारों से कहा कि उनको मंत्रिमंडल में जो विभाग मिला है उसी के तहत वनवासियों की समस्याओं को जानने और समझने के लिए उनके घर आया हूं। उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने, भाईचारा बढ़ाने तथा सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए उनसे संपर्क करने आया हूं। चुनाव का समय है आचार संहिता लगी है, इसलिए अभी इन लोगों को कोई लाभ नहीं दे सकता, लेकिन चुनाव के बाद अभी तक इन लोगों के उपेक्षा क्यों हुई, इसका लेखा-जोखा निकलाऊंगा तथा इस समाज को सरकारी योजनाओं से जोडूंगां। उन्होंने एक सवाल के जवाब पर कहा कि भगवान श्री रामचंद्र जी शबरी के घर पहुंच कर जूठा बैर खाए थे तो ओमप्रकाश राजभर इन लोगों के घर खाना क्यों नहीं खा सकता है।

    गौरतलब है कि गुरुवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उनके बेटे और एनडीए के उम्मीदवार अरबिंद राजभर को भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच दंडवत व क्षमा मांगने के प्रकरण पर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि राजभर समाज को अपमानित किया है। इस सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ना समझी का परिचय दे रहे हैं। डॉक्टर अरविंद राजभर के बढ़ते लोकप्रियता से विपक्ष घबराया हुआ है।

    उन्होंने कहा कि जनता से नेता अगर आशीर्वाद एवं सहयोग नहीं मांगेगा तो किससे मांगेगा। लोकतंत्र में जनता जर्नादन है। विपक्ष, बेवजह विरोध कर रहा है, वह अपने पार्टी में छिड़े युद्ध को खुद देंखे। प्रदेश में सिन बदल चुके हैं, उनको प्रत्याशी नहीं मिल रहा है। यह विरोधियों का हताशा और निराशा है। अखिलेश जी को तो सोचना चाहिए जब उन्होंने मुझे एक पत्र भेजा था जिसमें लिखा था कि अब आपकी जरूरत नहीं है, आप स्वतंत्र हैं जहां चाहे जा सकते हैं मैं उसे पत्र को तलाक के रूप में स्वीकार कर लिया और उनका तलाक भिजवा दिया और हमने कबूल कर लिया तो आज उन्हें दर्द क्यों हो रहा है।

  • नगर पालिका परिषद् एकाउंटेंट व सहयोगी घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

    नगर पालिका परिषद् एकाउंटेंट व सहयोगी घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

    जौनपुर । नगर कोतवाली थाना अंतर्गत नगर पालिका परिषद में शुक्रवार को फिर भ्रष्टाचार और घूसखोरी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण टीम ने छापामारी कर एकाउंटेंट टीएन सिंह सहित उसके सहयोगी बाबू शनी बाल्मीकि को एक लाख 65 हजार रुपए का घुस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। एकाउंटेंट की गिरफ्तारी के बाद नगर पालिका परिषद कार्यालय में हड़कंप की स्थिति रही है।

    नगर पालिका के ठेकेदार के भुगतान के लिए एकाउंटेंट टीएन सिंह ने रमेश गुप्ता नामक ठेकेदार से घूस मांगा था। ठेकेदार ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम वाराणसी से की। टीम शुक्रवार को जौनपुर आयी और पूरी योजना तैयार कर घूस की राशि 1 लाख 65 हजार रुपए एकाउंटेंट टीएन सिंह की दिलवाया। रिश्वत लेते ही छापामार कर रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया और एकाउंटेंट को लेकर सीधे लाइन बाजार थाने ले गयी वहां पर विधिक कार्रवाई करते हुए घूसखोर को लेकर वाराणसी चली गई है।

    लाइन बाजार थाना अंतर्गत बीते बुधवार को शिकायतकर्ता रामानंद गुप्ता निवासी जहांगीराबाद कोतवाली ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी में शिकायती पत्र द्वारा आरोप लगाया था कि मेरी आनंद कंस्ट्रक्शन फर्म जो निर्माण का कार्य करती है।नगर पालिका परिषद जौनपुर में पचास लाख का निर्माण कार्य कराया गया जिसका बकाया बिल भुगतान बकाया है । जिसके भुगतान के लिए अधिशासी अधिकारी पवन कुमार नगर पालिका परिषद जौनपुर से मिला। अधिशासी अधिकारी द्वारा साढ़े 16 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई। प्रथम किस्त 10 लाख जारी करने के लिए साढ़े 16 प्रतिशत की दर से एक लाख 65 हजार रुपए देने के लिए कहा गया था। यह रिश्वत एकाउंटेंट तारकेश्वर नाथ सिंह को देने के लिए पवन कुमार द्वारा कहा गया। वहीं इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिकारी नीरज कुमार सिंह द्वारा लाइन बाजार थाने में अधिशासी अधिकारी पवन कुमार सहित दोनों आरोपित पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया।

  • बलिया में एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को चूना लगाने वाला बिहार का गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे

    बलिया में एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को चूना लगाने वाला बिहार का गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे

    – लग्जरी गाड़ी के साथ पकड़े गए दो ठग

    बलिया। पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के पैसे निकालने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से अलग-अलग बैंकों के 71 एटीएम कार्ड, दो स्वाईप मशीन, एक ब्रेजा कार व तमंचा बरामद किया है।

    एएसपी डीपी तिवारी ने शुक्रवार को इसका खुलासा करते हुए बताया कि प्रभारी निरीक्षक कोतवाली संजय सिंह के नेतृत्व में बिहार के एक गैंग को गुरुवार रात्रि में पकड़ा है, जो एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को धोखा देकर उनके पैसे निकाल लेते हैं। इन्हें सफेद रंग की ब्रेजा से रेलवे स्टेशन के मालगोदाम के पास दबोचा गया, जबकि इनके दो साथी अन्धेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। पकड़े गये ठगों की पहचान शंकर राय पुत्र स्व राजेन्द्र यादव निवासी समसुद्दीनपुर थाना रिविलगंज जनपद छपरा, बिहार व सुनील शाह पुत्र स्व. कामेश्वर शाह निवासी कुशीहरपुर रमडी थाना कांटी जिला मुजफ्फरपुर, बिहार के रूप में हुई। इनसे पूछताछ की गयी तो दोनों ने एक ही स्वर में बताया कि इनका एक संगठित गिरोह है। ये लोग बुजुर्गों एवं महिलाओं को आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। उनका एटीएम कार्ड सहायता करने के नाम पर बदलकर उनके जैसा दूसरा एटीएम देकर उनके खाते का पैसा स्वाईप मशीन की सहायता से निकाल लेते हैं। इन एटीएम कार्डों से खरीदारी भी घूम-घूम कर करते हैं। साथ ही एटीएम में आगे-पीछे लगकर अपने एटीएम से भी कभी कभी पैसा निकालते हैं। इसी पैसे को आपस में बांटकर अपने ऊपर खर्च करते हैं, ताकि लोगों को इन पर शक न हो। ये लोग अक्सर बलिया जिले में ही यह काम इसी कार से घूम-घूम कर करते हैं।

    हिन्दुस्थान समाचार/पंकज /दीपक

  • लोस चुनाव : अपराधिक व्यक्तियों के 477 लाइसेंसी शस्त्र जब्त

    लोस चुनाव : अपराधिक व्यक्तियों के 477 लाइसेंसी शस्त्र जब्त

    लखनऊ। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने शुक्रवार को बताया कि 16 मार्च से चार अप्रैल तक पुलिस विभाग ने अपराधिक व्यक्तियों के 477 लाइसेंसी शस्त्र जब्त किये हैं। 3905 लाइसेंसी शस्त्र निरस्त कर जमा कराये गये।

    इसी प्रकार सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए 18,13,332 लोगों को पाबन्द किये जाने के लिए नोटिस प्रेषित किये गये, जिसमें से 10,85,298 लोगों को पाबन्द किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग ने 3840 बिना लाइसेंस के अवैध शस्त्र, 4250 कारतूस, 2066.5 किलोग्राम विस्फोटक व 211 बम बरामद कर सीज किये। अवैध शस्त्र बनाने वाले 1159 केन्द्रों पर रेड डाली गयी और 71 केन्द्रों को सीज किया गया।

    आदर्श आचार संहिता के अनुपालन में चार अप्रैल को पुलिस विभाग ने अपराधिक व्यक्तियों के 01 लाइसेंसी शस्त्र जब्त करते हुए 03 लाइसेंसी शस्त्र निरस्त कर जमा कराये गये। सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए 65,690 लोगों को पाबन्द किये जाने के लिए नोटिस प्रेषित किये गये हैं। साथ ही 178 बिना लाइसेंस के अवैध शस्त्र, 192 कारतूस व 06 किलोग्राम विस्फोटक बरामद कर सीज किये गये। पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने वाले 123 केन्द्रों पर रेड डाली है।

  • ज्वैलर्स पर बदमाश ने तानी पिस्टल, मुकदमा लिखने में लगे पांच दिन

    ज्वैलर्स पर बदमाश ने तानी पिस्टल, मुकदमा लिखने में लगे पांच दिन

    कानपुर,। ज्वैलर्स पर पिस्तौल तानकर जान से मारने की धमकी के मामले में आखिरकार पांच दिन बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि इसके लिए उत्तर प्रदेश ज्वैलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों व व्यापारियों का दबाव रहा। पुलिस मुकदमा दर्ज कर अब आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है।

    बिरहाना रोड निवासी आनंद सिंह की ज्वैलरी की दुकान है और वह गंगा मेला के दिन घर के नीचे परिवार के लोगों के साथ होली खेल रहे थे। पीड़ित के मुताबिक, इसी दौरान एक अज्ञात व्यक्ति आया और उसने पिस्टल लोड कर उनके माथे पर तान दी। हो हल्ला मचने पर आरोपित वहां से भाग गया।

    पीड़ित ने डायल 112 में पुलिस को सूचना दी गई, फिर भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। उत्तर प्रदेश ज्वैलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी पीड़ित कारोबारी के साथ कलक्टरगंज थाने पहुंचे। एसीपी, इंस्पेक्टर तक को सूचना दी मगर एफआईआर दर्ज नहीं हुई। उत्तर प्रदेश ज्वैलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मुकुल वर्मा और प्रदेश महामंत्री पुष्पेन्द्र जायसवाल अन्य पदाधिकारियों के गुरुवार को एडिशनल सीपी हेडक्वाटर्स विपिन कुमार मिश्रा से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई।

    उन्होंने इंस्पेक्टर कलक्टरगंज से एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। पीड़िता ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश के बावजूद थाना पुलिस जांच के नाम पर टरकाती रही और पांच दिन बाद मुकदमा दर्ज हुआ। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और सीसीटीवी फुटेज आदि साक्ष्य एकत्र कर जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

  • उप्र में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना

    उप्र में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना

    कानपुर,। उत्तर प्रदेश के मौसम में इन दिनों रोजाना बदलाव देखा जा रहा है। एक तरफ जहां आसमान में बादलों की आवाजाही बनी है तो वहीं पछुआ हवाओं के चलने से गर्मी अपना रंग नहीं दिखा पा रही है। हालांकि तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी व मेघ गर्जन के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश की संभावना है।

    चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया ओडिशा और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पूर्वी असम और आसपास के इलाकों पर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इससे उत्तर प्रदेश के मौसम में आगामी दो दिन बदलाव रहेगा। तेज हवाएं चलेंगी और मेघ गर्जन के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश की भी संभावना है।

    बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 38.0 और न्यूनतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 47 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 20 प्रतिशत रही। हवा की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.9 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों मे हल्के से मध्यम बादल छाये रहने के आसार हैं किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। धूल भरी आंधी मेघ गर्जना वाले बादलों के साथ कहीं कहीं फुटकर रुप में प्री मानसून की गतिविधियां होने की भी संभावना बनी रहेगी।

  • राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत

    राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को जमानत दे दी है। जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने ये आदेश दिया। कोर्ट ने ये साफ किया कि जमानत के दौरान संजय सिंह राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं।

    सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू से पूछा है कि संजय सिंह 6 महीने से जेल में बंद हैं। जांच एजेंसी बताए कि उनको आगे भी जेल में रखने की क्या जरूरत है। कोर्ट ने राजू से 2 बजे तक इस पर निर्देश लेकर आने को कहा। दो बजे के बाद राजू ने कहा कि उन्हें संजय सिंह को जमानत देने पर कोई आपत्ति नहीं है। उसके बाद कोर्ट ने संजय सिंह को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।

    कोर्ट ने 26 फरवरी को ईडी को नोटिस जारी किया था। संजय सिंह ने दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से जमानत याचिका खारिज करने के आदेश को चुनौती दी है। 7 फरवरी को दिल्ली हाई कोर्ट ने संजय सिंह की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।

    उल्लेखनीय है कि ईडी ने संजय सिंह को 4 अक्टूबर को उनके सरकारी आवास पर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था।

  • धोखाधड़ी के मामले में अर्चना मित्तल को तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने का निर्देश

    धोखाधड़ी के मामले में अर्चना मित्तल को तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने का निर्देश

    नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने बैंकों से 46000 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में भूषण स्टील के पूर्व प्रमोटर नीरज सिंघल की बहन अर्चना अजय मित्तल को ट्रायल कोर्ट से मिली जमानत को चुनौती देने वाली ईडी की याचिका पर नोटिस जारी किया है। जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा की बेंच ने अर्चना अजय मित्तल को नोटिस जारी करते हुए तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी।

    ईडी ने राऊज एवेन्यू कोर्ट की ओर से अर्चना अजय मित्तल को जमानत देने के आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। 14 फरवरी को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अर्चना अजय मित्तल को जमानत दी थी। राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कहा था आरोपित को जब भी जांच के लिए बुलाया गया वो ईडी के दफ्तर गई। कोर्ट ने कहा कि आरोपित 24 जुलाई 2023, 07 अगस्त 2023 और 10 जनवरी को ईडी के दफ्तर में गई थी। ईडी के समक्ष पेश होने को ईडी ने भी स्वीकार किया है। कोर्ट ने कहा था कि ऐसा कोई आरोप नहीं है कि आरोपित ने पूछताछ के लिए बुलाने पर नोटिस को नजरअंदाज किया या वो पूछताछ से भाग गई। आरोपित का पहले कोई ऐसा व्यवहार सामने नहीं आया है, जिससे पता चले कि उसके भागने की संभावना है। कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में दूसरे सह आरोपित जिनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं वे अभी तक गिरफ्तार नहीं किए गए हैं।

    ईडी के मुताबिक भूषण स्टील ने विभिन्न वित्तीय संस्थाओं से लोन हासिल किया। 31 मार्च 2017 तक कंपनी पर 46,646.73 करोड़ रुपये की देनदारी थी। अर्चना मित्तल के पति अजय मित्तल फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। अजय मित्तल पर आरोप है कि उसने इस अपराध में 70 करोड़ रुपये हासिल किए। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने भूषण स्टील की एक संपत्ति को गिरवी रखा और उससे मिले पैसों को नीरज सिंघल के परिवार को दे दिए। नीरज सिंघल भी फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।

    ईडी ने छापा मारकर नीरज सिंघल को जून 2023 में गिरफ्तार किया था। ईडी ने अगस्त 2023 में आरोपितों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल किया था। ईडी के मुताबिक सिंघल और उसके सहयोगियों ने कई फर्जी कंपनियां बनाई थी और उन सभी के प्रमोटर भूषण स्टील से जुड़े हुए थे। ये सभी मिलकर साजिश के तहत एक कंपनी से दूसरे कंपनी में पैसा घुमाते थे ताकि बैंकों को धोखा दिया जा सके।

    बतादें कि भूषण स्टील के खिलाफ सीरियस फ्राड इंवेस्टिगेशन ऑफिस (एसएफआईओ) ने 2019 में केस दर्ज किया था। एसएफआईओ की ओर से चार्जशीट दाखिल होने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग की कार्रवाई शुरू की गई।