Category: देश

  • जरायम की दुनिया का मुख्तार बन बैठा सियासत का बादशाह

    जरायम की दुनिया का मुख्तार बन बैठा सियासत का बादशाह

    निजाम बदलते खत्म हुई बात बादशाहत फिर भी विपक्ष का चहेता था मुख्तार

    मऊ, । सदर सीट से पांच बार का विधायक रहे माफिया मुख्तार अंसारी गुरुवार की देर शाम हार्ट अटैक से मौत हो गई। मुख्तार अंसारी बांदा के मंडल जेल में बंद थे और बीमार थे हाल ही में उनका बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती भी कराया गया था जहां हालत स्थिर होने पर उन्हें वापस जेल भेज दिया गया था। मुख्तार अंसारी के मौत से पूरे यूपी में हाई अलर्ट है और सियासत भी गरमाती नजर आ रही है। जहां विपक्ष सरकार को घेरने में लगी हुई है वही माफिया मुख्तार के परिवार वाले भी मुख्तार की मौत पर संदेह जाहिर कर रहे हैं। पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी को उनके पैतृक गृह जनपद गाजीपुर के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा।

    गाजीपुर के एक छोटे से कस्बे यूसुफपुर मोहम्मदाबाद से निकलकर एक युवा मुख्तार अंसारी कैसे माफिया मुख्तार अंसारी बन गया इसकी कहानी भी काफी दिलचस्प है।

    गाजीपुर के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद में सुब्हानऊल्लाह अंसारी और बेगम राबिया के घर जन्मे मुख्तार अंसारी का पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति वाला रहा मुख्तार के दादा मुख्तार अहमद अंसारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महात्मा गांधी के काफी करीबी रहे तो वहीं मुख्तार के नाना ब्रिगेडियर उस्मान भी महावीर चक्र विजेता रहे।

    घर के राजनीतिक माहौल के बावजूद मुख्तार युवावस्था में दबंगई और प्रभावशाली व्यक्ति बनने का महत्वकांक्षा रखकर बीएचयू की राजनीति से शुरुआत की। लेकिन पैसों की जरूरत में मुख्तार को जरायम की दुनिया की तरफ बढ़ा दिया। लोगों को मुख्तार के अपराधिक प्रवृत्ति की जानकारी तब हुई जब उसने पैसों की जरूरत पूरी करने के लिए तत्कालीन विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नंदकिशोर रुंगटा का अपहरण कर लिया और फिरौती के तीन करोड रुपए मांगे फिरौती मिलने के बाद भी नंदकिशोर रुंगटा की हत्या कर दी गई।

    इस घटना के बाद मुख्तार अपराध की दुनिया का नया खिलाड़ी बनकर निकला। अब बड़े-बड़े माफिया गैंग मुख्तार के संपर्क में आने लगे। उसे समय के बड़े गैंग मखनू सिंह का गिरोह पूर्वांचल में सक्रिय था और मुख्तार उसका हिस्सा बन गया। इसके बाद मुख्तार ने फिर मुड़ कर नहीं देखा मुख्तार ने अपने बल पर अपने बड़े भाई अफजाल अंसारी को विधायक बनाया लेकिन मुख्तार कब लगने लगा था कि उसे अपराध में संरक्षण के लिए राजनीति में जाना जरूरी हो गया है।

    1996 तक आते-आते मुख्तार अंसारी पूर्वांचल का माफिया बन गया था पूर्वांचल के कोयला ठेके से लेकर के रेलवे ठेके तक और तमाम सरकारी ठेकों में उसकी दखलअंदाजी बढ़ गई थी बिना मुख्तार के पर्मिशन ठेके मिलने मुश्किल हो गए थे मुख्तार के अपराध का साम्राज्य लगातार बढ़ता जा रहा था और उसके ऊपर मुकदमे भी बढ़ते जा रहे थे। फिर क्या था 1996 में मुख्तार अंसारी ने बसपा से टिकट मांगा और पड़ोस के जिले मऊ के मऊ सदर सीट से मैदान में कूद गया।

    मुख्तार ने सीट से जीत हासिल की ओर विधायक बन बैठा धीरे-धीरे मुख्तार की पकड़ राजनीति में मजबूत होती गई और वह मऊ सदर को अपना गढ़ बनाकर लगातार पांच बार जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। मुख्तार इस सीट से 1996 से लगातार 2022 तक विधायक रहा 2022 में किन्हीं कारणों से उसने यह सीट छोड़ दी और अपने बेटे अब्बास अंसारी को यहां से मैदान में उतार दिया मुख्तार के बेटे अब्बास ने भी इस सीट से जीत हासिल कर विधानसभा की राह पकड़ ली।

    2005 में मऊ में हुए सांप्रदायिक दंगों में खुली जिप्सी से मुख्तार का लहराता हुआ वीडियो जमकर वायरल हुआ और उसके बाद इस दंगे के आरोप में मुख्तार को जेल जाना पड़ा 2005 में ही गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र के तत्कालीन भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की उनके सात साथियों के साथ गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में भी माफिया मुख्तार अंसारी का नाम आया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

    लेकिन मुख्तार का रसूख राजनीति में इतना बढ़ गया था कि वह तत्कालीन राजनीतिक पार्टियों का चहेता बन गया था। पूर्वांचल के दो दर्जन लोकसभा सीटों और 50 से 60 विधानसभा सीटों पर माफिया मुख्तार अंसारी का प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव ही राजनीतिक दलों की मजबूरी थी।

    पूर्वांचल के वाराणसी गाजीपुर बलिया जौनपुर और मऊ में मुख्तार का वर्चस्व रहा लेकिन यूपी का निजाम बदलते ही मुख्तार की बादशाह जाती रही। पंजाब जेल में बंद मुख्तार अंसारी को यूपी लाया गया और बांदा जेल में निरुद्ध कर दिया गया जहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही उसकी सुनवाई होती रही।

    मुख्तार अंसारी के 500 करोड़ की संपत्ति या तो जप्त कर दी गई है उसे पर बुलडोजर चला दिया गया मुख्तार के करीबियों के सम्पत्ति पर भी चुन चुन कर बुलडोजर चलाए गए । बुलडोजर चलने और कार्यवाही का खौफ इस कदर था कि जिस मुख्तार अंसारी की 90 के दशक में तूती बोलती थी 2022 तक आते-आते उस माफिया मुख्तार अंसारी के नाम के साथ लोग अपना नाम जोड़ने में भी डरने लगे थे।

  • देवरिया में अलग-अलग जगह दो महिलाओं समेत पांच शव मिले

    देवरिया में अलग-अलग जगह दो महिलाओं समेत पांच शव मिले

    देवरिया। जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्र में पांच शव मिले हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी। यह शव सड़क हादसे में या तो रेलवे ट्रैक पर पाये गए है, जो ट्रेन हादसे का शिकार हैं।

    खुखुन्दू थाना क्षेत्र के अहिलवार निवासी श्रीकृष्ण यादव (70) का शव गांव के पास रेलवे ट्रैक पर मिला है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसी थाना क्षेत्र के सीसवा ढाला के पास महिला का शव मिला है। उसकी शिनाख्त बरडीहा ठाकुर निवासी भगमानी देवी (54) के रूप में हुई है। भटनी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

    उधर रूद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के डाला के रहने वाली सुभावती देवी (70) को सेमरौना के पास दो पहिया वाहन ने टक्कर मार दिया है। इसमें उनकी मौत हो गई। बघौचघाट थाना क्षेत्र में मलवाबार के रहने वाले दुर्गेश यादव (36) की शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। बीती मंगलवार को मीना बाजार के पास सड़क हादसे में घायल हो गये थे।

    इसी तरह भटनी रेलवे स्टेशन के पास एक अज्ञात युवक का शव मिला है। उसकी पहचान करने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। मृतक की उम्र 45 वर्ष है। जीआरपी ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर शिनाख्त में जुट गई।

  • माफिया के जनाजे के बीच मुख्तार के फरार शूटरों पर रहेगी खुफिया तंत्र की निगाहें

    माफिया के जनाजे के बीच मुख्तार के फरार शूटरों पर रहेगी खुफिया तंत्र की निगाहें

    देर रात तक पहुंचेगा मुख्तार का शव, शनिवार को सुबह होगा सुपुर्दे खाक

    मऊ, । माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत के बाद पूरे यूपी में हाई अलर्ट है। खासकर मऊ और गाजीपुर में पुलिस और खुफिया तंत्र पूरी तरीके से मुस्तैद है । शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद माफिया मुख्तार अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ गाजीपुर के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के लिए रवाना हो गया। शनिवार की सुबह मुख्तार अंसारी को सुपुर्दे खाक किया जाएगा।

    जनाजे में जुटने वाली भीड़ पर प्रशासन की पैनी नजर

    मुख्तार के जनाजे में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद रहने की संभावना है। प्रशासन इसके लिए कड़ा इंतजाम कर रखे हैं। बांदा से पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार कैसा हो गाजीपुर के लिए रवाना हो गया है ऐसे में मुख्तार के जनाजे में जुटने वाली भीड़ और लोगों पर प्रशासन नजर बनाए हुए हैं। जनाजे में खुफिया तंत्र की निगाहें मुख्तार के फरार शूटरों और सहयोगियों पर बनी रहेगी। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है।

    महिलाओं के भीड़ में आफसा की रहेगी तलाश

    खुफिया तंत्र की निगाहें माफिया मुख्तार की फरार बीवी अफसा अंसारी पर भी रहेगी महिलाओं के भीड़ में अफसा अंसारी के होने पर भी संदेह जताया जा रहा है। ऐसे में माफिया मुख्तार अंसारी के जनाजे को लेकर प्रशासन काफी सतर्क है। मुख्तार अंसारी को धार्मिक रीति रिवाज के तहत शनिवार को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा

  • मुख्तार अंसारी की मौत नेचुरल डेथ या फिर पॉलिटिकल मर्डर : डॉ. एसटी हसन

    मुख्तार अंसारी की मौत नेचुरल डेथ या फिर पॉलिटिकल मर्डर : डॉ. एसटी हसन

    मुरादाबाद। मुख्तार अंसारी की मौत का मामला मैटर ऑफ इंक्वायरी है कि उनकी नेचुरल डेथ हुई है या फिर पॉलिटिकल मर्डर है। यह बातें समाजवादी पार्टी संसदीय दल के नेता व मुरादाबाद लोकसभा से सांसद डॉ. एसटी हसन ने शुक्रवार को एक मीडिया चैनल से बात करने के दौरान कहीं।

    सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि मुख्तार अंसारी की मुख्तार अंसारी के घर वालों ने पहले भी इल्जाम लगाया था कि मुख्तार अंसारी का मर्डर हो सकता है। उन्हें स्लो प्वाइजन दिया जा रहा है। डॉ. हसन ने कहा कि हम मांग करते हैं कि मुख्तार अंसारी की मौत के मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेटिंग जज की निगरानी में होनी चाहिए। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। हम सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा भी करते हैं और सम्मान भी करते हैं। रिटायर्ड जज इसमें जांच ना करें।

    डॉ एसटी हसन ने कहा कि मुख्तार अंसारी के बिसरे की जो जांच प्वाइजन की पुष्टि के लिए होगी वह उत्तर प्रदेश से बाहर किसी लैब में होनी चाहिए।

  • मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    लखनऊ,। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधिकारियों और पुलिस कमिश्नर समेत पुलिस कप्तानों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

    बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की गुरुवार को हार्ट अटैक आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां के डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी को मृत घोषित कर दिया गया है। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पुलिस मुख्यालाय ने जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। साथ ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पैरामिलिट्री के साथ गश्त कर रही है।

    वहीं, यह भी खबर है कि मुख्तार अंसारी की मौत को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर बैठक चल रही है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रमुख सचिव गृह और यूपी पुलिस के डीजीपी एवं एडीजी लॉ एंड आर्डर बैठक में मौजूद है। मुख्तार अंसारी की मौत की जांच के लिए उत्तरप्रदेश सरकार न्यायिक आयोग का गठन कर सकती है।

  • मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    लखनऊ। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधिकारियों और पुलिस कमिश्नर समेत पुलिस कप्तानों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

    बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की गुरुवार को हार्ट अटैक आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां के डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी को मृत घोषित कर दिया गया है। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पुलिस मुख्यालाय ने जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। साथ ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पैरामिलिट्री के साथ गश्त कर रही है।

    वहीं, यह भी खबर है कि मुख्तार अंसारी की मौत को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर बैठक चल रही है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रमुख सचिव गृह और यूपी पुलिस के डीजीपी एवं एडीजी लॉ एंड आर्डर बैठक में मौजूद है। मुख्तार अंसारी की मौत की जांच के लिए उत्तरप्रदेश सरकार न्यायिक आयोग का गठन कर सकती है।

  • माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

    माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

    बांदा। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। सूचना मिली कि मुख्तार को आईसीयू से सीसीयू में भर्ती करना पड़ा। यहां मुख्तार के इलाज में 9 डॉक्टरों की टीम लगी थी। मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है जबकि राज्य भर में धारा 144 लागू कर दी गई।

    मुख्तार की मौत के बाद जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि आज शाम 8:25 बजे बंदी मुख्तार अंसारी को उल्टी की शिकायत के बाद बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया। नौ डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में लगी थी लेकिन भरसक प्रयास के बावजूद हार्ट अटैक आने से मुख्तार की मौत हो गई।

    दूसरी ओर, लखनऊ में 5 केडी मुख्यमंत्री आवास पर चल रही बड़ी बैठक चल रही है जिसमें डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी एलओ अमिताभ यश भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री आवास से घटनाक्रम पर पैनी नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी हाल में अप्रिय घटना न हो, इसके लिए निर्देश दिये हैं।

    इससे पहले गुरुवार शाम जेल में मुख्तार अंसारी की तबीयत फिर से खराब होने की जानकारी मिलने पर जिला अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल कई थानों की पुलिस के साथ मंडल कारागार पहुंचे। करीब 40 मिनट तक जेल के अंदर सभी अधिकारी रहे। अंदर क्या हो रहा है किसी को कोई जानकारी नहीं मिली। 40 मिनट बाद एम्बुलेंस आई जिसमें मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। हार्ट अटैक की खबर सामने आने पर मेडिकल कॉलेज के बाहर मीडिया का हुजूम लग गया। हर कोई मुख्तार अंसारी की स्वास्थ्य के बारे में जानकारी चाह रहा था लेकिन इस बारे में कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था। प्रिंसिपल डॉक्टर एसके कौशल भी फोन नहीं उठा रहे थे। बाद में उनकी मौत होने की खबर सामने आई लेकिन तब भी घटना की पुष्टि नहीं हुई।

    सोमवार की रात मुख्तार मुख्तार को पेट दर्द की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। जहां डॉक्टर ने उसे कब्जियत बताकर एनिमा लगाया था। उसे 14 घंटे तक मेडिकल कॉलेज में रखकर देर शाम उसी दिन जेल में शिफ्ट कर दिया गया। बुधवार को जिला अस्पताल के डॉक्टर के पैनल ने उसकी पुनः जांच की थी। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया था कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है, उसे कुछ दवा भी दी गई। इस बीच एमपी एमएलए कोर्ट ने भी मुख्तार के स्वास्थ्य के बारे में संज्ञान लेते हुए जेल अधीक्षक से मेडिकल रिपोर्ट तलब की थी। जिस दिन मुख्तार की हालत बिगड़ी थी उस दिन परिवार के लोग भी उसे देखने आए थे। यहां मीडिया के समक्ष मुख्तार के बेटे उमर अंसारी एवं भाई अफजाल अंसारी ने खाने में मुख्तार को जहर देने का आरोप लगाया था। इसके पहले मुख्तार के वकील ने बाराबंकी कोर्ट में भी मुख्तार के हवाले से खाने में जहर देने का आरोप लगाया था लेकिन जेल प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। अब उनकी मौत से तमाम तरह के सवाल फिर उठ रहे हैं।

  • योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    लखनऊ। अन्तर-जनपदीय गैंग (आईएस-191) के गैंग लीडर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात बांदा के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टर मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं। इधर, रात में ही पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उनके पैतृक गांव गाजीपुर ले जाने की योजना बना रही है। पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

    मुख्तार अंसारी के आपराधिक रिकॉर्ड की बात करें तो नई दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में करीब 65 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इन 65 मामलों में 21 अभियोगों का विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं। ऑपरेशन कॉन्विक्शन के तहत अभियुक्त मुख्तार के मुकदमों की जा रही पैरवी के चलते बीते एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में न्यायालय की ओर से सजा सुनाई जा चुकी हैं।

    वर्ष 2020 से पुलिस मुख्यालय स्तर पर मुख्तार अंसारी गैंग के 297 सदस्य और सहयोगियों को चिन्हित करते हुए 161 अभियोग दर्ज किए गए। 175 लाइसेंसी शस्त्र धारकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। गैंग से संबंधित पांच माफिया और सहअपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। 164 अभियुक्तों के विरूद्ध गैंगस्टर अधिनियम एवं छह अभियुक्तों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कार्रवाई करते हुए 608 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्ति जब्त या तो धवस्त की गई है। माफिया के 215 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अवैध व्यवसाय भी बंद कराए गये।

  • आम आदमी की आवाज उठाता रहूँगा: वरूण गांधी

    आम आदमी की आवाज उठाता रहूँगा: वरूण गांधी

    – पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता

    लखनऊ। पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरूण गांधी ने टिकट कटने के बाद पीलीभीत वासियों के नाम से एक मार्मिक पत्र लिखा है। पत्र में वरूण ने पीलीभीत से अपनी यादों को जिक्र करते हुए लिखा कि पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता। सांसद के रूप में नहीं तो बेटे के तौर पर ही सही मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मेरे दरवाजे हमेशा आपके लिए खुले रहेंगे।

    वरूण गांधी आगे पत्र में लिखते हैं कि मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूँ कि सदैव वह कार्य करता रहूँगा भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े।

    भाजपा सांसद ने लिखा कि मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम व विश्वास का है, जो किसी राजनीतिक गुणा-भाग से बहुत ऊपर है।

    विदित हो कि इस पीलीभीत से वरूण गांधी का टिकट काटकर भाजपा ने उत्तर प्रदेश सरकार के काबीना मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है।

  • आजम को स्टार प्रचारक बना समर्थकों को रिझा रही सपा

    आजम को स्टार प्रचारक बना समर्थकों को रिझा रही सपा

    -सपा के 18 स्टार प्रचारकों की सूची जारी

    लखनऊ,। समाजवादी पार्टी (सपा) ने लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में प्रचार के लिए जेल में बंद आजम खान समेत 18 स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, किरनमय नंदा, रामगोपाल यादव के बाद आजम खान का नाम चौथे नम्बर पर है।

    सपा की स्टार प्रचारक वाली सूची में जया बच्चन, डिम्पल यादव, जावेद अली खान, नरेश उत्तम पटेल, रामजी लाल सुमन, शिवपाल सिंह यादव, रामगोविन्द चौधरी, इन्द्रजीत सरोज, रमेश प्रजापति, ओमप्रकाश सिंह, राजपाल कश्यप, रामआसरे विश्वकर्मा, महबूब अली और शाहिद मंजूर के नाम शामिल है।

    उत्तर प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में समीकरण के आधार पर महबूब अली, शाहिद मंजूर, जावेद अली खान के नाम को स्टार प्रचारक की सूची में शामिल कर समाजवादी पार्टी ने बड़ा संदेश दिया है। वहीं आजम खान के सीतापुर जेल में बंद रहने के बाद भी स्टार प्रचारक बनाकर उनके समर्थकों को रिझाने की पूरी कोशिश की गयी है।